Mafi Shayari In Hindi : गलती की है तो माफ़ कर दो, मगर यूँ नजर अंदाज न करो ! मेरे दिल से उसकी हर गलती माफ हो जाती हैं, जब वो मुस्कुरा के पूछती है नाराज हो क्या !
शिकायत अगर है हमसे कोई तो उसे दिल पर न लेना, समझ कर अपनी जान हमे तुम माफ कर देना, sorry
ना ढूंढ मेरा किरदार दुनियाँ की भीड़ में,वफादार तो हमेशा तन्हां ही मिलते है।
अहंकार दिखाके किसीरिश्ते को तोड़ने से अच्छा है,कि माफ़ी मांगकरवो रिश्ता निभाया जाये।
दिल से तेरी याद को जुदा तो नहीं किया,रखा जो तुझे याद कुछ बुरा तो नहीं किया,हम से तू नाराज़ हैं किस लिए बता जरा,हमने कभी तुझे खफा तो नहीं किया।
खफा जो हो गए तुम हमसे, तो इस जिंदगी में कोई खुशी नहीं रहेगी, चले गए जो छोड़कर तुम हमें, जिंदा तो जरूर होंगे हम पर ये जिंदगी न रहेगी।
ए मेरे दोस्त मुझे माफ कर दो,गिले-शिकवे मिटा कर,अपना दिल और मन साफ कर लो !
जिंदगी की राह को हमेशा रखो साफ़, किसी से माफी मांग लो, तो किसी को कर दो माफ़।
माफी वही इंसान मांगता है, जो रिश्तों को कभी नहीं खोना चाहता।
दूसरे दिन ऐसी बव्वा होने के लिए क्षमा करें और इतने अच्छे दोस्त होने के लिए धन्यवाद जब मैं गलत था तब भी मुझे गले लगाना।
अहंकार दिखाके किसी रिश्ते को तोड़ने से अच्छा हैकी माफ़ी मांगकर वो रिश्ता निभाया जाये.
सॉरी अब ना करेंगे तुमसे कोई भी सवाल !!माफ़ करना यार काफी हक़ जताने लगे थे !!तुम पर माफ़ कर दो ना यार !!
जब देखा तुझे पहली बारसब कुछ गुलाबी लगने लगाशायद हमें भी प्यार हो गया होगाऐसा एहसास होने लगा
दिल इतना बड़ा है कि कोई कितना भीबुरा क्यों ना करले बस एक सॉरी सेही उसे माफ कर देती हूं..!
बहुत उदास है कोई शख्स तेरे जाने से,हो सके तो लौट के आजा किसी बहाने से,तू लाख खफा हो पर एक बार तो देख ले,कोई बिखर गया है तेरे रूठ जाने से।।
हर वक़्त तुमको याद करता हूँ, हद से ज्यादा तुम्हे प्यार करता हूँ, क्यों तुम मुझसे खफा बैठे हो, मैं एक तुम्हीं पर तो मरता हूँ.,
हमसे कोई खता हो जाये तो माफ़ करना, हम याद न कर पाएं तो माफ़ करना, दिल से तो हम आपको कभी भूलते नहीं, पर ये दिल ही रुक जाये तो माफ़ करना.,
कब तक रह पाओगे आखिर यूँ दूर हमसे, मिलना पड़ेगा कभी न कभी ज़रूर हमसे, नज़रें चुराने वाले ये बेरुखी है कैसी, कह दो अगर हुआ है कोई कसूर हमसे।
हमसे कोई खता हो जाये तो माफ़ करना,हम याद न कर पाएं तो माफ़ करना।दिल से तो हम आपको कभी भूलते नहीं,पर ये दिल ही रुक जाये तो माफ़ करना।
बहुत उदास है कोई शख्स तेरे जाने सेहो सके तो लौट के आजा किसी बहाने सेतू लाख खफा हो पर एक बार तो देख लेकोई बिखर गया है तेरे रूठ जाने से.
