Motivation Farewell Shayari In Hindi : छोड़ने मैं नहीं जाता उसे दरवाज़े तकलौट आता हूँ कि अब कौन उसे जाता देखेशहज़ाद अहमद उसे जाने की जल्दी थी सो मैं आँखों ही आँखों मेंजहाँ तक छोड़ सकता था वहाँ तक छोड़ आया हूँ
क्या बताऊं खूबियां आपकी विदाई पर,महकता था दिन आपके मुस्कुराने पर,जहां भी रहो कामयाबी की मिशाल बनो,लेकिन, अधूरा लगेगा हमें आपके जाने पर।
विदाई तो है दस्तुर जमाने का पुराना,पर जहाँ भी जाना अपनी छाप कुछ ऐसे छोड़ जाना,की हर कोई गुनगुनाएँ तुम्हारा ही तराना…
रुकना हमने कभी सीखा नहीं,और झुकने का ख्याल कभी दिमाग में नहीं आया है..!!
कैंपस की वो सीढ़ियां जमती जहां थी मैं महफिले उससे सीढयों का स्टेज भी अब खाली करना पड़ रहा।
तुम्हारे साथ ये मौसम फ़रिश्तों जैसा है,तुम्हारे बाद ये मौसम बहुत सताएगा.
दस्तूर है जमाने का यह पुराना,लगा रहता है यहां आना और जाना,रहो जहां अपनी छाप ऐसे छोड़ जाना, हर कोई गुनगुनाता रहे आपका ही तराना।
मिलते-झुलते रहेंगे आपकी भावनाओँ के साथआज से होगी आपके जीवन की शुभ शुरुवात।
मेरी दुवायें लेते जाइये भाभी अब खाना बनवाएंगीबहुत बॉस बना फिरते थे अब काम करवाएंगी
जिनके अंदर कुछ कर गुज़रने का जुनून होता है उन्हें ही कामयाबी का सुकून मिलता है।
वो तो प्यारी सी कॉलेज की जान बन कर आई थीपूरे कॉलेज की भाभी बनाया अपने
विदाई की घडी आयी हैसबके आँखों में आँसू लाई है,आपके पूरे हो हर खाबदुआ ये सबके जुबान पर आई है।
बहुत याद आयेंगे ये कॉलेज के दिन,कैसे दिन गुजरेगी यारा तेरे बिन.
”एक ऐसे बॉस को विदाई, जिसने अपने अधिकार का प्रयोग हमें सफलता की ओर आकर्षित करने के लिए किया, न कि हमारी पोस्ट पर हुकूमत चलाने के लिए।”
दुख के सफ़र पे दिल को रवाना तो कर दियाअब सारी उम्र हाथ हिलाते रहेंगे हम।
किस्मत सिर्फ मेहनत से बदलती हैं मेरे दोस्त, बैठ कर सोचते रहने से नहीं ।
ये हम अक्सर किसी साथी के विदाई के समय समारोह आयोजित करते हैं और इसी अवसर के माध्यम से उन्हें अपनी शुभकामनायें प्रेषित करते हैं।
” थे कदम के निशां, बेहिचक चल पड़े, थामते आये हैं, हम अगर गिर पड़े जिनसे सीखा उन्हें, कैसे कर दें विदा क्या बड़ी बात है, हम अगर रो पड़े। ”
गुरू की कृपा मैं शब्दों में नहीं बता पाऊंगा,रोम-रोम मेरा कर्जदार है यही सबसे बताऊंगा.
विदा तो होना ही था आपको आज हो या कल पर जुदा कभी मत होना ये वादा करो अब।
भीगा भीगा सा क्यों है यह संमा, आज तो आसमान में बादल भी नहीं है, सुना है आज आपकी है विदाई, इसलिए सबकी आंखें भर आई.,
मिली-जुली खुशी-गम के भावनाओं के साथ शुभकामना हैआज विदाई के इस मौके में ये कि हो तुम्हारे जीवन की शुभ शुरुआत।।
कम करो ऐसा कि पहचान बन,जाए चलो ऐसे कि निशान बन जाए,अरे जिंदगी तो हर कोई जीता है मेरे,दोस्त जियो ऐसे कि मिसाल बन जाए..!!
