2095+ Maa Shayari In Hindi | माँ के लिए शायरी

Maa Shayari In Hindi , माँ के लिए शायरी
Author: Quotes And Status Post Published at: September 20, 2023 Post Updated at: October 12, 2023

Maa Shayari In Hindi : मां तुम्हारे पास आता हूं तो सांसें भीग जाती है, मोहब्बत इतनी मिलती है की आंखें भीग जाती है। माँ की बूढी आंखों को अब कुछ दिखाई नहीं देता, लेकिन वर्षों बाद भी आंखों में लिखा हर एक अरमान पढ़ लिया।

कुछ इस तरह वो मेरे गुनाहों को धो देती है, माँ बहुत गुस्से में होती है तो रो देती है।

जिंदगी की पहली Teacher माँ,जिंदगी की पहली Friend माँ,Jindagi भी माँ क्योंकि,Zindagi देने वाली भी माँ।

नई ऊंचाई सच्ची है नए आधार सच्चा हैकोई चीज ना है सच्ची ना यह संसार सच्चा है

मुझे हर एक काम पर वो डाटा करती है सायद मेरी माँ मुझे हर लम्हे तराशा करती है..

लबो पर उसके कभी बद्दुआ नहीं होती एक माँ है जो कभी खफा नहीं होती

वह माँ ही है जिसके रहते,जिंदगी में कोई गम नहीं होता,दुनिया साथ दे या ना दे पर,माँ का प्यार कभी कम नहीं होता।

भगवान हर जगह नही हो सकतेइसलिए उसने माँ बनायी

तेरे ही आँचल में निकला Bachpan, तुझ से ही तो जुड़ी हर धड़कन, कहने को तो Maa सब कहते,पर मेरे लिए तो है तू Bhagwan।

कितनी अजीब बात है ना!तकलीफ आते ही मुंह सेपहला शब्द माँ ही निकलता है।

वो कहते हैं,खुदा का घर नहीं होता।वो दिल में हैमानता हूं पर,मेरी मां तो मेरे घर में है।

मां का दरजा तो भगवान से भी ऊपर होता है,मां तो वो है जो हर आंधी को झेल लेती हूं,जब भी मुझपर कोई भी मुसीबत आती है,मुझे अपने आंचल में छिपा लेती है।

जब – जब कागज पर लिखा मैने माँ का नाम ,कलम अदब से बोल उठी हो गये चारो धाम।

वो मंदिर भी जाती है वो मस्जिद में भी जाती है, गर बीमार बच्चा हो तो माँ मज़हब भूल जाती है….

पहाड़ो जैसे सदमे झेलती है उम्र भर लेकिन,बस इक औलाद के सितम से माँ टूट जाती है।

तन्हाई क्या होती उस माँ से पूछो, जिसका बेटा घर लोट कर नही आया।

दुनिया में सब कुछ बिकता है, सिवाए माँ के प्यार के !

मौत से लड़ कर जिसने हमें जन्म दिया,उस माँ का दिल कभी मत तोड़ना।

जब तक मेरे सर पर मां का हाथ हैफर्क नहीं पड़ता कौन मेरे खिलाफ है..!!

जब जब कागज पर लिखा, मैने “माँ” का नाम, कलम अदब से बोल उठी, हो गये चारो धाम।

जागना भी कबूल है तेरी यादों में रात भर, माँ तेरे एहसासों में जो सुकून है, वो नींद में कहाँ।‌‌

गिन लेती है दिन बगैर मेरे गुजारें हैं कितने,भला कैसे कह दूं कि माँ अनपढ़ है मेरी..!!

तूने ही तो चलना सिखाया,मुझे हंसना ओर बोलना सिखाया।में गिरता रहा,खुद की नजरो मेंमेरी मां ने मुझे उठना सिखाया।

भारी बोझ पहाड़ सा कुछ हल्का हो जाएजब मेरी चिंता बढ़े माँ सपने में आएअख़्तर नज़्मी

जमाने ने इतने सितम दिए की रूह पर भी जख्म लग गया,मां ने सर पर हाथ रख दिया तो मरहम लग गया।

किसी को घर मिला हिस्से में या कोई दुकान आई, मैं घर में सबसे छोटा था मेरे हिस्से में माँ आई।।

घर में धन, दौलत, हीरे, जवाहरात सब आएलेकिन जब घर में माँ आई तब खुशियां आई

कोई सरहद नहीं होती,कोई गलियारा नहीं होता,अगर मां की बीच होती,तो बंटवारा नहीं होता।

दुनिया की हर चीज बिक सकती है.पर माँ की ममता नहीं.माँ तेरे प्यार से अनोखा इस दुनिया में.कुछ और हो सकता नहीं​।

तेरे ही आँचल में निकला बचपन तुझ सेही तो जुड़ी हर धड़कन कहने को तो माँसब कहते पर मेरे लिए तो है तू भगवान..

मुझे माफ़ कर मेरे या खुदाझुक कर करू तेरा सजदातुझसे भी पहले माँ मेरे लिएना कर कभी मुझे माँ से जुदा!

