Mom Shayari In Hindi : सीधा साधा भोला भाला में ही सबसे अच्छा हूँ,कितना भी हो जाऊ बड़ा माँ में आज भी तेरा छोटा बच्चा हूँ। भीड़ में भी सीने से लगा के दूध पिला देती है,बच्चा अगर भूखा हो तो माँ शर्म को भुला देती है।
जिस एक लफ्ज़ से है मेरी दुनिया सारी,मुझे मेरा वो जहाँ फिर लौटा दे,चाहे तो मेरी जिंदगी लेले ऐ खुदा,बस मुझे मेरी प्यारी माँ लौटा दे।
कौन कहता कि बचपन वापस नही आता, दो घड़ी माँ के पास तो बैठ कर देखो बच्चा ना महसूस करो..फिर कहना। Happy Mother’s Day
तेरे बिना सब फीका सा लगता है माँ.तेरे गोद में ही सोने का दिल करता है माँ
माँ की अजमत से अच्छा जाम क्या होगा,माँ की खिदमत से अच्छा काम क्या होगा,खुदा ने रख दी हो जिस के कदमो में जन्नत,सोचो उसके सर का मुकाम क्या होगा।
माँग लूँ यह दुआ कि फिर यही जहाँ मिले, फिर वही गोद मिले फिर वही माँ मिले।
माँ तो माँ होती है उन्हें पता चल ही जाता है के आँखे रोने से लाल है या सोने से।
भगवान् सभी जगह नहीं हो सकते, इसलिए उसने माएं बनायीं। Happy Mother’s Day
जिसके होने से मैं खुद को मुक्कम्मल मानता हूँ,में खुदा से पहले मेरी माँ को जानता हूँ।
कंक्लुजन: पूरी उम्मीद है कि आप लोगों को यह है, Maa Shayari In Hindi के ऊपर दिए गए शायरियां स्टेटस जरूर पसंद आए होंगे।
मंजिल दूर और सफर बहुत है छोटी सी जिंदगी की फ़िक़र बहुत है मार डालती ये दुनिया कब की हमें लेकिन माँ की दुआओँ में आसार बहुत है।
सीधा साधा भोला भाला में ही सबसे अच्छा हूँ,कितना भी हो जाऊ बड़ा माँ में आज भी तेरा छोटा बच्चा हूँ।
तेरे ही आँचल में निकला बचपन,तुझ से ही तो जुड़ी हर धड़कन,कहने को तो माँ सब कहते है,पर मेरे लिए तो है तू भगवान्।
मां कहती नहीं लेकिन सब कुछ समझती है,दिल की और जुबां की दोनों भाषा समझती है।
वक्त बदला लोग बदले जो नहीं बदला, वो थी सिर्फ मेरी माँ !! Love you Maa 😘💚
कठिन राहों पर भी आसान सफ़र लगता है, माँ की दुआओं का असर लगता है, कुछ देर तो हुआ माँ को तबीश नींद न आई…
Mother याने कि माँ!!इस में से अगर M निकाल दे!!तो सिर्फ other रह जाता है!!उसी तरह रिश्तो में भी!!एक माँ के सिवा!!सारे रिश्ते other ही होते हैं!!
दुनिया की बेस्ट माँ तो हर बेटे के पास होती है। लेकिन पता नहीं दुनिया की बेस्ट बीवी पड़ोसी के पास ही क्यों होती है। “मदर डे” की शुभकामनाएं
जब तक रहा हूं धूप में चादर बना रहा मैं अपनी मां का आखिरी ज़ेवर बना रहा
हर झुला झूल के देखा पर,माँ के हाथ जैसा जादू कही नही देखा।
हम खुशियों में मां को भले ही भूल जाए, जब मुसीबत आ जाए तो याद आती है मां।
हजारो फूल चाहिएएक माला बनाने के लिएहजारों दिए चाहिएएक आरती सजाने के लिएलेकिन बच्चों की जिंदगी कोसंवारने के लिए एक “माँ” ही काफी है।
माँ से रिश्ता ऐसा बनाया जाए,जिसको निगहों में बिठाया जाए,रहे उसका मेरा रिश्ता कुछ ऐसे कि,वो अगर उदास हो तो हमसे श्री मुस्कुराया ना जाऐ।
दुआएँ माँ की पहुँचाने को मीलों मील जाती हैं, कि जब परदेस जाने के लिए बेटा निकलता है।
“किसी को घर मिला हिस्से में या कोई दुकान आई ,मैं घर में सबसे छोटा था मेरे हिस्से में माँ आई..”
