Maa Shayari In Hindi 2 Line : माँ से जीवन अच्छा है, माँ के बिन सब कच्चा है, मै बड़ा कितना भी हूँ, पर माँ के लिए तो बच्चा हूँ। घुटनों से रेंगते-रेंगते जब पैरों पर खड़ा हो गया, माँ की ममता की छाँव में ना जाने कब बड़ा हो गया।
माँ खुद भूखी होती है, मुझे खिलाती है,खुद दुःखी होती है, मुझे चेन की नींद सुलाती है।
कभी यह मत कहना कि,दुनिया में कोई तुम्हें प्यार नहीं करताआज भी तुम जब तक घर ना पहुंचोतो “माँ” की आंखें दरवाजे पर ही होती है।Love you maa ❤️😘
दवा 💊असर ना करें🙁 तोनजर😇 उतारती है🤗माँ ❤️है जनाब…🤱वो कहाँ 😊हार मानती है🔥🔥🔥
जरा सी बात है लेकिन हवा को कौन समझाए, कि मेरी माँ दीये से मेरे लिए काजल बनाती है।
गिन लेती है दिन बगैर मेरे गुजारें हैं कितने,भला कैसे कह दूं कि माँ अनपढ़ है मेरी..!!
माँ बिना ज़िन्दगी वीरान होती है तनहा सफर में हर राह सुनसान होती है ज़िन्दगी में माँ का होना ज़रूरी है माँ की दुआओ से ही हर मुश्किल आसान होती है।
दौलत से मोहब्बत तो नहीं थी मुझे लेकिनबच्चों ने खिलौनों की तरफ़ देख लिया था
हे भगवान! बस इतना काबिल बनाना मुझे की जिस तरह मेरे माँ-बाप ने मुझे खुश रखा, मैं भी उनके बुढ़ापे में उनको खुश रख सकूँ।
जिंदगी देने वाली भी माँ है,पहली शिक्षक भी माँ है,पहली दोस्त भी माँ है,माँ से बड़ा कुछ नहीं है।
रोज़ रौशन कर देती है मुक़दर मेरा रात के अँधेरे में मेरी माँ की लोरियाँ .
माँ हर लम्हे की सुरक्षा है, माँ ही जीवन के सुख-दुख का सच्चा साथी है।
रोटी वो आधी खाती हे मगर,अपने बच्चो को पूरा खिलाती हे,चाहे मेरी माँ हो या तुम्हारी,दोस्तों माँ सबकी ऐसी ही होती हे।
अगर माँ है तो, किसी और सुपरहीरो की क्या जरूरत !
आज रोटी के पीछे भागता हूँ तो याद आता है मुझे रोटी खिलाने के लिए माँ मेरे पीछे भागती थी
घुटनों से रेंगते – रेंगते कब पैरो पर खड़ा हो गया, माँ तेरी ममता की छाँव में न जाने कब बड़ा हो गया.
किसी को घर मिला हिस्से में या कोई दुकान आई ,मैं घर में सबसे छोटा था मेरे हिस्से में माँ आई
माँ तेरे दूध का हक मुझसे अदा क्या होगा,तू है नाराज ती खुश मुझसे खुदा क्या होगा!
वह औलाद बड़ी किस्मत वाली है।जिन्हें माँ के हाथ का खानानसीब होता है, वरना दुनिया मेंकितनों के पास खाना नहीं होता औरकितनों के पास माँ नहीं होती।
माँ कर देती है पर गिनाती नहीं है, वो सह लेती है पर सुनाती नहीं है।
जब भी कोई खतरा मेरी जान पर आता है माँ का नाम ही जुबा पर आता है बिना कुछ कहे वो सब कुछ कह लेती है हमारी ख़ुशी के खातिर वह सब सह लेती है।
सर पर जो हाथ फेरे तो हिम्मत मिल जाये, माँ एक बार मुस्कुरा दे तो जन्नत मिल जाये।
हमारे लिए मां नही सोती थी रातों, बहुत सुकून मिलता है मां की प्यार भरी बातों।
न 🧏तेरे हिस्से😴 आयी न !!मेरे हिस्से🥱 आयी !!माँ 🤱जिसके जीवन📝 में !!आयी उसने 🥱जन्नत 😊पायी !!
