1292+ Krishna Bhakti Shayari In Hindi | श्री कृष्णा पर शायरी इन हिंदी

Krishna Bhakti Shayari In Hindi , श्री कृष्णा पर शायरी इन हिंदी
Author: Quotes And Status Post Published at: August 25, 2023 Post Updated at: July 29, 2024

Krishna Bhakti Shayari In Hindi : मन की आँखों को जब तेरा दीदार हो जाता है,मेरा तो हर दिन प्रिय मोहन त्यौहार हो जाता है। एक तरफ साँवले कृष्ण, दूसरी तरफ राधिका गोरीजैसे एक-दूसरे से मिल गए हों चाँद-चकोरी

शांत मन हमेशा शक्ति देता है,यही इंसान को जीने के लिए नई दिशा देता है..!!

राधा-कृष्णा ही प्रेम की सबसे अच्छी परिभाषा है,बिना कहे जो समझ में आ जाए, प्रेम ऐसी भाषा है.🌺🌺

हे कान्हा समझ नहीं आता कीतुम मुझे दर्द दे रहे हो या ख़ुशीतुम्हे याद करते ही तेरी आँखों में आंसूआ जाते है और होटों पर मुस्कान🌺🌺

केशव…जिन्दगी सब्र के सिवा कुछ भी नहीं है,हमने हर शख्स को यहाँखुशियों का इंतजार करते देखा है…!!🤔🌹 जय श्री कृष्णा 🙏🏻

काश बिहारी जी आप आते वोट डालने के बहाने, स्याही लगाने के बहाने हाथ पर हमारा दिल रख देते।।

हे कान्हा, तुम संग बीते वक़्त कामैं कोई हिसाब नहीं रखती,मैं सिर्फ तुम्हारे प्रेम में जीती हूँइसके बाद कोई ख्वाब नहीं रखती।

कर भरोसा राधे नाम का, धोखा कभी न खायेगा,हर मौके पर कृष्ण, तेरे घर सबसे पहले आयेगा।

यशोदा का लाल, देते उसको सब दुलार माखन खाने की करता सबसे मनुहार गोपियों संग करता नित-नई लीला अपार कृष्णा जन्माष्टमी लाये आपके जीवन में बहार…।।

चारों तरफ फैल रही हैं, इनके प्यार की खुशबू थोड़ी-थोड़ी कितनी प्यारी लग रही हैं, साँवरे-गोरी की यह जोड़ी।।

जब तुम्हे खुशियाँ मिलने लगेतब उसे न भूलना जिसने तुम्हे ये खुशियाँ दी🌺🌺

चंदन की ख़ुशबू, रेशम का हार सावन की सुगंध और बारिश की फुहार राधा की उम्मीद और कन्हैया का प्यार मुबारक हो आपको जन्माष्टमी का त्यौहार…।।

मोहे तेरा प्यार चाहिए बनकर राधा, तेरी मोहब्बत से जी रही हूँ मैं यहाँ, कृष्णा के प्रेम की लहरों में बहना है मुझे, तेरे प्यार के साथ चलना है ये जीवन।

राधा-कृष्ण का मिलन तो बस एक बहाना था, दुनिया को प्यार का मतलब समझाना था.

है दुलारा कन्हैया हमारा है सब से प्यारा कन्हैया हमारा गोपियो भी जिसकी ओर खीची चली जाए है इतना प्यारा कन्हैया हमारा…।।

श्री राधा जहाँ-जहां श्री कृष्ण वहाँ-वहाँ है,जो हृदय में बस जाएँ वो बिछड़ता कहाँ है।

गोकुल में जो करें निवासगोपियों संग जो रचाएँ रासदेवकी-यशोदा हैं जिनकी मैयाऐसे ही हमारे कृष्ण कन्हैया

राधा को कन्हैया ने प्यार का पैगाम लिखा, पूरे खत में सिर्फ़ राधा-राधा नाम लिखा।

गज़ब के चोर हो कान्हा, चोरी भी करते हो, और दिलो पर राज़ भी..|

राधा के प्रेम की ज्योति है कृष्ण की आंखें,जीवन की धरा को सजाते हैं ये दिल के संगीन।

श्रीकृष्ण ज़िनका नाम है गोकुल ज़िनका धाम है,ऐसे श्रीकृष्ण को मेरा बारम्बार प्रणाम है..!!

