Mela Shayari In Hindi : दिल में किसी के यादों का मेला मत लगाना,वरना सारी उम्र तन्हाई में गुजर जायेगी. खुशियाँ तो गाँव के मेले में मिलती है,शहर के मेले तो इंसान की औकात दिखा देते है.
दूरियों की ना परवाह कीजिये, दिल जब भी पुकारे हमें बुला लीजिये, हम ज्यादा दूर नहीं आपसे, बस अपनी आँखों को पलकों से मिला लीजिये !
जुनून-ए-इश्क की रस्में अजीब क्या कहना…मैं उससे दूर वो मुझसे करीब क्या कहना…
इस बार एक और भी दीवार गिर गयी, बारिश ने मेरे घर को हवादार कर दिया
🤪 नमक जैसी 😱 हो गयी है 🌎जिन्दगी,अपने ही 😲 लोग,स्वाद 🤨अनुसार इस्तेमाल 😯 करने लगे है 😁😁 … ।।
सूरज के बिना सुबह नहीं होती,चांद के बिना रात नहीं होती,बादल के बिना बरसात नहीं होती,महादेव आपको याद किए बिनादिन की शुरुआत नहीं होती।हर हर महादेव
आता हूँ महाकाल तेरे दर पे,अपना शिर्ष झुकाने को,1000 जन्म भी कम हैं भोले,अहेसान तेरा चुकाने को।
“हमे अपनी ज़िन्दगी में नकारात्मक सोच को तुरन्त बदल लेना चाहिए, जब आपकी सोच सकारात्मक होगी तभी आपको कामयाबी मिलना शुरू होगी।”
वो गलियाँ वो चौबारा अब वो राहें याद आती हैं, सोये थे जिन बाहों में हमें वो बाहें याद आती हैं !
शहर तलब करे अगर तुम से इलाज-ए-तीरगी साहिब-ए-इख़्तियार हो आग लगा दिया करो
बिन मिले ही इतना न मिला करो हमसे,इज़हार-ए-इश्क़ में इक़रार सा हो जाता है।
जख्म छुपाना भी एक हुनर है… वरना हर मुट्ठी में नमक है..!
कुम्भ सी तू पावन तो नहींसंगम सी मनभावन तो नहींफिर क्यूँ तुझपर मैं जान लुटाऊँतू ऋतुओं में चंचल सावन तो नहीं।।वेदप्रकाश ‘वेदांत’
आज फिर तुमसे मिलने को दिल चाहता है.पास बैठ कर बाते करने को दिल चाहता है.इतना हसीन था उनका आँसू पोछना.की आज फिर रोने को दिल कहता है.
जीतने का सबसे ज़्यादा मज़ा तब आता है, ~ जब सारे आपकी हार का इंतज़ार कर रहे हों…!!
दुआ 🙏 है, उम्र के साथ साथ बढ़ते रहे आपका मान-सम्मान… 🎂🎂“Happy Birthday”🎀🎁🎂
ये फ़िक्र ..ये अदावतें ,ये अंदाज़ ए गुफ्तगूसंभल जाओ तुम्हे हमसे मोहब्बत हो रही है
मुझे एक इश्क मुकम्मल करना हैहाँ ये सच है मुझे तुमसे निकहा करना है !
इतिहास गवाह है जो सच्चा होता है, वह अकेला होता है, इसीलिए शायद सच्चाई का रास्ता लम्बा होता है।
बेखौफ रहना आदत है हमारी , हमारी डिक्शनरी में तो डर शब्द का नामोनिशान तक नहीं है ।
“बेवजह दिल पे बोझ न भारी रखिये, जिंदगी एक खूबसूरत जंग है जारी जारी रखिए।”
तुम मेरे ही हों ऐसी हम ज़िद्द नहीं करेंगेमगर हम तुम्हारें ही रहेंगे ये तो हम हक़से कहेंगे…🥰❤️
इस मेले में दिल मेरा वो चुरा ले गई हैआँखों से बातें की और मुस्कुरा के गई है.
ये और बात कि आँधी हमारे बस में नहीं मगर चराग़ जलाना तो इख़्तियार में है
टूट जाता है गरीबी मे वो रिश्ता , जो खास होता है ! हजारो यार बनते है , जब पैसा पास होता है !!!!
🤟 सही को सही ✔️ और गलत को गलत ❎ कहने की हिम्मत रखता हूँ… 😎इसीलिए आजकल💫 रिश्ते कम रखता हूँ … ।। 💥💯
जब भी कहीं मिलो तो बस मुस्कुरादेना मेरी ज़िन्दगी के लिए येसिलसिला काफी है..!!
उन्होंने ने कहा तुम्हारी आँखेंबहुत खूबसूरत हैंहमने भी कह दिया तुम्हारें ख़्वाबजो देखती हैं…❣️❣️
एक दुनिया है जो समझाने से भी नहीं समझती,एक माँ थी बिन बोले सब समझ जाती थी– अज्ञात
बचपन बड़ा सुहाना होता है,हर गम से अनजाना होता है,दिन कटते हैं हंसते हंसते,न कोई अपना बेगाना होता है
कुछ लोग मेरे शब्दो से मेरे गहराई देखना चाहते हैं, नादान है वो जो किनारों पे बैठकर समंदर देखना चाहते हैं…!!
