Lonely Shayari In Hindi : एक तुम्हीं थे जिसके दम पे चलती थी साँसें मेरी, लौट आओ जिंदगी से वफा निभाई नहीं जाती ! वो मन बना चुके थे हमे छोड़ जाने का, किस्मत तो सिर्फ उनके लिए एक बहाना था !
अकेलापन मेरा ये कदम है जो मुझे आगे बढ़ाता है,इसमें मुझे कुछ भी नहीं हारा, ना कोई समझ पाता है।
कभी जब गौर से देखोगे तो इतना जान जाओगे,कि तुम्हारे बिन हर लम्हा हमारी जान लेता है।
अकेले ही रो लेते हैं अकेले ही पोंछ लेते हैं इन आंसुओं को, अकेलेपन की संगत में देख हमने क्या-क्या सीख लिया है।
यूँ भी हुआ 🌃 रात को जब सब 😪 सो गए,तन्हाई और मैं तेरी 😢 बातों में खो गए … ।। 😅
हर मुलाक़ात पर वक़्त का तकाज़ा हुआ ;हर याद पे दिल का दर्द ताज़ा हुआ .!
चाँद में अगर नूर होता हैपागल दिल मजबूर होता हैतुझसे मिलने आ जाते परलेकिन खुद्दार दिल छुपकर रोता है
बहुत कुछ पाने वाले #बहुत कुछ खोया करते हैं, इस #दुनिया में हंसने वाले सबसे #ज़्यादा रोया करते हैं।
खुद से ही बातें हो जाती है अब तो ,लोग वैसे भी कहा सुनते है आज कल !
अच्छा नही लगता बार बारकिसी को अपनी याद दिलाना..अगर एहमियत होगी तो लोगखुद याद कर लेंगे…
तन्हाई कोई लफ्ज़ नहीं सजा है किसी को पाने की किसी का साथ चाहने की सजा।
दुनिया तो जैसी भीड़ सेभरी हुई थी वैसी ही हैलेकिन इस भीड़ मेंमेरे अकेले का अकेलापनकोई देख नहीं सकता।
रास्ता जल्द ही कट जाए तो अच्छा है वरना अकेला चल पाने का अब हम में जज़्बा नहीं रहा।
अगर जीतने की ज़िद है तो, तुम पहले चलोकोई साथ आए ना आए, लाज़िम है कि तुम अकेले चलो ।
ज़िन्दगी की एक ही हकीकत है मेरी, ना वो हमारा हो सका ना प्यार दोबारा हो सका।
अब तन्हाई की ये दुनिया लगती है बेख़बर,कहीं तुम न मिलो तो मैं कहाँ जाऊं नजदीक तुम्हार।
मैं हूँ दिल है तन्हाई है तुम भी होते अच्छा होता
जब भी आता है उसका ख्याल, जब हम अकेले होते है।
अकेलापन वो सजा है हुज़ूर जो की उसे मिलती है जो बेक़सूर होता है।
किसी हालत में भी तन्हा नहीं होने देतीहै यही एक ख़राबी मिरी तन्हाई कीफ़रहत एहसास
माना की में बुरा हु सो बुरा होता गया मेरे साथ,पर तुमतो अच्छी थी ना तुमतो कुछ अच्छा कर जाती मेरे साथ।
मोहब्बत के गुल थोडे.इंतजार में नहीं खिलते मंजिल पर खड़े लोग मझधार में नहीं मिलते .!!
तन्हाई किसी का इंतज़ार नहीं करती,किस्मत कभी बेवफाई नहीं करती,उनसे दूर होने का असर है वरना,परछाई कभी जिस्म पर वार नहीं करती…”
एक पल का एहसास बनकर आते हो तुम दुसरे ही पल ख्वाब बनकर उड़ जाते हो तुम जानते हो की लगता है डर तन्हाइयों से फिर भी बार बार तनहा छोड़ जाते हो तुम।
हजारों महफिलें हैं और लाखों मेले हैं,पर जहाँ तुम नहीं वहाँ हम अकेले हैं।
हजारों महफिले है और लाखों मेले है, पर जहाँ तुम नहीं वहाँ हम अकेले है।
उसकी आरज़ू अब खो गयी है,खामोशियों की आदत सी हो गयी है,न शिकवा रहा न शिकायत किसी से,बस एक मोहब्बत है,जो इन तन्हाइयों से हो गई है।
कुदरत के इन हसीन नजारों का हम क्या करें, तुम साथ नहीं तो इन चाँद सितारों का क्या करें.
वादा तो कर लेते है निभाना भूल जाते हैं,लगा के आग सीने में बुझाना भूल जाते हैं,भूलना तो आदत हो गयी है लोगो की,रुलाते है फिर मनाना भूल जाते हैं.
कभी अधूरा सा कुछ कहूँ तो तुम पूरा समझ जानाहम तो उलझे हैं तुझमें तू हममें न कहीं उलझ जाना
बेपनाह मोहब्बत ❤️ की सज़ा पाए बैठे हैं, हासिल कुछ ना हुआ, सबकुछ लुटाये 😠 बैठे हैं … ।।
दिल टूटता है परआवाज नहीं होतीचोट लगती है मगरदिखाई नहीं देती।
कभी खुशियों की हँसी दे देते थे अब रोने का हुनर सीख गए,जो खुशी से मिलते थे हम, अब उनसे दूरी बढ़ा ली गए।
तेरा बार बार रूठना मुझे अच्छा लगता है,पर क्या तुझे भी मेरा मनाना अच्छा लगता है।।
अकेलेपन से मैं डरता नहीं हूँ,क्योंकि खुद से बहुत प्यार करता हूँ.
