Kumar Vishwas Love Shayari In Hindi : जब बड़की भाभी कहती हैं , कुछ सेहत का भी ध्यान करो ,क्या लिखते हो दिनभर , कुछ सपनों का भी सम्मान करो , जमाना अपनी समझे पर, मुझे अपनी खबर यह हैतुझे मेरी जरुरत है, मुझे तेरी जरुरत है
कुछ नशा 🇮🇳 तिरंगे की आन का है ,कुछ नशा मातृभूमि 🌍 की मां का है …हम लहराएंगे हर जगह ये तिरंगा , 🇮🇳नशा ये हिंदुस्तान की शान का है … ।। 🙂
आज भी ज़िंदा हूँ मैं ज़िंदगी की रोशनी में,तेरे नाम की रोशनी में, तेरे प्यार की रोशनी में।
“बीज है यह सर्जना का यूँ कहाँ मिट जायेगा?मैं रहूंगा एक भी स्वर प्रेम जब तक गायेगा…!”
विश्वास जीतना बड़ी बात नहीं है !!विश्वास बनाए रखना बड़ी बात है !!
तेरी मुस्कान की मिठास से मेरी ज़िंदगी महकती हैं,तेरी हंसी की धुन में मेरी दुनिया बजती हैं।
उनके हौसले का भुगतान क्या करेगा कोई ,उनकी शहादत का कर्ज देश पर उधार है …आप और हम इसलिए खुशहाल है क्यूंकि ,सीमा पर सैनिक शहादत को तैयार …
केवल उन पर भरोसा करे !!जो आपकी यह तीन बातें देख सकते हैं !!आपकी हँसी के पीछे का दर्द !!आपके गुस्से के पीछे का प्यार !!आपकी ख़ामोशी के पीछे का कारण !!
कभी किसी पर हद्द से ज़्यादा विश्वास मत करना,कभी गौर किया है इस बात का, की अँधेरे मेंखुद की परछाई भी साथ छोड़ देती है।
हर बार मुसीबत के मुँह के आगे !!अपने आत्मविश्वास को परोसा कर !!जीतेगा तू ही बस खुद पर भरोसा कर !!
सच को कभी छुपाना नहीं चाहिए !!और किसी की सच्चाई पता लग जाए !!तो उसे बताना नहीं चाहिए !!
उसी की तरह मुझे सारा जमाना चाहे,वह मेरा होने से ज्यादा मुझे पाना चाहे।मेरी पलकों से फिसल जाता है चेहरा तेरा,यह मुसाफिर तो कोई ठिकाना चाहे।
कुछ कर गुजरने की गर तमन्ना उठती हो दिल में, भारत मा का नाम सजाओ दुनिया की महफिल में
हमला है चार सू दर-ओ-दीवार-ए-शहर का,सब जंगलों को शहर के अंदर समेट लो..!!
लड़े वो वीर जवानों की तरह , ठंडा खून फौलाद हुआ मरते मरते भी कई मार गिराए , तभी तो देश आजाद हुआ
मैं शब्दों पर भरोसा नहीं करता !!मैं कारवाई पर भरोसा करता हूँ !!
रंग दुनियाने दिखाया है निराला, देखूँ है अंधेरे में उजाला, तो उजाला देखूँ आईना रख दे मेरे सामने, आखिर मैं भी कैसा लगता हूँ तेरा चाहने वाला देखूँ !!
ज़िंदगी के रंग बदलते हैं, दिन रात होते हैं,लोग आते हैं और जाते हैं, बस यादें बच जाते हैं।
समुन्दर की दोस्ती पे भरोसा मत करना,वर्ना प्यास लैब पे सजाये हुए मर जाओगे।
ये बात हवाओं को बताए रखना ,रोशनी होगी बस चिरागो को जलाए रखना …लहू देकर जिसकी हिफाजत हमने की ,ऐसे तिरंगे को सदा दिल में बसाए रखना … ।।
ना जाने ईश्वर ने कितनों की मुराद पूरी की होगी की !!किसी का उस पर से भरोसा ही नहीं उठता !!
इश्क़ की बारिश में भीगते हैं हम,हर एक बूंद से तेरे प्यार को पहचानते हैं।
लोगो के पास बहुत कुछ हैं !!मगर मुश्किल यही है कि !!भरोसे पर शक हैं और !!अपने शक पे भरोसा हैं !!
