Motivation Farewell Shayari In Hindi : छोड़ने मैं नहीं जाता उसे दरवाज़े तकलौट आता हूँ कि अब कौन उसे जाता देखेशहज़ाद अहमद उसे जाने की जल्दी थी सो मैं आँखों ही आँखों मेंजहाँ तक छोड़ सकता था वहाँ तक छोड़ आया हूँ
हमसे दूर नहीं जा रहे हैं आप हमारे दिल के पास आ रहे हैं आप जहाँ में जहाँ भी रहे, मुस्कुराते और खिलखिलाते रहे.
यादों के फ्रेम में आपकी तस्वीर सजायेंगे, आप तो जा रहे है पर हमे बहुत याद आयेंगे.
कोई राजा सारी पृथ्वी पर शासन करता हो, वह कृतार्थ नहीं होता ।कोई साधु, पत्थर और स्वर्ण को समान समझता है, वह कृतार्थ (संतुष्ट) है ।
चलते है फिर मिलेंगे ये कह कर !!आप तो विदा हो गए, पर हम अकेले हो गए !!
बहुत याद आएँगी ये बातेंमैच देखने के बहाने किसी दोस्त के घर सबकाधमक जाना और घंटो सबका मस्ती करना
घायल तो यहाँ हर एक परिंदा है,मगर जो फिर से उठकर भागता है वही तो ज़िंदा है..!!
आप नहीं दिखाते कामियाबी का रास्ता तो नहीं चल पाते हम कभी इस राह पर, नहीं चूका सकता आपका क़र्ज़ मैं चाहकर।
मिलते-झुलते रहेंगे आपकी भावनाओँके साथ आज से होगी आपके जीवनकी शुभ शुरुवात।
विदा कर रहे है और देते है ये शुभकामना, जीवन में ढेर सारे पैसे कमाना, फिर मुझसे जरूर मिलने आना और बढियाँ सी पार्टी दे जाना.
विदा तो आप हो रहे हो इस कॉलेज से बस आंखों के सामने से जा रहे हो दिल से कैसे निकल के जाओगे आप
मिलते-झुलते रहेंगे हम आपके भावनाओँ के साथ होगी आज से आपके जीवन की एक शुभ शुरुवात।।
इक शुरुआत सी ख़ुशनुमा हो गई मिल के चलने की रुत सी यहाँ हो गई जीत जाने की लौं आपसे जो मिली वो धुवाँ बन उठी आसमाँ हो गई
जिंदगी का सबसे खूबसूरत सा सफर बस अब याद में सिमट गया है, कुछ अनकहे से ख्वाब और कुछ खट्टीमिठी याद बन के रह गया है.
खिलौना बनना चाहते हो या !!खिलाड़ी ये आप पे निर्भर है !!
लोग आते हैं- जाते हैं, हर जगह नई यादें बनाते हैं,आज आप भी हमें अपनी यादों के संग छोड़ जायेंगे…शुभकामनाएं हैं हमारी, न रहे कोई ख्वाहिश अधूरी तुम्हारी।
कोई हाथ भी न मिलाएगाजो गले मिलोगे फटाक सेये मिजाज है नए शहर काजरा, फासले से मिला करों !!
हर फ़ूल बाग़ में लगाए नहीं जातेहर लोग महफ़िल में बुलाए नहीं जातेकोई तो पास होकर भी याद नहीं आताकुछ दूर होकर भी भुलाये नहीं जाते
कलेजा रह गया उस वक़्त फट करकहा जब अलविदा उस ने पलट कर
आज यहां से विदा हो कर चलेजाओगे,पर आशा है यही है किजहां भी जाओगे, खुशियां हीखुशियां पाओगे।
”आप जैसा बड़प्पन नहीं है कहीं, आप जैसा सरल मन, नहीं है कहीं… आपको हम विदा आज कर दें मगर, बॉस आप जैसा नहीं है कहीं।”
खुद से गिरे थे खुद से उठेंगे ! अब न किसी का हाथ चाहिए , न किसी का साथ ।
सभी दिशाओं से नेक विचार मेरी ओर आएँ।
तेरे पैमाने में गर्दिश नहीं बाक़ी साक़ीऔर तिरी बज़्म से अब कोई उठा चाहता हैपरवीन शाकिर
कुछ लोग दिल पर इस तरह असर कर जाते हैं,टूटे हुए शीशों मे भी साबुत नज़र आते हैंमिलते तो हैं घड़ी भर के लिए,मगर दिल में उतर जाते हैं।
झूठी शान के परिंदे ही अक्सर ज्यादा फड़फड़ाते है क्योंकि बाज की उड़ान में कभी आवाज नहीं होती ।
ना जाने कुछ लोग कब अपने बन जाते है यूं ही चलते फिरते दिल में बस जाते है एक पल में ना जाने क्यों छोड़ कर चले जाते है
अगर तलाश करूँ तो कोई मिल ही जाएगा मगर आपके जैसा अब और कौन मिल पाएगा। Agar talash krun to koi mil hi jayega magar apke jesa ab aur kon mil payega.
