Mama Bhanja Shayari In Hindi : नीचे धरती ऊपर अंबर है,मामा भांजे की जोड़ी एक नंबर है। मामा की कृपा से ही हम भांजे बड़े मतवाले हैं,सर पर बाल कुछ सफेद कुछ काले है,मेरे मामा बड़े निराले हैं।
अमानत में खयानत. किसी की चल अचल संपत्ति को नुकसान पहुँचाना.
धर्म धीरा, पाप अधीरा. धर्म पर चलने वाला व्यक्ति धैर्यवान होता है जबकि पाप कर्म करने वाला सब कुछ पा लेने के चक्कर में अधीर होता है.
यार वही है पक्का, जिसने दिल यार का रक्खा. जो दोस्त का दिल रखे वही सच्चा दोस्त है.
बिसधर पकड़ जहर को चाट, परनारी संग चले न बाट. एक बार को सांप को पकड़ के उसका जहर चाट ले, लेकिन परनारी के साथ रास्ता न चले.
जिस घर में संपत नहीं, तासे भला विदेस. घर में बहुत अधिक गरीबी हो तो परदेस जा कर जीविका तलाशना अधिक अच्छा है.
बनिए की उचापत घोड़े की दौड़ सी. बनिए का उधार घोड़े की तरह तेज दौड़ता है.
कौओं के बजाए ढोल थोड़े ही फूटें. छोटे और महत्वहीन लोग बड़े व महत्वपूर्ण लोगों का कोई नुकसान नहीं कर सकते.
ओछी पूंजी, खसमो खाए. गलत तरीके से कमाया गया धन व्यक्ति का सर्वनाश कर देता है.
बिछड़ा कुछ इस अदा से कि रुत ही बदल गई इक शख़्स सारे शहर को वीरान कर गया
ऊँट का रोग रैबारी जाने. रैबारी – ऊँटों का विशेषज्ञ. जो जिस काम का विशेषज्ञ है वही उस काम को ठीक से कर सकता है.
ओछी रांड उधार गिनावे. निकृष्ट किस्म की स्त्रियाँ हर समय अपने द्वारा किए गये एहसान गिनाती रहती हैं.
आज नगद कल उधार. उधार देने से मना करने के लिए दुकानों पर अक्सर लोग यह लिख कर लगाते हैं.
सब कोई पायल पहनें, लंगड़ी कहे हमहूँ. किसी वस्तु के योग्य न होने पर भी उसकी इच्छा करना.
फूफा रूठेगा तो बुआ को रखेगा. फूफा रूठेंगे तो हद से हद क्या करेंगे, बुआ को नहीं आने देंगे. फूफाओं के नखरों से तंग किसी व्यक्ति का कथन.
डेढ़ ईंट की अलग मस्जिद. सबसे अलग नियम कायदे बनाना.
देव न मारे डेंग से कुमति देत चढ़ाय. ईश्वर किसी को दंड देना चाहता है तो डंडा नहीं मारता, उसकी बुद्धि भ्रष्ट कर देता है.
शराब भीतर, बुद्धि बाहर. शराब पीते ही विवेक नष्ट हो जाता है.
अभागिये चोर पे बिल्ली भी भूंसे है. चोर की किस्मत खराब हो तो कुत्ता तो क्या बिल्ली भी उस पर गुर्राती है.
उलटा पुलटा भै संसारा, नाऊ के सर को मूंडे लुहारा. संसार में बहुत कुछ उल्टा पुल्टा भी होता है, जैसे नाई का सर अगर लुहार मूंडे तो.
बेटी का भला चाहे तो बोल जमाई लाल की जै. बेटी को सुखी रखना चाहो तो दामाद को मक्खन लगाना चाहिए.
मां जैसा मामा होता है, जो भांजे से बहुत प्यार करता है।
ननद का नन्दोई, गले लाग रोई. जिस से बहुत दूर का संबंध हो उस से बहुत आत्मीयता और सहानुभूति दिखाना.
कहो बात, कटे रात. एक दूसरे को ढाढस बंधाने से दुःख के दिन कट जाते हैं.
लबार, सौगंध खाए हजार. झूठ बोलने वाला हजार कसमें खाता है.
जम से जबर बनिया. बनिया अपने उधार की उगाही करने के मामले में यमराज से भी बढ़ कर होता है.
