Misunderstanding Shayari In Hindi : ज़रा से गलतफहमी पर न छोड़ो किसी अपने का दामनक्योंकि जिंदगी बीत जाती है किसी को अपना बनाने में वो किसी की याद कर मुस्कुराया था उधरमैं नादान ये समझा कि वो मेरा हुआ
अपनी 💪 औकात अपनी 👖जेब मे रख 😠 साले !!तेरे जैसे कितनो को 🙍 हमने ऐसे ही मार 😎डाला !!
ज़रा सी गलतफहमी पर ना छोड़ो किसी अपने का दामन, क्यूंकि ज़िन्दगी बीत जाती है किसी को अपना बनाने में!
“समझ करने के लिए सबसे बड़ी कुशलता है कि हम अपने हाथ खोल सकें और दूसरों के दिल को खोल सकें।” – रामकृष्ण मिश्र
“ पलट दूँगा सारी दुनिया मैंऐ खुदा,बस रजाई सेनिकलने की ताकत दे दे…..!!
खटखटाते रहिए दरवाजा एक दूसरे के मन कामुलाकातें न सही आहटें आती रहनी चाहिए
हर गलती पर बारीकी से काम करनेवालों को ही सफलता मिलती है
गले पड़ रहा हूँ मैं तेरे, इस ग़लतफहमी में मत रहना मैं मना रहा हूँ तुझे क्योंकि मैं तुझ से मोहब्बत करता हूँ।
रिश्तों को डोर तब कमजोर पड जाती हैजब इन्सान ग़लतफ़हमी में पैदा होने वालेसवालों का जवाब खुद ही ढूँढ लेता है✍️☘️☘️✍️
रिश्ते टूट जाते हैं एक छोटी सी गलती से अपनेचाहने वालों का ख्याल करें, सवाल न करें।
“ शादी करने वाले क्योंफटे में पैर फँसाया,बाजार में दूध क्या कामथाजो भैंस खरीद के लाया….!!
रिश्तो की डोर कमजोर तब होती है, जब इंसान गलत फहमी मे पैदा होने, वाले सवालों का जवाब भी खुद ही बना लेता है.
गलतफहमियों में खो गया वो रिश्ता,वरना वादे तो अगले जन्म के भी थे
हो सकता है हमने आपको कभी रुला दिया,आपने तो दुनिया के कहने पे हमें भुला दिया,हम तो वैसे भी अकेले थे इस दुनिया में,क्या हुआ अगर आपने एहसास दिला दिया.
ग़लतफहमी एक नासमझी है जो रिश्ते निभाने वालों की समझ को ख़त्म कर उन्हें नासमझ बना देती है।
न वो मिलता है न मैं रूकती हूँपता नहीं रास्ता गलत है या मंजिल
रिश्तों की नीव तब टूट जाती है जब उन पर गलत फ़हमियों का बोझ बढ़ जाता है।
हम थोड़ी सी 👟Style क्या मारे दुश्मनों की 👁️आँखे !!बड़ी हो गयी अभी तो Entry मारी हैं !!आगे-आगे Dekho👁️ होता हैं क्या !!
जर तुम्ही वेळेत गैरसमज दूर केला नाही तर तो तुम्हाला तुमच्या जवळच्या व्यक्तींपासून खूप दूर घेऊन जातो.
“ पी लेंगे तुम्हारा हर एक आंसू,कभी अपनी महफ़िल में बैठाकर तो देखो,भाभी कहोगे तुम अपनी गर्लफ्रेंड को,कभी हमसे मिलाकर तो देखो…!!
गलतफहमी तो दूर हो गई पर रिश्तो में एक लकीर-सी बन गई .
नाखून बढ़ने पर नाखून काटे जाते हैं उंगलियां नहींइसी तरह रिश्ते में दरार आने पर दरार मिटाएं रिश्ते नहीं
दूसरों की गलतियों पर ऊँगली उठाने वाले काश आईने में देख एक बार और ऊँगली उठा लें।
रिश्ते और पतंग जितनी उँचाई पर होते हैंकाटने वालो की संख्या उतनी अधिक होती है.✍️☘️☘️✍️
आज कल तुम्हे वक़्त नहीं दे पारा,मुझे गलत मत समझना,मेरा दिल तुम्हारे पास है,थोड़ा वक्त उसके साथ ही गुजारना !