कल न हम होंगे, और ना कोई गिला होगा,सिर्फ सिमटी हुई यादों का सिलसिला होगा,जो लम्हे हैं चलो हँस कर बितालें,जाने जिन्दगी का कल क्या फैसला होगा।
कॉलेज एक परिवार होता है, जहाँ हर दिन रविवार होता है, हर दिल में प्यार होता है, पर आखिरी दिन बड़ा बेकार होता है.
आपकी विदाई की इस बेला में,कहता हूं सच, रह जाऊंगा अकेला मैं,फिर भी दुख-सुख में हूं आपके साथ,आप रहो जहां वहां मिले नई सौगात।
यादें हमारी साथ रहेंगी, लम्हों की तरह भीगी-भीगी, कभी न भूलेंगे, हम एक दूजे को अपनी यादों के सहारे जीते बीती बातें फिर से।
उसे जाने की जल्दी थी सो मैं आँखों ही आँखों मेंजहाँ तक छोड़ सकता था वहाँ तक छोड़ आया हूँ
बिछड़ना तो सबके नसीब में होता है, तो क्यों हम इसका इतना गम करें, पर जब हम एक-दुसरे को याद करें, तो खुदा से मिलने की फ़रियाद करें.
अगर तैरना सीखना है तो पानी में उतरना तो होगा ही , किनारे बैठ कर कोई गोताखोर नहीं बनता ।
वफा की जंजीर से डर लग जाता हैकुछ अपनी तकदीर से डर लगत हैजो मुझे तुमसे जुदा करती हैहाथ की उस लकीर से दर लगता है।
आप हमें छोड़कर जा रहे है, इतना जरूर याद रखियेगा, हमारी शुभकामनाएं आप हमेशा अपने साथ रखियेगा.
बस रुँधे कंठ है यूँ विकल कर दिया दिल हुआ तरबतर मन तरल कर दिया आपकी ये जुदाई कठिन हो गई इस विदाई ने हमको सजल कर दिया
कुछ रिश्ते अनजाने में बन जाते हैंपहले दिल से फिर जिंदगी से जुड़ जाते हैंकहते हैं उस दौर को दोस्ती जिसमेंअनजाने ना जाने कब अपने बन जाते हैं।
तुम ऐसे ही अपनी मज़िल की तरफ बढ़ते रहना,हर हाल में तुम सत्य मार्ग पर चलते रहना.
मिलना बिछड़ना दुनिया की रीत है इसको ख़ुशी से निभाते रहो कब किस्से दिल मिल जाये इसलिए राहों में दोस्त बनाते रहो
जिनके दिये हुये ज्ञान से आज हमारी जिंदगी जन्नत बन गई, ऐसे गुरु की विदाई से हमारी आंखें नम हो गई।
अपने सीनियर को यह शायरी जरुर सुनाये दावा है की वो आपको जरुर याद करते रहेंगे.
जब ज़रूरत थी परिवार की मिल गया,जब ज़रूरत पड़ी प्यार की मिल गया,यूँ कहाँ सीनियर आपसे हैं यहाँ ,जब ज़रूरत पड़ी यार की मिल गया…
हर कदम हर पल साथ हैं, दूर होकर भी हम आपके पास हैं, आपका हो न हो पर हमें आपकी कसम, आपकी कमी का हर पल अहसास है.,
विदा तो आप हो रहे हो इस कॉलेजसे बस आंखों के सामने से जा रहे होदिल से कैसे निकल के जाओगे आप।
दिल पर पत्थर रख आपको विदा कर रहे हैं, ना चाहकर भी खुद से जुदा कर रहे हैं।
विदा कर रहे है और देते है ये शुभकामना,जीवन में ढेर सारे पैसे कमाना,फिर मुझसे जरूर मिलने आनाऔर बढियाँ सी पार्टी दे जाना.