ए इंसान तू उसे कभी दुख मत देनाजिसकी वजह सेआज तेरा अस्तित्व खड़ा हैऔर वो सिर्फ तेरी माँ है
इस दुनिया में जितने रिश्ते, सारे झूठे बेहरूप,एक माँ का रिश्ता सबसे अच्छा, माँ है रब का रूप।
उसको जब भी देखता हूँ मेरी मन्नत पूरी हो जाती हैउसमे, उससे, उसपर, ही मेरी दुनिया पूरी हो जाती है।
हजारो गम हो फिर भी में ख़ुशी से फुल जाता हूँ, जब हस्ती है मेरी माँ, मैं सारे गम भूल जाता हूँ.
तेरे क़दमो मे ये सारा जहां होगा एक दिनमाँ के होठो पे तबस्सुम को सजाने वाले !
हजारों गम हों फिर भी मैं ख़ुशी से फूल जाता हूँ, जब हंसती है मेरी माँ मैं हर गम भूल जाता हूँ |
रूह के रिश्तो की यह गहराइयां तो देखिए,चोट लगती है हमें और दर्द मां को होता है।
ऊपर जिसका अंत नहीं उसे आसमा कहते है निचे जिसका अंत नहीं उसे माँ कहते हैं
मेरे लिए मेरी माँ सबसे बड़ी है, माँ जीवन के हर पल मेरे साथ खड़ी है।
जख्म हजारो होंगे तो भी चलेंगे बसमेरी माँ का हाथ सर पर चाहिए !!
सर पर जो हाथ फेरे तो हिम्मत मिल जाएमाँ एक बार मुस्कुरा दे तो जन्नत मिल जाए
ऐ अँधेरे, देख ले मुँह तेरा काला हो गया,माँ ने आँखें खोल दी घर में उजाला हो गया।
माँ से जीवन अच्छा है, माँ के बिन सब कच्चा है, मै बड़ा कितना भी हूँ, पर माँ के लिए तो बच्चा हूँ।
एक नहीं सौ जनम उस पर कुर्बान हैं,वो सिर्फ मेरी माँ ही नहीं, मेरी भगवान् है।
ज़रा सी बात है लेकिन हवा को कौन समझाएदीए से मेरी माँ मेरे लिए काजल बनाती है
किताबों से निकल कर तितलियाँ ग़ज़लें सुनाती हैं,टिफ़िन रखती है मेरी माँ तो बस्ता मुस्कुराता है।
यूं तो मैंने बुलंदियों के हर निशान को छुआ है,जब माँ ने गोद में उठाया तो आसमान को छुआ है।
प्यार को निराकार से साकार होने का मन हुआ, तो इस धरती पर माँ का सृजन हुआ।”
मैं रात भर जन्नत की सैर करता रहा यारों सुबह आँख खुली तो सर माँ के कदमों में था
चलती फिरती आंखों से अजां देखी है,मैंने जन्नत तो नहीं देखी लेकिन मां देखी है।
शहर में आ कर पढ़ने वाले ये भूल गए,किस की माँ ने कितना ज़ेवर बेचा था।
माँ-बाप का दिल जीत लो कामयाब हो जाओगे,वरना सारी दुनिया जीत कर भी,सब कुछ हार जाओगे।
मंजिल दूर और सफर बहुत है,छोटी सी जिंदगी की फिकर बहुत है,मार डालती ये दुनिया कब की हमें,लेकिन “माँ” की दुआओं में असर बहुत है।
उसके आँचल में मुझे बहुत सुकून मिलता है, जिंदगी खुशनुमा लगती है जीने का जुनून मिलता है।
मेरे चेहरे पे ममता की फ़रावानी चमकती है,मैं बूढ़ा हो रहा हूँ फिर भी पेशानी चमकती है।
माँ जैसी होनाऔर माँ होनाइसमें जमीन आसमान का फर्क है