लोग कहते है बहुत हॅंसता है तू, मेरे दुख में एक किताब कम पड़ जाएगी बस कोई उदासी की वजाह तो पूछो ।
इन आँखों को जब तेरा दीदार हो जाता है,दिन कोई भी हो लेकिन त्यौहार हो जाता है😍
🤔 मेरे इरादे मेरे तकदीर 😁 बदलने को काफी है,💥💥मेरी किस्मत 😇 मेरी लकीरों की मोहताज 🤝 नहीं … ।। 🔥🔥
घिरा हुआ हूं लोगो से, फिर भी अकेला हूँ मै।
जिस्मों के मिलन को मोहब्बत समझने वालों,जिस्म से आगे इक रूह भी हैं।
चाहने के लिए एक ही चेहरा काफी है,मुंह मारने के लिए पूरा शहर भी कमहै…❤️
उदासी की वज़ह बहुत हैं ज़िन्दगी में, लेकिन बेवज़ह ख़ुश रहने में अलग़ ही मज़ा है..
इंसान अगर अपनी जुबान पर काबू रखें तो बहुत सारी मुसीबतों से बच सकता
पूरी दुनिया घूमने का क्या फायदा,अगर कुम्भ का मेला नहीं देखा।
अजब क़िस्म के अन्धो से मिलता हूँ रोज़… वो जो पत्थर में खुदा ढूंढ लेते हैं मगर दिल में नहीं..
मेरी आस्तीनें क्या फटीं.. कि कई सांप बेघर हो गये..
कृपा जिनकी मेरे ऊपर,तेवर भी उन्हीं का वरदान हैशान से जीना सिखाया जिसने,महाकाल उनका नाम है।जय महाकाल
जब जब हूँ मैं बाबा हारा, श्याम तूने दिया सहारा, जब जब ना मिला किनारा, श्याम तूने पार उतारा।
यह वक्त है बदलेगा जरूर आज तेरा है तो कल मेरा भी आएगा जरूर ।
फूलों-सा महकता रहे हमेशा जीवन तुम्हारा, खुशियाँ चूमे कदम तुम्हरें… बस यही है –बहुत सारा प्यार और आशीर्वाद हमारा… 🎂HAPPY BIRTHDAY🎂
ऐसा भी क्या गुनाह किया, चाहा जो तुम्हें फ़ना होके, इसलिए तुमने अकेला छोड़ दिया।
अंदाज़ा मेरी मोहब्बत का सब लगा लेते हैं.जब तुम्हारा नाम लेकर हम मुस्कुरा देते हैं..।
❤️ बस घनघोर प्यार 😍 होने ही वाला था 🤪कि उसने ☠️ Filter वाली 🖼️ # DP लगा दी … ।। 😂😂
आंखें नीचे रखता हूं क्योंकि इज्जत देता हूं लोगों को वरना एटीट्यूड तो हमारा आसमान से भी ऊपर है ।
“जिंदगी खुशियां बटोरते बटोरते पता नहीं कब निकल गयी अब पता चला कि खुश तो वो थे जो खुशियां बाँट रहे थे।”
जो हारता है, वही जीत की असली कीमत जानता है
अगर बेवफा होता तो भीड़ होती, वफादार हूं इसलिए अकेला हूं।
जाने अनजाने में ये क्या हों गया,I am sorry पर तुमसें प्यार होंगया..।
रखना मेरा ख्याल अबपूरी उम्र भर के लिएलो मैने अपने आप को तुम्हारीअमानत कर दिया💕💕
यू ही नहीं तरसते एक मुलाकात के लिए,सुकून मिलता है मुझे तुम्हारी बाहों में..!
किनारे से अब , नहीं हम लौटेंगेइश्क़ के दरिये में , जी भर के डूबेंगे।
जो आपका गुस्सा सहन कर भी आपका साथ दें उससे ज़्यादा प्यार आपको कोई और नहीं कर सकता।
अब और क्या ज़िद करे आप से मुझेआप मिल गए वहीं बहुत है मेरेलिए..!!
जिसे याद करने से होंठों पर मुस्कुराहट आ जाए एक ऐसा खूबसूरत ख्याल हो तुम !
“अगर आप किसी का अपमान कर रहे हैं तो वास्तव में आप अपना सम्मान खो रहे हैं।”
जैसे तिल में तेल हैं,ज्योँ चकमक में आग,तेरा शंभू तुझ में हैं,तू जाग सके तो जाग में।
ख्वाहिश इतनी है कि कुछऐसा मेरे नसीब में हो,वक्त चाहे जैसा भी होबस तू मेरे करीब हो💞
अभी तो इस बाज की असली उड़ान बाकी है,अभी तो इस परिंदे का इम्तिहान बाकी है,अभी अभी मैंने लांघा है समुंदरों कोअभी तो पूरा आसमान बाकि है|
कहते है life में एक बारlove जरुर होता है..लेकीन ये बात भी सच है की जिससेहोता है वो कभी नही मिलता.💔
मेरी मोहब्बत की हद न पूछो,मैं दुनिया छोड़ सकता हूँ पर तुम्हे नहीं..
“खामोशियां बेवजह नहीं होती, कुछ दर्द आवाज छीन लिया करते हैं।”
कोई दुआ असर नहीं करती जब तक वो हमपर नज़र नहीं रखती हम उसकी खबर रखे याना रखे वो कभी हमें बेखबर नहीं रखती, मेरी माँ।
पल कितने भी गुजार लू तेरी बाहो मेयारा मगर हर साँस कहती है की दिलअभी भरा नही…💞💞
छोटे थे 🤨तो सब नाम से😜 बुलाते थे, बड़े हुए😤 तो बस काम 😃से बुलाते है 🤭
जो तेज आंधियों का झोंका है,उसको किसने रोका है,कायरों के लिए जो मुश्किल है,वीरों के लिए वही तो एक मौका है।जय महाकाल
रख लूँ अपने हाथों से कफन मेरी लाश पर; ~ कि तेरे दिए जख़्मों के तोहफे कोई और ना देख ले।।
बदल दिए अब हमने नाराज़ होने के तरीक़े, रूठने के बजाय अब हल्के से मुस्कुरा देते हैं…