Mom Shayari In Hindi : सीधा साधा भोला भाला में ही सबसे अच्छा हूँ,कितना भी हो जाऊ बड़ा माँ में आज भी तेरा छोटा बच्चा हूँ। भीड़ में भी सीने से लगा के दूध पिला देती है,बच्चा अगर भूखा हो तो माँ शर्म को भुला देती है।
हजार बार पूजा पाठ कर लो,लेकिन माँ जैसी शख्सियत कभी नहीं मिलेगी।लेकिन एक बार जो माँ की पूजा कर लोगे,तो भगवान जरूर मिल जाएंगे।
मौत के लिए बहुत रास्ते है पर,जन्म लेने के लिए केवल माँ है..!!
मां की दुआ कभी खाली नहीं होती,मां की बद्दुआ कभी टाली नहीं जाती।
मां तेरे एहसास की खुशबू हमेशा ताजा रहती है,तेरी रहमत की बारिश से मुरादें भीग जाती है।
लबों पे उसके कभी बददुआ नहीं होती, बस एक माँ है जो मुझसे खफा नहीं होती। Happy Mother’s Day
नहीं समझ पाटा इस दिखावे से क्या मिल जाता है,वो हाथ पर माँ खुदवाकर वृद्धाश्रम मिलने जाता है.
रोटी वो आधी खाती है बच्चो को पूरी देती है मेरी हो या तुम्हारी दोस्तों माँ सबकी माँ ही होती है
एक हस्ती है जो जान है मेरी ,जो जान से भी बढ़कर शान है मेरीरब हुक्म दे तो कर दूँ सजदा उसे ,क्योंकि वो कोई और नहीं माँ है मेरी👩👧❤👩👧
आपकी माँ पहली व्यक्ति हैं जो आपकी दोस्त बनीं और हमेशा सबसे अच्छी दोस्त रहेंगी।
जब जिंदगी से कभी थक हार जाओ,तो माँ की गोद में सर रखकर सो जाना,अगले ही पल तुम्हें हिम्मत महसूस होगी।Love you MAA😚😘
उसके रहते जीवन में कभी कोई गम नहीं होता, दुनिया साथ दे या ना दे पर माँ का प्यार कभी कम नहीं होता.
ये ऐसा क़र्ज़ है जो मैं अदा कर ही नहीं सकता,मैं जब तक घर न लौटूं, मेरी माँ सज़दे में रहती है।
तेरे ही आंचल में निकला बचपन!!तुझसे ही तो जुड़ी हर धड़कन!!कहने को तो माँ सब कहते!!पर मेरे लिए तो है तू भगवान!!
एक महान मातृ दिवस माँ है! ऐसी सुपर मॉम होने के लिए धन्यवाद, आप वास्तव में हमारे परिवार को एक साथ रखती हैं। हम तुमसे प्यार करते हैं!
राहे मुश्किल थी रोकने की कोशिश बहुत की, लेकिन रोक न पाए क्योंकि मैं घर से मां के पैर छू निकला था।
सारा जहां है जिसकी शरण में,नमन है उस मां के चरण में,हम हैं उस मां के चरणों की धूल,आओ मिलकर चढ़ाए मां को श्रद्धा के फूल।
फर्क नहीं पड़ता कि दुनिया क्या कहती है,मैं अच्छा हूँ बहुत मेरी माँ कहती है।
पूरी 😇कायनात पलट🙁 सकती है🤩मां की 🤰दुआओं में ऐसी 🤩ताकत होती है🔥🔥🔥
चलती फिरती आंखों से अजान देखी है,मैंने जन्नत तो नहीं देखी, लेकिन माँ देखी है।
प्रेम से जो देती है वो बहन है,लड़ झगड़ के जो देता है।वो भाई है पूछ कर जो देता है वो पिता है,बिना मांगे जो सब कुछ दे दे वो माँ है।
मेरी तक़दीर में कभी कोई गम नहीं होता,अगर तक़दीर लिखने का हक़ मेरी माँ का होता।
तेरे क़दमों में ये सारा जहान होगा एक दिन, माँ के होठों पे तबस्सुम को सजाने वाले।
कुछ लोग कहते है जन्नत से खूबसूरत कुछ भी नहीं शायद उन्होंने कभी अपनी माँ को खुल के मुस्कुराते हुए नहीं देखा होगा
सूना-सूना सा मुझे ये घर लगता है, माँ जब नहीं होती तो बहुत डर लगता है।
माँ की दुआएँ ज़िन्दगी बना देंगी,खुद रोएगी पर तुम्हें हंसा देगी।कभी ना रुलाना अपनी माँ को,ये गलती पूरा अर्श हिला देगी।
डियर मॉम, मैं जो कुछ भी हूं, मैं आपका एहसानमंद हूं। मुझे हर दिन प्रेरित करने और मेरा सबसे अच्छा दोस्त बनने के लिए धन्यवाद!
