630+ Mahabharat Shayari In Hindi | महाभारत शायरी स्टेटस

Mahabharat Shayari In Hindi , महाभारत शायरी स्टेटस
Author: Quotes And Status Post Published at: October 2, 2023 Post Updated at: July 27, 2024

Mahabharat Shayari In Hindi : जुबान से मीठे और दिमाग से जहरीले शकुनि से बचे,अन्यथा महाभारत का युद्ध आपके जीवन में भी हो सकता है. अधर्म और अत्याचार होते हुएदेखकर जो लोग सिर झुका लेते है,उनके सिर एक दिन अवश्य कटते है,महाभारत इस बात का साक्षी है.

राधा की कृपा, कृष्णा की कृपा,जय पे हो जाए,भगवान को पाए,मौज उड़ाए,सब सुख पाए.जय श्री राधे

कर्म का फल व्यक्ति को उसी तरह ढूंढ लेता है जैसे कोई बछड़ा सैकडों गायो के बीच अपनी माँ को ढूंढ लेता है।

जिसने पहले तुम्हारा उपकार किया हो, वह यदि बड़ा अपराध करे तो भी उनके उपकार की याद करके उसका अपराध क्षमा दो.

मुझे मालूम था की वो मेरा हो ही नहीं सकता!!मगर देखो मुझे फिर भी प्रेम हो गया उससे!!

पांडवो सी विवशता आएगी ..तो हिस्से में कृष्ण भी आएंगे

जो लोग समृद्ध होना चाहते हैं उन्हें बुरे दिमाग और बुरे दोस्तों से छुटकारा पाना चाहिए।

जो सज्जनता का अतिक्रमण करता है। उसकी आयु ,संपत्ति ,यश ,धर्म ,पुण्य, आशीष ,श्रेय नष्ट हो जाते है।

वो दिन कभी न आए हद से ज्यादा गरूर हो जाये!!बस इतना झुका कर रखना मेरे 🤵कन्हैया!!की हर 💖💖दिल दुआ🙏 देने को मजबूर हो जाये!!

मनुष्य अपने विश्वास से निर्मित होता हैजैसा वो विश्वास करता है वैसा वो बन जाता है।

यह सृष्टि कर्म क्षेत्र है,बिना कर्म किये यहाँ कुछ भी हासिल नहीं हो सकता |

याद रखना अगर बुरे लोग सिर्फ समझाने से समझ जाते तो बांसुरी बजाने वाला कभी महाभारत नही होने देता।

रामयण से धर्म सीखो तोमहाभारत से धर्म बचाना भी सीखो।

समझदार इंसान को कभी भी राजा की पत्नी के साथ या उसके दूसरे सेवकों के साथ मित्रता नहीं करनी चाहिए, न ही उनसे जो उसके शत्रु हैं।

कुछ वस्तु लेना उसी इन्सान से सही रहा है,

राधे तुम अगर जानना चाहते हो मेरे दिल मेंकौन है तो पहला लफ्ज़ दोबारा पढ़ लो।

मन, वचन और कर्म से प्राणी मात्र के साथ अद्रोह,सब पर कृपा और दान यहीसाधु पुरूषों का सनातन धर्म है.

प्यार दो आत्माओं का मिलन होता हैं,ठीक वैसे हीं जैसे प्यार में कृष्ण का नामराधा और राधा का नाम कृष्ण होता हैं।

सिर्फ किसी कार्य का परिणाम ही बता सकता है कि कार्य शुभ या अशुभ समय पर शुरू हुआ है या नहीं।

दे के दर्शन कर दो पूरी प्रभु मेरे मन की तृष्णाकब तक तेरी राह निहारूं,अब तो आओ कृष्णा।

बाल गोपाल🙏 भगवान कृष्ण🤵 आपके घर आएं!!कृष्णा🤵 जन्माष्टमी 🙏की ढेर सारी शुभकामनाएं!!

नित नये सपने तू देख पूरा करने का उन्हें रख हौसला!!अगर लक्ष्य तेरे है बुलंद तो सपने भी सच होंगे!!और सच होने का मजा भी आएगा!!