साथ-साथ जाते थे स्कूल लेकिन आज हम जुदा हो जायेंगेरखना ख्याल अपना दोस्तों क्योंकि आज हम विदा हो जायेंगे।
हमारे सीनियर ने थोड़ा सताया भी पर,बड़े भाई की तरह प्यार जताया भी,थोड़ा परेशान किया रस्तों पर,पर सही रास्ता बताया भी.
मैं सीखा और बहुत कुछ सिखाया है आपने, तरक्की का असली मतलब बताया है आपने, चले जाओगे माना हमारा साथ छोड़कर, पर हमारे दिल में घर बनाया है आपने।
हमारे सीनियर ने थोड़ा सताया भी पर,बड़े भाई की तरह प्यार जताया भी,थोड़ा परेशान किया रस्तों पर,पर सही रास्ता बताया भी.
अगर विद्यालय मंदिर है तो शिक्षक इस मंदिर के भगवान् के सामान है, अगर विद्यार्थी जीवन तपस्या है तो शिक्षक इस विद्या का वरदान है।
भले ही हम कितनी भी तरक्की कर लें याद रहेंगे ये जिंदगी के पहले दोस्त और पहले साथी
आप से जी भरकर दिल की बात न हो पाई !!जो कभी न भूले ऐसी मुलाकात न हो पाई !!
जब कॉलेज छूटता है,तो बहुत दिल टूटता है.
अगर तलाश करूँ कोई मिल ही जाएगामगर तुम्हारी तरह कौन मुझ को चाहेगाबशीर बद्र
बहुत याद आएँगी ये बातें कॉलेज में दोस्तों के साथ की मस्ती कैंटीन की प्यारी सी गप शप लड़कियों को कनखियों से देखना और सबका साथ साथ मुस्करा देना
मूर्ख के पाँच लक्षण हैं; घमंड, दुष्ट वार्तालाप, क्रोध, जिद्दी तर्क, और अन्य लोगों की राय के लिए सम्मान की कमी।
आपकी ज़िन्दगी बीते हमेशा खुशियों के साथआज से होगी आपकी ज़िन्दगी में एक नए दौर की शुरुआत।
चमन से रुख़्सत-ए-गुल है न लौटने के लिएतो बुलबुलों का तड़पना यहाँ पे जाएज़ है
आज मिलेंगे, कल मिलेंगेविदा हो जाओगे आज आपना जाने फिर कब मिलेंगे।
विदाई की घडी आयी हैसबके आँखों में आँसू लाई है,आपके पूरे हो हर खाबदुआ ये सबके जुबान पर आई है।
आप के जाने की उदासी इस दिल से हटायें कैसे,आप तो दिल में ही रहते है पर दिल को समझाये कैसे.
जब जरुरत थी परिवार की, मिल गयाजब जरुरत पड़ी प्यार की , मिल गयायूँ कहाँ सीनियर आपसे हैं यहांजब जरुरत पड़ी यार की, मिल गया
शिक्षक और सड़क दोनों एक जैसे होते हैं,खुद जहां हैं वहीँ पर रहते हैं परदूसरों को उनकी मंजिल पहुंचा देते हैं
किसने कहा जुदाई होगीये बात किसी और ने फैलाई होगीहम तो आपके दिल में रहेंगे आख़िरहमारी दोस्ती में इतनी तो सच्चाई होगी।
आपकी विदाई की इस बेला में, कहता हूं सच, रह जाऊंगा अकेला मैं, फिर भी दुख-सुख में हूं आपके साथ, आप रहो जहां वहां मिले नई सौगात।
विदाई का ये दिन है, माहौल थोड़ा गमगिनलेकिन दुआ है रब से, आप यूं ही हंसते रहो,महकते रहो, सबके दिल में बसते रहो।
याद है अब तक तुझ से बिछड़ने की वो अँधेरी शाम मुझेतू ख़ामोश खड़ा था लेकिन बातें करता था काजल।
उसे जाने की जल्दी थी सो मैं आँखों ही आँखों मेंजहाँ तक छोड़ सकता था वहाँ तक छोड़ आया हूँ
जीवन के सारे आशाओं को पूरा करते हैं,गुरू छात्र के जीवन को खुशियों से भरते हैं.
फर्क होता है खुदा और फकीर में,फर्क होता है किस्मत और लकीर में,अगर कुछ चाहो और न मिले तो समझ लेना कि,कुछ और अच्छा लिखा है तकदीर में !