डर एक गलतफहमी हैइसे वक्त रहते सुलझा लेनी चाहिएवरना जिंदगी उलझ जाती है
ग़लतफहमी एक नासमझी है जो रिश्ते निभाने वालों की समझ को ख़त्म कर उन्हें ना समझ बना देती है।
रिश्ते भी इमारत की ही तरह होते हैं,हल्की – फुल्की दरारें नज़र आएं तो,ढ़हाइये नहीं मरम्मत कीजिए✍️☘️☘️✍️
काश हम उस पल थोड़ा ठहर जाते गलतफहमी का पर्दा हटा के सच्चाई में थोड़ा झाक लेते तो शायद शायद आज हम साथ होते।
दोस्ती में गलतफहमी हमें खुले और ईमानदार संचार के महत्व और सच्ची समझ के मूल्य की याद दिलाती है।
“समझ करने का सबसे बड़ा समय होता है जब हम सुनने के लिए खोज रहे हैं।” – सुभद्रा अक्किल
“ कभी-कभी समझ नहीं आता,कि मुझमे ही इतनी बुराई है या दुनियावालों को हीआदत है बुराई देखने की…..!!
“ आज तुम पे आँसुओं की बरसात होगी,फिर वही कडकती काली रात होगी,एस.एम.एस. न करके तूने जो दिल दुखाया मेरा,जा तेरे बदन में खुजली सारी रात होगी….!!
अगर कोई आपकी उम्मीद से जीता है,तो आप भी उसके यकीन पर खरा उतरिये,क्योकि इंसान उसी से उम्मीद रखता हैजिसको वो अपने सबसे करीब मानता है✍️☘️☘️✍️
आज मैंने खुद से एक वादा किया है, माफ़ी मांगूंगा तुझसे तुझे रुसवा किया है, हर मोड़ पर रहूँगा मैं तेरे साथ साथ,अनजाने में मैंने तुझको बहुत दर्द दिया है.
रिश्ते वहां ख़त्म हो जाते हैं जहाँ गलतफहमियां शुरू हो जाती है।
ये मुझे कोई गलतफेहमी हो रही है या सच में तूने मुझे प्यार करना छोड़ दिया है।
दोनों के बीच गलतफहमी किसी और की वजह से नहीं थीगलतफहमी से दोनों के बीच किसी और की जगह बन गयी।
प्यार का मतलब अपने साथी पर विशवास करना है, गलतफहमियों पर नहीं।
“ रिश्ते में गलतियां फिर भी माफ़ हो जाती हैपर गलत फहमियाँ कभी माफ़ नहीं होती….!!
छोटा सा साया था, आँखों में आया था…..हमने दो बूंदों से मन भर लिया…
रिश्तों में ईमानदारी , अपनापन औरभरोषा रखिये जो रिश्तों को मजबूत बनाते है✍️✍️✍️✍️
पानी और रिश्ते एक समान ही हैंदोनों का ना रंग है ना को रूप हैफिर भी जीने के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं…✍️✍️✍️✍️
रिश्ते वहां ख़त्म हो जाते हैं जहाँ गलतफहमियां शुरू हो जाती है।
मुझ में क्या है जो मुझे 🙇याद करेगा !!कोई⚡️अच्छे अच्छों को यहां लोग 🙂भूल जाते हैं !!
इल्जाम तो बहुत है , गलतफहमियों के,सर पर हमारे, ये गलतफहमियाॅ भी अजीब है,फौरन दीवारें बना देती हैं, करीबी रिश्तों में।
ग़लतफहमी एक नासमझी है जो रिश्ते निभाने वालोंकी समझ को ख़त्म कर उन्हें नासमझ बना देती है।
गलतियों का उम्र से लेना देना नहीं होता,हर उम्र का व्यक्ति किसी न किस की नज़रों में गलत है।
पैसे का तो 😅 पता ❌ नहीं 😇 Pagli पर कुछ 🏢 जगह !!पर 😎 नाम ऐसा 😏 कमाया है !!Ke वहाँ 💱 Paisa ❌ नहीं मेरा 😎 नाम चलता 😏 है !!