वा तिरिया संग बैठ न भाई, जाको जगत कहे हरजाई. जिस स्त्री को सब लोग धोखेबाज और विश्वास न करने योग्य मानते हों उस से मेलजोल नहीं बढ़ाना चाहिए.
जी बहुत चलता है मगर टट्टू नहीं चलता. बुढ़ापे में इन्द्रियाँ कमज़ोर हो जाने पर.
सोलह हाथ साड़ी पर आधी पिंडली उघाड़ी. जिस फूहड़ औरत को कपड़े पहिनने का शऊर न हो. बहुत लम्बी साड़ी होते हुए भी ऐसे बांधी है कि आधी पिंडली दिख रही है.
बीबी हैं भरमाली, कान पीतर की बाली. अपने पास बहुत छोटी सी कोई चीज़ (पीतल की बाली) हो तो भी दिखावा करना.
प्रजा मरन, राजा को हाँसी. प्रजा कितनी भी त्रस्त हो, राजा लोग अपने आमोद, प्रमोद, हास्य, विनोद में व्यस्त रहते हैं.
अक्ल बड़ी कि बहस. तर्क कुतर्क करने की बजाए अक्ल से काम लेना बेहतर है.
जैसे उदई वैसे भान, ना इनके चुनई ना उनके कान. दो मूर्ख एक सा व्यवहार करते हैं.
कड़वी भेषज बिन पिए, मिटे न तन का ताप. बुखार कड़वी दवा से ही उतरता है. किसी भी परेशानी को हल करने के लिए कुछ कष्ट उठाना पड़ता है.
आंधी आई है तो मेह भी आएगा. संकट से डरो नहीं, यह समाप्त अवश्य होगा. और हो सकता है यह किसी अच्छाई का संकेत हो.
हाथी का दांत, घोड़े की लात और मूंजी का चंगुल, इनसे बचना चाहिए. मूंजी – जालिम और कंजूस. अर्थ स्पष्ट है.
जब तक जीना तब तक सीना. जब तक मनुष्य जीवित रहता है तब तक उसे कुछ न कुछ करना ही पड़ता है. सीना – सिलाई करना.
चाल गड मगड, मतलब में चौकस. चाल ढाल में भोंदू लगते हैं पर अपने मतलब में होशियार हैं.
काहे को अनका लड़का रुलाए, अपना गुड़ छुपा कर खाए. अनका – दूसरे का. अपने पास जो कुछ है उसका प्रदर्शन कर के दूसरों का दुख मत बढ़ाओ.
आज की ठोकर, कल के गिरने से बचा सकती है. ठोकर लगने से इंसान सीखता है.
लंगड़ी घोड़ी मसूर का दाना. अपात्र व्यक्ति को अनुचित सुविधाएँ.
में चाहता हूँ की मेरे जैसे मामा,हर किसी को मिले मामा आपको,कभी दुखो का सामना ना करना,पड़े आप हमेशा ऐसे ही मुस्कुराते,रहे।
घर फूटे घर जाए. आपसी फूट से घर बर्बाद होता है.
जिस के पास न पैसा, वह भलामानस कैसा. जिसके पास धन होता है उसको लोग भलामानस समझते हैं, निर्धन को लोग भलामानस नहीं समझते.
चूल्हा झोंके चांवर हाथ. चांवर माने हाथ का छोटा पंखा. बीबीजी चूल्हे पे खाना बनाने बैठी हैं और चांवर हाथ में है. काम में नज़ाकत दिखाना. (देखिए परिशिष्ट)
कूदा पेड़ खजूर से राम करे सो होय. कोई व्यक्ति यदि कोई दुस्साहसिक फैसला ले तो.
“ हर चेहरे पर खुशियां ले आता हैजब तू करता है शरारतों का धमाका,क्या बताऊं भांजे तेरे बारे मेंतू है मामा के घर में खुशियों का पटाखा…!!!
बा अदब बा नसीब, बे अदब बे नसीब. दूसरों का सम्मान करने वालों का भाग्य साथ देता है, जो दूसरों का सम्मान नहीं करते वे भाग्य हीन हो जाते हैं.
गुणों के अनुसार प्रतिष्ठा होती है. अर्थ स्पष्ट है.