हर गलती की माफ़ी होती है ख़ास कर तब,जब लड़की माफी पाने के लिए रात भर रोती है।अब माफ़ भी कर दो प्लीज
एक बात बोलूं…!अगर वो तुम्हारे एक सॉरी बोलने पर सब,कुछ भूल कर तुम्हे माफ़ कर देता है।तो वो लोग दिल के बड़े साफ़ होते हैं,उनको कभी हर्ट मत करना।
हो गई खता अब माफ़ भी कर दो नानही रहा जाता तुमसे यूँ जुदा होकर
कहा सुना जो भी हो माफ़ करनाकुछ वादे किये ना निभाए हों तो माफ़ करनाकुछ बातें जो हम दोनों के बिच हवीउन में कुछ भला बुरा हुवा हो तो माफ़ करना
माफ़ी मांगने का मतलब है की आपके लिए दिल में प्यार है अब जल्दी से हमें माफ़ कर दो ऐ सनम सुना है आप बहुत समझदार है।
खफा होने से पहले खता बता देना। रुलाने से पहले हँसना सिखा देना। अगर जाना हो कभी हमसे दुर आपको। तो पहले बिना सांस लिए जिना सिखा देना।
“ गलती हो जाती है गर,तो मुझे तू मना लिया कर यार,मेरे लिए तू ख़ास है,गले लगा लिया कर यार…!!!
माफी मांग लेने से कोई छोटा या बड़ा नहीं हो जाता, माफी मांग लेने से रिश्तों की नाराज़गी दूर हो जाती है।
कुछ दर्द ऐसे होते हैंजिन्हें दवा और दुआ,दोनों भी काम नहीं आते
“ हो सके तो हमारीगलतियों को माफ़ कर देनाक्योंकि ये दिल तुम्हें तुम्हारीइज़ाज़त के बिना भी याद करता है…!!
नहीं मांगते आपसे माफी हम,,तुम्हारी गुस्से वाली नज़रें हमें बहुत पसंद हैं
सॉरी कहने का मतलब है,कि आपके लिए दिल में प्यार है,अब जल्दी से हमे माफ़ कर दो ऐ सनम, सुना है आप बहुत समझदार हैं।
जब-जब सनम रूठता है, तब-तब ये मेरा दिल टूटता है, जब-जब दिल मेरा टूटता है, खुदा कसम ये मुझे कहीं का नहीं छोड़ता है। सॉरी बेबी!
हुई हो जो भूल कोई हमसे भूलकर, उस भूल को भूल समझकर भूल जाना, पर भूलना सिर्फ भूल को गलती से भी हमें मत भूल जाना।
वहाँ तो सिर्फ उसकी चूड़ी खनकी हैं !!तो इतना शोर-शराबा है !!यहाँ तो मेरा दिल टूटा हैं !!फ़िर भी कितना सन्नाटा हैं !!
दिल उदास हैं तेरे चले जाने से, हो सके तो मुसाफ़िर तू लौट आ, तेरे क़दमों में सर झुकाये खड़े हैं हम, तू बस एक बार सजा तो सुना जा !
जो दिल से “Sorry” कह देउसे यूं सताया नहीं करते…“Please” अब तो मुझेमाफ कर दो…”Sorry”
दिल से तेरी याद को जुदा तो नहीं किया,रखा जो तुझे याद कुछ बुरा तो नहीं किया,हम से तू नाराज़ हैं किस लिये बता जरा,हमने कभी तुझे खफा तो नहीं किया।
“ मुझसे जो भी भूल हुई उसे भुला दो जरातुम्हारा आशिक़ हूँ गले लगा लो जराअब नहीं करूँगा कभी नाराज तुम्हेंएक बार मुस्कुरा दो ना जरा…!!
इश्क़ किया था तुझसे इसलिए तो गलती !!अपनी बताई है मैंने ही तो झूठ बोला था इश्क़ में !!तूने तो बेवफ़ाई बड़ी इसमानदारी से निभाई है !!
कभी यह बात करते हो !!कभी वह बात करते हो !!आप बड़े लोग हो साहब !!हमसे कहा बात करते हो !!
क्यूँकि मैं तेरी ज़िंदगी में आया, तूने बहुत सहा..सॉरी!! दोबारा नहीं करेंगे ये गलती…
यह कैसा दौर है, अहंकार का,,खील से टूट कर गिरे आईने टूट गएउसने माफ़ी नहीं मांगी तो सारे रिश्ते टूट गए.
इश्क़ और प्यार में फर्क होता है दोस्त !!लोग प्यार में धोखा देते हैं !!और इश्क़ में जान !!
“ कहते है माफ़ी मांगने वालाछोटा या बड़ा नहीं होता,पर माफ़ी देने वालेका दिल बोहोत बड़ा होता…!!
जो गलती हमने की है,उसकी सजा दे देना, मगर नाराज़ मत होना !
हम रूठे भी तो किसके भरोसे रूठें !!कौन है जो आयेगा हमें मनाने के लिए !!हो सकता है तरस आ भी जाये आपको पर !!दिल कहाँ से लायें आपसे रूठ जाने के लिये !!
