Mehndi Par Shayari In Hindi : किस्मत की लकीरें भी आज इठलाई है, तेरे नाम की मेहँदी जो हाथों अपर रचाई है. तेरे मेहँदी लगे हाथों पे मेरा नाम लिखा है, ज़रा से लफ्ज़ में कितना पैगाम लिखा है.
“ कुछ और जज्बातोको बेताब किया उसनेआज मेहंदी वाले हाथोसे आदाब किया उसने….!!
मेरी बिखरी सी जिंदगी में कोई जान सी आ गई, मैं बहुत ही भाग्यशाली हूं मुझे मामा कहने वाली भांजी आ गई।
तीन दिवस तक पंथ मांगतेरघुपति सिन्धु किनारे,बैठे पढ़ते रहे छन्दअनुनय के प्यारे-प्यारे।
चूम लूं तेरे होठों को ये दिल की खुवाईश है, बात ये मेरी नही ये दिल की फरमाइश है.
न तुम्हें होश रहे और न मुझे होश रहे,इस क़दर टूट के चाहो मुझे पागल कर दो।Good Morning Shayari for Love
इन आँखों को जब तेरा दीदार हो जाता है, दिन कोई भी हो लेकिन त्यौहार हो जाता है.
मेहंदी रंग लाती हैं सुख जाने के बादमुहब्बत याद आती हैं दूर जाने के बाद..!!
हम चाहत के अफसाने लिखते रहे, वो भी हमे दूर से देखते रहे, जब हमने इजहार करने को हाथ थामा, तो मेंहदी से रंगा उनका हाथ पाया।
मनु नहीं, मनु-पुत्र है यह सामने, जिसकीकल्पना की जीभ में भी धार होती है,वाण ही होते विचारों के नहीं केवल,स्वप्न के भी हाथ में तलवार होती है।
हटो व्योम के, मेघ पंथ से स्वर्ग लूटने हम आते हैंदूध-दूध हे वत्स ! तुम्हारा दूध खोजने हम जाते हैं
बाँधने मुझे तू आया है,जंजीर बड़ी क्या लाया है?यदि मुझे बाँधना चाहे मन,पहले तो बाँध अनन्त गगन।सूने को साध न सकता है,वह मुझे बाँध कब सकता है?
गुनाह अगर इश्क है तो कोई हर्ज नहीं, वो इंसान ही क्या जो एक खता ना करे.
संभाले नहीं संभलता है दिल,मोहब्बत की तपिश से न जला,इश्क तलबगार है तेरा चला आ,अब ज़माने का बहाना न बना। ?
मेहंदी लगाए बैठे हैं कुछ इस अदा से वोमुट्ठी में उन की दे दे कोई दिल निकाल के !!
कली की पंखुडीं पर ओस-कण मेंरंगीले स्वप्न का संसार हूँ मैंमुझे क्या आज ही या कल झरुँ मैंसुमन हूँ, एक लघु उपहार हूँ मैं
मेहंदी लगी है हाथ पर लेकिन वो खुश नहींकितनी बड़ी दलील है औरत के सब्र की…
मैं वक़्त बन जाऊं तू बन जाना कोई लम्हा, मैं तुझमें गुजर जाऊं तू मुझमें गुजर जाना.
फावड़े और हल राजदण्ड बनने को हैं,धूसरता सोने से शृँगार सजाती हैदो राह, समय के रथ का घर्घर-नाद सुनो,सिंहासन खाली करो कि जनता आती है ।
“ पूछे जो कोई मेरी निशानी रंग हिना लिखनाआऊं तो सुबह जाऊ तो मेरा नाम सबा लिखनाबर्फ पड़े तो बर्फ पे मेरा नाम दुआ लिखना…!!
चुरा के दिल मेरा मुठ्ठी में छिपाए बैठे है, और बहाना ये है कि मेहंदी लगाए बैठे है.
“ मेहँदी का रंग चढ़ा ऐसेमेरे हाथों में जैसे तेरी इश्क़चढ़ा था मेरी सांसों में….!!
“ मेहरबानी होगी आपकी मुस्कान दिख जाएचेहरे पर सजे आपके पैगाम दिख जाएपर्दो में न छिपाओ आंखों का तुम काजलकाश के मेहंदी में तुम्हारी हमारा नाम दिख जाए….!!
