Kisi Ki Aadat Ho Jana Shayari In Hindi : बेवफा तेरा मासूम चेहरा भूल जाने के काबिल नही,है मगर तू बहुत खुबसूरत दिल लगाने के काबिल नही। तू भी आईने की तरह बेवफा निकला,जो सामने आया उसी का हो गया.
किसी का रूठ जाना और अचानक बेवफा होना,मोहब्बत में यही लम्हा कयामत की निशानी है।
बचत करने की आदत हो गई है मुझे मैं अपने दर्द अब ज़रा कम ही बांटता हूँ।
कि बदले बदली ना जाए कुछ आदतें इतनी बुरी होती है
यूं करीब आया ना करो आदत किसी को अपनी लगाया ना करो
नहीं थी आदत मुझे इबादत करने की जब तक खुदा मैंने अपना तुझे नहीं बनाया था।
और क्या बताऊं तुम्हें तुम मेरी कैसी आदत हो
तू कितने भी सितम कर तुझसे चाहत नहीं छूटती, तू उस नशे की तरह है जिसकी आदत नहीं छूटती।
वो बिगड़ी हुई आदत थी मेरी यही सब कहते थे
छोड़ तो सकता हूँ मगर छोड़ना नहीं चाहता वो शख्स भी मेरी बिगड़ी हुई आदतों की तरह है।
जैसे कोई बुरी आदत होती है ना छोड़े छूड़ती नहीं है
रुशवा क्यों करते हो तुम इश्क़ को, ए दुनिया वालो,मेहबूब तुम्हारा बेवफा है, तो इश्क़ का क्या गनाह।
महबूब अगर बेवफा हो इश्क अगर सच्चा हो,मेरे यारों कहानी कुछ अधूरी-सी लगती है।
क्या पता था कि मोहब्बत ही हो जायेगी,हमें तो बस तेरा मुस्कुराना अच्छा लगा था!!
दर्द है दिल में पर इसका एहसास नहीं होता,रोता है दिल जब वो पास नहीं होता,बर्बाद हो गए हम उसके प्यार में…और वो कहते हैं इस तरह प्यार नहीं होता.,
मैं तो छोड़ देता अगर ये दिल बस तुझे पाने की ज़िद्द ना पकड़ता।
मैं टूट गया जब डोर हम दोनों के दिल की उसकी तरफ से तोड़ी गई
उसे खुदा मान बैठे थे हमें मोहब्बत इबादत लगी थी
ज़िंदगी में बार बार सहारा नही मिलता,बार बार कोई प्यार से प्यारा नही मिलता,है जो पास उसे संभाल के रखना,खो कर वो फिर कभी दुबारा नही मिलता…
“उम्र बीत गयी पर एक जरा सी बात समझ नही आई,हो जाये जिन से मोहब्बत वो लोग कदर क्यों नही करते”
सुकून मिला तुमसे तुम मनोहारी लगी
वैसे ही तुम हो जिंदगी मेरी तुम्हारे अलावा किसी और की तरफ मुड़ती नहीं है
तमन्ना है मेरे मन की, हर पल साथ तुम्हारा हो…!!जितनी भी सांसें चलें मेरी हर सांस पर नाम तुम्हारा हो..!!
गलती ये नहीं हुई की तुझसे मोहोब्बत हो गई गलती वहां हुई जहाँ तेरी आदत हो गई।
जब बिखरे गा तेरे रुखसार पर तेरी आँखों का पानीतुझे एहसास तब होगा मोहब्बत किस को कहते है
तुम्हें छोड़ू तो मौत आ जाए तुम बिल्कुल मेरी ऐसी आदत हो
तू भी आईने की तरह बेवफा निकला,जो सामने आया उसी का हो गया.
