Motivation Farewell Shayari In Hindi : छोड़ने मैं नहीं जाता उसे दरवाज़े तकलौट आता हूँ कि अब कौन उसे जाता देखेशहज़ाद अहमद उसे जाने की जल्दी थी सो मैं आँखों ही आँखों मेंजहाँ तक छोड़ सकता था वहाँ तक छोड़ आया हूँ
मंजिल उन्हीं को मिलती है,जिनके सपनो में जान होती है,पंख से कुछ नहीं होता,हौसलों से उड़ान होती है !
उसे जाने की जल्दी थी सो मैं आँखों ही आँखों मेंजहाँ तक छोड़ सकता था वहाँ तक छोड़ आया हूँ
बिछड़ने के बाद ही लोग मिलते हैं,जब मिलते है तो जज्बातों के कमल खिलते है.
उदास क्या होना बदहवास क्या होनाफ़ूल का तो मुकद्दर है डाली से जुदा होना
आप हमसे दूर नहीं जा रहे हैं, हमारे दिल के पास आ रहे हैं, आप जहाँ में जहाँ भी रहे, मुस्कुराते और खिलखिलाते रहे.,
बेफिक्र था मैं सर पर जो आपका हाथ था बे हिसाब था मैं आपके हाथों में जो हिसाब था विदा तो कर दूंगा आज आपको लेकिन यह बहते आंसू ना रोक पाऊंगा
भोर गमगीन होकर खबर लाई हैदिन भी बेचैन है, धूप घबराई हैआपको हम विदाई दे दे,मगर दिल सुबकने लगा, आंख भर आई है।
आप थे तो, सफल हो गयेआप थे तो, हवा सारे गम हो गयेहम अकेले चले तो, बहुत खार थेआप के साथ राहों में, गुल हो गये।
समुन्दर न हो तो कश्ती किस काम कीमजाक न हो तो मस्ती किस काम कीदोस्तों के लिए कुर्बान है ये जिंदगी,अगर दोस्त न हो तो फिर ये जिंदगी किस काम की
हजारों मंजिलें होंगी हजारों कारवाँ होंगेनिगाहें आपको ढूढेंगीन जाने आप कहाँ होंगे
विदाई की घड़ी है आई सबके आँखोंमें आँसू है लाई,आपकी पूरी हो हरअभिलाषा दुआ ये सबके जुबान परहै आई।
आपके लिए कुछ भी कर पाना मेरा हमेशा फ़र्ज़ रहेगा, मैं कितना भी कर लूँ आपके लिए मेरे गुरू जी आपका मेरे सर पर क़र्ज़ रहेगा।
आखिरी अलविदा कहते हैं हो सके तो स्वीकार कर लेना,जब भी मिले वक्त आपको तो हमें याद कर लेना.
कहां रोक सका है जाने वाले को कोई,जाने से तुम्हारे देखो हर आंख है रोई,नहीं था यहां और ना होगा कोई तुम-सा,तुम्हारे जाने से हमने एक रोशनी है खोई।
इच्छाओं के अनुरूप जीने के लिए तो जुनून चाहिए , वरना परिस्थितियां तो हमेशा विपरीत ही होती हैं !
उसे दरवाजे तक छोड़ने मैं जाता, अगर मेरी आँखों में आँसू न आता..
ये दौर ख़त्म हुआ तो क्या हुआ एक और नए खूबसूरत दौर की शुरुवात होगी, इसमें भी कुछ और बात थी उसमे भी कुछ और बात होगी।
आप जैसा बॉस देखा ही नहीं कहीं,आप जैसा व्यवहार किसी में भी नहीं,आपको विदा आज कर तो दें मगर,आप जैसा किरदार जहां में कहीं नहीं।
छोड़ने मैं नहीं जाता उसे दरवाज़े तकलौट आता हूँ कि अब कौन उसे जाता देखेशहज़ाद अहमद
चलो आज से फिर जिंदगी की नई शुरुआत करते हैंआप सब जूनियर बन कर आओ हम सब सीनियर बन आपकी रैगिंग लेते हैं
स्कूल एक परिवार होता है जहाँ हर रविवार होता है हर दिल में प्यार होता है पर आखरी दिन बेकार होता है
विदा होकर आज यहाँ से चले जाओगेपर उम्मीद है जहा भी जाओगेकामयाबी ही पाओगे !!
