Ladki Ki Tarif Me Shayari In Hindi : अपना चांद सा चेहरा देखने की इजाजत दे दो, इस खूबसूरत शाम को और सजाने की इजाजत दे दो। एक लाइन में क्या तेरी तारीफ़ लिखूं पानी भी जो देखे तुझे तो प्यासा हो जाये
तुझको देखा… तो फिर… उसको ना देखा,चाँद कहता रह गया, मैं चाँद हूँ मैं चाँद हूँ।
नज़रे झुकाकर जब देखती हो,एक अजीब सा एहसास होता है,सीने से निकलकर मेरा दिल,तेरे दिल के पास होता है।
आज उनकी खूबसूरती का साक्षात्कार हुआ तो पता लगा उनके हुस्न के आगे वो लफ्जों की तारीफें खोखली हैं।
मैं तुम्हारी सादगी की क्या मिसाल दूँइस सारे जहां में बे-मिसाल हो तुम।
खूबसूरत लोगों को संवरने की जरुरत क्या, उनकी तो सादगी में भी कयामत होती है.
तुम्हारा यूं मिलना कोई इत्तेफाक ना था.. एक उम्र की तन्हाई का मुआवजा हो तुम..
जी भर के देखू तुझे अगर गवारा हो, बेताब मेरी नज़रे हो और चेहरा तुम्हारा हो.!!
तेरे नैनों की झील नेहमें डुबो दिया,चाहते तो नहीं थे हम परतू ने हमें आशिक बना दिया..!!
तुम्हारी आवाज़ सुनते ही दिल खुश हो जाता है,जैसे कि बच्चे को माँ की आवाज़ सुनने पर होता है।
न देखना कभी आईना भूल कर देखोतुम्हारे हुस्न का पैदा जवाब कर देगा।
जिस मोड़ पे तू मिल गई वहां एक नई राह खुल गई तू नए किरण की बहार है अब रात भी मेरी ढल गई
हम तो फना हो गए उनकी आँखे देखकर,ना जाने वो आइना कैसे देखते होंगे।
धीरे से सरकती है रात,हमारे आंचल की तरह।उसका चेहरा नज़र आता है,झेल में खिले कमल की तरह।
उसकी बातें दीवाना बना देती है, उसकी मुस्कान हर गम भुला देती है, आंखों की मासूमियत के क्या कहने, जिधर नजर भर देख ले उसे पाक कर देती है।
न जाने कौन सी जुबां बोल जाती हैं ये उनकी आंखें, न हम इजहार कर पाते हैं और न ही इनकार।
जब मैंने चाँद को अपनी चाँद दिखाया,रात में निकला पर हुस्न पर नहीं इतराया।
आफ़त तो है वो नाज़ भी अंदाज़ भी लेकिन,मरता हूँ मैं जिस पर वो अदा और ही कुछ है।
अपना इक-इक वादा इस तरह निभाना हैतुम को मेरे आँगन मे चाँद बन के आना है !
उड़ते आँचल में दिखती कमर को मैं छुपाना चाहता हूँ…! इज़ाज़त हो तो में तुम्हारे पल्लू में आलपिन लगाना चाहता हूँ…!
दिल पर रहा ना काबू तेरी ही ओर जाने लगा…मंजिल का पता नही लेकिन सफर का मजा आने लगा…
हर चमकी चीज सोना नहीं होती,जरा पारख रहा हूं की खरा है की नहीं।
मुझे आज तुम कुछ बात बताने की इज़ाज़त दे दो,यह शाम तुम्हारे नाम करने की इज़ाज़त दे दो,कैद कर लो मुझे अपने इश्क़ में,मेरी जान तुम पर लौटने की इज़ाज़त दे दो।
ख्वाहिश ये बेशक नही कि “तारीफ” हर कोई करे,मगर “कोशिश” ये जरूर है कि कोई बुरा ना कहे।
कैसी थी वो रात कुछ कह सकता नहीं मैं, चाहूँ कहना तो बयां कर सकता नहीं मैं ।
सुबह का मतलब मेरे लिएसूरज का निकलना नही,तेरी मुस्कराहट सेदिन का शुरू होना है..!!