जिंदगी के इस रण में खुद ही कृष्ण और खुद ही अर्जुन बनना पड़ता है,रोज अपना ही सारथी बनकर जीवन की महाभारत को लड़ना पड़ता है।

राधा की कृपा, कृष्णा की कृपा, जिस पर हो जाए, भगवान को पाए, मौज उड़ाए, सब सुख पाए। Click To Tweet

दीवाने तेरे हैं, इस बात से इंकार नहीं, कैसे कहे की हमें आपसे प्यार नहीं, कुछ तो कसूर है आपकी निगाहों का, हम अकेले तो गुनहगार नहीं…!

राधा की चाहत हैं कृष्ण, उसके दिल की विरासत हैं कृष्ण, चाहे कितना भी रास रचा ले कृष्ण दुनिया तो फिर भी यही कहती हैं राधे कृष्ण राधे कृष्ण।।

कितने सुंदर नैन तेरे ओ राधा प्यारी,इन नैनों में खो गये मेरे बांके बिहारी।

रूप बड़ा प्यारा है चेहरा बड़ा निराला है बड़ी से बड़ी मुसीबत को कन्हैया जी ने पल मे हल कर डाला है…।।

सच्ची मोहब्बत का अंजाम अगर विवाह होतातो रुक्मणि की जगह राधा का स्थान होता..!!🌺🌺

है दुलारा कन्हैया हमारा है सब से प्यारा कन्हैया हमारा गोपियो भी जिसकी ओर खीची चली जाए है इतना प्यारा कन्हैया हमारा…।।

तेरी मोहब्बत से बहक गया हूँ मैं, कृष्णा के प्रेम का नाम ले रहा हूँ, राधा के प्यार के नाम से जी रहा हूँ, तेरे प्यार में खो जाता हूँ ये दिल सदा।

प्रेम से कृष्णा का नाम जपोदिल की हर इच्छा पूरी होगीकृष्ण आराधना में इतना लीन हो जाओउनकी महिमा, जीवन खुशहाल कर देगी

जो हुआ अच्छा हुआ , जो होगा अच्छा होगा स्वयं को मुझ पर छोड़ दो अपने कर्म पर ध्यान दो कर्म ऐसा जो स्वार्थ , रहित पाप रहित हो।।

कर्तव्य पथ पर जाते-जाते केशव गये थे रूक, देख दशा राधा रानी, ब्रम्हा भी गये थे झुक।

गोपियों की तरह रास रचाएं,कृष्णा जी की आराधना करें।हृदय से प्रेम के सुर गुनगुनाएं,कृष्णा जन्माष्टमी के पर्व में लीला बन जाएं।

प्रेम से कृष्णा का नाम जपोदिल की हर इच्छा पूरी होगीकृष्ण आराधना में इतना लीन हो जाओउनकी महिमा, जीवन खुशहाल कर देगी

बांके बिहारी का नाम लो सहारा मिलेगा,ये जीवन न तुमको दुबारा मिलेगा,डूब रही अगर कश्ती मझधार में,कृष्णा के नाम से सहारा मिलेगा।

जो सबको राह दिखाते और सबकी बिगड़ी बनाते हैं हम तो ऐसे कृष्ण-कन्हैया का गुणगान गाते हैं…।।

कान्हा को राधा ने प्यार का पैगाम लिखा, पुरे खत में सिर्फ कान्हा कान्हा नाम लिखा।।

मेरे कर्म ही मेरी पहचान बनें तो बेहतर है,चेहरे का क्या है यह तो मेरे साथ ही चला जाएगा.जय राधे कृष्णा

प्यार मे कितनी बाधा देखी,फिर भी कृष्ण के साथ राधा देखी..!!

राधा के प्यार में लीन है ये दिल, कृष्णा के चरणों में धरता हूँ सर, तेरे प्यार का नाम लिया है ये मन, आओ मेरे कान्हा, बना दो मुझे अपना प्यार।

जो दूसरों की तकलीफों को समझते हैं, जिनमें दया है, दिल से अच्छे हैं, उन्हें दोबारा जन्म लेना नहीं पड़ता।।

मेरे पास गोपियाँ तो बहुत हैं, पर मेरा मन मेरी राधा के सिवा कहीं लगता ही नही। Click To Tweet

राधे-राधे जपो चले आएंगे बिहारी, आएंगे बिहारी चले आएंगे बिहारी।

यशोदा के दुलारे राधिका का प्यार हैं मोहनहमारे साथ खेलें जो हमारे यार हैं मोहन

दूसरे शब्दों में कहें तो अन्य भक्त जनों को भक्ति रसधारा से ज़ोडने का ये एक संगठित प्रयास है।

