Matlab Shayari In Hindi : दिल-ए-मासुम ऐतबार कर लेता है थोडा प्यार पा कर, तोड देती है दिल मेरा दुनिया मतलब निकाल कर। मेरी दुनिया का हर शख्स मतलबी निकला, घर एक आईना था बस वही वफादार निकला।
तारीखे यूँ ही नहीं हम किसी से मिलने की मुलतवी करते हैं, की हमसे रूबरू होने की जो कोशिश करते हैं मतलबी करते है।
जिन्हे आप अपना समझते है,ना एक रोज यही साबित कर देते है,,मुर्शद की कोई किसी का नहीं होता।
मदद करने से मैं घबराने लगा हूँ 😏 समझते हैं लोग मैं मतलबियों का सगा हूँ ✔ তততততততততততততততততত
ढूॅढना ही है तो परवाह करने वालों को ढॅूढ़ीये साहेब, इस्तेमाल करने वाले तो ख़द ही आपको ढॅूढ़ लेंगे.,
बड़ी गहराई से चाहा है तुझे बड़ी दुआओं से पाया है तुझे तुझे भुलाने की सोच भी तो कैसे किस्मत की लकीरों से चुराया है तुझे
👉मतलबी हैं बड़ी दुनियां साथ 🤝कोई क्यों देगा, यहां कफ़न ⚰️मुफ़्त में नहीं मिलता, कोई प्यार💞 मुफ़्त में क्यों देगा।
आपके आस पास ऐसे अनेक लोग हैं जिनमें से कुछ एक आपका भला सोचते हैं बाकी करते आपको उपयोग है
बदला हुआ वक़्त है, ज़ालिम ज़माना है.. यहा मतलबी रिश्ते है, मगर निभाना भी है..!
मतलबी दुनियाँ पैसे कीहमने पैसों से इन्हें आज़माया हैसब साथ छोड़ गए तब सेजब से खुद को गरीब बताया है।
मतलबी रिश्तों की एक सी कहानी हैंअच्छे वक्त में मेरी अच्छाईऔर बुरे वक्त में खामिया गिनानी है।
काश कोई अपना होता बिना किसी मतलब के।
काश उससे चाहने का अरमान ना होता, मै होश में रहते हुए अनजान ना होता, ना प्यार होता किसी पत्थर दिल से हमको, या फिर कोई पत्थर दिल कोई इंसान ना होता.,
दुनिया बहुत मतलबी है, साथ कोई क्यो देगा, मुफ्त का यहा कफ़न नही मिलता, तो बिन पीड़ा के प्यार कौन देगा।
सभी बातें करते है केवल अपनेपन की असल में यहाँ कोई अपना नहीं होता !
घमंड था मुझे बहोत की मेरे रिश्तेदार मेरे है, लेकिन अच्छा हुआ की आप लोगो ने मेरा घमंड तोड़ दिया।
मतलबी लोगों की निशानी – जब तक मतलब हैं शकर से भी मीठे रहेंगे, और मतलब खतम करेले से भी कड़वी बातें करेंगे।
कहते है दोस्ती जिंदगी बदल देती है, पर सच, कुछ दोस्त ने मेरी जिंदगी ही बदल दी !