माँ जो भी बनाये!!उसे बिना नखरे किये खा लिया करो!!क्योकि दुनिया में ऐसे लोग भी है!!जिनके पास या तो खाना नहीं होता या माँ नहीं होती!!
प्रेम से जो देती है वह बहन हैलड़ झगड़ कर जो देता है वह भाई हैपूछ कर जो देता है वह पिता हैबिना मांगे जो सब कुछ दे दे वह मां है👩👧❤👩👧
भीड़ बहुत होगी और नजर माँ बाप ही आएंगे।
जिस माँ का ख्यालउस की औलाद रखती होउस माँ से ज्यादा खुश किस्मत तोकोई राजमाता भी नहीं होगी।
मेरी माँ ने ज्यादा पढ़ाई तो नहीं की हैमगर जिंदगी की हर जरूरी बातमुझे मां ने ही सिखाई है
दिल की गहराइयों से एक सबक सिखा हैं,बिना मां बाप के सारा जीवन फीका हैं
इस तरह मेरे गुनाहों को वो धो देती है माँ बहुत ग़ुस्से में होती है तो रो देती है
माँ तेरे दूध का हक मुझसे अदा क्या होगा,तू नाराज है तो खुश मुझसे खुदा क्या होगा।
उसके होठो पर कभी बदुआ नहीं होती,बस एक माँ है जो कभी कफा नहीं होती।
खाने की चीज़ें मां ने जो भेजी हैं गांव से बासी हो गई हैं मगर लज़्ज़त वही रही
माँ सजदे में रहती है…शहर में आ कर पढ़ने वाले भूल गएकिस की माँ ने कितना ज़ेवर बेचा थाअसलम कोलसरी
इस दुनिया में एक “माँ” ही ऐसी शख्स है,जिसे कभी देर नहीं होती।
मां कहती नहीं लेकिन सब कुछ समझती है,दिल की और जुबां की दोनों भाषा समझती है।
मैंने कभी भगवान को नहीं देखा है,लेकिन मुझे इतना यकीन हे की,वो भी मेरी माँ की तरह होगा!
और यह शायरी अपने दोस्तों और अपनी माँ के साथ जे mother shayri शेयर करना ना भूले।
जिन लम्हों में मेरे माँ-बाप हंस रहे हो, वह लम्हे और वह समय कभी खत्म ना हो।
एक औरत अपनी ज़िन्दगी में सबसे ज्यादा दर्द हमें पैदा,करते वक़्त सेहती है तभी तो हर बच्चे के दिल में उसकी,माँ ही रहती है मेरी जान मेरी माँ।
माँ की बूढी आंखों को अब कुछ दिखाई नहीं देता, लेकिन वर्षों बाद भी आंखों में लिखा हर एक अरमान पढ़ लिया।
मां-बाप की बूढ़ी आंखों में इक फ़िक्र-सी छाई रहती है जिस कम्बल में सब सोते थे अब वो भी छोटा पड़ता है
तेरे बिना सब फीका सा लगता है माँ.तेरे गोद में ही सोने का दिल करता है माँ
एक हस्ती है जो जान है मेरी,जो जान से भी बढ़कर शान है मेरी,रब हुक्म दे तो कर दूं सजदा उसे,क्योंकि वो कोई और नहीं माँ है मेरी।
दुनिया में सब कुछ बिकता है, सिवाए माँ के प्यार के !
सच्चे प्यार की उम्मीद कभीइस दुनिया से मत रखना, क्योंकि…सच्चा प्यार सिर्फ “माँ” ही करती है।
माँ ना होती तो वफ़ा कौन करेगा, ममता का हक़ भी कौन अदा करेगा, रब हर एक माँ को सलामत रखना, वरना हमारे लिए दुआ कौन करेगा.