शुक्रिया कि तुमने मुझेमेरी हदें बता दीवरना हम तोगलती से तुम्हेंबेहद प्यार कर बैठे थे
कितने तोहफे 🎁🎁 देती है ये मोहब्बत भी 💝 ,रुसवाई 😔 अलग, जुदाई अलग, तन्हाई 💔💔अलग … ।।
मेरी लिखी किताब मेरे हाथो में देकर,कहने लगे इसे पढा करो,मोहब्बत करना सिख जाओगे।
मोहब्बत में बिछड़ के कोई जी नहीं सकता, और बच गया तो उसे तन्हाई मार डालेगी
एक तेरे ना होने से बदल 🤭 जाता है सब कुछ कल धूप भी ☀️ दीवार पे पूरी नहीं उतरी … ।।__________________________
बहुत शौक था दुसरो को खुश रखने का, होशतो तब आया, जब खुद को अकेला पाया ।
अगर ज़िन्दगी का जंग जीतना है,तो अकेले चलना सीखना होगा।
आग लगी दिल में जब वो खफ़ा हुए,एहसास हुआ तब, जब वो जुदा हुए,करके वफ़ा वो हमे कुछ दे न सके,लेकिन दे गये बहुत कुछ जब वो वेबफा हुए।
जब अकेला होता हूँ,अकसर तुम्हे बुलाता हूँ,जब तुम नहीं आते हो,टूटकर यादों में खो जाता हूँ।
रोते हैं तन्हा देख कर मुझको वो रास्ते,जिन पे तेरे बगैर मैं गुजरा कभी न था।
मेरे हाल चाल पूछने पर झल्लाया ना करो ऐ दोस्तहाल पूछने की कीमत उनसे पूछो जिनसे तन्हाइयों में किसी ने भीउनका हाल ना पूछा हो।
फिर वोही रात वोही हम वोही तन्हाई है,फिर हर एक चोट मोहब्बत की उभर आई है.
ज्यादा कुछ ख्वाहिशेनही है ए जिंदगी तुझसे,बस तू जरा सुकून से हीगुजर इतना काफी है..!
किसी को इतना भी मत चाहो, कि तुम्हें अकेला रहना पड़ जाए।
तन्हाई बहुत दर्द देती है मगर बहुत कुछ सीखा भी देती है।
न ढूंढ मेरा किरदार दुनिया की भीड़ में, वफादार तो हमेशा तन्हा ही मिलते हैं !
कहने लगी है अब तो मेरी तन्हाई भी मुझसे मुझसे कर लो मोहब्बत मैं तो बेवफा भी नहीं.
कितनी अजीब हैइस शहर की तन्हाई भीहजारो लोग है मगरकोई उस जैसा नहीं है।
कभी जो हमें देखे बिनाएक पल रहे नहीं पाते थेआज वक्त कुछ ऐसा है कीअब वो हमारा हालजानना भी नहीं चाहते हैं
लाज़िम नहीं कि उसको भी मेरा 🤨 ख्याल हो ! मेरा जो हाल है वही उसका भी 😔😔 वही हो … ।।
हम इस दर्द से किनारा करें भी तो कैसे करें उससे बिछड़ कर जिंदा है इतना काफी नहीं।
तू उदास मत हुआ कर इन हजारों के बीच,आख़िर चांद भी अकेला रहता हैं सितारों के बीच।
बदलेंगे नहीं जज्बात मेरे तारीखों की तरह,बेपनाह प्यार करने की ख्वाहिश उम्र भर रहेगी।
क्या तुम भूल गए जब मैं तुम्हारी गलियों में आता था और तुम छत पर खड़ी हो कर मुस्कुराया करती थी…
अगर किसी के साथ रहने सेआप हर्ट होते हो तो उससेअच्छा अकेले रहो।
मैं ज़िंदगी समझने में लगा हुआ था,वो मुझे दुनिया समझा गई।
तन्हाई किसी का इंतज़ार नहीं करती,किस्मत कभी बेवफाई नहीं करती,उनसे दूर होने का असर है वरना,परछाई कभी जिस्म पर वार नहीं करती…
मैं हूँ दिल ❤️ है तन्हाई है,तुम भी जो होते तो 🖤 अच्छा होता … ।। 😌😔__________________________
हाँ सीख नहीं पाए हम मीठे झूठ का हुनर, कड़वे सच ने कई रिश्ते छीन लिए हमसे।
जिनके पास बातें करने के लिए हमारे जैसेहजारों लोग होते हैं ना साहब..उन्हें एक हमारे बात करने ना करने से कोई फर्क नहीं पड़ता!
अब तेरा नाम ही काफी है,मेरा दिल दुखाने के लिए।
जब भी खुशी मिलती है तो एहसास होता है,कोई साथ हो तो ही खुशियों का अहसास होता है,तो खुश रहो सदा खुश रहो,कोई तुम्हारा साथ न हो तो भी खुश रहो।
क्या कहें बिन तेरे ये ज़िन्दगी है कैसी,दिल को जलती ये बेबसी है कैसी,ना कह पाते है ना सह पाते है,ना जाने तकदीर मैं लिखी ये आशिकी है कैसी।
दर्द कैसे सहा जाता है,अकेले कैसे रहा जाता है,कुछ लोग यही सिखानेहमारी जिंदगी में आते है.
सहारे ढूढ़ने की आदत नहीं हमारी, हम अकेले पूरी महफिल के बराबर है।
हर ज़ुल्म तेरा याद है भूला तो नहीं हूँ,ऐ वादा फरामोश मैं तुझ सा तो नहीं हूँ..
पता नहीं क्यों जिनका दिल❤ साफ होता है।उनकी किस्मत ही खराब होती है!!😰
कभी जो थक जाओ तुम दुनिया की महफिलों से, हमें आवाज दे देना, हम अकसर अकेले होते हें.