हाँ बहुत मतलबी हूँ मैं भी इश्क़ में, चाहता हूँ मैं वो जो नहीं है मिरा।
दूसरों के लिए उचित तैयार कीजिये , लेकिन किसी के लिए भी अपनी जिंदगी बर्बाद मत कीजिये,क्योंकि जिंदगी में कोई किसी का नहीं होता।
कोई क्या पाता कोई क्या ही खोता, क्या होता इन रिश्तों का अगर मतलब नहीं होता।
यह कड़वी सच्चाई है, कि मतलब की दुनिया में बिना किसी, मतलब के शायद हीं कोई किसी की परवाह करता है।
किसी का बनने के लिए थोड़ा त्याग करना भी जरूरी है, एक तरफा समर्पण की उम्मीद करना बेवकूफी है, क्योंकि समर्पण के बिना कोई किसी का नहीं हो सकता है।
मतलबी लोगों का दौर है यारों,यहां देख कर भी अनदेखा करते हैं हज़ारों।
बुरे वक्त में मेरी जुबां पर दोस्तों का ही नाम आया, पर मेरे बुरे वक्त में मेरा कोई दोस्त न काम आया.,
कोई किसी का नहीं होता गांठ बांध लो इस बात को जब पैसों से जेब भरी होगी तेरी लोग भी तब थामेंगे तेरे हाथ को
आज कल की दोस्ती की पाठशाला में सारे ही गंवार है, ये जो दोस्ती की दुनिया है यहाँ सब मतलब के यार है।
जब स्वार्थी लोगों से पास आने लगते हैं, तब हमारे सच्चे दोस्त हमसे दूर जाने लगते हैं।
अगर दोस्त ढूंढने ही है तो सच्चे ढूंढो , मतलबी दोस्त अपने आप तुम्हे ढूंढ लेंगे ।।
ज्यादातर रिश्ते स्वार्थ की बुनियाद पर टिके होते हैं, वास्तव में कोई किसी का अपना नहीं होता है,, दुनिया में ज्यादातर लोग मतलबी होते हैं।
सुनो कितना अच्छा होता जो तुम मतलबी होते, और तुम्हें सिर्फ मुझसे ही मतलब होता.,
एक बात तो पक्की है.. प्यार वहीँ है जहां रिश्तों में मतलब नहीं है..
मतलब होने तक शहद 😏 और वैसे जहर समझते हैं लोग ✔ তততততততততততততততততত
जिनको हम अपना जिगरी यार मानते हैवो सिर्फ हमे अपने मतलब के लिए पहचानते है
कुछ यूँ हुआ कि.जब भी जरुरत पड़ी मुझे, हर शख्स इतेफाक से.मजबूर हो गया.,
दुनिया के सारे रिश्ते मतलबी होते हैंएक मां बाप का रिश्ता ही निस्वार्थ होता है।मां-बाप अपनी संतान से बिना किसी मतलब केसारी उम्र एक समान प्यार करते हैं।
घड़ा भी पहले अपनी प्यास बुझाता है,कौन है यहां जो मतलबी नही है।
किसी को स्वार्थी कहने से पहले जरा एक बार अपने आप को जरूर देख लेना की हम भी तो उनकी तरह स्वार्थी तो नहीं बन गए।
एक वक़्त था जब हर वक़्त मिलने का वक़्त ढूंढते थे, आज आलम है की मिलने की एक वजह तक नहीं मिल रही।
इस बात का इल्म नहीं है तुझे ऐ ग़ालिब, ये शहर नहीं है भरोसे का, हर कदम पर धोखा मिलेगा तुझे, इसने तोडा है दिल कई गरीबों का।
कोई नहीं किसी का यहाँ सबको फायदे की लगी बीमारी है 😐 लालच से चल रही ये दुनिया सब मतलब की रिश्तेदारी है ✔ তততততততততততততততততত
माना पहुँचती नहीं तुम तक तपिश हमारी,इसका मतलब ये नहीं है कि सुलगते नहीं हम।
खुशियों में तो रिश्तेदारों का मेला होता है,अगर विपदा पड़े तो इंसान अकेला होता है.
