Naraz Shayari In Hindi : किसी को मनाने से पहले ये जान लेना कि वो तुमसे नाराज है या परेशान। तेरी बात को खामोशी से मान लेना, ये भी अंदाज है मेरी नाराज़गी का।
प्यार ने मुझे इस मोड़ पर खड़ा कर दिया है कि, आगे बढ़ो तो सब नाराज, पीछे हटो तो बेवफा।
खता हो गयी तो फिर सजा सुना दो,दिल में इतना दर्द क्यों है वजह बता दो,देर हो गई याद करने में ज़रूर,लेकिन तुमको भुला देंगे ये ख्याल मिटा दो..!!
आज तो दिल भी धमकियाँ दे रहा हैकरो याद उसे वरना धड़कना छोड़ दूंगा !
चुप हूँ🤫 इसका मतलब ये🤪 नहीं की नासाज 😓हूँ मैं, कुछ बात 👍ज़रूर होगी बेवजह😌 नहीं नाराज़ हूँ मैं😜😜
रिश्ते और पौधे दोनों एक जैसे ही होते है लगाकर भूल जाओ तो दोनों ही सुख जाते है
उसकी हर गलती भूल जाता हूँजब वो मासूमियत से पूछती हैनाराज है क्या ?
हर तन्हा रात में एक नाम याद आता है, कभी सुबह कभी शाम याद आता है, जब सोचते हैं कर लें दोबारा मोहब्बत, फिर पहली मोहब्बत का अंजाम याद आता है.,
हर पल हर लम्हा हम होते बेक़रार है,तुझसे दूर होते है तो लगता है लाचार है,बस एक बार देखो आँखों में मेरी,मेरे इस दिल में तेरे लिए कितना प्यार है..!!
तेरी यारी हम इस तरह निभाएंगे,तुम रोज़ रूत जाना हम रोज़ मनायेंगे,teri yaari ham is tarah nibhaenge, tum roz root jaana ham roz manaayenge,
खत्म हो नाराज़गी हम पर,हो जाए प्यार की बारिश..गुस्सा उतर जाए उनका,करते हैं हम खुदा से ये गुजारिश।
सारा जहाँ चुपचाप है.. आहटें ना साज़ है…….. क्यों हवा ठहरी हुई है…….. आप क्या नाराज़ है…….!!!
गुस्से में अक्सर लोग, कड़वा सच बोल ही देते है…
तुम्हे मूर्ख कहना वहां के सभी मूर्ख लोगों का अपमान होगा। मुझे बस तुमसे नफरत है!
भूल जाऊ हो नहीं सकतामैंने नहीं मेरे दिल ने चुना है तुमको
इस कदर मेरी दोस्ती का इम्तिहान मत लीजिए !खफा हो क्यों ये तो बता दीजिए !माफ कर दो अगर हो गई कोई गलती !ऐसे रूठ करके हमे सजा मत जिजिए !!
तुम हमसे फासले बरकरार ही रखनातुम पर अब लिखने की तैयारी है…आखों के करीब रख किताबे लिखी-पढ़ी नही जातीउसके लिए कुछ फासलें बहुत जरूरी है..
क्यों नाराज़ होते हो मेरी इन नादान हरकतों से,कुछ दिन की ज़िन्दगी है फिर चले जाएंगे तुम्हारे इस जहाँ से..!!
ज़िन्दगी की राहों में आपको कभी न छोड़ूंगा,ये मासूम सा दिल आपका कभी न तोड़ूंगा,चाहे हो जाओ कितना भी गुस्सा हमसे,फिर भी आपसे कभी मुंह न मरूंगा…
कब तक रह पाओगे आखिर यूँ दूर हमसेमिलना पड़ेगा कभी न कभी ज़रूर हमसेनज़रे चुराने वाले ये बेरुखी है कैसीकह दो अगर हुआ है कोई कसूर हम से!
अच्छा लगता है खामोश बैठ कर किसी को बहुत देर तक सोचना
मत ❌पूछो कैसे 🤔गुजरता है🙄हर⏳ पल तुम्हारे😜 बिना कभी😌बात करने 👍की हसरत 😅कभीदेखने 🤔की तमन्ना 💯💯
तुझे देखु तो सारा जहाँ रंगीन नज़र आता है, तेरे बिना दिल को चेन किसको आता है तुम ही हो मेरे दिल की धड़कन, तेरा बिना यह संसार आवारा नज़र आता है.