तेरे ही आँचल में निकला बचपन,तुझ से ही तो जुड़ी हर धड़कन,कहने को तो माँ सब कहतेपर मेरे लिए तो है तू भगवन।
माँ को नाराज करना इन्सान तेरी भूल है, माँ के क़दमों की मिटटी जन्नत की धूल है।
तुम्हें जन्म देते वक्तजो खुद कट गई,उसे तुम बड़े होकर पूछते हो की …“माँ तूने मेरे लिए किया ही क्या है”
ए मुसीबत जरा सोच के आ मेरे करीब,कही मेरी माँ की दुआ तेरे लिए मुसीबत ना बन जाये।
कभी यह मत कहना कि,दुनिया में कोई तुम्हें प्यार नहीं करताआज भी तुम जब तक घर ना पहुंचोतो “माँ” की आंखें दरवाजे पर ही होती है।Love you maa ❤️😘
बहुत ऊपर चढ़ गया मैं मंजिलों पर, पर कुछ न आया माँ ने प्यार से उठाया, फिर आया आसमान.!!!
तेरी डिब्बे की वो दो रोटियां कहीं बिकती नहीं माँ,महंगे होटलों में आज भी भूख मिटती नहीं माँ।
माँ मैं तुझको खोना नहीं चाहती,तुझे देख रोना नहीं चाहती,तुझ से जुड़ गया है दिल मेरा,तुझे छोड़ कुछ पाना नही चाहती।
राहे मुश्किल थी रोकने की कोशिश बहुत की,लेकिन रोक न पाए क्योंकि मैं घर से मां के पैर छू निकला था।
गिनं लेती है दिन बगैर मेरे गुजारे हैं कितने,भला कैसे कह दूं कि माँ अनपढ़ है मेरी।
तेरे डिब्बे की वो दो रोटियां!!कहीं बिकती नहीं!!माँ महंगे होटलों में आज भी!!भूख मिटती नहीं!!
माँ की गोद जितनी कोमल कोई मखमली नहीं!!उसकी मुस्कान जैसा प्यारा कोई गुलाब नहीं!!कोई पथ इतना फूलदार नहीं जितना कि!!उसके कदमों में अंकित हो!!
तेरे क़दमों में ये सारा जहां होगा एक दिन,माँ के होठों पे तबस्सुम को सजाने वाले।
इस जीवन में सबसेबड़ा मां का ही प्यार हैवही मंदिर वही पूजाऔर वही सारा संसार है..
किसी भी मुश्किल का अब किसी को हल नहीं मिलताशायद अब घर से कोई मां के पैर छूकर नहीं निकलता👩👧❤👩👧
मां की दुआ को क्या नाम दूं,उसका हाथ हो सर पर तो मुकद्दर जाग उठता है।
मुझे बस इस लिए अच्छी बहार लगती है,कि ये भी माँ की तरह ख़ुशगवार लगती है।
दम तोड़ देती है माँ – बाप की ममता जब बच्चे कहते हैं की तुमने किया हमारे लिए।
दास्तान मेरे लाड-प्यार की,एक हस्ती के इर्द-गिर्द घूमती है,प्यार जन्नत से इसलिए है मुझे,क्योंकि ये भी मेरी मां के कदम चूमती है।
नौकरी मिल गयी न तो सबसे पहलेअपंनी माँ के कानो के लिए झूमके लूंगा !!
