Meri Duniya Ho Tum Shayari In Hindi : रात क्या पूरी ज़िन्दगी ही बिता दूँ जागकर मैं तुम्हारे लिए, बस तुम एक बार कहकर तो देखो कई तुम्हें मेरे बिना नींद नहीं आती । कोशिश तो करता हूँ, कि वक़्त से समझौता कर लूँ, लेकिन इस पागल दिल में, बसी चाहत मानती ही नहीं ।।
ख़ामोशी इकरार से काम नहीं होती, सादगी भी सिंगार से काम नहीं होती, ये तो अपना अपना नज़रिया है मेरे दोस्त, वर्ना दोस्ती भी प्यार से काम नहीं होती ।
बिन तेरे जीना जितना मुश्किल है उस से भी ज्यादा तुझे बताना मुश्किल है ।
गुस्सा मत किया करो मेरी जान मुझे अच्छा लगता है तुम्हें तंग करना ।
मुझे छूकर एक फकीर ने कहा…अजीब “लाश” है, “सांस” भी लेती है…
इंसान अगर खुद को बेच भी दे,फिर भी “माँ” का कर्जवो कभी नहीं चुका सकता।
इबादत ख़ुदा की ब-उम्मीद-ए-हूर, ~ मगर तुझ को ज़ाहिद हया कुछ नहीं
कोशिश क्या करोगे मुझसे दूर जाने की नज़र तुम ही पर है सारे ज़माने की फासलों में भी इश्क़ तो होता है सनम ज़रुरत है तो सिर्फ दिल से रिश्ता निभाने की
परेशां हैं वो Ishq कर के,वफ़ा निभाने की नौबत जो आ गई है।
बड़ी अजीब सी बादशाही है दोस्तों के प्यार में, ना उन्होंने कभी कैद ~ में रखा, न हम कभी फरार हो पाए..
अहसास अपने थे, अल्फाज़ भी अपने थे,बस वो ही नही पढ़ पाए, जो ख़ास अपने थे।।
चूम कर गया वो इस तरह मुझे के मुझमे भी अब उसकी खुशबु आने लगी है
जरा संभलकर इश्क फरमाएं हुजुर, अगर बस गए सांसों में तो नशा हो जाएगा।
पिता ही वह इंसान है, जिसका गुस्सा और कड़वी बातें बच्चों के लिए अमृत समान होती है।
भीगा हुआ गुलाब ओस की बूंदों में ऐसे नदी में डूबे उसके पैर लगते हैं
जिसको गलत तस्वीर दिखाई उसको ही बस खुश रख पाया….. जिसके सामने आईना रक्खा हर शख्स वो मुझसे रूठ गया………
मैं तुम्हारे साथ किसी ऐसी जगह पर चला जाता हूँ जहाँ बस मैं और तुम हों।
दिल-ए-नादान की ज़िद है के तेरा साथ रहे ~ मर्ज़ी-ए-वक़्त कहता है के बिछड़ना होगा…
जिंदगी के हर मोड़ पर तुम मेरे साथ रहना , चाहे दूर रहो पर हमेशा दिल के पास रहना ।
दिल के अंदर प्यारऔर होठों पर कड़वे बोल होते हैंअपनी जिम्मेदारी सब निभाते हैमेरे भाई हर हालात में मेरे साथ होते है
दुनिया को खुशी चाहिए और मुझे हर खुशी में सिर्फ तुम चाहिए ।
मिजाज़ अपना कुछ ऐसा बना लिया हमने,किसी ने कुछ भी कहा, बस मुस्कुरा दिया हमने।
पिता के बिना जिंदगी वीरान है,सफर तन्हा और राह सुनसान है।वही मेरी जमीं वही आसमान है,वही खुदा वही मेरा भगवान है।
उसकी याद आई है सांसो, ज़रा आहिस्ता चलो, धड़कनों से भी इबादत में ख़लल होता है.
दुनिया का सबसे खूबसूरत दिन था वो मेरे लिए , जब मुझे पता चला की तुम भी मुझसे प्यार करते हो !!
फिर गए आप मेरे कूचे से, ~ दो कदम पर गरीब-खाना था
गुजर गया आज का दिन भी पहले की तरहन उनको फुर्सत थी और न हमें ख्याल आया
ताअलुक कम करने से मोहब्बत कम नहीं होती ~ लोग तो उन्हें भी याद करते हैं जो दुनियाँ छोड़ जाते हैं
फिर न खो जाएं हम कभी दुनिया की भीड़ में, मिलती है मोहलत करीब आने की कभी कभी।
सफ़र में अधूरे छूट गए,तुमसे दूर जाकर टूट गए।तुमसे बेपनाह मोहब्बत की हमने,और तुम ही हमे यादों में तनहा छोड़ गए।
तुझको खबर नहीं मगर एक बात सुन लेबरबाद कर दिया है तेरे दो दिन के प्यार ने।
शुक्रिया आपका.. जो दिल तोड़ कर छोड़ दिया, तुम चाहते तो ‘जान’ भी ले सकते थे..!