उसके हाथों की मेहंदी कुछ कहती हैवो दिल मे नही मेरी रूह में रहती है…
उसको मेरे हाथों पर मेहँदी अच्छी लगती है और मुझे उस के हाथों में अपना हाथ
“ मेहंदी के पत्तों सामुक़द्दर भी नहीं अपनारंग उतना भी नहींआया जितना पीसा गया…!!
मेहंदी के धोके मत रह ज़ालिम निगाह कर तू,ख़ूँ मेरा दस्त-ओ-पा से तेरे लिपट रहा है।
लगा कर हाथ में मेहँदी सजा कर दिल की महफ़िल को दुआएं आम करते हैं तुम्हारे नाम करते हैं
कह दो उनसे झुके अगर तो जग मे यश पाएंगेअड़े रहे अगर तो ऐरावत पत्तों से बह जाऐंगे
“ वो जो सर झुकाए बैठे हैंहमारा दिल चुराए बैठे हैंहमने कहा हमारा दिल लौटा दोवो बोली हम तो हाथोमें मेहँदी लगाये बैठे हैं….!!
समर शेष है, चलो ज्योतियों के बरसाते तीरखण्ड-खण्ड हो गिरे विषमता की काली जंजीर
स्वर्ग के सम्राट को जाकर खबर कर दे-रोज ही आकाश चढ़ते जा रहे हैं वे,रोकिये, जैसे बने इन स्वप्नवालों को,स्वर्ग की ही ओर बढ़ते आ रहे हैं वे।
भीतर ही भीतर चिल्लाई होगी, हाथों में जब मेहन्दी सजाई होगी, मैंने उजाड़ दी जिन्दगी उसकी ये बात उसने खुद को समझाई होगी।
पहले तो उस की छोड़ियाँ ही जान लेवा थी, ऊपर से उस ने मेरे नाम से हाथों पर मेहँदी लगा ली
“ मेहँदी वाले हाथ वोतेरे पायल वाले पांव,याद बहुत आते हैंमुझको तू और अपना गाँव….!!
पायल के घुंघरूओं की जब कानों पे पड़ती है तो मुझे एक अलग ही खुशी होती है, ऐसा लगता है जैसे मेरी भांजी दौड़ते हुए मेरे पास आती होगी। Love you bhanji
चुरा के मुट्ठी में दिल को छुपाए बैठे हैंबहाना ये है कि मेहंदी लगाए बैठे हैं !!
दिल में इक मासूम अरमान सजा रखा है,पायल झंकार सब सामान सजा रखा है।आओ कभी हमसे खुशबू चाहत की लेने,भरकर मेहँदी से ये गुलदान सजा रखा है।
बात मेहंदी से लहू तक आ गई गुफ़्तुगू अब तुम से तू तक आ गई
मेहँदी जो मिट कर हाथों पर रंग लाती है,दो दिलों को मिलाकर कितनी खुशियाँ दे जाती है।
इश्क़ के मौत का मैंने मातम मनाया है,उन्होंने अपनी हाथों में आज मेहँदी लगाया है।
मेहंदी तो हाथों पर लगायी जाती हैं,उसका रंग ना जाने कितने दिलों पर चढ़ता हैं।
मां की ढीठ दुलार! पिता कीओ लजवंती भोली,ले जायेगी हिय की मणि कोअभी पिया की डोली।
फुलों जैसा खिला बहुत ही मासुमियत भरा मुखड़ा, हमें ना चाहते हुए भी हंसने पर मजबूर कर देता है।
काँच के पार तेरे हाथ नज़र आते हैं,काश ख़ुशबू की तरह रंग हिना का होता।
“ भीतर ही भीतर चिल्लाई होगीहाथों में जब मेहन्दी सजाई होगीमैंने उजाड़ दी जिन्दगी उसकीये बात उसने खुद को समझाई होगी….!!
मेहँदी जब तुम मेरे नाम का लगाती हो, तो क्या इसे तुम अपने सहेलियों को भी दिखती हो.