खुश था मैं , सर पर जो तेरा हाथ थामै बेहिसाब था, तेरे हाथों में जो हिसाब थाविदा तो कर दूंगा आज तुझकोलेकिन बहते आंसू ना रोक पाऊंगा।
विदा तो होना ही था आपको आज हो या कलपर जुदा कभी मत होना ये वादा करो अब।
उस गली ने ये सुन के सब्र कियाजाने वाले यहाँ के थे ही नहींजौन एलिया
अब जाने पर उदास क्या होना, अब बिछड़ने पर बदहवास क्या होना,यही तो दस्तूर है इस दुनिया का कि, एक बार मिलना और मिलकर जुदा होना।
बहुत याद आयेंगे ये कॉलेज के दिन, कैसे दिन गुजरेगी यारा तेरे बिन.
मिली-जुली खुशी-गम के भावनाओं के साथ,शुभकामना है आज विदाई के इस मौके में ये,कि हो तुम्हारे जीवन की शुभ शुरुआत.
आखिरी अलविदा कहते हैंहो सके तो स्वीकार कर लेनाजब भी मिले वक्त आपकोतो हमें याद कर लेना।
विदाई की घड़ी है आई सबकेआँखों में आँसू है लाई,आपकीपूरी हो हर अभिलाषा दुआ येसबके जुबान पर है आई.
मानो आप ही थे मेरा परिवार,और आप ही थे मेरे यार,नहीं कोई था सीनियर आप-सा,संभाला था आपने मुझे हर बार।
पंख फड़फड़ा ने से कुछ नही होता !!क्योंकि उड़ान हौंसले से होती है !!
अगर तलाश करूँ तो कोईमिल ही जाएगा मगर आपकेजैसा अब और कौन मिल पाएगा।Agar talash krun to koi milhi jayega magar apke jesaab aur kon mil payega.
आप थे तो, सफल हो गए आप थे तो,हवा सारे गम हो गए हम अकेले चले तो,बहुत खार थे आपके साथ राहों में गुल हो गए.
बहुत याद आएँगी ये बातेंकॉलेज में दोस्तों के साथ की मस्तीकैंटीन की प्यारी सी गप शपलड़कियों को कनखियों से देखनाऔर सबका साथ साथ मुस्करा देना
विस्तृत एवं अर्थहीन, इन दोनों ही में मेरी जिह्वा उदासीन रही।साक्षिप्त और दृढ़ (सारयुक्त)—वाक्पटुता के ये लक्षण हैं।
यादों की झड़ी सी है आंखों में छाईहो रही है आज आपकी विदाईहम करते है ईश्वर से प्रार्थनापूरी हो जीवन की हर कामना।
दिमाग को समझाऊं तो मन नहीं समझतादिल को समझाऊं तो आंखें रो पड़ती है।
जिंदगी जीने का सलीका आया है चार कदम चले साथ तेरे तो जीने का हौसला आया
विदा कर रहे है और देते है ये शुभकामना, जीवन में ढेर सारे पैसे कमाना, फिर मुझसे जरूर मिलने आना, और बढियाँ सी पार्टी दे जाना.,
याद बहुत आयेंगे ये कॉलेज के दिन, कैसे ये दिन गुजरेगी यारा अब तेरे बिन ।।
वक्त से लड़कर जो नसीब बदल दे , इंसान वही जो अपनी तकदीर बदल दे , कल क्या होगा कभी मत सोचो , क्या पता कल वक्त खुद अपनी तस्वीर बदल ले !!
यादों की झड़ी सी है आँखों में छाई हो रही आज आपकीविदाई हम करते हैं ईश्वर से प्रार्थना पुरी हो जीवन की हर कामना।।
ज़िन्दगी गुज़री नहीं जी है इस कॉलेज में, ज़िन्दगी बर्बाद नहीं आबाद की है इस कॉलेज में।
यदि आप इतने हिम्मत वाले है कि अलविदा कह सकें,तो आपका जीवन आपको एक नया हाय अवश्य कहेगी.
अपने फेयरवेल स्पीच को समाप्त करने पहले आप उन सभी व्यक्तियों को Best Wishes दें जो वहाँ पर सम्मिलित हुए है।
आप सभी सीनियर हमारे बड़े भाई की तरह है, सतायें भी है, रुलाये भी है, पर दुनिया से लड़ने की हिम्मत बढाये भी है.