लोग मुझे इतना बुरा समझते हैं कि वे मेरे बारे में मेरी शिकायत को भी नहीं समझते हैं!
घमंड और गलत फहमियां रिश्तों में नहीं आनी चाहिए क्यूंकि गलत फहमियां आपको रिश्तों से दूर कर देती हैं और फिर घमंड आपको नज़दीक आने नहीं देता।
करीब आओ तो शायद समझ आयेकि फासले तो ग़लतफ़हमी बढ़ाते हैं
गलतफहमी बहुत थी की अपने बहुत हैंआज मुड़ के देखा तो साया ही हमसफ़र निकला
कोई गिला कोई शिकवा ना रहे आपसे; यह आरज़ू है कि सिलसिला रहे आपसे; बस इस बात की बड़ी उम्मीद है आपसे; खफा ना होना अगर हम खफा रहें आपसे.
दुनिया की सबसे बड़ी गलतफहमी –जब नसीब चलता है तो लोगों को गुमान हो जाता हैकि उनका दिमाग चल रहा है
थोड़ी थोड़ी ही सही बातें तो किया करोचुप रहते हो तो भूल जाने का एहसास होता है..
धड़कन बनके जो दिल में समा गए हैं, हर एक पल उनकी याद में बिताते हैं, आंसू निकल आये जब वो याद आ गए, जान निकल जाती है जब वो रूठ जाते हैं.
गलतफहमी का एक पल इतना जहरीला होता है,जो प्यार भरे सौ लम्हों को एक क्षण में भुला देता है।
दुनिया में कोई गलत नहीं होता,उसके लिए वो सही है,हमारे लिए हम सही है
कभी-कभी किसी की गलती नहीं होती, बस एक दूसरे को न समझने की गलती होती है।
लाइफ समझदारी का नाम नहीं उसमे, गलतियां भी करनी भी जरुरी है, क्युकी अक्सर गलतियों से अपनों की पहचान हो जाया करती है।
मैं इस गलतफहमी में जी रहा थाकि एक दिन सब ठीक हो जाएगालेकिन ठीक कुछ भी नही हुआ,बस मुझे दर्द के साथ जीने की आदतपड़ गई।
करीब आओ तो शायद समझ आयेकि फासले तो ग़लतफ़हमी बढ़ाते हैं
यक़ीन उसी बात का करना जिसे देख लो, वरना कहने को तो बाते कई होती है।
“ हवा गलतफहमियों की हल्की सी चली थी,ईमारत मोहब्बत की पल में बिखर गयी,नीव कितनी मज़बूत थी मोहब्बत की,ख़बर उसे भी हो गयी, मुझे भी हो गयी….!!
रिश्ता निभाने के दौरान एक गलती हो गई की,ग़लतफहमी हो गई और रिश्ता ख़त्म हो गया।
“ गलतफहमी में जिंदगी गुजार दी,कभी हम नहीं समझे,कभी तुम नहीं समझे…!!
डर एक गलतफहमी हैइसे वक्त रहते सुलझा लेनी चाहिएवरना जिंदगी उलझ जाती है..
जो कस्मे खाते थे कभी जुदा न होने की, सिर्फ एक गलतफेहमी की वजह से आज वो अलग हो गए।
दोस्ती के ताने-बाने में, गलतफहमियां ही वो धागे हैं जो एक मजबूत और अधिक लचीला बंधन बुनते हैं।
अकसर वेहमी इंसान ही गलतफेहमी का शिकार बनता है।
“ माना जल्दबाजी में शादीकरके जीवन बिगाड़ लोगे,सोच समझ कर करोगे तोकौन सा तीर मार लोगे…!!!
दोनों के बिच गलतफहमी किसी और की वजह से नहीं थी, गलतफहमी से दोनों के बिच किसी और की जगह बन गयी!