तारीखे यूँ ही नहीं हम किसी से मिलने की मुलतवी करते हैं, की हमसे रूबरू होने की जो कोशिश करते हैं मतलबी करते है।
इस्क दिखता है अब किताबो में जानम, ना जाने क्यों मतलबी इंसान हो गए.,
जो जीवनसाथी बनने के लिए तैयार नहीं हो, उससे दूर हो जाना चाहिए,, क्योंकि ऐसे लोग किसी के अपने नहीं होते।
माना की किसी से ज्यादा नाराज नहीं रहना चाहिए,लेकिन जब सामने वाले को हमारी जरूरत ही नही होतीतो जबरदस्ती के रिश्ते रखने से कोई मतलब ही नही।
बुरा भले लगे पर मैं सच कहता हूँ, अब मतलबी दोस्तों से दूर रहता हूँ.,
यूँ ना हर बात पे जान हाज़िर कीजियेलोग मतलबी है कही मांग ना बैठे।
जानता था गलती थी मगरथोड़ा नाराज़ हो के रह जातेगर प्यार की क़दर ही होतीतो मतलबी कह कर तो ना जाते
ये इस दुनिया का कायदा है साहब, सब बाद में पहले फायदा है साहब।
कौन किसको दिल में जगह देता हैं,सूखे पत्ते तो पेड़ भी गिरा देता हैं,वाकिफ हैं हम दुनिया के रिवाजो से,मतलब निकल जाये तो हर कोई भुला देता हैं।
जिसने साथ दिया बुरे वक्त में उसी का ही नहीं होता ये दुनिया ऐसी ही है जनाब यहां कोई किसी का नहीं होता
स्वार्थ ही तो हैं, जिस कारण कितने रिश्ते जुड़ने लगते हैं और कितने टूटने लगते हैं।
जो कड़वा बोले वो खराब नहीं होता हैं, और जो हर बात में हा मिलाए वो पक्का मतलबी होता हैं।
खुदअपनी कमियों को बताता नहीं कोईमतलब बगैर हाथ मिलाता नही कोई,करते तो सभी मोहब्बत हैं आपसेपर किसी का साथ निभाता नहीं कोई।
इस मतलबी दुनिया मेंआजकल मदद करने वालों से भीलोग घबराने लगे हैं….सच्ची मदद करनेवाले को भीलोग मतलबी समझने लगे हैं!!
सारा इल्जाम अपने सर ले कर हमने किस्मत को माफ कर दिया
मतलब है तो ज़िक्र है वरना किसको किसकी फिक्र है।
रिश्ता कुछ ऐसा होना चाहिए की लड़ाई जबदो में हो तो तीसरे को पता नहीं चलना चाहिए।
यहाँ दिन भी मतलब से होती है यहाँ रात भी मतलब से होती है, ये मतलबी दुनिया है साहब यहाँ बात भी मतलब से होती है।
संसार की इस भीड़ में एक तनहा सी रूह हूँ, चेहरे तो कई है मेरे जनाब, तभी तो हँसता बहुत खूब हूँ।
सबके दिलों में धङकना ज़रूरी नहीं होता साहब, कुछ लोगों की अखों में खटकने का भी एक अलग मज़ा हैं.,
आज अगर आप किसी को अपनी समस्या बताओगे तो लोग मदद नहीं करेंगे बल्कि दूर चले जाएंगे।
मुझे लगा था की में, बहुत खुश किस्मत हु मुझे सब चाहते है, मगर कहा पता था की चाहते तो सब है पर अपने मतलब के लिए।
हम रोज उदास होते हैं और रात गुज़र जाती हैंएक दिन रात उदास होगी और हम गुज़र जायेंगे।
वक्त आपको बता देता है कि लोग क्या थे और आप क्या समझते थे.
लोग बस बातें करते हैं अपनेपन की मुर्शद असल में अपना कोई नहीं होता
किसी को समझना हैं तो उनकी आंखो को पढ़िए, लब्ज़ अकसर स्वार्थी होते हैं।
हमें तो राह तकने से मतलब है, मसला तुम्हारा है कहीं से भी आ जाओ!
हम इंसान की इंसानियत को हीसब कुछ मानते हैं…लेकिन मतलबी लोगसिर्फ अपने मतलब को हीअपना सब कुछ जानते हैं!!
जब कोई आप से नजरें चुराने लगेइसका सीधा सा मतलब यही है किउसकी जरूरतें पूरी हो गई हैअब उसे आपकी जरूरत नहीं है!!
मेरी लाइफ में कोई दखलअंदाज़ी करे मुझे पसंद नहीं और में किसी ज़िन्दगी में दखलअंदाज़ी करू मुझे इंट्रेस्ट नहीं ।