तुझे पलकों पर बिठाने को जी चाहता है, खूबसूरती की इंतेहा है तू, तुझे जिंदगी बनाने को जी चाहता है।
ना हम तुम्हें खोना चाहते हैं,ना तुम्हारी याद में रोना चाहते हैं,जब तक है मेरी जिंदगी,हम तुम्हारे साथ होना चाहते हैं।
रुख से पर्दा हटा तो, हुस्न बेनकाब हो गया,उनसे मिली नज़र तो, दिल बेकरार हो गया।
तेरे वजूद से हैं मेरी मुक़म्मल कहानी,मैं खोखली सीप और तू मोती रूहानी।tere vajud se hain meri muqammal kahaani,main khokhali sip aur tu moti ruhaani.
उसको सजने की संवरने की जरूरत ही नही,उसपे सजती है हया भी किसी जेवर की तरह ।
चंद लम्हों को सदियों में जीना है !मुझे तुम्हारे होंठो से लगी चाय पीना है !!
जो वो सुनना चाहती थी वो आपने उसको बोल दिया अब वो लड़की बहुत खुश हो जाएगी की मेरी चॉइस कितनी अच्छी है.
इस ज़िस्म की ज्वाला जब शांत होती है तो राख बन के दरिया मे समा जाती है।। तुम ढूढ़ते रहोगे राख मे ज़िस्म का एहसास तुम्हारे सामने हि सब खत्म हो जाएगा।।
वो शमा की महफ़िल ही क्या,जिसमे दिल खाक ना हो…..! मज़ा तो तब है,चाहत का जब दिल तो जले,पर राख ना हो….!!
तेरी मोहब्बत में डूब कर मैंबूँद से दरिया हो जाऊं,मैं तुझसे शुरू होकर तुझमेंही ख़त्म हो जाऊं..!!
आज उसकी मासूमियत के कायल हो गए,सिर्फ उसकी एक नजर से ही घायल हो गए।
तुम हक़ीकत नहीं हो हसरत हो,जो मिले ख़्वाब में वही दौलत हो,किस लिए देखती हो आईना,तुम तोखुदा से भी ज्यादा खूबसूरत हो।
जब तेरा ख्याल तेरा दमन चुमता है,हर तराफ फिजाओ माई सावन झूमता है।कबतालक माई रोकुंगा प्यार धरकानो किस,सामने नज़र के तेरा कुआवाब घुमता है।
आपकी कातिल नज़रों से जो टकराया होगा…! मझे नहीं लगता वो, अब तक घर पहुँच पाया होगा…!!
दिल का क्या है तेरी यादों के सहारे जी लेंगे हैरान तो आँखें है तड़पती है तेर दीदार को
बड़ी खूबसूरती से, कल देखा उसने मुझे,बड़ी हैरानी से ,मैं आज भी उसे सोच रही हूं।
तुम्हारी मुस्कुराहट तीर है केवल, धनुष का काम तो मादक तुम्हारा रूप करता है.
चूम कर लब आपके मैं दिल में समां जाऊ अब आओ पास मेरे ये दुरिया मिटाऊ
किसी मयखाने की मय नहीं जो तुमसे ज्यादा नशीली हो, किसी हुस्न वाली में अदा नहीं जो तुमसे ज्यादा शर्मीली हो ।
खुशी इस बात की है की में शायर हो गया….!! दुख इस बात का नही की तू बेवफा हो गया…!!
तेरा चेहरा है जब से मेरी आँखों मैं लोग मेरी आँखों से जलने लगे है
वो बला की शोख़ी देखी है तेरी नज़रो मैंवो हुस्न वो नजाकत वो बेकाबू जुल्फ की घटाक्या क्या बयान करू मैं ऐ शोख हसीनाहर बात बेमिासल है तेरे हुस्न की
जब जज्बातों को अंजाम देना मुमकिन ना हों,तो एक ख़ूबसूरत मोड़ देकर छोड़ देना चाहिए।
आसमां में एक अजीब खलबली मची हुई है, लोग पूछ रहे हैं की ये ज़मीं पे कौन घूम रहा है, एक चाँद सा खूबसूरत चेहरा लिए हुए.