“Sorry”अब नहीं कहेंगे तुम्हें कुछ भी…जो करना है करो…अपनी लाइफ अपनी पसंद से जियो!!
“ आज एक वादा करते है तुमसे,कोई ज्यादा नही है तुमसे,माफ़ करदो जो रुसवा किया तुमको,गलती हमारी ही थीजो दूर किया खुद से तुमको…!!
अहंकार दिखाके किसी रिश्ते को तोड़ने से अच्छा है, कि माफ़ी मांगकर वो रिश्ता निभाया जाये।
गुस्से में होती हो तो लाज़वाब लगती हो, माफ़ी मांगने का अब मन नहीं करता
मैं परफेक्ट तो नहीं हूं, मैं गलतियां भी करता हूं जब तुम नाराज होते हो तो मना भी लेता हूं।
प्रेम में प्रतिशोध नहीं कतई नहीं,माफ कीजिए आजाद कीजिए।
हो जो इक दूजे से लड़ाई तो मना भी लिया करो, कभी तुम कभी वो, ये प्यार के रिश्ते थोड़े निभा भी लिया करो।
“ दोस्त है हम तुम्हारे,नाराज हो सकते हैं,पर कभी नफरत नहीं कर सकते…!!!
वो सुना रहे थे अपनी वफाओ के किस्से,हम पर नज़र पड़ी तो खामोश हो गए।
ऐसे खामोश न हो तुम,जो दोगे सजा जो भी होगी कबूल हमें।
तुम दुआ हो मेरी सदा के लिए, मैं जिंदा हूँ तुम्हारी दुआ के लिए, कर लेना लाख शिकवे हमसे, मगर कभी खफा ना होना खुदा के लिए।
माफी मांग लिया करो बिना गलती के, कुछ रिश्ते ऐसे ही नही तोड़े जाते !
मत रूठा करो सुना है,सोने के बाद हर किसी की सुबह नहीं होती..!!
सालों की है ये दोस्ती,इसे ऐसे ही ना ख़त्म कर देना मेरे यार,हमारी इस गलती को तू माफ़ कर दें,सिर्फ इसी का है हमें इंतज़ार !
“ नाराज क्यों होते हो हमसे,गलती हो जाए,तो माफ कर दिया करो…!!
इस कदर मेरे प्यार का इम्तेहान न लीजिये, खफा हो क्यूँ मुझसे यह बता तो दीजिये, माफ़ कर दो गर हो गयी हो हमसे कोई खता, पर याद न करके हमें सजा तो न दीजिये।
कुछ आदतें पसंद है मेरी,कुछ आदतें खराब लगती है।जब से छोड़ गयी है वो, इस,शरीर को सिर्फ शराब लगती है।
“Sorry Yaar”मेरी वजह से तुम्हारा दिल दुखा“Plzzz”… मुझे माफ कर दो।
हम रूठे भी तो किसके भरोसे रूठें,कौन है जो आयेगा हमें मनाने के लिए,हो सकता है तरस आ भी जाये आपको,पर दिल कहाँ से लायें आपसे रूठ जाने के लिये।
इस कदर हमसे रूठ ना जाइये,माना गलती हुई हैं हमसे,,अब माफ़ भी कर दो।
इस कदर हमसे रूठ ना जाइए,माना गलती हुई हैं हमसे,पर ऐसे खामोश ना हो जाइए,जो दोगे सजा होगी क़ुबूल हमें,बस एक बार मुस्कुरा जाइए।
“Sorry yaar”…तुम कुछ भी बोलो पर बोलो…यूं खामोश मत रहा करो…मुझसे तुम्हारी खामोशी बर्दाश्त नहीं होती।
कर देना माफ़ हम को दिल से अगर तोडा हो कभी दिलज़िन्दगी किया भरोशा कल कफ़न में लिपटा मिले तुम को ये दोस्त तुम्हारा
“ जहां प्यार होता हैवहां दर्द भी होता हैऔर जहाँ दर्द होता हैवहां झगड़ा भी होता हैझगडे के लिए मैं सॉरी बोलता हूँ। प्लीज मुझे माफ़ करदो….!!
छोटी छोटी बातों पर नाराज मत हुआ करो, अगर गलती हो जाए तो माफ़ कर दिया करो !
मेरा दर्द.कोई नहीं.समझ पाया,.क्यूंकि.मेरी आदत.थी मुस्कुराने.की.