वक़्त के क्रूर छल का भरोसा नहीं, आज जी लो कल का भरोसा नहीं, दे रहे हैं वो अगले जन्म की खबर, जिनको अगले ही पल का भरोसा नहीं।
घर जाकर जब बच्चो को खाना खिलाया होगा,बच्चो को क्या मालूम बाप ने किस हाल में कमाया होगा।
मिलते रहिए, कि मिलते रहने सेमिलते रहने का सिलसिला हूँ मैं.
हिम्मत ऐ दुआ बढ़ जाती हैहम चिरागों की इन हवाओ सेकोई तो जाके बता दे उसकोदर्द बढ़ता है अब दुआओं से
हर 🙏 मजहब से सीखा हमने ,पहले देश 🇮🇳 का नारा …मत बांटो इसे एकही रहने दो ,प्यारा हिंदुस्तान हमारा … ।। 😊☺️
है गर भरोसा मुझ पर तो थम लोना मेरा हाथ,जबरदस्ती तो माँगा नहीं जाता किसी से उसका साथ ।।
तुम्हारे पास हूँ लेकिन जो दूरी है, समझता हूँतुम्हारे बिन मेरी हस्ती अधूरी है, समझता हूँतुम्हें मैं भूल जाऊँगा– डॉ कुमार विश्वास
उदार बनो पर इस्तेमाल न होने दो !!प्यार करो पर खुद को ठेस न लगने दो !!विश्वास करो पर भोले मत बनो !!दूसरों को सुनो लेकिन अपनी आवाज न खोने दो !!
जिस्म का आखिरी मेहमान बना बैठा हूँ, एक उम्मीद का उन्वान बना बैठा हूँ, वो कहाँ है ये हवाओं को भी मालूम है मगर, एक बस में हूँ जो अनजान बना बैठा हूँ.,
जीने का मकसद तेरे साथ पाना हैं,हर एक पल को खुशियों से सजाना हैं।
खुद से भी न मिल सको इतने पास मत होना इश्क़ तो करना मगर देवदास मत होना देना , चाहना , मांगना या खो देना ये सारे खेल है इनमें उदास मत होना !!
ये वो ही इरादें हैं, ये वो ही तबस्सुम हैहर एक मोहल्लत में, बस दर्द का आलम हैइतनी उदास बातें, इतना उदास लहजा ,लगता है की तुम को भी, हम सा ही कोई गम है.
जब भी मुँह ढंक लेता हूँ तेरे जुल्फों की छाँव में कितने गीत उतर आते है मेरे मन के घाओ में।
गुरुर तो तब टुटा मेरा जब मुझे पता चला,मेरी बदनामी के पीछे कोई और नहीं मेरे अपने थे।
“मेरी अधूरी कहानी”मेरी अधूरी कहानी, तू ही साथ है यहाँ मेरे।दर्द भरी गीतों में बस यही है तेरी मिठास।
भरोसा और उम्मीद दो ऐसी चीज़े हैं !!जो सिर्फ दो ही जगह पर रखने में लाभ है !!एक खुद पर और दूसरा खुदा पर !!
ऐसे तलवारबाज़ का कोई फायदा नहीं !!जिसके अंदर कला हो पर विशवास न हो !!
सिखा दिया दुनिया ने मुझे !!अपनो पर भी शक करना !!मेरी फितरत में तो गैरों पर भी !!भरोसा करना था !!
खुदा की रूह तू हो, मैं तो बस एक आवाज़ हूँ,दुआओं की भेंट तू है, मैं तो बस एक आस हूँ।
जो अब तक ना खौला वो खून नही पानी हैं जो देश के काम ना आये वो बेकार जवानी हैं
तेरे दीदार में चाहत जल रही है,मेरी रूह ज़िन्दगी की महक रही है।
हम ने क्यूँ ख़ुद पे एतिबार किया,सख़्त बे-ए’तिबार थे हम तो..!!
अगर आप एक बड़े लक्ष्य को छोड़ कर !!एक आसान लक्ष्य को चुन रहे हैं !!तो इसका अर्थ है की !!आपको अपने आप पर ही भरोसा नहीं है !!
चंद चेहरे लगेंगे अपने से,खुद को पर बेक़रार मत करना,आख़िरश दिल्लगी लगी दिल पर,हम न कहते थे प्यार मत करना..!!
यदि आप भरोसा नहीं कर सकते हैं !!तो आप पर भरोसा नहीं किया जा सकता है !!
उन लोगों पर विश्वास न करें !!जो आपको अन्य लोगों के रहस्य बताते हैं !!