मुझे मौत से इतना दर नहीं लगता जितना दर मुझे माँ के बिना इस दुनिया में लगता है।

हालात बुरे थे मगर अमीर बनाकर रखती थी हम गरीब थे, ये बस हमारी माँ जानती थी

माँ तेरी याद सताती है मेरे पास आ जाओ,थक गया हूँ मुझे अपने आँचल मे सुलाओ,उंगलियाँ अपनी फेर कर बालो में मेरे,एक बार फिर से बचपन कि लोरियां सुनाओ।

रोटी वो आधी खाती हे मगर,अपने बच्चो को पूरा खिलाती हे |

जब तक रहा हूं धूप में चादर बना रहा मैं अपनी मां का आखिरी ज़ेवर बना रहा

अपनी जुबान की ताकत उन माता पिता पे कभी मतआजमाओ, जिन्होंने तुम्हे बोलना सिखाया है

माँ के लिए मैं क्या शेर लिखू,माँ ने मुझे खुद शेर बनाया है

मन्नत मागने पर हर मन्नत पूरी होती है.तेरे आचल में ही तो माँ जन्नत नसीब होती है.और क्या मांगू तुझसे माँ.तेरे होने से ही तो मुझमे नूर होती है​।

माँ से जीवन अच्छा है, माँ के बिन सब कच्चा है, मै बड़ा कितना भी हूँ, पर माँ के लिए तो बच्चा हूँ।

मरने से डर नहीं लगता मुझेमम्मी पापा के बिना जीने से डर लगता है !!

चलती फिरती आंखों से अजां देखी है, मैंने जन्नत तो नहीं देखी लेकिन मां देखी है।।

जिंदगी में मेरी खुशियो का आना बाकी हैमेरी सलामती के लिएमेरी मां की दुआ काफी है..

लबों 😊पर उसके 🤔बद्दुआ नहीं होती👎बस एक माँ🤰 है जो मुझसे 🙁खफा नहीं होती💯💯💯

मैं तो अभी भी छोटा ही हूँ मेरी Mom मुझे बड़ा होने ही नहीं देती.

मांग लूँ यह मन्नत की फिर यही जहान मिलेफिर वही गोद, फिर वही माँ मिले

सख्त राहों में भी आसान सफ़र लगता है ये मेरी माँ की दुआओं का असर लगता है

हम खुशियों में मां को भले ही भूल जाए,जब मुसीबत आ जाए तो याद आती है मां।

बहुत बेचैन हो जाता है जब कभी दिल मेरा,मैं अपने पर्स में रखी माँ की तस्वीर को देख लेता हूं।

किसी को घर मिला हिस्से में या कोई दुकान आई,मैं घर में सबसे छोटा था मेरे हिस्से में माँ आई​।

खूबसूरती का इंतिहा बेपनाह देखा, जब मैंने मुस्कुराते हुए माँ को देखा।।

उसके होठो पर कभी बदुआ नहीं होती,बस एक माँ है जो कभी कफा नहीं होती।

सारी दुनिया फिक्र करना छोड़ सकती है,लेकिन मेरी माँ नहीं।

जिस माँ की परवाह उसका बेटा करता होउस माँ से ज्यादा अमीर तो राजमाता भी नहीं है !!

सर पर जो हाथ फेरे तो हिम्मत मिल जाये,माँ एक बार मुस्कुरा दे तो जन्नत मिल जाये।

नहीं हो सकता कद तेरा ऊँचा किसी भी माँ से ऐ खुदा,तू जिसे आदमी बनाता है, वो उसे इंसान बनाती है।

जब खाने वाले पाँच और रोटी एक होती है,मुझे भूख नहीं है ऐसा कहने वाली सिर्फ माँ होती है!!👩‍👧❤👩‍👧

मेरी मां मुझे संसार की हर बुराई से बचाती है।

ए मुसीबत जरा सोच के आ मेरे करीब, कही मेरी माँ की दुआ तेरे लिए मुसीबत ना बन जाये।

हालातों के आगे जब साथ,न जुबाँ होती है,पहचान लेती है ख़ामोशी में हर दर्द,वो सिर्फ प्यारी “माँ” होती है।

कहते है पहला प्यार भुलाया नहीं जाता,फिर भी पता नी लोग माँ बाप का प्यार क्यों भूल जाते है

सीधा साधा भोला भाला मैं ही सब से सच्चा हूँ,कितना भी हो जाऊं बड़ा माँ आज भी तेरा बच्चा हूँ।

मेरी ख्वाइश है की मैं फिर से फरिस्ता हो जाऊं माँ से इस क़दर लिपटूं की बच्चा हो जाऊ

है गरीब मेरी माँ फिर भी मेरा ख्याल रखती है,मेरे लिए रोटी और अपने लिए पतीले की खुरचन रखती है..!!

सारे जहां में नहीं मिलत बेशुमार इतना सुकून मिलता है माँ के प्यार में जितना…

माँ पहले आँसू आते थे तो तुम याद आती थी,आज तुम याद आती हो और आँसू निकल आते है। Mother’s Day Shayari In Hindi

कैसे भुला दूँ मैं अपने पहले प्यार कोकैसे तोड़ दूँ उसके ऐतबार को,सारा जीवन उसके चरणों में अर्पण कर दूँछोड़ दूँ उसकी खातिर मैं इस संसार को।

बिन कहे आँखों में सब पढ़ लेती है,बिन कहे जो गलती माफ़ कर दे वो माँ है।

हर घड़ी दौलत कमाने में इस तरह मशरूफ रहा मैं, पास बैठी अनमोल मां को भूल गया मैं।

आज एक तलाश मै हूं, ज़िन्दगी के सबसे खूसूरत सुकून की, और ये सुकून माँ की गोद से शुरू होकर मेरी नींद आने तक रहता हैं।

हर रिश्ते मे मिलावट देखी हैकच्चे रंगो की सजावट देखी हैलेकिन सालो साल देखा है माँ कोउसके चेहरे पे ना कभी थकावट देखीना ममता मे कभी कोई मिलावट देखी !

काला टीका दूध मलाई आज भी सब कुछ वैसा है,मैं ही मैं हूँ हर जगह प्यार ये तेरा कैसा है?

मेरी हर कोशिश को खुदा सफल कर देता हैमेरी माँ का होना मुझे मुकम्मल कर देता है।

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