मेरे दिल को जिसकी आदत थीउसी ने मेरा साथ निभाया वो मुझसे नाराज थी_ और उसी ने मुझे गले लगाया!!
” सच्ची दोस्ती वही है,जो उस समय आपका साथ दे,जब पूरी दुनिया साथ छोड़ देती हैं….!!!
किसी को मनाने से पहले, ये ज़रूर जान लेना, कि वो शख्स तुमसे नाराज़ है या परेशान।
वो पल भर की नरजगियाँ और माँ भी जाना पल भर में अब ख़ुद से जब भी रूठों तो कूच लोग बहुत याद आते हैं
कितना करीब थी तू मेरे जैसे सांसो में समायी हो,एक दम से कैसे कह दिया कि तुम मुझे भूल जाओउस पल ऐसे लगा जैसे मेरी मौत आयी हो
नाराज नहीं हूँ तेरे फरेब से गम ये हैं की तेरा यकीन अब कैसे करू!!!
हो गई जो गलती अब हमसे, उसके लिए हमें माफ करो, अच्छा नहीं लगता है ये उदास चेहरा, जरा सा मुस्कुराओ और आंसुओं को अपने साफ करो।
खुश नहीं हूँ मजबूर हूँ तेरी ख़ुशी के लिए तुझसे दूर हूँ. Khush nahi hun majbur hun teri khushi ke liye tujhse dur hun.
झगड़ा तब होता है जब शिकायत होती है |और शिकायतें उनसे होती है जिनसे प्यार होता है
याद नही करोगे तो हम याद कराएंगे,रूठ गए अगर तो हम तुम्हे मनाएंगे,ये दोस्ती का दामन छोड़ के कहा तक जाओगे,जहा भी जाओगे हम तेरे साथ चले आएंगे।
हो सकता है हमने आपको कभी रुला दियाआपने तो दुनिया के कहने पे हमें भुला दियाहम तो वैसे भी अकेले थे इस दुनिया मेंक्या हुआ अगर आपने एहसास दिला दिया
जब रिश्ता नया होता है तो लोग बात करने का बहाना ढूंढ़ते है पर जब वही रिश्ता पुराना हो जाता है तो लोग दूर होने के बहाने ढूंढ़ने लगते है
नफरत करोगे तो अधुरा किस्सा हूँ मैमुहब्बत करोगे तो तुम्हारा ही हिस्सा हु मै !
आप नाराज़ हों, रूठे, के ख़फ़ा हो जाएँ, बात इतनी भी ना बिगड़े कि जुदा हो जाएँ !!
नाराज़ तुम, नाराज़ हम, फिर कैसे मिटाएँ ये दूरियाँहम मुंतज़िर, तुम बेख़बर दोनों की है मजबूरियाँ
वो शख्स कुछ नाराज़ सा था मुझ से,शायद नाराजगी के साथ अकेले घर जा रहा था,चेहरा भी कुछ खामोश सा था उसका,लेकिन शोर उसकी आंखो में नजर आ रहा था।
“जिस इंसान ने कभी गलती नही समझ लेना की उस इंसान ने
ठुकरा दिया तूने अच्छा कियामुझे मोहब्बत चाहिए अहसान नहीं
वो इस कदर हम पर हक जताते है, वो जानते है कि झगड़ा होने के बाद मान जाते है।
नाराज़गी हो तो जता लेना,लेकिन नफ़रत न करना,चाहत किसी और हो जाएं तो बता देना,बस बेवफाई न करना।
रूठ कर मुझे यूँ रुलाओं ना नाराज होकर मुझे यूँ सताओं ना जाना ही हैं तो एक बार में कहदो यूँ हर पल इस जिंदगी को जलाओं ना!!!
हम बेबस हैं बे-परवाह नहीं हम उदास हैं खफ़ा नहींकदर करते हैं दोस्तों की दिल सेहम जिंदगी में मजबूर तो हो सकते हैं लेकिन बेवफ़ा नहीं
हूँ ख़फ़ा मैं बेवजह ये सच है परइसलिए क्या वो मनाना छोड़ दे
होके नाराज़ कहाँ जाओगे, लौट का एक दिन मेरे पास ही तो आओगे।
ज़िन्दगी में याद हमारी बहूत आएगी !प्यारे सफर की हर ख़ुशी रुक जाएगी !अगर तलाश करोगे हमसे अच्छा कोई दोस्त !तो निगाहे दूर तक जाएगी फिर लौट आएगी !!