👩👧👦 किसी को घर मिला किसी के हिस्से दुकान आईमैं घर में सब से छोटा था मेरे हिस्से में माँ आई | 🤱
वो🙁 जमीं मेरी वो☁️ ही आसमान,😇वो खुदा 🙏मेरा वो ही👼 भगवान्,💥💥💥क्यों 🙁मैं जाऊं😌 उसे कहीं छोड़,😞माँ 🤰के क़दमों में 🙏सारा जहां हैं😇😇😇
दुनिया के सभी रिश्तो ने मिलकरमुझे एक बात सिखाई.माँ से बड़ा इस दुनिया में और कोई नहीं भाई।
ऊपर जिसका अंत नहीं उसे आसमां कहते हैंजहाँ में जिसका अंत नहीं उसे माँ कहते हैं
मैंने कल सब चाहतों की सब किताबें फाड़ दी, सिर्फ एक कागज़ पर लफ्ज-ए-माँ रहने दिया
माँ जो भी बनाये!!उसे बिना नखरे किये खा लिया करो!!क्योकि दुनिया में ऐसे लोग भी है!!जिनके पास या तो खाना नहीं होता या माँ नहीं होती!!
हर इंसान के जिन्दगी में वह सबसे खास होती है दूर होते हुए भी वह दिल के पास होती है जिसके सामने मौत भी अपना सिर झुका दे वह और कोई नहीं बस मां होती है।
स्याही😧 ख़तम हो गई 🤰माँ” लिखते लिखते😞🙁उसके प्यार के💖 दासता इतनी😀 लम्बी थी 💥💥💥
मुझे मोहब्बत है अपने हाथ की सब उंगलियों से,न जाने किस उंगली को पकड़कर मां ने चलना सिखाया होगा।
माँ तेरे दूध का हक मुझसे अदा क्या होगा,तू नाराज है तो खुश मुझसे खुदा क्या होगा।
मां वो सितारा है जिसकी गोद में जाने के लिए हर कोई तरसता है,जो मां को नहीं पूछते वो जिंदगी भर जन्नत को तरसता है।
बहुत देखे हैं हमने इश्क में जान लुटाने वाले,भाई, कोई उस माँ से भी जाकर के पूछेकितनी शिद्दत से पाला है,रातों में उठ उठकर।
रात भर मैंने ख्वाबों में जन्नत की सैर कीजब सुबह उठा तो मेरा सर माँ की गोद में था
सोया रहता हूँ मैं जब मैं माँ के पैरों में,खोया रहता उस पल मैं जन्नत की सैरों में।
अपनी ख्वाहिशों का क़त्ल करवो हमेशा हमारे सपनों के लिए जीती थीं,बस कुछ इसी तरहहमारी माँ की जिन्दगी बीती थी।
हर रिश्ते में मिलावट देखी कच्चे रंगों की सजावट देखी लेकिन सालों साल देखा है मां को उसके चेहरे पर ना कभी थकावट देखी ना ममता में कभी मिलावट देखी
माँ मैं तुझको खोना नहीं चाहती,तुझे देख रोना नहीं चाहती,तुझ से जुड़ गया है दिल मेरा,तुझे छोड़ कुछ पाना नही चाहती।
एक माँ अपने 10 बच्चो की देख भल कर सकती है लेकिन कभी कभी 10 बच्चे एक माँ की देख भल नहीं करते है।
जो खुद रुलाएं फिर मनाएं वो है पापाऔर जो रुलाके खुद रोने लग जाए वो माँ
कोई कितना भीअच्छा क्यों ना हो परमाँ की जगहकोई नही ले सकता!!
मुझे माफ़ कर मेरे या खुदा झुक कर करू तेरा सजदा, तुझसे भी पहले माँ मेरे लिए ना कर कभी मुझे माँ से जुदा!
मै निकला था एक बंजर से रास्ते की और सुकून की तलाश में, अदब की बात है कि सुकून मिला मुझे मेरी मां की ही गोद में।