उसके मीठे होठ और मुझे शुगर का रोगहकीम साहब तुम रहने दो हमसे नहीं होता परहेज
वो अपने चहरे में सो आफताब रखते हैं,इसलियें तो वो रूह पर नकाब रखते हैं।वो पास बैठे हो तो आती हैं दिलरुबा खुशबू,वो अपने होठो पर खिलते गुलाब रखते हैं।
उसने होठों से छू करदरिया का पानी गुलाबी कर दिया,हमारी तो बात और थी उसनेमछलियों को भी शराबी कर दिया
Suraj Bhartee:इन्सान के जिस्म का सबसे खुबसूरत हिस्सा दिल होता है,अगर वही साफ़ नहीं हैं तो चमकता चेहरा किसी काम का नहीं…!
क़यामत टूट पड़ती है ज़रा से होंठ हिलने पर,ना जाने हश्र क्या होगा अगर वो मुस्कुराये तो
कैसे बयान करें सादगी अपने महबूब की,पर्दा हमीं से था मगर नजर भी हमीं पे थी।
कसा हुआ तीर हुस्न का, ज़रा संभल के रहियेगा, नजर नजर को मारेगी, तो क़ातिल हमें ना कहियेगा।
खूबसूरती न सूरत में है ना लिबास में है,निग़ाहें जिसे चाहे उसे हसीन बना दे।
अजब तेरी है ऐ महबूब सूरत,नज़र से गिर गए सब ख़ूबसूरत.Ajab Teri Hai, Ae Mehbub Surat,Najar Se Gir Gae Sab Khubsorat.
काश एक ख्वाहिश पूरी हो इबादत के बगैर,वो आकर गले लगा ले मेरी इज़ाज़त के बगैर।
सरक गया जब उसके,रुख से पर्दा अचानक।फ़रिश्ते भी कहने लगे,काश हम इंसान होते।
तुझे सूरज कहु या फिर चांद तेरे चहरे में दोनों दिखाई देते है।
कैसे कहें कि आप कितनी खूबसूरत हैं,कैसे कहें कि हम आप पे मरते हैं,यह तो सिर्फ़ मेरा दिल ही जानता है,कि हम आप पे हमारीजान कुर्बान करते हैं..!!
और भी इस जहां में आएंगे आशिक कितने, उनकी आंखों को तुमको देखने की हसरत रहे !
है इश्क़ में सच्चा तू ऐतबार तो कर……..!! आँखे बन्द कर एक बार मेरा दीदार तो कर..!! हुआ नही तुझे अब तक तो हो जाएगा….!! तू बस थोडा इन्तजार तो कर………!!
तेरी पलकों की छांव में मेरी शाम गुज़र जाए, एक बार देखा जो फिर मुस्कुरा कर यूँ, कहीं इससे मेरी धड़कने न रुक जाए.
तेरी यादों की कोई सरहद होती तो अच्छा रहताखबर तो रहती अभी सफर कितना तय करना है
यही चेहरा यही आंखें यही नजाकत बस यही रंगत निकले, तराशूं जब मैं कोई ख्वाब, तो बस तेरी सूरत निकले।
ममता की तारीफ न पूछिए जनाबचिड़िया सांप से लड़ जाती है।
ढाया है खुदा ने ज़ुल्म हम दोनों पर,तुम्हें हुस्न देकर मुझे इश्क़ देकर।
चेहरा उसका रूहानी है,लगता जैसे कोई कहानी है,ना बीते उन लफ्जो कि एक,प्यारी सी वो लड़की दीवानी हैं।
तेरे होठों में भी क्या खूब नशा हैए सनम लगता हैतेरे झूठे पानी से ही शराब बनती है
उनकी हाथों में मेंहंदी लगाने का ये फायदा हुआकि रात भर उनके चेहरे से ज़ुल्फें हम हटाते रहे