नहीं हो सकता कभी तेरा ऊंचा, किसी भी माँ से ए खुदातू जिसे आदमी बनाता है, वो उसे इंसान बनती है।
मुसीबतों ने मुझे काले बादल की तरह घेर लिया, जब कोई राह नजर नहीं आई तो मां याद आई।
मैंने कल शब चाहतों की सब किताबें फाड़ दीं, सिर्फ़ इक काग़ज़ पे लिक्खा लफ़्ज़—ए—माँ रहने दिया।
दुःख तो हुआ था जब बोली तुझ जैसे बहुत मिलेंगे,पर जब माँ ने कहा “तेरा जैसा बेटा सबको मिले”सारी खुशियाँ मिल गयी।
माँ खुद भूखी होती है, मुझे खिलाती है, खुद दुःखी होती है, मुझे चेन की नींद सुलाती है।
मेरी ख्वाहिश है की मैं फिर से फरिश्ता हो जाऊँ, माँ से इस तरह लिपटूँ की बच्चा हो जाऊँ
“हर इन्सान की जिंदगी में वह सबसे खास होती है,दूर होते हुए भी वो दिल के पास होती है,जिसके सामने मौत भी अपना सिर झुका दे,वह और कोई नहीं बस माँ होती है।
भूल जाता हूँ ग़म सारे,जो ज़िन्दगी मुझे देती हैमाँ अपनी गोद में जब मेरा सर रख लेती है
न तेरे हिस्से आयी न मेरे हिस्से आयी, माँ जिसके जीवन में आयी उसने जन्नत पायी।
किसी भी मुश्किल का अब किसी को हल नहीं मिलता शायद अब घर से कोई माँ के पैर छूकर नहीं निकलता।
मांगने पर जहाँ पूरी हर मन्नत होती हैमाँ के पैरों में ही तो वो जन्नत होती है
माँ पहले आँसू आते थे, तो तुम याद आती थी, आज तूम याद आती हो, और आँसू निकल जाते हैं
मैंने कल सब चाहतों की सब किताबें फाड़ दी,सिर्फ एक कागज पर लफ्ज-ए-माँ रहने दिया।
माँ पहले आँसू आते थे तो तुम याद आती थीआज तुम याद आती हो और आँसू निकल आते है
चलती फिरती आँखों से अजां देखी है,मैंने जन्नत तो नहीं देखी,लेकिन माँ देखी है।
माँ बिना जिंदगी वीरान होती हैतनहा सफर में हर राह सुनसान होती हैज़िंदगी में माँ का होना ज़रूरी हैमाँ की दुआओं से ही हर मुश्किल आसान होती है
वो दिन भर सबके लिए दौड़ती खटती है जब से हुआ बीमार मेरे हिस्से का दर्द धोने लगी
फर्क नहीं पड़ता वह कितनी पड़ी लिखी है मेरी माँ है जो मेरे लिए सबसे बड़ी है
उसने मुझे एक थप्पड़ मारा और खुद रोने लगी सबको खिलाया और खुद बिना खाए सोने लगी
हमे नही पता की जन्नत का रुख किस और है, मगर हाँ मेरी माँ की मुस्कुराहट जन्नत की खूबसूरती बयां करती है।
दूसरों की गोदी में जाता हूँ रो अन्जान हो जाता हूँमाँ नहीं होती है तब अपने ही घर में मेहमान होजाता हूँ।
तन्हाईं में अँधेरी फ़िज़ाओं से डर लगता है मेरी माँ जब घर में होती है तब जाके वो मकान घर लगता है।
दुनिया में हर रिश्ते का व्यापार होता है।मुफ्त में तो सिर्फ माँ का प्यार ही मिलता है।
जन्नत का हर लम्हा, दीदार किया था, गोद मे उठाकर जब माँ ने प्यार किया था.
इस दुनिया में मां जैसा मुझेकोई और ना नजर आएमां की दुआओ का असर खुदा तक जाए..!
माँ तेरे दूध का क़र्ज़ मुझसे अदा क्या होगातू है नाराज़ तो खुश मुझसे खुदा क्या होगा