Mujhe Kisi Ki Jarurat Nahi Shayari In Hindi : बात तो वो किसी और से करते हैं 8 मुझे तो बस मूड ठीक करने और गुस्सा दिखाने के लिए रखा है…! बहुत बुरा लगता है ये देखकर कि हमसे घंटो बात करने वाले के पास आजकल हमारे लिए एक मिनट भी नहीं है..!!
मेरी गलती बस.. इतनी सी है सच्चा प्यार झूठे इंसान से कर लिया..
रवाली पडे हैं मेरे हाथ देरव लो कोई नहीं है आज मेरे साथ देख लो मैंने जिन्सकी चाहत में लुटा दिया सब कुछ अपना वो जाते-जाते कह गए… औकात देव लो…
“ मैं हो चूका हूँ इस क़दर सरे-आमतुम्हारा, कोई ज़रुरतपूछे तो लूँ नाम तुम्हारा…!!
ये कैसा प्यार है तुम्हारा जो सिर्फ मेरे लिए ही इतना सख्त है… मुझे छोड़कर तुम्हारे पास हर किसी के लिए वक्त ही वक्त है
“ बदल जाते हैं वो भी वक़्तकी तरह, ज़रुरत से ज्यादाजिन्हे वक़्त दिया जाए…!!
वादों को कोई जरुरत नहीं होतीउन रिश्तो कोजिन रिश्तो को निभाने वालोपर भरोसा होता हे।
किसी को अपनी जान से ज्यादा चाहने ७ का इनाम दर्द और आंसू के अलावा कुछ नहीं मिलता
कदम-कदम पर बहारों नेसाथ छोड़ दिया,पड़ी जब जरुरत अपनों नेभी साथ छोड़ दिया,खायी थी कसम सितारों नेभी साथ देने की,पर सुबह होते ही उन्होंने ,भी मुंह मोड़ लिया।
लोग तुम्हे तभी तक जरुरी मानेगे,जब तक उन्हें तुम्हारी जरुरत है।
“ ज़रूरत थी या मोहब्बत,जो ख़त्म हो गईअब कौन सा कर्ज़तुम चुकाने आए हो….!!
बुरा तो तब लगता है जब हम एक ही इंसान से बात करना चाहते हो और वो हमे ही करता है
“ खोया हूँ तेरे ख्यालों में परतेरी आँखों को अब मेरी जरुरत नहीं।चाहता हूँ फिर लौट आओ तुम मेरी बाँहों मेंपर लौट आना वक़्त की आदत नहीं…!!!
“ मिल गया है तुमको ग़र कोईबेशक मुझे भूला देना,लगे जरूरत गर मेरी कभीनिःसंकोच आवाज़ लगा देना…!!
अच्छे ने अच्छा और बुरे ने बुरा जाना मुझे,जिसकी जितनी जरुरत थी उसने उतना पहचाना मुझे।
“ वो बिल्कुल ठीक है अपनी जगह,हम ही जरुरत सेज्यादा उम्मीद लगा बैठे…!!
“ क्या ज़माना आ गया हैअगर बात ज़रुरत की हो तोहर शक़्स की जुबां मीठी हो जाती है…!!
मुझे मंजिल छोड़ गयीरास्तो ने संभाल लियामुझे जिन्दगी तेरी जरुरत नहींहादसों ने पाल लिया |
नफ़रत मत करना,हमसे हमें बुरा लगेगा,बस प्यार से समझा देनातुझे मेरी ज़रूरत नहीं।
“ इन्सान सब कुछ भूल सकता है,सिवाय उन बीते लम्हों के,जब उसे अपनों की जरुरत थी,और वो साथ ना थे…!!
“ बड़ी शिद्दत से तोड़ा हैमेरे दिल का हर कोना,मै तो सच कहूँउस के हुनर पे नाज़ होता है…!!
परवाह नहीं तुझको मेरी,पसंद नहीं सूरत भी मेरी,जान गया हूँ मै ये हकीकत तेरी ,कि अब तुझे जरुरत नहीं मेरी |
ना जाने कब जरुरत से जरुरी बन गएमुझे तो मेरी भी जरुरत नहीं ।
“ कहने को तो हर कोई मेरा खास था,पर जब जरुरत थी मेरे अपनों की,तो कोई भी यहाँ मेरे पास न था…!!