जिस भी राजा की प्रजा हर वक्त कर की वजह से हर दिन दुःखी रहे, और जिसे की अलग-अलग तरह के अनर्थ सहने पड़ते हैं, ऐसे सभी राजा की हमेशा से ही हार होती है।

जैसे जल द्वारा अग्नि को शांत किया जाता हैवैसे ही ज्ञान के द्वारा मन को शांत रखना चाहिए।

शंकराच्या प्रशंसेसाठी आणखी सुंदर एखादा शब्द मला हवातूच सांग किती भक्ति करू अन किती लिहू तुझ्याबद्दल देवा?जय जय शंकर

मेरा आपकी कृपा से सब काम हो रहा है,करते हो तुम कन्हैया मेरा नाम हो रहा है.जय श्री कृष्णा राधे राधे

एक बुरा आदमी उतना ही प्रसन्न होता हैजितना कि एक अच्छा आदमी दूसरोंके बीमार बोलने से व्यथित होता है।

वैसे ही उसको अन्य शरीर की प्राप्ति होती है, धीर पुरुष इसमें मोहित नहीं होता है।

किसी के प्रति मन मे क्रोध रखने की अपेक्षाउसे तत्काल प्रकट कर देनाअधिक अच्छा है, जैसे पल मे जल जानादेर तक सुलगने से अच्छा है।

आत्मा पुराने शरीर को वैसे ही छोड़ देती है,जैसे मनुष्य पुराने कपड़ों को उतार कर नए कपड़े धारण कर लेता है।

ज़िन्दगी ख़ुशनुमा हैं उसे प्यार करों दर्द भरी रातों के ढलने का इंतजार करों जर्रे- जर्रे में प्यार बसा हैं बस थोड़ा सा वक्त पर ऐतबार करों

भगवन श्री कृष्णा कहते हैं “में सभी मनुष्य के हिरदय में उपस्तित हूँ”

ईश्वर, ब्राह्मणों, गुरु, माता-पिता जैसे गुरुजनों की पूजा करना तथा पवित्रता, सरलता, ब्रह्मचर्य और अहिंसा ही शारीरिक तपस्या है।

कृष्णा जी के पास गोपियाँ तो बहुत है!!पर कृष्णा का मन राधा के सिवा कहीं!!लगता ही नहीं जय श्री राधा कृष्ण!!

आत्मा को शस्त्र काट नहीं सकते और न अग्नि इसे जला सकती है

मत रख अपने दिल में इतनी नफरते ऐ इंसान,जिस दिल में नफ़रत हो उस दिल में मेरा श्याम नहीं रहता .

गुरु दीक्षा बिना प्राणी के सब कर्म निष्फल होते है।

महाभारत, सो कर नींद जीतने का प्रयास न करें।कामोपयोग के द्वारा स्त्री को जीतने की इच्छा न करें।

सुनो कान्हा तुमFive Star की तरह दिखते होMunch की तरह शरमाते होCadbury की तरह जब तुम मुस्कुराते होKit Kat की कसमतूम बहुत सुंदर नजर आते हो

वह व्यक्ति जो मैं, मेरा, मेरी और अपनी इच्छा को त्याग देता हैं….उसे शांति की प्राप्ति होती हैं !

बड़ी बरकत है तेरे इश्क़ में कान्हा, जब से हुआ है कोई और दूसरा दर्द ही नहीं भाता!

जन्म लेने वाले के लिए मृत्यु उतनी ही निश्चित है

दीवाने है तेरे नाम के इस बात से इंकार नहीं,कैसे कहें कि तुमसे प्यार नहीं,कुछ तो कसूर है आपकी आँखों का कन्हैया,हम अकेले तो गुनाहगार नहीं।

अजीब नशा है, अजीब खुमारी है,हमे कोई रोग नहीं बस,जय श्री राधे कृष्णा, राधे कृष्णा बोलने बीमारी है.

यह विचार मानव जाति के लिए बहुत ही उपयुक्त है और आज भी यह विचार मानव जाति पर लागू होते है।

जिंदगी के इस रण में खुद ही कृष्ण और खुद ही अर्जुन बनना पड़ता है, रोज अपना ही सारथी बनकर जीवन की महाभारत को लड़ना पड़ता है।

अहंकार करने पर इंसान की प्रतिष्ठा, वंश और वैभव तीनो ही चले जाते है विश्वास ना हो तो रावण, कौरव और कंस का अंत देख लो।

जगमग श्याम की ज्योत जगी हैं, श्याम का दर्शन पाओ जी, खुश हो दाता बांट रहयो हो, पल्लो तुरन्त बिछाओ जी। ।। जय श्री श्याम।।

परिवर्तन इस संसार का नियम है,कल जो किसी और का था,आज वो तुम्हारा हैं,एवं कल वो किसी और का होगा।