हे कान्हा, तुम संग बीते वक़्त का मैं कोई हिसाब नहीं रखती मैं बस लम्हे जीती हूँ, इसके आगे कोई ख्वाब नहीं रखती।

जिस पर राधा को मान हैं, जिस पर राधा को गुमान हैं, यह वही कृष्ण हैं, जो राधा के साथ हर जगह विराजमान हैं।

कृष्णा के रंग में रंगी है ये जीवन, राधा के प्रेम से बहा है ये मन, तेरे प्यार के लिए जी रहा हूँ मैं, तू ही मेरा सच्चा कान्हा, मेरा धन्य जीवन।

राधा के सच्चे प्रेम का यह ईनाम है, कान्हा से पहले लोग लेते राधा का नाम है।

पूर्ण है श्री कृष्ण…परिपूर्ण है श्री राधे…आदि है श्री कृष्ण…अनंत है श्री राधे…!!🌺🌺

भजनों में बेहद रुचि रखने वाली वर्षा का मानना है कि उसको कविताएँ लिखने की प्रेरणा भगवान गोविंद की कृपा से ही मिलती है।

प्रेम जताया नहीं निभाया जाता है फिर चाहे वो दूर हो या पास। prem jataya nahi nibhaya jata ha fir chahe wo dur ho ya pass.

ए जन्नत अपनी औकात में रहना,हम तेरी जन्नत के मोहताज नही.हम श्री बांकेबिहारी के चरणों में रहते है,वहां तेरी भी कोई औकात नही.

संसार के लोगो की आशा न किया करना,जब भी मन विचलित हो तो राधा-कृष्ण नाम लिया करना।

जिंदगी में जिसके पास “संतोष” हैउससे बड़ा “धनी”इस दुनिया में कोई नहीं है…

प्रेम का अर्थ विवाह करना नहीं होताबल्कि पूरी निष्ठा के साथ समर्पण करना होता है !

कान्हा को राधा ने प्यार का पैगाम लिखापूरे खत में सिर्फ कान्हा-कान्हा नाम लिखा

राधा-राधा जपने सेहो जाएगा तेरा उद्धारक्योंकि यही वो नाम हैजिससे कृष्ण को प्यार

राधा कृष्ण का मिलन तो बस एकबहाना था.दुनिया को प्यार का सही मतलबजो समझाना था.जय श्री कृष्ण

जिस पर राधा को मान हैं जिस पर राधा को गुमान हैं,यह वही कृष्ण हैं जो राधा के दिल हर जगह विराजमान हैं..!!

कितने सुंदर नैन तेरे ओ राधा प्यारी, इन नैनों में खो गये मेरे बांकेबिहारी।

मेरे दिल में बसे हैं, आपकी लीला के संग।कृपा बनी हमेशा, आपके चरणों की आभा।

राधा सच्चे प्रेम का मिलता यह ईनाम.कान्हा से पहले लिया जग ने तेरा नाम..जय हो राधा श्याम !!

अजीब नशा है अजीब खुमारी है,हमे कोई रोग नहीं बस,जय श्री राधे कृष्णा राधे कृष्णा बोलने बीमारी है..!!

पूर्ण है श्रीकृष्ण परिपूर्ण है श्रीराधे ! आदि है श्रीकृष्ण अनंत है श्रीराधे !

सुनो कान्हा,जिस पल कोई आस न हो,उस पल भी तुझसे आस बाकि हो !मुझमे तेरी एक साँस बाकि हो !

बंसी की मधुर तान छेड़, तू मोहे सबको क्या गोपी क्या सखी चाहे, मस्ती प्यारी सबको।

ऊपर वाले कि न्याय की चक्की धीमी जरूर चलती है लेकिन याद रखना ये पिसती बहुत अच्छे से है।

शब्द उतने ही बाहर निकालने चाहिए, जिन्हें वापिस भी लेना पड़े तो खुद को तकलीफ न हो।।

दिलों में आनंद और प्रेम भरे,कृष्णा जी की आराधना करें।भक्ति की मधुर धुन सुनाते हैं,कृष्णा जन्माष्टमी के रंग में रंग जाते हैं।

राधे राधे बोल, श्याम भागे चले आएंगे,एक बार आ गए तो कभी नहीं जायेंगे।

यह सच बात हैं की भूल करके इन्सान कुछ सीखता हैं,परन्तु इसका यह मतलब नही की,वह जीवन भर भूल करता रहे और कहे की हम सीख रहे हैं।

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