जोगी की प्रीत क्या. जोगी से दिल लगाना ठीक नहीं (क्योंकि वह आज यहाँ तो कल और कहीं).
घर का बामन बैल बराबर. घर में कोई विद्वान व्यक्ति हो तो उसकी कद्र नहीं होती.
सोने से गढ़ावल महंगी. जहाँ कच्चा माल तो महंगा हो ही पर उत्पादन की लागत और भी अधिक हो.
“ मामा-भांजे रिश्तेदार से ज्यादा,एक-दूसरे के दोस्त होते हैंअगर ये एक दूजे का साथ निभाएं,तो जीवन में कुछ नहीं खोते हैं….!!
मृत्यु सारे दुखों का अंत है. अर्थ स्पष्ट है. इंग्लिश में कहावत है – Death is the grand leveler.
ऊंट बलबलाता ही लदता है. जो लोग कोई काम करने में लगातार अनिच्छा और नाखुशी जाहिर करते रहते हैं उनके लिए.
खांसी, काल की मासी. लम्बे समय चलने वाली खांसी किसी गंभीर रोग का सूचक हो सकती है.
विपत्ति कभी अकेली नहीं आती. मनुष्य को अक्सर एक के बाद एक विपत्ति का सामना करना पड़ता है.
“ आगे चलके करेंगे ये दोनो ऐसा काम,जससे होगा दुनीया मे इनका बढ़ा नाम।काश ये बने ऐसे इन्सान,जिनके लिए मुश्किल काम भी हो आसान…!!
गँवार गन्ना न दे, भेली दे (गुड़ न दे भेली दे). मूर्ख व्यक्ति छोटी सी चीज़ देने में आनाकानी करता है जबकि बड़ी चीज़ दे देता है. भेली – गुड़ की भेली.
समय समय सुन्दर सभी, रूप कुरूप न कोय. समय के अनुसार ही व्यक्ति सुंदर या असुन्दर होता है. कोई सदैव रूपवान या सदैव कुरूप नहीं होता.
कन कन जोड़े मन जुड़े. एक एक कण जोड़ने से एक मन (चालीस सेर) इकठ्ठा हो सकता है. थोड़ा थोड़ा जोड़ने से बड़ी राशि इकठ्ठी की जा सकती है.
जैसा मुँह, वैसा तिलक. व्यक्ति की हैसियत के अनुसार उसका सम्मान होता है.
जल्दबाजी काम शैतान का, सुघड़ काम रहमान का. जल्दबाजी में काम खराब हो जाता है.
जो ज्यादा करीब सो ज्यादा रकीब. जो आपके अधिक निकट है वही अधिक स्पर्धा और ईर्ष्या करता है. (रकीब – प्रतिद्वंद्वी).
दबी बिल्ली चूहों से कान कतरवाती है. शक्तिशाली व्यक्ति जब संकट में होता है तो उसे कमज़ोर लोगों से दबना पड़ता है.
घोड़े का हठ और औरत का हठ एक समान. अर्थ स्पष्ट है.
साँच कहा माने नहीं, झूठ से जग पतियाये. इस संसार में सच्ची बात को कोई नहीं मानता, सब झूठे लोगों का ही विश्वास करते हैं.
विधि प्रपंच गुन अवगुन साना. ईश्वर ने मनुष्य में गुण अवगुण का मिश्रण बनाया है.
गधा गया दुम की तलाश में, कटा आया कान. चौबे जी छब्बे बनने गए, दुबे बन कर लौटे.
सांड़ों की लड़ाई में बाड़ का नुकसान (लड़ें सांड बाड़ी का भुरकस). घर के दो लोग आपस में लड़ते हैं तो घर का ही नुकसान होता है.
कातिक मास रात हर जोतौ, टांग पसार घरै मत सोतौ. (बुन्देलखंडी कहावत) कार्तिक माह में घर पर न सो कर रात को भी हल जोतो तो जुताई पूरी हो पाती है.
भांजे मामा को खूब सताते है मामा जब सोते है तो अचानक ही जागते है
नट विद्या पाई जाय, जट विद्या न पाई जाय. अभ्यास करने से कोई नटों के समान कलाबाजी खाने जैसा कठिन काम सीख सकता है, परन्तु जाटों की विद्या नहीं सीख सकता.