मेरी माँ की मुस्कान के बिनामेरी जिंदगी ही अधूरी हैमाना कभी-कभी डाँट लगाती रहती हैमगर उसकी डाँट में भी मेरी फ़िक्र रहती पूरी है
मां की तरह कोई और ख्याल रख पाए,ये तो बस ख्याल ही हो सकता है
“माँ” यानी एक बुलेट प्रूफ जैकेटजो खुद पर गोली खा सकती है,लेकिन अपने बच्चों पर आंच नहीं आने देगी।
वो तरक्की किस काम कीजो बुढ़ापे में माँ बाप का सहाराना बन सके।
मैंने कल शब चाहतों की सब किताबें फाड़ दी,सिर्फ एक कागज़ पर लफ्जे माँ रहने दिया।
सर पर जो हाथ फेरे तो हिम्मत मिल जायेमाँ एक बार मुस्कुरा दे तो जन्नत मिल जाये !
नहीं समझ पाटा इस दिखावे से क्या मिल जाता है,वो हाथ पर माँ खुदवाकर वृद्धाश्रम मिलने जाता है.
हालातों के आगे जब साथ ना जुबौं होती है,पहचान लेती है खामोशी में हर दर्द वो सिर्फ ”माँ ” होती है।
"एक माँ का प्यार एक टेपेस्ट्री की तरह होता है, इसके कई धागों से जीवन की एक खूबसूरत तस्वीर बुनी जाती है।"
सख्त राहों में भी आसान सफ़र लगता है,ये मेरी माँ की दुआओं का असर लगता है।
मां तुम्हारे पास आता हूं तो सांसें भीग जाती है, मोहब्बत इतनी मिलती है की आंखें भीग जाती है।
खूबसूरती की इंतहा बेपनाह देखी…जब मैंने मुस्कराती हुई माँ देखी
वो माँ ही होती हे जिसके होते हमारीज़िन्दगी में कोई ग़म नहीं होता दुनियाचाहे साथ दे या न दे लेकिन माँ काप्यार कभी कम नहीं होता
जो घर से दूर रहते हैं,वही समझ सकते हैं,की माँ क्या होती है।
उनके लिए हर मासूम हर बहार होता है,जिनके हिस्से में माँ का प्यार होता है।
दुनिया में लाखों लोग मिल जाएंलेकिन एक “माँ” की कमीकोई पूरी नहीं कर सकता।
दरवाज़े पे जब लिखा हमने नाम अपनी माँ का,मुसीबत ने दरवाज़े पे आना छोड़ दिया..!!
बुलंदियों के हर निशान को छुआ, जब मां ने गोद में उठाया तो आसमान को छुआ।
आँख खोलू तो चेहरा मेरी माँ का हो आँख बंद हो तो सपना मेरी माँ का हो, मैं मर भी जाऊं तो भी कोई गम नहीं लेकिन कफ़न मिले तो दुपट्टा मेरी माँ का हो!!
मां है तो जिंदगी जन्नत है, मां की दुआ से बड़ी कोई नही मन्नत है।
भीड़ में भी सीने से लगा के दूध पिला देती है,बच्चा अगर भूखा हो तो माँ शर्म को भुला देती है।
कलेजा फट जाता हैउस वक्त माँ काजब कोई औलाद उसे कहती हैमुझे पैदा ही क्यों किया
एक माँ अपने 10 बच्चो की देख भल कर सकती है लेकिन कभी कभी 10 बच्चे एक माँ की देख भल नहीं करते है।
अपनी ख्वाहिशों का क़त्ल करवो हमेशा हमारे सपनों के लिए जीती थीं,बस कुछ इसी तरहहमारी माँ की जिन्दगी बीती थी।
ये जो सख्त रस्तो पे भी आसान सफ़र लगता हेये मुझ को माँ की दुआओ का असर लगता हेएक मुद्दत हुई मेरी मां नही सोई तबिश …मेने एक बार कहा था के मुझे डर लगता हे