तुम क्या मिले की साँवरे,मेरा मुकद्दर सवंर गया,उजड़े हुए नसीब का गुलशन निखर गया.जय श्री कृष्णा

ना जाने कैसा जादू हैं, मेरे श्याम के दरबार का, मैं जाता हूँ बिखर के, और आता हूँ निखर के।। ।। जय श्री श्याम।।

कोई प्यार करे तो राधा-कृष्ण की तरह करे.जो एक बार मिले, तो फिर कभी बिछड़े हीं नहीं.मेरे राधा कृष्णा

क्षमा धर्म है, क्षमा यज्ञ है, क्षमा वेद है और क्षमा शास्त्र है। जो इस प्रकार जानता है, वह सब कुछ क्षमा करने योग्य हो जाता है।

जब राजनीति में धर्म आता हैतो रामायण लिखी जाती है,और जब धर्म में राजनीति आती हैतो महाभारत लिखी जाती है.

जो महापुरुष मन की सब इच्छाओं को त्याग देता है और अपने आप ही में प्रसन रहता है, उसको निश्छल बुद्धि कहते है।

मधुर शब्दों में कही हुई बात अनेक प्रकार सेकल्याण करती है,किंतु यही यदि कटु शब्दों में कही जाए तो महानअनर्थ का कारण बन जाती है।

सुख के बाद दुख आता है और दुख के बाद सुख, इंसान को न तो हमेशा दुख होता है और न ही हमेशा सुख का आनंद मिल पाता है।

मुझे नहीं पता राधे तुम मुझे अपना कहती हो!!या नहीं पर हैं राधे तुम मेरी हो यह कहना मुझे!!सुकून देता है!!

दिल की हर तमन्ना पूरी करता, ये हैं श्री श्याम धन लखदातार, खाली कभी कोई ना जाता यहां से, ऐसा श्री श्याम धनी का दरबार ।। जय श्री श्याम।।

जो विपत्ति पड़ने पर कभी दुखी नहीं होता,बल्कि सावधानी के साथउद्यम का आश्रय लेता हैतथा समय आने पर दुख भी सह लेता है,उसके शत्रु पराजित ही हैं।

आत्म-ज्ञान की तलवार से काटकर अपने ह्रदय से अज्ञान के

राधा के हृदय में श्याम,राधा की साँसों में श्याम,राधा में ही हैं श्याम,इसीलिए दुनिया कहती हैं,बोलो श्याम श्याम श्याम।

सांवरे अगर तेरा सहारा ना होता, तो सुन्दर संसार हमारा ना होता, तूफानों की तबाही में गुम हो जाते, अगर सर पे हाथ तुम्हारा ना होता।। ।। जय श्री श्याम।।

हाथों में ले श्याम ध्वजा, मन में ले विश्वास, लो चल चले हम खाटू धाम, अब पूरे होगी आस।

अपने पूर्वजों का सम्मान करना चाहिए. उनके बताए हुए मार्ग पर चलना चाहिए. उनके दिए उपदेशों का आचरण करना चाहिए.

प्यार मे कितनी बाधा देखी,फिर भी कृष्ण के साथ राधा देखी.

पीर लिखो तो मीरा जैसी,मिलन लिखो कुछ राधा सा,दोनों ही है कुछ पूरे से,दोनों में ही वो कुछ आधा सा.जय श्री कृष्णा

निर्माण केवल पहले से मौजूद चीजों का प्रक्षेपण है.

राधा ने कृष्ण से पूछा के अपने मुझ से शादी क्यों!!नहीं की तो कृष्ण ने जवाब दिया की शादी तो दो!!लोग के बिच होती है हम दोनों तो एक हाना!!

बड़ी आस ले कर आया,बरसाने में तुम्हारे कर दो शमा,किशोरी जी अपराध मेरे सारे,सवारू में भी अपना जीवन.श्री राधा नाम जपते जपतेप्रेम से बोलो श्री राधे

दिल तुमसे लगा बैठे है,प्रेम की राह पर सपने सजाएं बैठे है,हर किसी ने तोड़े है सपने हमारे,एक तू ही है कन्हैया जिससे हर उम्मीद लगाए बैठे है।

दिल का क्या हैं तेरी यादों के सहारे भी जी लेगा, हैरान तो आंखे हैं जो तड़पती हैं तेरे दीदार को।। ।। जय श्री श्याम।।

प्रभु खोजने से नहीं मिलते.उसमें “खो जाने” से मिलते है.राधेकृष्णा जय श्री कृष्णा

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