विदाई तो है दस्तुर जमाने का पुराना, पर जहाँ भी जाना अपनी छाप कुछ ऐसे छोड़ जाना, की हर कोई गुनगुनाएँ तुम्हारा ही तराना.
जब जरुरत थी परिवार की, मिल गया जब जरुरत पड़ी प्यार की , मिल गया यूँ कहाँ सीनियर आपसे हैं यहां जब जरुरत पड़ी यार की, मिल गया
आपके साथ कुछ लम्हे कई यादेंबतौर ईनाम मिले, एक सफर परनिकले और तजुर्बे तमाम मिले।
आप जैसा बड़प्पन, नहीं है कहीं, आप जैसा सरल मन, नहीं है कहीं, आपको हम विदा, आज कर दें मगर, सीनियर ऐसा सज़्ज़न, नहीं है कहीं.,
आज मिलेंगे या कल मिलेंगेविदा हो जाओगे आप आजपर एक दिन हम ज़रूर मिलेंगे ।
दरिद्रता में मोक्ष नहीं, और संपन्नता में कोई बन्धन नहीं।किन्तु दरिद्रता हो या संपन्नता, मनुष्य ज्ञान से ही मुक्ति पाता है।
अबके बिछड़े तो शायद हम किताबों में मिले !!सूखे हुए फ़ूल जैसे किताबों में मिले !!
वक्त की हो धूप या तेज़ हो आँधियाँ,कुछ क़दमों के निशाँ कभी नहीँ खोते,जिन्हें याद करके मुस्कुरा दें ये आँखें,वो लोग दूर होकर भी दूर नहीं होते।
जीवन की कश्ती डगमग थी किनारे लगा दिया जमीं से उठाकर सिहासन पर बिठा दिया और क्या तारीफ करूं आपकी आपने तो खुद को मिटा कर हमें बना दिया
जिसके पास साहस है और जो मेहनत करता है, उसके लिए कुछ भी अप्राप्य नहीं है।
आपके साथ ये सारे मौसम फरिश्ते जैसे महसूस होते थे, आपके बाद ये मौसम हमें बहुत सतायेंगे।
दिल के दर्द छुपाना कितना मुश्किल हैटूट कर फिर मुस्कुराना कितना मुश्किल हैदूर तक चलो किसी के साथ तोफिर तन्हा लौट कर आना कितना मुश्किल है।
आपके जाने का गम भी है पर आपसे दोबारा मुलाक़ात की आस भी है, आँखों में आंसू है पर दिल के दिलासे पास भी है।
आज मिलेंगे, कल मिलेंगेविदा हो जाओगे आज आपना जाने फिर कब मिलेंगे।
आपके साथ वक़्त कब बीता पता ही नहीं चला, आपने हमारा दिल कब जीता पता ही नहीं चला।
आपके साथ वक़्त कब बीता पता ही नहीं चला, आपने हमारा दिल कब जीता पता ही नहीं चला।
आप का साथ धूप में छांव है आप का साथ समंदर में नाव है आप का साथ अंधकार में प्रकाश है कर रहे है आज आप को विदा पर दिल में आपका ही नाम है
याद है अब तक तुझ से बिछड़ने की वो अँधेरी शाम मुझे !!तू ख़ामोश खड़ा था लेकिन बातें करता था काजल !!
दो व्यक्तियों के साथ होने का कोई अज्ञात कारण होता है।वास्तव में प्रेम बाह्य कारणों पर निर्भर नही होता।
आप सीनियर नहीं मार्गदर्शक हैं हमारे लिए, हर मुश्किल से बचाने वाले रक्षक है हमारे लिए।
बहुत याद आयेंगे ये कॉलेज के दिन !!कैसे दिन गुजरेगी यारा तेरे बिन !!
हमारा रिश्ता हमेशा दिव्या रहेगा, मैं कुछ भी पा लूँ आप मेरे गुरु और मैं आपका शिष्य रहूंगा।
समुन्दर न हो तो कश्ती किस काम कीमजाक न हो तो मस्ती किस काम कीदोस्तों के लिए कुर्बान है ये जिंदगी,अगर दोस्त न हो तो फिर ये जिंदगी किस काम की
कांटों की राह को आपने, गुलों का बिछौना कर दिया, बड़ा था पहाड़ मुश्किलों का, आपने उसे बौना कर दिया.,
आपको विदा करने आँखों से मेरे आँसू आ रहे हैं, इस हाल में आप हमें क्यों छोड़कर जा रहे है?
