Manana Shayari In Hindi : अब तो यूँ रुठना भी छोड़ दिया, क्यूंकि अब कोई मानाने वाला नही। ये जो तुम रुठ जाती हो हमसे, कभी बता भी दो किस हक़ से मनाए तुम्हे।
रूठे हुये हो क्यों में मनाने को हु तैयार कीमत बता दो मान जाने की में जिन्दगी लुटाने को हु तैयार.
तुम हँसते हो मुझे हँसाने के लिए,Tum रोते हो तो मुझे रुलाने के लिए,तुम एक बार रूठ कर तो देखो,मर जायेंगे तुम्हें मनाने के लिए !
हर एक पल उनकी याद में बिताते है जान निकल जाती है जब वो रूठ जाते है. Har Ek Pal Unki Yad Mein batate Hain Jaan nikal Jaati Hai Jab wo Rooth Jaati Hai.
मारने की कोशिश नहीं करते,मरना तो आसान है,लेकिन तेरे बिन जीना मुश्किल है,
अजब तरीका है उसका मनाने का साहेब, वो रूठ जाती है और मैं मान जाता हूं।
कपड़े और चेहरे अक्सर झूठ बोलते है ,इंसान की असलियत तो वक्त ही बताता हैं
तरिके तो कई है तुम्हे अपने पास रखने के पर मजा तो तब है जब तुम हमें मनाने का हुनर जानो.
उन दोस्त को संभाल कर रखना,जो आपकी चुप्पी भी समझ जाते हैं।
गुस्से में कभी इंकार करती हो,कभी इकरार करते हो, मतलब साफ जाहिर है,दिल में हमसे प्यार करते हो !!
समझे हर बात को वह जज्बात है “दोस्ती” पहली बार हो पर आखिरी ना हो गए मुलाकात है “दोस्ती”
ज़िन्दगी में हमारी याद बहूत आएगी !मेरी याद तुजे रुला के जाएगी !कैसे भुलेगे मुझे ऐ दोस्त ! मेरी याद तुझे हर पल सताएगी !!
सुनो एक काम करदो, अपना प्यारा सा दिल मेरे नाम करदो..!
लम्बे अरसे से दिलपरेशान हैजाने किस हाल में होगामुझसे रूठने वाला।
हम पे यकीं कर, यूँ रूठ के ना जा, तुझे मेरी है कसम, वापस लौट के आ,
कभी सपने को भी दिल से लगाया करो,किसी के ख्वाबों में आया-जाया करो,जब भी जी हो कि कोई तुम्हें भी मनाये,बस हमें याद करके रूठ जाया करो।
रूठे यार को मनाना मेरे बस मे नही मेरे दिल का इजहार इन लफ्जो मे नही. Ruthe yaar ko manana mere bas me nahi mere dil ka izhaar in lafzon me nahi.
मैं तुमसे बहुत प्यार करती हूं मैं सिर्फ और सिर्फ तुम्हें ही चाहती हूं तुम सिर्फ मुझसे नाराज ना रहा करो मै सिर्फ तुमसे ही मोहब्बत करती हूं
की अंधेरों से प्यार नहीं उसे रोशनी का वो मोहताज़ है और झुक जाता है वो अक्सर क्युकी उसे रिश्तों से बड़ा प्यार है।
तू रूठ जाता है तो दिल टूट जाता हैबता कैसे संभालु मै खुद कोतेरे बिना मेरा अक्स मुझसे दूर हो जाता है।
बहाने बनाना कोई मेरे यार से सीखे,दूरियां बनाना कोई मेरे यार से सीखे,रूठने की कोई वजह भी होती है,यूं ही रूठ जाना कोई मेरे यार से सीखे।
देखो हमे पता है की, हम गुस्सा करते है,अगर गुस्सा नही करेंगे तो, आपकी तरह मनाएगा कौन…!
तेरी याद को दिल से कभी जुदा नहीं किया,रखा जो तुझे याद तो कुछ बुरा नहीं किया,नाराज़ हैं तूं हमसे जरा किस लिये बता,हमने तो आज तक तुझे खफा नहीं किया।
दोस्ती चेहरे की मीठी मुस्कान होती है,दोस्ती सुख दुःख की पहचान होती है,रूठ भी जाये हम तो दिल से मत लगाना,क्योंकि दोस्ती थोड़ी सी नादान होती है।
खुशबू तेरे प्यार की, मेरे मन में छाई हे,शायद तुमने याद किया, जोर की हिचकी आई हे।।
बहुत उदास है कोई शख्स तेरे जाने से,हो सके तो लौट के आजा किसी बहाने से,तू लाख खफा हो पर एक बार तो देख ले,कोई बिखर गया है तेरे रूठ जाने से।
तुम मुझे आज तंग करना चाहते हो तुम मुझे आज सतना आना चाहते हो मैं सिर्फ तुमसे ही मोहब्बत करती हूं तुम यह मोहब्बत की फिर किसी और को दिखाना चाहते हो
हम जब भी आपकी दुनिया से जायेंगे,इतनी खुशियाँ और अपनापन दे जायेंगे,कि जब भी याद करोगे इस पागल दोस्त को,हँसती आँखों से आँसू निकल आयेंगे।
कुछ बातें प्यार की तू भी बोले हमे मनाते हुए, इस चक्कर में कब से नाराज़ बैठे है.