किसी की आदत लगने में वक़्त नहीं लगता किसी को भुलाने के लिए ज़िन्दगी कम पड़ जाती है।
उसकी निगाहों ने बिगाड़ी है आदत हमारी
आदत बदल सी गई है वक़्त काटने की, हिम्मत ही नहीं होती अब दर्द बांटने की।
हर भूल तेरी माफ़ की तेरी हर खता को भुला दिया,गम है कि मेरे प्यार का तूने बेवफाई सिला दिया।
अपने गले में खुद ही यूँ आफत मत डालना, तुम्हे कसम है खुदा की किसी की आदत मत डालना।
मरहम मिल जाए जैसे ज़ख्म को ऐसी राहत बन गई हो, तुम मेरी आदत बन गई हो।
हमें नहीं थी पहले कभी ये इश्क-ए-बीमारी
में खुद हैरान हूँ अपने सब्र की इन्तहा देख करतुमने याद करना छोड़ दिया मैंने इंतज़ार करना नहीं
तुम वो आदत हो मेरी जो मैं कभी बदल नहीं पाऊंगा
वो एक इंसान जो सोया नहीं कही रातों सेअगर उसकी वजा तुम हो तो किया तुमने ज़ुल्म नहीं किया
तलब तुझे पाने की तालाब से बड़ी है, तुझे पाने की ख्वाहिश मेरे लिए हर ख़्वाब से बड़ी है।
क्यों पूछती है हर दफा क्या आफत है मुझे, तू जानती तो है तेरी आदत है मुझे।
आदत तेरी आफत बन चुकी है अब या तो तू आ जाए या फिर मौत आ जाए।
सायद मेरी वफ़ा में कोई कमी रही होगीवो शक्स मेरा हो कर भी मेरा हो ना सका
भाव ना खाया करो रहम अपने आशिक पे दिखाया करो
तुमने मोहब्बत नहीं की ना इसलिए तुम्हें पता नहीं ये दर्द होता कैसा है
उन्हें छोड़ने का मतलब जिंदगी अधूरी होती है
आदत होती तो छूट भी जाती अब ज़िन्दगी हो जीना तो नहीं छोड़ सकता।
बस तुम समझ लो यूं आदत लगाकर छोड़ना बिल्कुल मौत जैसा है
इस दुनिया में वफ़ा करने वालो की कमी नहीं हैबस उसी से हो जाता है जिसे अपने की क़दर नहीं
तेरी आदत लगने से अच्छा हमे कोई बीमारी लग जाती तो अच्छा होता।
बेवफा तेरा मासूम चेहरा भूल जाने के काबिल नही,है मगर तू बहुत खुबसूरत दिल लगाने के काबिल नही।
हाल-चाल पूछ लिया करो हमारा भी यूं बात किए बगैर ना जाया करो
दोस्तो आज पीने के लिये मना मत करना,आज किसी बेवफा का जन्मदिन है।
तेरी मोहोब्बत भी किसी नशे से कम तो नहीं तेरी चाहत में पड़े अक्सर ऐसा लगता है जैसे किसी लत में पड़ें है।
लगाव जो तुमसे हुआ आदत जो तुम्हारी लगी
नींद चुराने वाले पूछते हैं सोते क्यू नही,इतनी ही फिक्र है तो फिर हमारे होते क्यूँ नही!!
कभी ग़म तो कभी तन्हाई मार गयी,कभी याद आ कर उनकी जुदाई मार गयी.बहुत टूट कर चाहा जिसको हमने,आखिर में उनकी ही बेवफाई मार गयी।
मिलता हूँ टूट कर तो जुड़ता हूँ शान सेमें खुश मिजाज़ शक्स भी और दिल जला भी
मोहोब्बत हो जाए जो किसी से तो मुश्किल नहीं क़यामत तो तब होगी जब आदत हो जाएगी
तेरे इश्क़ में गिरे तो ऐसा गिरे की ना उठने के लिए वापस मदद मांगते हैं ना दुआ मांगते हैं।
जो तुम ना होवोगी साथ मैं चल नहीं पाऊंगा
वफ़ा करने से मुकर गया है दिल,अब प्यार करने से डर गया है दिल,अब किसी सहारे की बात मत करना,झूठे दिलासों से भर गया है अब यह दिल।
Barsoo Baad Mila To Poochny Lage K Tum Kon Ho…!Bichadte Waqt Jis Ne Kaha Tha K Tum Bohat Yaad Aao Gay ॥
सिर्फ एक ही बात सीखी इन हुस्न वालों से हमने,हसीन जिसकी जितनी अदा है वो उतना ही बेवफा है।
आदत है मुझे तेरे ख्यालों में खोए रहने की, तेरे ख़्वाब देखते-देखते बस यूँ ही बेवजह सोए रहने की।
कोई ऐसी वैसी आदत नहीं तुम जिसे छोड़ा जाए
तुझे हम इतना चाहते हैं की ना चाहते हुए भी तेरी और ही खींचे चले आते हैं।
हर धड़कन में एक राज़ होता है,बात को बताने का भी एक अंदाज़ होता है,जब तक ना लगे ठोकर बेवाफ़ाई की,हर किसी को अपने प्यार पर नाज़ होता है।
भूलता नहीं कोई अपनी मोहोब्बत को बस बिना मोहोब्बत के जीने की आदत हो जाती है।
तुम्हें छोड़ने का मतलब है अपना दिल अपने हाथों तोड़ा जाए
ज़िन्दगी में सबसे ज्यादा दुख दिल टूटने पर नही भरोसा टूटने पर होता है,क्योंकि हम किसी पर भरोसा कर के ही दिल लगाते है।
मोहब्बत करो तो निभाओ सच्चे दिल से इस दो दिन के टाइमपास को मोहब्बत बताया ना करो
बात करते-करते पता ही ना चला कब हमें उनकी आदत लग गई
मैं पीता नहीं फिर भी मुझे सब पीता है ये शराब कहते हैं
किसी को उनसे मिल के इश्क़ हुवा,किसी को उनको देख के इश्क़ हुवा,एक हम ही थे जो उनको न देखे न मिले,हमको तो उनसे हुई बातों से ही उनसे इश्क़ हुवा।