Mausam Shayari In Hindi : विचार हो जैसा वैसा मंजर होता है,मौसम तो इंसान के अंदर होता है. रुका हुआ है अज़ब धुप छाँव का मौसम,गुज़र रहा है कोई दिल से बादलों की तरह..!!
काश वो आए और कहे,हम मौसम की तरह दीवाने है तेरे…!
दिसंबर सा मैं जनवरी से तुम !!करीब हो के भी बहुत दूर हैं हम!!
दिन छोटे और रातें लम्बी हो चली है मौसम ने यादों का वक्त बढा दिया. dil chote aur rate lambi ho chali hai mausam ne yadon ka waqt bada diya.
मोहब्बत तो वो बारिश है जिससे, छूने की चाहत मैं हथेलियां तो गीली, हो जाती है पर हाथ खा ली ही रह जाते है !
तुम्हारे चेहरे का मौसम बड़ा सुहाना लगे।मैं थोडा लुफ्त उठा लू अगर बुरा न लगे।।
मौसम को मौसम की बहारों ने लूटा !!हमे कश्ती ने नहीं किनारों ने लूटा !!