हर रोज़ की अब ये दास्तां हो गई.. रूठना.. मनाना.. फिर रूठ जाना..!!
कभी #मुस्कुरातीआँखें भी कर देती है,कई #दर्दबयांहर बात को #रोकर ही #बताना #जरूरी तो _नहीं होता.
चूम लूं तेरे गालों को दिल की ख्वाहिश है, ये में नहीं कहता ऐसी मेरे दिल की फरमाइश है ।
मुझे प्यार में मिली है सजा, तुमने मुझसे नहीं की वफा, दिल तोड़ा है तुमने मेरा हर दफा, इसलिए हो गई हूं मैं तुमसे खफा।
नाकाम है मेरी सब कोशिशें तुम्हे मनाने की,कहां से सीखी है ये अदा रूठ जाने की।
सुनो तुम बादाम खाया करो, नरागज़ी में तुम मेरा प्यार भूल जाते हो.
तनहा रह रहा हूं कोई मनाने वाला नहीं है, अकेला हो गया हूं कोई प्यार जताने वाला नहीं है।
बस एक यही आदत तो मेरी खरा़ब हैरूठने के लिये ना जाने कितने बहाने चाहियेऔर मान जाने के लिये तेरा बोलना ही काफी है.
कितनी छोटी सी दुनिया है मेरी,एक मैं हूं और एक दोस्ती तेरी…
आप मुझे इस तरह माफ कर दो, जिस तरह आप उपरवाले से अपने लिए माफी मांगते हैं।
सारी उम्र करते रहे इंतज़ार तेरे रुठने का कभी तो मौका दिया होता तूने मनाने का
अब तो यूँ रुठना भी छोड़ दिया, क्यूंकि अब कोई मानाने वाला नही।
उन्हीं सपने दिखाने की आदत थी और हम बोलते रहे उनको झूठ बोलने की आदत थी और हम सुनते रहे।
जो बांध कर कलाई पर धागा,मौत को रोक देती है,वो बहन बड़े नसीबो से मिलती है।
हमने कभी तुझको दिलसेजुदा तो नहीं कियारखा जो तुझे याद कुछ बुरा तो नहीं कियाहमसे तू नराज है बताजरा किस बात परहमने कभी भी तुझेखफा तो नहीं किया।
मेरा चेहरा मेरे पति की वजह से खिला हुआ रहता है, मेरे प्यारे पति अब तो मान जाओ और मेरे मुरझाए चेहरे पर हंसी ले आओ।
सांसें रुक सी जाती हैं तेरे जाने से,अब न तड़पाओ आ जाओ बहाने से,मैं जीता हूं तुमसे ही,मान जाओ न इतना मानाने से।
तेरे आंसू भी मेरे लिए कीमती हैंअब तो मान जा क्यों तू इतनी ज़िद्दी हैं
रूठे हुए को मना लेंगे हमबीते हुए दिनों को भुला देंगे हमचले नई शुरवात करते हैंदुनिया के कायदे तोड़ कर जिंदगी जीते हैं
माना की हम इकरार नहीं करते,मतलब ये नहीं कि हम आपसे प्यार नहीं करते|
नाराज़ हो क्या…? मान जाओ ना, मुझे फिर से, पहचान जाओ ना, खैर छोड़ो चिप्स खाओगी…? एक दो मेरे लिए भी ले आओगी….!
इस कदर मेरी दोस्ती का इम्तिहान मत लीजिए !खफा हो क्यों ये तो बता दीजिए !माफ कर दो अगर हो गई कोई गलती !ऐसे रूठ करके हमे सजा मत जिजिए !!
हर मुसीबत में साथ रहूंगा, खुद से ज्यादा तुम्हें प्यार करूंगा, अब लौट आओ वापस, मैं फिर से गलती नहीं करूंगा।
अगर ख्वाहिशों के आगे कोई जहान है तो,रब करे वो जहान मेरी बहन को मिल जाए।
तुम रूठो तो हम तुम्हे मनाने आ जाएंगे,हम रूठे भी तो बताओ किस के भरोसे।