गलती तो सबसे होती है, हाँ मुझसे भी हो गयीअब माफ़ भी कर दे मुझे, क्यों दूर इतना हो गईएक गलती के लिए क्यों ऐसे साथ छोड़ गयी.
तुझसे नहीं तेरे वक्त से नाराज़ हुजो तुझे_कभी मेरे_लिए मिला_ ही_नहीं।।
ना आँखों में चमक ना होंठों पर कोई हलचल है,तेरी नाराजगी का ऐसा असर है कि अब तो गम पल-पल है..!!
देखो नाराज़गी मुझसे ऐसे भी जताती हैं वो, छुपाती भी कुछ नही जताती भी कुछ नही।
ख़फ़ा 😔हैं फिर भी 🤔आ कर छेड़😜 जाते हैं तसव्वुर में😇हमारे 👍हाल पर कुछ 🙏मेहरबानी अब भी😇 होती है🔥🔥
नाराज़😔 होकर भी 😌Narajgi न ❌दिखाना, मेरी ये एक😇 अदा है 👍तुमसे नाराज़😌 होने की, पर तुम समझते 😅ही नहीं🤝🤝
ग़ुस्सा करो बेशक़ करो कोई बात नहीं, लेकिन याद रखना तुम्हारे सिवा मेरा कोई यार नहीं।
पहले खुद ही हाल नहीं पूछते सनम अब बेहाल होने की वजह पूछते हो।
हर बात खामोशी से मान लेना.. यह भी अंदाज़ होता है नाराज़गी का
गुस्सा ना हो मानो ताज हो उसका, हर वक़्त उसके सर पर सवार रहता है।
मेरी मोहब्बत कि अनोखी मूरत हो तुम, जिंदगी की एक जरूरत हो तुम, गुलाब के फूल खूबसूरत होते है लेकिन, उस फूल से भी ज्यादा खूबसूरत हो तुम…।
वास्तव में मुझे यह देखकर दुख होता है कि तुम मेरे बिना बिल्कुल रह रहे हो … मैं तुमसे बेहद नफरत करती हूं!
अब मैं कह सकती हूँ के आपके लिए मेरी नफ़रत बेपर्दा हो रही है
हम इस लिए उदास नहीं होते दोस्तों, हमें पता है अब कोई मनाने वाला नहीं रहा।
मुद्दतों से था जो नाराज़ मुझसे,आज वही मुझसे मेरी नाराजगी की वजह पूछता है।
जितने भी सितम हो हम पर ढा लिया करो, इस नाराजगी से बेहतर हमें जी भर डांट लिया करो।
कुछ🤔 इस तरह वो🤔रिश्तों🤗 की नुमाइश😇 करती हैखुदको 👍अच्छी दिखाने 😌k लिएवो 🤫अक्सर मेरी😌 बुराई करती है💯💯💯
अपना एक ही उसूल है प्यार हद से ज्यादा और नफरत उससे भी ज्यादा
नाराज़ हूं , खफा हूं ,आखिर तुम मेरी पहली मोहब्बत हो ।।
यहाँ सब खामोश है कोई आवाज़ नहीं करता, सच बोलकर कोई किसी को नाराज़ नहीं करता.,
किसी को मनाने से पहले ये जान लेना कि वो तुमसे नाराज है या परेशान।
माफ कर देना अगर कोई गलती हो जाए हमसे, इस बात से तो तुम भी अच्छी तरह हो वाकिफ, इक पल भी दूर नहीं रह सकते तुमसे। माफ कर दो प्लीज!
नाराज हो भी जाए तो किससे,ये दर्द मेरा ही है,और दर्द देनेवाला भी..!
कभी वो गुस्सा करती हैं कभी हम गुस्सा करते हैंभूल जाते हैं हर बार पर दोबारा वही किस्सा करते हैं!
दिल से अपना दिल की बात सुनलो दिल से मांगते हैं माफ़ी माफ़ करते हैं फेर न करबे कोई गलती बस आलाप भुलाके घुसे को प्यार कर लो!!!