Kismat Kharab Shayari In Hindi : ज़िन्दगी है कट जाएगी, किस्मत है, किसी दिन पलट जाएगी। किस्मत पर रोना मैंने छोड़ दिया, अपनी उम्मीदों को मैंने हौसलों से जोड़ दिया।
“ तेरा रोना ही लिखा हैहमारी किस्मत मेंतेरा खोना ही लिखा हैहमारी चाहत में…!!
किस्मत की लकीरें भी आज इठलाई है तेरे नाम की मेहँदी जो हाथों अपर रचाई है!
उसने मुझे छोड़ दिया तो क्या हुआ मैंने भी तो उसके लिए सारा ज़माना छोड़ा था
तुमसे दूर रहने कीहिम्मत नही मेरीहरदम तेरे पास रहूंऐसी किस्मत कहां है मेरी..!
इस दुनिया में कौन कब कैसे कहाँ मिल जाए !!उम्मीद रखों क्या पता कब किस्मत खुल जाए !!
“ एक भाग्यशाली व्यक्तिको ढूंढना उतना ही मुश्किल हैजितना मुश्किल एकसफ़ेद कव्वे को ढूंढना है…!!!
खरीद सकते तो उन्हें अपनी जिंदगी बेचकर खरीद लाते पर अफसोस कुछ लोग कीमत से नही किस्मत से मिलते है!!
जिंदगी में कुछ दर्द ऐसे हैं जो जीने नही देते, और कुछ फर्ज ऐसे हैं जो मरने नही देते !
किसी को प्यार करना और उसी,के प्यार को पाना,ये किसी किस्मत,वाले कि किस्मत में ही होता है।
आसमान पर ठिकाने किसी के नहीं होते, जो ज़मीन पर नहीं होते वो कहीं पे नहीं होते।
जिन्दगी की राह पर चलते रहो मुसाफ़िर बनकर,क्या पता नसीब से मिल जाए जिंदगी का हमसफ़र।
दिल टुटा इस कदर कीधड़कना भूल गयाकिस्मत अच्छी थी जोआपने आकर मेरे दिल को थाम लिया!
“ किस्मत के ताले की चाबीमेहनत की लकीरसे ही खुलती है…!!
दर्द मुझे ढूंढ लेता है हर रोज नए बहाने से वो शक्स वाकिफ हैं मेरे हर ठिकाने से
मोहब्बत के कुछ किस्से कहे ना गए कुछ मैं तुमको बता नही पाया कुछ तुम खुद भी समझ नही पाये
किसी के तुम बने, किसी का खुदा हो गया, मेरे नसीब में, न तुम आए न वो खुदा आया।
जिन्दगी में चुनौतियाँ हर किसी के हिस्से में नहीं आती है, क्योंकि किस्मत भी किस्मत वालों को ही आजमाती है.
अब किस्मत पर कैसा भरोसा जनाब,जब जान से प्यारे लोग बदल गए,तो किस्मत भी एक दिन बदल जाएगी।
सुना है अब भी मेरे हाथों किलकीरों मेंनाजूमियों को मुक़द्दरदिखाई देता है !!
हाथ की लकीरें भी कितनी अजीब है !!कमबख्त मुट्ठी में तो है पर काबू में नहीं !!
“ किस्मत का रोना मैंने छोड़ दियाअपनी उम्मीदों को मैंनेहौसलों से जोड़ दिया…!!
“ किस्मत से मिले थेकिस्मत से जुदा हुए हैतुम अपनी मर्जी से होहम अपनी मर्जी से खुदा है…!!
टूट कर भी मुस्कुरा रहा हूँ मैं, देख रहे हो कैसा बेशर्म हूँ मैं !
नसीब के खेल को भीअजीब तरह से खेला है हमने,जो ना थे नसीब मेंउसी को टूट कर चाह बैठे।
“ अगर किस्मत का भीबाजार लगतातो कसम से मैंइसका खरीदार होता…!!!
⇒⇒ हाथों की लकीरों मैं तुम हो ना हो….. जिदंगी भर दिल में जरूर रहोगे….
तुम इश्क़ करो और दर्द ना हो मतलब दिसंबर की रात हो और सर्द ना हो
ख़राब हम नहीं हमारी किस्मत है जहां भी जाते है अकेले ही रह जाते है!
#किस्मत के लिए तो हम जैसे, एक #बच्चे का #खिलौना है, यह हमें कभी #पटकती हैं.. और कभी #खेलती है !!
किस्मत में होगा जो वो दूर जाकर भी आ जायेगा ,गर किस्मत में नही है वो आकर भी चला जायेगा ।
जब तक मन में खोट और दिल में पाप हैतब तक बेकार सारे मंत्र और जाप है
सिर्फ सहने वाला ही जानता है,की दर्द कितना गहरा है।।
वापस आ गए है,अब भोकाल मचाएंगे,बेटा जितना तूने सोच रखा है,उससे भी आगे जाएंगे..Wapas aa gaye hain,Ab bhaukal macheyenge,Beta jitna tune soch….
“ किस्मत को ताने मतकास की तुझ में कमी है.तू नहीं जीत पाया इस बार क्यूंकितेरी कोशिश में कुछ कमी है…!!
“माँ” तुझ से बढ़कर कुछ भी नहींना मैं खुद और ना मेरा खुदासबसे पहले तू है “माँ”
हमने अपने हाथों किस्मत बिगाड़ी है !!क्योंकि जिंदगी एक खेल है !!ओर हम उस खेल के खिलाड़ी !!
आसमा से तेरे लिएचांद तोड़ लाया हूंदेख मैं तेरी किस्मतका रुख मोड़ आया हूं..!
