Ladki Ki Tarif Me Shayari In Hindi : अपना चांद सा चेहरा देखने की इजाजत दे दो, इस खूबसूरत शाम को और सजाने की इजाजत दे दो। एक लाइन में क्या तेरी तारीफ़ लिखूं पानी भी जो देखे तुझे तो प्यासा हो जाये
चल काजल लगा ले पलकों पर..क़त्ल का नया इतिहास रचते हैं,आज शाम मेरी महफ़िल में आना..हम एक ग़ज़ल तेरे नाम लिखते हैं..!!
रात भर करता रहा तेरी तारीफ चाँद से, चाँद इतना जला कि सुबह तक सूरज हो गया !
कौन कहता है आईना जरूरी होता है तुम अपने बारे में मुझसे पूछ सकते हों
गिरता जाता है चहरे से नकाब अहिस्ता-अहिस्ता,निकलता आ रहा है आफ़ताब अहिस्ता-अहिस्ता।
बहुत खूबसूरत है हमारा सनम, खुदा ऐसा चेहरा बनाता है कम.
रुके तो चाँद चले तो हवाओं जैसा है,वो शख्स धूप में भी छाव जैसा है।
तारीफ अपने आप की करना फ़िजूल है, खुश्बू खुद बता देती है कि कौन सा फूल है.
दुनिया में तेरा हुस्न मेरी जां सलामत रहे सदियों तलक जमीं पे तेरी कयामत रहे
किसी ने मुफ्त में वो शख्स पाया जो हर कीमत पर मुझको चाहिए था
कातिल तेरी अदाओं ने लूटा है,मुझे तेरी वफाओं ने लूटा है,शौंक नहीं था मुझे मर मिटने का,मुझे तो आपकी इन्ही निगाहों ने लूटा है
तू बेमिसाल है तेरी क्या मिसाल दूं ! आसमां से आई है, यही कह के टाल दूं !
तुम्हारी आँखों की तौहीन है ज़रा सोचो,तुम्हारा चाहने वाला शराब पीता है।मुनव्वर राना
तुम्हारी सुन्दरता को देख मैं निःशब्द हूँ,तुम्हारी निःशब्दता ही तुम्हें सुंदर बनाती है।
लङने दो ज़ुल्फों और हवाये को आपस में,तुम क्यों हाथ से उनमें सुलह कराने लगती हो..
नज़रों की नज़ाकत के क्या कहने जनाब, उनका गुस्से से देखना भी शहद लगता है।
तेरी पल्को की चायों में मेरी शाम हो जाए,तेरे मुशकुराने भर से मेरी धड़कन रुक जाए।
तेरी खाई हुई मेरे सर की झूठी कसमेंअब मुझे अक्सर बीमार रखती हैं
आपकी दो आंखे गुलाबी होंट सुनहरे बाल किसी को भी मारने के लिए काफ़ी है।
खूबसूरत हैं आपकी आंखे और इनमें हया है,बस इन्हीं की जादूगरी से तो मेरा दिल गया है।
कैसे कहें हमें आपसे प्यार है, दिल ही जानता है हमारी जिंदगी आप पर कुर्बान है.
इन आँखों को जब जब उनकादीदार हो जाता हैदिन कोई भी हो, लेकिन मेरे लिएत्यौहार हो जाता है
अपनी मुस्कुराहट को जरा काबू में रखिएकहीं ये नादाँ दिल इस पर शहीद न हो जाये
तस्वीर बना कर तेरी आसमान पर टांग कर आया हूँ, और लोग पूछते है आज चाँद इतना बेदाग कैसे है।
अभी भी तेरा हुस्न डालता है मुझको हैरत में मुझे दीवाना कर देता है जलवा जानेमन तेरा
उसके हुस्न की हर अदा बेमिसाल है, उसकी जुल्फें बादल और चेहरा चांद है।
मेरा हर पल आज खूबसूरत हैं, दिल में जो सिर्फ तेरी ही सूरत हैं, कुछ भी कहे ये दुनिया गम नहीं, दुनिया से ज्यादा हमें तेरी जरुरत है।
देख कर खूबसूरती आपकी चांद भी शर्मा रहा है, तू कितनी खूबसूरत है यही फरमा रहा है.