आँखें की छत पे टहलते रहे काले साये, कोई पहले में उजाले भरने नहीं आया, कितनी दिवाली गयी कितने दशहरे बीते, इन मुंडेरों पर कोई दीप न धरने आया.,
ख़ुशियों के बेदर्द लुटेरो ग़म बोले तो क्या होगा ख़ामोशी से डरने वालो हम बोले तो क्या होगा
इंसान गलतियों का पुतला है !!अगर आप यह जानते है !!तो आप भरोसा कर सकते हैं !!
अपनी अच्छाई पर इतना विश्वास रखो,की जो तुम्हे खोयेगा, यक़ीनन रोयेगा।
विशवास नहीं निवास नहीं करता उस रिश्ते में !!जहा प्यार निवास नहीं करता उस रिश्ते में !!
इन उम्र से लम्बी सड़को को, मंज़िल पे पहुंचते देखा नहीं,बस दोड़ती फिरती रहती हैं, हम ने तो ठहरते देखा नहीं..!!
मौसमों में रहे ‘विश्वास’ के कुछ ऐसे रिश्तेकुछ अदावत भी रहे थोडी नवाज़िश भी रहे
जब उंच -नीच समझाने में , माथे की नस दुःख जाती हैं तब एक पगली लड़की के बिन जीना गद्दारी लगता है और उस पगली लड़की के बिन मरना भी भरी लगता है।
हिम्मत-ए-रौशनी बढ़ जाती है, हम चिरागों की इन हवाओं से, कोई तो जा के बता दे उस को, चैन बढता है बद्दुवाओं से
वो जो खुद में से कम निकलतें हैं उनके ज़हनों में बम निकलतें हैं आप में कौन-कौन रहता है हम में तो सिर्फ हम निकलते हैं।
उस व्यक्ति की उम्मीद कभी नहीं टूटती !!जिसका ईश्वर पर अटूट विशवास होता है !!
आपको लोगों पर विश्वास और भरोसा करना पड़ता है !!नहीं तो ज़िन्दगी असम्भव हो जाती है !!
हँसी चुराना तो तेरी आदत हो गई,अब तो गमों को भी मुस्कान में छिपा लेता हूँ।
चंद चेहरे लगेंगे अपने से ,खुद को पर बेक़रार मत करना ,आख़िरश दिल्लगी लगी दिल पर?हम न कहते थे प्यार मत करना…!!
भरोसा है खुद पर तो ये दुनिया अपनी है !!अगर खुद पर भरोसा नहीं तो !!पूरी दुनिया में अपना कोई भी नहीं है !!
वह घर की छत अपने आप उठ जाती है !!जहाँ के सदस्यों का एक दूसरे के ऊपर से विशवास उठ जाता है !!
“कोशिश करने वालों की”कोशिश करने वालों की हार नहीं होती,लहरों से डर कर नौका पार नहीं होती।रात दर-रात उजाले का सफ़र है,अंधकार से लड़ने का प्यार है।
एक बार अगर आप भरोसा तोड़ने की गलती कर देंगे !!तो लोग आपके सच पर भी सवाल खड़े करना शिरू कर देंगे !!
“वो कुछ दिन थे याद हैं”वो कुछ दिन थे याद हैं, जब तू आई थी नदी किनारे।मुझसे बोली बहती रहो, अब तक बह रही हैं आँखों से प्यारे।
जब आँख खुले तो धरती हिन्दुस्तान की हो जब आँख बंद हो तो यादेँ हिन्दुस्तान की हो हम मर भी जाए तो कोई गम नही लेकिन मरते वक्त मिट्टी हिन्दुस्तान की हो
गम में हूँ य़ा हूँ शाद मुझे खुद पता नहीं खुद को भी हूँ मैं याद मुझे खुद पता नहीं मैं तुझको चाहता हूँ मगर माँगता नहीं मौला मेरी मुराद मुझे खुद पता नहीं”
जब भी आना उतर के वादी में,ज़रा सा चाँद लेते आना तुम..!!
कुछ पन्ने पढ़कर इतिहास के ,मेरे मुल्क के सीने में शमशिर हो गए …जो लड़े जो मेरे वो शहीद हो गए ,जो डरे जो झुके वजीर हो गए … ।।
एक पल में भरोसा तोड़कर चला जाता हैअक्सर छोड़कर जाने वाला,वही भरोसा जोड़ने को कितना कुछ करता है आगे ज़िन्दगी मेंआने वाला।