यहां अपने कई हैंमगर अपना कोई नही।🖤❣️💯
ये बात दावे के साथ कह सकता हूँ उम्र भर उसे मेरा इश्क़ याद रहेगा
तरस गए आपको देखने के लिए, दिल फिर भी आपकी दुआ करता है । हमसे अच्छा तो आपके घर का आईना है कम से कम आपको हर पल देख तो लिया करता है ।
लाज़मी नही है कि हर किसी को मौत छू कर निकले,किसी किसी को छू कर जिंदगी भी निकल जाती है…
अगर खिलाफ हैं तो होने दो, जान थोड़ी हैं…ये सब धुंआ है कोई आसमान थोड़ी हैं…!💯💯✍🏻
❤️💝💞 मेरे लफ्ज़ फ़ीके पड़ गए तेरी अदा के सामने, मैं तुझे ख़ुदा कह गया अपने ख़ुदा के सामने। 🥰💞💖
खुशबू बनकर तेरी सांसों में समा जाएंगे , सुकून बनकर तेरे दिल में उतर जाएंगे , हमें महसूस करने की कोशिश तो करो , हम दूर रहते हुए भी पास नजर आएंगे ।
पैसों से सब कुछ खरीद सकते हो,लेकिन माँ की ममताकिसी कीमत पर नहीं मिल सकती।
जिंदगी के लिए जो खुशी का रास्ता बनाता है, वह पिता ही होता है।
इंकार जैसी लज्जत इक़रार में कहाँ ~ बढ़ता रहा इश्क ग़ालिब, उसकी नही-नही से..
वो मेरी आख़िरी मोहब्बत थीमै उसकी पहली गलती था।
उन सभी को शुक्रियाजो मुझसे नफरत करते हैंचलो कैसे भी यारपर आप लोग मेरी फिक्र तो करते हैं।
दुनिया मे मोहब्बत आज भी बरकरार है, क्योंकि एकतरफा प्यार अब भी वफादार है।
ये दोस्ती ये मरासिम ये चाहतें ये ख़ुलूस,कभी कभी मुझे सब कुछ अजीब लगता है।“जाँ निसार अख़्तर”
मेरी हैसीयत का अंदाज़ा ये सोंच के लगा लो ~ हम उसके नहीं होते जो हर किसी के हो जाते हैं
जिसकी जैसी नियत वो वैसी कहानी रखता है,कोई परिंदों के लिए बंदूक तो कोई पानी रखता है।
बुजदिल हैं वो लोग जो मोहब्बत नहीं करते, जिगर चाहिए खुद को बर्बाद करने के लिए।
अलफ़ाज़ नहीं बचे अब सबकुछ लिख चूका हूँ, ~ शायद मोहब्बत के खातिर पूरी तरह बिक चूका हूँ…..
अश्क बह कर भी कम नहीं होते, ~ आँखें कितनी अमीर होती हैं..
तेरी हर एक अदा मोहब्बत ही लगती है , पल भर की जुदाई सदियों से लगती है, पता नहीं क्यों पर जिंदगी में हर पल तेरी जरूरत से लगती है ।
इरादा अगर कत्ल का था तो मेरा सिर कलम कर देते , क्यों अपने इश्क़ में डाल कर तूने मेरी हर साँस पर मौत लिख दी !!
हर दर्द की दवा हो तुम, आज तक जो मांगी मेरी एक लौटी दुआ हो तुम, तुम्हे मिलने की तमन्ना नहीं उठती कभी, क्यूंकि जो हर वक़्त साथ रहती है वो हवा हो तुम.
आपके साथ जिंदगी बितानी हैं वक़्त नहीं..Aapke sath zindagi bitaani hain waqt nahi…
क्या अदाकारी है कि रूबरू सिसकते हैं हाल सुनकर के मेरा मुँह छिपा के हँसते हैं!!!
इलाज ये है कि मजबूर कर दिया जाऊँ ~ वरना यूँ तो किसी की नहीं सुनी मैं ने
बात बनती है दिल से, दिल बनता है दोस्त से, दोस्ती बनती है प्यार से, प्यार बनता है परिवार से, परिवार बनता है घर से और घर बनता है अपनों से.
महज एक मुलाकात थी, दिल पर असर कर गया ! लब्ज़ बेजुबान हो गए और आंखों में इंतजार रह गया ।
दिल से रोये मगर होंठो से मुस्कुरा बैठे,यूँ ही हम किसी से वफ़ा निभा बैठे।वो हमे एक लम्हा न दे पाए प्यार का,और हम उनके लिये जिंदगी लुटा बैठे।
ना-कामी-ए-इश्क़ या कामयाबी ~ दोनों का हासिल ख़ाना-ख़राबी
मुस्कराहट भी एक अजीब पहेली है, जितना बताती है उससे ज्यादा छुपाती है…!!!
हर लम्हा तेरी याद का पैगाम दे रहा है, अब तो तेरा इश्क मेरी जान ले रहा है।
सुकून की तलाश में हम दिल बेचने निकले थे,खरीददार दर्द भी दे गया और दिल भी ले गया।
एक तो सुकून और एक तुम, कहाँ रहते हो आजकल मिलते ही नहीं।
जब लिख ही दिया है तूने, मेरा नाम रेत पर, ~ मिटने का फिर मेरे तू…तमाशा भी देख ले…
जिस बात से दिल डरता था वो हो गईकुछ दिन के लिए क़िस्मत जागी थी अब सो गई
दोस्ती में दर्द मिले तो क्या हुआदर्द में ही असली दोस्ती की पहचान होती है।
ये दुनिया के तमाम चेहरे तुम्हें गुमराह कर देंगे, तुम बस मेरे दिल में रहो, यहाँ कोई आता जाता नहीं।
काश ये सिलसिला हो जाए,मैं मिट जाऊं या फासला घट जाए।
लिखना था कि खुश है तेरे बगैर भी यहाँ हम,मगर कमबख्त आँसू है कि कलम से पहले ही चल दिये।
काश कि वो लौट के आयें मुझसे ये कहने कि तुम कौन होते हो मुझसे बिछड़ने वाले!!!
जरा- जरा सी बात पर, रिश्तों को मत तोड़, ~ सात अरब की भीड़ में, सात लोग तो जोड़….