Musibat Shayari In Hindi : चाहे कितनी भी मुसीबत आये, जिन्दगी में मैं गर्व से फूल जाता हूँ, और जब हँसती है मेरी माँ मुझे देख कर तब मैं सारे गम भूल जाता हूँ. इतने महफूज थे दिल में वो कि मुसीबत को भी शरमाना पड़ा, पता लगा कि प्यार सच्चा है तो लौट के उसको भी जाना पड़ा.
उसने दोस्ती चाहीमुझे प्यार हो गया,मै अपने ही कत्ल कागुनहगार हो गया।
साहस व धैर्य की पहचान लेने आती है, मुसीबतें तो बस इम्तिहान लेने आती है, इक यही चीज तो मुझमें बिकाऊ नही वो क्यों हर बार मेरा ईमान लेने आती है.
इंसान पैसों से सब कुछ खरीद सकता है, मगर परिवार के लिए खुशी नही खरीद सकता है !
कुछ पल की ख़ुशी देकरजिंदगी रुलाती क्यूं हैजो लकीरो में नही होतेजिंदगी उनसे मिलाती क्यूं है।
अगर कोई अपना हो तो आइनेजैसा हो,हंसे भी साथ और रोए भीसाथ..!
जो दर्द समझता थावही इंसानजब दर्द देता है तो बहुत दर्द होता है…।
किसी को काँटो से चोट पहुँची, किसी को फूलों ने मार डाला, जो इस मुसीबत से बच गये थे उन्हें उसूलों ने मार डाला.
हमे रोता देखकरवो ये कह के चल दिए कीरोता तो हर कोई हैक्या हम सबके हो जाए ।