दुख के सफ़र पे दिल को रवाना तो कर दिया अब सारी उम्र हाथ हिलाते रहेंगे हम
सपने सच करने हैं तो पहले !!जगते हुए सपने तो देखो !!
मेरे सीनियर ने थोड़ा सताया, थोड़ा समझाया,पर हमेशा सही राह दिखाया. आई लव यू भाईजान
विदाई की घड़ी है आई सबके आँखों में आँसू है लाई,आपकी पूरी हो हर अभिलाषा दुआ ये सबके जुबान पर है आई.
आँख से दूर सही दिल से कहाँ जाएगा, जाने वाले तू हमें याद बहुत आएगा…
आप से जी भरकर दिल की बात न हो पाई, जो कभी न भूले ऐसी मुलाकात न हो पाई. Aap se ji bhar kr dil ki bat na ho pai jo kabhi na bhule esi mulakat na ho pai.
दोस्तों से ही दोस्ती की शान होती है,ना हो दोस्त तो महफिल भी अनजान होती है,दोस्ती से ही जहाँ है कायम यारो,दोस्ती ही रिश्तों की पहचान होती है।
चित्त की वृत्तियों के निरोध का नाम योग है ।
मेरे सीनियर ने थोडा सताया भी पर बड़ेभाई की तरह प्यार जताया भी थोडापरेशान भी किया रास्तों पर, पर सहीरास्ता बताया भी.
” भोर गमगीन होकर खबर लाई है, दिन भी बेचैन है धूप घबराई है, आपको हम फेयरवेल दे दें मगर दिल सुबकने लगा, आंख भर आई है।”
अपनी सांसो में आबाद रखना मुझे मैं रहूं ना रहूं याद रखना मुझे
इंसान के किस्मत में बिछड़ना लिखा है,बिछड़ने के बाद हर किसी को मिलना लिखा है.
कॉलेज छूट जाने के बाद,कॉलेज के दिन और दोस्त बहुत याद आते हैं कभी कभी तो आँखों में खुशी के आँसू भी आ जाते हैं.
ये मेरे दिल के लिए तबाही की घड़ी है, आज मेरी मेरे कॉलेज से जुदाई की घड़ी है।
इन राहों पे कांरवा तो बहुत से मिलेमिले जो भी यहां, वे मतलबी निकलेरहे ता उम्र तन्हा और गये तो अकेले’
विदाई की घडी आयी हैसबके आँखों में आँसू लाई है ,आपके पूरे हो हर खाबदुआ ये सबके जुबान पर आई है
बुरा वक्त एक ऐसा तिजोरी है,जहां से सफल होने के हथियार मिलते हैं..!!
मिलते-झुलते रहेंगे आपकी भावनाओँ के साथआज से होगी आपके जीवन की शुभ शुरुवात।
विदाई का है दिनमाहौल है गमगिनहै ये आशा पूरी हो तुम्हारीहरेक अभिलाषा।
विदाई का ये दिन है, माहौल थोड़ा गमगिनलेकिन दुआ है रब से, आप यूं ही हंसते रहो,महकते रहो, सबके दिल में बसते रहो।
विदा होकर आज ही यहां से चली जाओगे पर आशा है कि जहां भी जाओगे खुशियां ही पाओगे
जरूरी ये नहीं कि कोई तुम्हारे साथ है या नहीं , जरूरी तो ये है कि तुम खुद के साथ हो या नहीं !!
भीगा भीगा सा क्यों है यह संमाआज तो आसमान में बादल भी नहीं हैसुना है आज आपकी है विदाईइसलिए सबकी आंखें भर आई।
है विदाई की ये बेला लगा है आँसुओं का रेला पर है खुशी साथ.. है आगे दुनिया बड़ी जहाँ मिलेगी तुम्हे जीवन की नई सौगात।।
फासलों से तय नहीं होते मंजिलों की दूरी, अक्सर फैसले ही तय करती है कितनी पास है मंजिल ।