“ अच्छा है कि मुकद्दरअपना कांटो के जैसा हैअगर फूल के जैसा होता तोकब के बिखर गए होते…!!
बंद मुट्ठी से जो उड़ जाती है किस्मत की परी ,जरूर हथेली में कोई छेद पुराना होगा ।
बात मुकद्दर पे आ के रुकी हैवरनाकोई कसर तो न छोड़ी थीतुझे चाहने में !!
तुझे भी खुद से नफरत होने लगेगी अंधेरों की तुझे भी आदत होने लगेगी तब तुझे पता लगेगा आखिर इश्क़ है क्या, इश्क़ है क्या
मैंने छोड़ दिया है #किस्मत पर यकीन करना, अगर लोग ‘बदल’ सकते है तो #किस्मत क्या चीज है.
“ कुम्भकरण की तरहजब किस्मत सोता हैतभी इंसान से जमकर मेहनत होता है…!!
“हुनर” सड़कों पर तमाशा करता हैऔर “किस्मत” महलों में राज करती है!!
चाहने से कोई चीज़ अपनी नही होती,हर मुस्कान खुशी नही होती,अरमान की भूख होती है दिल मे,मगर कभी वक़्त तो कभी किस्मत नही होती।।
#हैरान हूं.. मैं #दिल अब पहले सा #मासूम नहीं, रहा #पत्थर तो नहीं बना मगर अब #हम भी नहीं रहा,,!!
डॉक्टर को तबीयत देखने के लिएथर्मामीटर और स्टैथोस्कोप चाहिएलेकिन माँ बच्चे की आंखेंऔर सूरत देखकर ही बता देती हैकि मेरे बच्चे को क्या तकलीफ है
तुम मिले तो यूँ लगा हर दुआ कुबूल हो गयी, काँच सी टूटी किस्मत मेरी हीरों का नूर हो गयी।
सुना है अब भी मेरे हाथों किलकीरों मेंनाजूमियों को मुक़द्दरदिखाई देता है !!
यार बेकार बेज़ार हम हुए बर्बाद इश्क़ में बर्बाद हम हुए
लिखा है मेरी तक़दीर में तेरा नामदुनिया से क्या डरनाचाहे लाख कोशिश कर ले जमानामुमकिन नही हमको तुम से जुदा कर पाना!
सुना था किसी से नाम तुम्हारा निकली मोहब्बत काम तुम्हारा हर कहीं घर बना के बैठे हो पता नहीं अभी तुम्हें अंजाम तुम्हारा
#किस्मत अपनी अपनी है, किसी को क्या #सौगात में मिले, किसी को #खाली सीट मिले, किसी को #मोती साथ में मिले !!
बेकार मत समझना, दुआ की भी पड़ती है जरूरत,कई बार सिर झुकाने से भी बदलती है किस्मत।
लिखने जो बैठा मैं मेरी कहानी हर किस्से में मैं गुनहगार निकला
“ सपनों के महल बनते होंगे चुटकियों मेंहकीकत में एक घरबनाने में ज़िन्दगी बीत जाती है…!!
दोस्त बनकर तू दगा न दे, मुझे और तू जहर सी ये दवा न दे, मैं कब तक हूं, नहीं है खबर, मेरे होने तक तू मुझे कोई दुआ न दे।
लोग कहते हैं,जो दर्द देता है, वही दवा देता है,फ़िज़ूल की बातों को जाने कौन हवा देता है
कोई सिखा दे हमें भी वादों से मुकर जानाबहुत थक गये हैं निभाते निभाते
सिर्फ इतना ही कहा जा सकता है कोई हाथ से ले जाए पर नसीब से छीना नहीं जा सकता है
दिल से अच्छे लोगों की, अकसर किस्मत खराब रहती है
बदल गया वक्त, बदल गयी बातें, बदल गयी मोहब्बत कुछ न बदला तो इन आँखों में नमी और तेरी कमी।
जाने क्या दिल में जा बैठा है, जाने क्यों अक्सर रो देता हूं, कोई उदासी, कोई दर्द भी नहीं, बस दिल में उसकी याद लिए बैठा हूं।
दुनिया के सारे मंदिर मस्जिद देख लो।माँ से बड़ा कोई भगवान नहीं मिलेगा।
लौट के आने का वादा करके वो यूँ गया की उसकी याद तक नहीं आती
किस्मत को बेकार बोलने वालों !!कभी किसी गरीब के पास बैठकर पूछना जिंदगी क्या है !!
किस्मत ने कहा, आज से सब हुआ तेरा,मैंने कहा, अभी मन नहीं भरा मेरा।
सिर्फ इज़्ज़त करना नहीइज्जत उखाड़ना भी आता हैं मुझकों…Sirf ijjat karna nhi,Ijjat ukhaadna bhi aata hain mujhko…
किस्मत तो लिखी थी सोने की कलम से ,पर क्या करें की स्याही में जहर था ।
मंज़िल बदल गयी, ना सफर रहा वैसा मोहब्बत का अब ना असर रहा वैसा ना पानी की तलब ना खुशबु की कमी ये दिल बदल गया ना दिल रहा वैसा
“ फर्क होता है खुदा और फ़क़ीर मेंफर्क होता है किस्मत और लकीर मेंअगर कुछ चाहो और न मिले तो समझ लेनाकि कुछ और अच्छा लिखा है तक़दीर मे….!!!
रोज़ वो ख़्वाब में आते हैं गले मिलने कोमैं जो सोता हूँ तो जाग उठती है क़िस्मत मेरी !