उस के चेहरे की चमक के सामने सादा लगा आसमाँ पे चाँद पूरा था मगर आधा लगा इफ़्तिख़ार नसीम
किसका चेहरा अब मैं देखूं ? चाँद भी देखा, फूल भी देखा, बादल बिजली, तितली जुगनूं, कोई नहीं है ऐसा, तेरा हुस्न है जैसा ।
मदहोश करती हैं बाते तेरी…गर कहतें हैं नशा इसको तो तलब मंजूर हैं हमे…
चांद को बहुत गुरूर थाउसकी खूबसूरती पर,तोड़ दिया हमनेतुम्हारी तस्वीर दिखा कर..!!
खूबसूरत है इसलिए मोहब्बत नहीं है,मोहब्बत है इसलिए खूबसरत लगती हो।
मन में आप के हर बात रहेगी,बस्ती छोटी है मगर आबाद रहीगी।चाहे हम भूले ज़माने को,मगर आपकी ये प्यारी सी हांसी हमेश याद रहेगी।
उड़ते आँचल में दिखती कमर को मैं छुपाना चाहता हूँइज़ाज़त हो तो में तुम्हारे पल्लू में आलपिन लगाना चाहता हूँ
सबसे लड़ कर तुझे अपना बनाया था फिर तू वही निकला जो सबने बताया था..।।
तारीफ तो हर कोई करता है मेरी पर, आपके मुँह से सुन्ना ज़्यादा अच्छा लगता है।
तेरे हुस्न को परदे की जरुरत क्या हैकौन रहता है होश में तुझे देखने के बाद
🤟🏼ⱤØ₵₭۞₴₳₦𝐽₳¥👨🏽🎤:❤😘🏻चेहरे से 😍 हसिन तो 🤔बहुत से मिल जाते है ✋🏻मगर जिनके.. ❤दिल 😍 खूबसूरत हो ऎसे 👤लोग सिर्फ,,,, 🙏🏻किस्मत से ही 👫 मिला करते है….😘❤
तेरी तारीफ मेरी शायरी में जब हो जाएगी,चाँद की भी कदर कम हो जाएगी।
मेरी निगाह-ए-शौक़ भी कुछ कम नहीं मगर फिर भी तिरा शबाब तिरा ही शबाब है
देख कर तेरी आँखो को मदहोश मैं हो जाता हूँ ! तेरी तारीफ किये बिना मैं रह नहीं पाता हूँ !
कैसे कहे के आप कितनी खूबसूरत है,कैसे कहे के हम आप पे मरते है,यह।तो सिर्फ़ मेरा दिल ही जनता है,के हम,आप पे हमारी जवानी क़ुरबान करते है।
तेरे हसन का करू ही क्या में तारीफ तू जो एक बार मुस्कुरादे तो इश्क़ मेह पड़जाये ये पूरा महफ़िल..!!
तुम हक़ीकत नहीं हो हसरत हो, जो मिले ख़्वाब में वही दौलत हो, किस लिए देखती हो आईना, तुम तो खुदा से भी ज्यादा खूबसूरत हो।
फूलों सा कोमल चेहरा तेरा, तू संगमरमर की मूरत है तेरे हुस्न की क्या तारीफ़ करूँ, तू इतनी खूबसूरत है।
कभी सोचता हूँ की क्या मुझे सोचती होगी वो…?फ़िर सोचता हूँ की क्या क्या सोचता हूँ मैं।
वो अपने चहरे में सो आफताब रखते है, इसलिए तो वो रूह पर नकाब रखते है, वो पास बैठे हो तो आती है दिलरुबा खुशुबू, वो अपने होठो पर खिलते गुलाब रखते है.