फसे है लोग इस दुनियादारी में,और ढोंग करते है सन्यासी का ,हर घड़ी देने वाले रिश्तों की दुहाई,कहते है उन्हें किसी की जरूरत नहीं हैं|
जुबान से नाम लेते है, आंखो से आंसु छलक जाते है..! कभी किया करते थे हजारों बातें, आज एक बात के लिए तरस जाते है…”
एक सबक सीख आया हूँ जिन्दगी की किताब से,लोग रिश्ते बदलते हैं जरुरत के हिसाब से ।
“ तू ज़रूरत है मेरी जिंदगी के सफ़र में,तेरा साथ हो सदियों तक जफ़र में,तू पहली है चाहत तू ही आखिरी होचल बना लें आशियाँ मुहब्बत के घर में…!!
“ जब जरुरत थी तोमै हर किसी का था,जब मुझे थी तोमेरा कोई ना था…!!
“ मत चाहो दिल से किसी को इतनाकी बाद तुम्हे पछताना पड़ेक्योकि ये दुनिया सिर्फ जरुरत सेपता नहीं कब बोल देअब हमें तुम्हारी ज़रुरत नहीं…!!
मुझको अब तुझसे मोहब्बत नहीं रही,ए जिन्दगी तेरी भी अब जरूरत नहीं रही,बुझ गए अब उसके इंतजार के दिए,कही आस-पास भी उसकी आहट न रही।
अब किसी की जरुरत नहीं हैहमेंक्योंकि जिसकी थी वो छोड़ चुका हैहमे
इस जहाँ में सब खुश हेअब किसी को भी शायदमेरी जरूरत नहीं।
जरुरत नहीं किसीऐसे इन्सान की जोमतलब के लिए साथ हो,मै तो खुश हूँ अपनेउस रब के साथ जोबिना मतलब के मेरे साथ है।
ज़रूरत थी या मोहब्बत, जो ख़त्म हो गईअब कौन सा कर्ज़ तुम चुकाने आए हो..
मुझे ढूंढने की कोशिश अब न किया कर तूने रास्ता बदला तो मैंने मंज़िल बदल ली
“ टूटा है दिल मेरा ऐसे की ,इस जहांन में कोई नहीं है मेरा….!!
“ मुझे मंजिल छोड़ गयीरास्तो ने संभाल लियामुझे जिन्दगी तेरी जरुरत नहींहादसों ने पाल लिया…!!
उस माँ के आशीर्वाद के सिवाय अब मुझे किसी की जरूरत नहीं रही |
वो बिल्कुल ठीक है अपनी जगह,हम ही जरुरत से ज्यादा उम्मीद लगा बैठे।
गलतियाँ तो बहुत हुई ज़िन्दगी में लेकिन जो गलती लोगों को पहचानने में हुई उसका अफ़सोस सबसे ज्यादा है।
“ कदर होती हैइंसान की जरुरत पड़ने पर ही,बिना जरुरत के तोहीरे भी तिजोरी में रहते है…!!
ऐसे ही दुखी लोगो के लिए हम लेकर आये है hame kisi ki Zaroorat nahi Quotes. इसके कोट्स को आप अपने stetus में लगा सकते है और अपनी भावनाए जाता सकते है|
“ बेवफाओं की इस दुनियामें अब मुझे किसी कीजरुरत नहीं हैं…!!
जरुरत ऐसी होती है कि बड़े-बड़े आलसी को भी काम करने को मजबूर कर देती है. हम सभी को किसी न किसी मोड़ पर एक दुसरे की जरुरत होती है.
“ ना जाने कबजरुरत से जरुरी बन गएमुझे तो मेरी भी जरुरत नहीं…!!
“ जरुरत नहीं तुम मेरी चाहत हो,मिले जो ख्वाबो में हां वही दौलत होकिस लिए देखती हो आईना,तुम तो रब से भी ज्यादा खूबसूरत हो…!!