साथ गुजरे जो पल भुला न देना,साथ गुजरे जो पल भुला न देना,रुकना मत तुम तब तकजब तक कुछ बनकर ज़माने को दिखा देना
कोर पलकों की भीगी, तुम्हारे लिएहो सोहबत सभी की, तुम्हारे लिएआपकी शोहरते, इत्र बनकर उड़ेहर खुशी को जमीं की, तुम्हारे लिए।
अगर तलाश करूँ तो कोई मिल ही जाएगा मगर आपके जैसा अब और कौन मिल पाएगा।
मुझे किस्मत पर नहीं विश्वास पर अपने आप पर है,अरे हाथो की लकीरो पर नहीं भरोसा, मुझे तो अपने हाथ पर है..!!
दिमाग को समझाऊं तो मन नहीं समझता दिल को समझाऊं तो आंखें रो पड़ती है।
बेफिक्र था मैं, सर पर जो आपका हाथ थालाजबाब था मैं, आपके हाथों में जो हिसाब थाविदा तो कर दूंगा आज आपकोलेकिन बहते आंसू ना रोक पाऊंगा।
सब के होते हुए भी तन्हाई मिलती हैयादों मुझे भी गम की परछाई मिलती हैजितनी भी दुआ है करते हैं किसी को पाने कीउतनी ही ज्यादा जुदाई मिलती है।
न जाने कैसे सब थम सा गया हैये लम्हा, ये मुलाकात, ये जज्बात,जैसे कोई साजिश होने को हैमनो कोई अपना खोने को है
अपनी सांसो में आबाद रखना मुझे !!मैं रहूं ना रहूं याद रखना मुझे !!
विदा कर रहे है और देते है येशुभकामना,जीवन में ढेर सारे पैसेकमाना,फिर मुझसे जरूर मिलनेआना और बढियाँ सी पार्टी दे जाना.
उसे जाने की जल्दी थी सो मैं आँखों ही आँखों में !!जहाँ तक छोड़ सकता था वहाँ तक छोड़ आया हूँ !!
अब की बार हम बिछडे तो शायद ख्वाबोंमें मिले जैसे सूखे हुए फूल किताबों में मिले!!!
जीवन में संघर्ष आए तो घबराना नहीं क्योंकि ये जिंदगी भी उसी के साथ खेलती हैं मेरे दोस्त जो खिलाड़ी लाजवाब होता है ।
बहुत याद आएँगी ये बातेंकिसी का मुसीबत में पड़ते हीसब दोस्तों का एक साथ खड़े होनाऔर अड़ जाना और सबका मुसीबत से लड़ जाना
बहुत कुछ सिखाया आपने,इस काबिल बनाया आपने,एहसान लफ्ज़ों में कैसे बयां करूखुशियाँ ही खुशियाँ लुटाया आपने.
आज वो दिन है जब हम सब के दिल भर जाएंगे, पर बस इतना कहूंगा की आप जहाँ भी जाएंगे बहुत याद आएँगे।
बिना बताए ही सही, लेकिन तुम चले तो गए हो तबसे ये जाना कि दर्द को संभलके नहीं बल्कि सजा के रखना मुमकिन है।
अगर तलाश करूँ तो कोई मिल जाएगा, पर आप की तरह हमें कौन चाहेगा.
विदा होकर आज यहाँ से चले जाओगे,पर आशा है यही की जहाँ भी जाओगे खुशीयाँ ही पाओगे…
जब विदाई की घड़ी आती हैदिल की मुश्किलें बढ़ जाती हैआप हमारे दिल के पास रहेंगे,हम आपको हमेशा याद रहेंगे।
तेजस्वी और क्षमाशील व्यक्ति से कभी भी अतिकठोर आचरण नहीं करना चाहियें।अति घर्षण से चन्दन की लकडी में भी अग्नि उत्पन्न होती हैं।
हर कार्रवाई के लिए, एक जवाबी कार्रवाई होनी चाहिए। हर प्रहार के लिए एक प्रति-प्रहार और उसी तर्क से,हर चुंबन के लिए एक जवाबी चुंबन।
बुढ़ापा और मृत्यु ये दोनों भेड़ियों के समान हैंजो बलवान, दुर्बल, छोटे और बड़े सभी प्राणियों को खा जाते हैं ।
साथ-साथ जाते थे स्कूल लेकिन आज हम जुदाहो जायेंगेरखना ख्याल अपना दोस्तों क्योंकिआज हमविदा होजायेंगे।
जमाने का ये दस्तूर है पुराना, होता है यहां सबका आना जाना, आप जहा भी रहो ऐसी छाप छोड़ जाना, की हर कोई गुनगुनाता रहे बस आपका ही तराना