तेरे मेहँदी लगे हाथों पे मेरा नाम लिखा है,ज़रा से लफ्ज़ में कितना पैगाम लिखा है।
इन हाथों में लिख के मेहँदी से सजना का नाम जिसको मैं पढ़ती हूँ सुबह शाम. in hathon me likh ke mehndi se sajana ka naam jisko me padti hun subah sham.
जिंदगी के रास्ते हमेशा ही गुलजार रहें, होठों पर सदा मुस्कान रहें, दिल से यह दुआ है हमारी भांजी के जीवन में खुशियों की बहार रहे।
मेहंदी के पत्तों सा मुक़द्दर भी नहीं अपना… रंग उतना भी नहीं आया जितना पीसा गया
#आब तो आजा साजन देख तेरे नाम की मेहंदी लगवाई हैं!!!
“ मेहँदी जो मिट करहाथों पर रंग लाती है,दो दिलों को मिलाकरकितनी खुशियाँ दे जाती है….!!
मेरे सीने में एक ❤️ दिल है, उस दिल की धड़कन हो तुम!
वे इस तरह से मेहंदी लगा रहे हैं बस उन्हें एक मुट्ठी दे दो और एक दिल निकालो।
“ मेहँदी है रचने वालीहाथों में गहरी लालीकहे सखियाँ हाथों मेंअब कालिया खिलने वाली हैतेरे मन को तेरे जीवन को…!!
“ अपने हाथों कीलकीरों मे मुझको बसालेये मुमकिन नहीं तोमेहंदी मे मुझको रचाले…!!
#हम चाहत के अफसाने लिखते रहे वो भी हमें दूर से देखते रहे जब हमने इजहार करने को हाथ थामा तो मेहंदी से रंगा उसका हाथ पाया!!!
“ तू हमेशा रहे मेरे साथ में,जल्दी मेहंदी रचे मेरे हाथ में….!!
“ दोनों का मिलना मुश्किल हैदोनों हैं मजबूर बहुतउस के पाँव में मेहंदी लगी हैमेरे पाँव में छाले हैं….!!!
नशा चढ़ गया है उसकी चाहत का दिलों जान पर,मेहंदी का प्यारा लाल रंग सज रहा है मेरे हाथों पर।
दुनिया में सारी खुशियां एक तरफ, मामा बनने की खुशी एक तरफ।
“ शादी में लगी मेहँदीका रंग कभी नहीं छूटता हैऐसे मौके पर ना जानेकितने आशिकों का दिल टूटता है….!!
किसके बाल ओज भर देंगेखुलकर मंद पवन में?पड़ जायेगी जान देखकरकिसको चंद्र-किरन में?
मुझे भी फ़ना होना था, तेरे हाथों की मेहँदी की तरह, ये गम नहीं मिट जाने का तू रंग देख निखरा हूँ किस तरह.
चेहरे की मुस्कान लगती है उसकी बड़ी ही प्यारी, मेरी भांजी है दुनिया में सबसे न्यारी।
ज़ुल्फ बिखेरे उसकी मोहब्बत मुझे नुमाइश सी लगती है,उसके हाथों पे लगी मेहंदी मुझे पराई सी लगती है।
मेरा मन झूम-झूम नाचे गाये तीज के हरियाले गीत आज पिया संग झूलेंगे संग में मनाएंगे हरियाली तीजहरियाली तीज की शुभकामनाएं
“ तेरे माथे की बिंदिया चमकती रहेतेरे हाथों की मेहँदी महकती रहेतेरे जोड़े की रौनक सलामत रहेतेरी चूड़ी हमेशा खनकती रहे…!!
आसमान में तारे कम है तुम्हारे लिएज़मीन भी कम है तुम्हारे लिएदेना तो बहुत कुछ चाहते हैं मगरक्या करें कम्बख्त ये सारे काम हैं तुम्हारे लिए
किसी और के रंग में रंगने लगे है वो, मेरी दुनिया बेरंग कर, किसी गैर की याद में हँसने लगे है वो.
मेहंदी की महक से हुआ,ये प्यार का नशा है।हाथों को तुम्हारे चूमता,मेरे दिल का तराना है।
जेठ हो कि हो पूस, हमारे कृषकों को आराम नहीं हैछूटे कभी संग बैलों का ऐसा कोई याम नहीं है