नफ़रत मत करना,हमसे हमें बुरा लगेगा,बस प्यार से समझा देनातुझे मेरी ज़रूरत नहीं।
अब मुझे किसी की जरुरत नहीं है,ना किसी के आने की ख़ुशी,ना ही किसी के जाने का गम,जैसे भी, जहाँ भी हैं खुश है हम
इंसान 2 लोगों से हमेशा हार जाता है एक अपने परिवार से और दूसरा अपने प्यार से….
“ जाती नहीं है इन आँखों से सूरत तेरी,ना जाती है दिल से मोहब्बत तेरी,तेरे जाने के बाद हुआ है महसूस हमें,और भी ज्यादा है हमें ज़रूरत तेरी…!!
जरूरते भी जरुरी हैं जिन्दगी के लिए,लेकिन तुझसे जरुरी तो जिन्दगी भी नहीं।
अक्शर…झूठे इंसान की बातें मीठी होती हैं और…सच्चे इंसान की बातें कड़वी होती हैं!
कदर होती है इंसान की जरुरत पड़ने पर ही,बिना जरुरत के तो हीरे भी तिजोरी में रहते है|
“ मुझे किसी की जरूरतनहीं” अहम् है बड़ा,“सभी को है मेरी जरुरत” वहम नहीं इससे बड़ा…!!
“ करून क्या उमींद उससेजिसने प्यार का सौदा किया है…!!
“ अब ज़रूरी हो गया हैहर हाल में मुस्कुराते रहना,क्यूंकि बुरे हाल में लोगसवाल बहुत पूछते हैं…!!
कहते है लोग यारों की अब मुझे इस जहाँन में किसी की जरूरत नहीं , और हसरते रखते है जहाँ से अपनेपन की |
कटे-कटे से आप हमसे रहने लगे होज़रूरत से ज्यादा दूर हो चुके हो..
अच्छे ने अच्छा और बुरे ने बुरा जाना मुझे,जिसकी जितनी जरुरत थी उसने उतना पहचाना मुझे।
बहुत अकेला कर दिया है हमारे अपनों ने हमे समझ नहीं आता कि हम बुरे हैं या हमारी किरात
छोटी छोटी बातों पर हम रो पड़ते हैं क्योंकि हम दिमाग से नहीं दिल से लोगों के बारे में सोचते हैं
“ उस माँ के आशीर्वाद केसिवाय अब मुझे किसीकी जरूरत नहीं रही…!!
“ ज़रूरतें का तो पेट भरजाएगा चाँद रुपयों में ये मन नहींभरता इसका क्या करें…!!
अब तो हम तुम्हारे लिए अजनबी हो गए.. बातों के सिलसिले भी कम हो गए.. खुशियों से ज्यादा हमारे पास गम हो गए.. क्या बताइए वक्त बुरा है या हम बुरे हो गए..
रोती हुई आँखें कभी झूठ नही बोलती क्योंकि आँसू तभी आते है जब कोई अपना दर्द देता हैै
एक हसीं लम्हे की जरुरत है हमे,बीते हुए पल की जरुरत है हमें,जमाना सारा रूठ भी जाये तो क्या,जो कभी ना रूठे ऐसे दोस्त की,जरुरत है हमें।
किसी ने क्या खूब लिखा है में पसंद तो सबको ,पर उनके जरूरत के वक़्त ही |
“ अब मुझे जरूरत नहीं है यारोंऐसे चाहने वालो की…!!
मत चाहो दिल से किसी को इतनाकी बाद तुम्हे पछताना पड़ेक्योकि ये दुनिया सिर्फ जरुरत सेपता नहीं कब बोल दे अब हमें तुम्हारी ज़रुरत नहीं |
“ एक रोज़ आ जाएगीलौटकर तू, इस आस मेंहर रोज़ काट रहा हूँ मैं…!!
साफ-साफ कह दिया करो… तुमसे बात नहीं करनी… ये busy होने वाला… बहाना क्यों बनाते हो..
देख के रुसवाई तेरी दिल मेरा टूटाऐसे की अब मुझे किसी की जरूरत नहीं |