इज़्ज़त और तारीफ मांगी नहीं जाती कमाई जाती है..!!
तेरे प्यार ने हमें हसना सिखाया, तेरे प्यार ने हमें बहुत रुलाया, प्यार में पागल लोग दुनिया भूल जाते हैं, तेरे प्यार में हमने अपने आप को भुलाया
मेरे दर्द को ही आह का हक है, जैसे तेरे हुस्न को निगाह का हक है, मुझे भी एक दिल दिया है भगवान ने मुझ नादान को भी एक गुनाह का हक है.
खुदा ने ये आंख कितनी अजीब बनाया है,जब ये खुलती है तो दुनिया इस्से रूला देता है,,या जब ये बंद होती है ये दुनिया को रोने पर मजबूर कर देती है।
ये रूठना अच्छा लगता है बार बार मुझे तुमसे,मनाने मे मुझ पे तेरा प्यार बरस जाता हैं।।
अजी सिर्फ़ ख्वाब होते तो और बात होती आप तो बे-इन्तहा ख्वाहिश बन बैठे हो
मुलकत तो आज भी हो जाती है तुमसे,मेरे सपने किसी के मोहताज नहीं है।
बेहिसाब उसकी खूबसूरती को गरूर का नाम मत देना, मगरुरी थोडी़ जरूरी है जमाने से,इसे उसका ऐब मत समझना।
एक इंच भी छोड़ने का मन नहीं करता……………! किसी झगड़े की ज़मीन सी लगती हो तुम……………..!!
प्यार तो तुझसे बेहिसाब है, परतुझे कहने का तरीका नही पता । ❤️
मोहब्बत के लिए खूबसूरत होने की कैसी शर्त, इश्क़ हो जाये तो बस सब कुछ खूबसूरत लगने लगता है।
सुनो…मुझे देखकर तेरा यूं मुस्कुराना बेहद पसंद है…!!एक तुझ से ही मेरे जीवन मे सदा बसन्त है…!!!
बाजार में इश्क़ नहीं, सिर्फ हुस्न बिकता है, इश्क़ इबादत है, जो नसीब से मिलता है.
असली खूबसूरती किसी की तारीफ कीमोहताज नहीं होती,उसके लिये तो बसआंखों की वाह वाही ही काफी होती है।
ऐ जुनूँ फिर मिरे सर पर वही शामत आई फिर फँसा ज़ुल्फ़ों में दिल फिर वही आफ़त आई आसी ग़ाज़ीपुरी
मिजाज अच्छा है आज हमारा सितम करना हो तो लौट आओ…..!
तन्हा रातों में हमें बोहोत रोना आता है क़सम से चांद तू मुझे उनकी याद दिला देता है।
कितनी खूबसूरत हैं आँखें तुम्हारी,बना दीजिये इनको किस्मत हमारी,इस ज़िंदगी में हमें और क्या चाहिए,अगर मिल जाए मोहब्बत तुम्हारी।
मुस्कुराना मैं भी चाहती हूँ मुस्कुराने की कोई छोटी सी वजह ही देदो, चंद पल मैं भी सुकून से जी लूँ ऐसी कोई दवा ही देदो।।
चांद को बहुत गुरूर था उसकी खूबसूरती पर, तोड़ दिया हमने तुम्हारी तस्वीर दिखा कर।
ये आईने क्या देंगे तुझे तेरे हुसन की खबर अब तुजसे मिलना है, नहीं होता सबर।
हम तो फना हो गए उनकी आँखे देखकर,ना जाने वो आइना कैसे देखते होंगे।
उस वक्त भी लौट आना तू मैं राह तकूंगा,हाथों की मेहंदी जब तेरे बालों में आ जाए।
उनके क़तल करने की तरक़ीब तो देखो जब गुज़रे उनके क़रीब से तो नक़ाब हटा दिया।
वो मुझको भूल गई लेकिन मुझसे ना भुलाया जाता है..!! खुशियो से मेल नही कोई सागर का गम से नाता है..!!