Khwahish Shayari In Hindi : ख्वाहिशों के बाजार सस्ते होते है, गरीब मुस्कुराहट यूँ ही खरीद लेते है. छोटे थे तब हर ख्वाहिश ख़ुशी में बदल जाती थी, बड़े हुए तबसे हर ख्वाहिश दर्द ही देती है.
“अजीव तरह से गुजर रही है जिंदगी- सोचा कुछ, किया कुछ, हुआ कुछ और मिला कुछ।”
प्यार वो नहीं जिसमे जीत और हार हो ,प्यार कोई चीज नहीं जो हर वक़्त तैयार हो ,प्यार तो वो है जिसमे किसी के आने की उम्मीद ना हो ,
सुनी थी सिर्फ हमने ग़ज़लों में जुदाई की बातें ; अब खुद पे बीती तो हक़ीक़त का अंदाज़ा हुआ !!
हमने ज़िन्दगी को बस इतना ही जाना है तकलीफ में अकेले हैं, खुशियों में सारा जमाना है
ज़िन्दगी में हर किसी की ख्वाहिश है की सब को ज्यादा ही चाहिए चाहे धन हो या लोगो की जरूरते।
अच्छा हुआ बड़ा जल्दी बदल गए तुम वरना मेरी उम्मीद बढ़ती ही जा रही थी
अब उसके जाने से भला क्या होगा कोई हमारे नसीब में भी लिखा होगा
कीमत पानी की नही प्यास की होती हैं,कदर मौत की नही सास की होती हैं,प्यार तो बहुत लोग करते है दुनिया में,पर कीमत प्यार की नही विश्वास की होती है।
धीरे धीरे सब दूर होते गए, वक़्त के आगे सब मजबूर होते गए, हमने इश्क़ में ऐसी चोट खायी, हम बेवफा और वो बेक़सूर होते गए।
तेरी हर ख्वाहिश पूरी करना, एक इकलौती ख्वाहिश है मेरी।
ख्वाहिशो का सील सिला तो खत्म नहीं होगा कभी, हाँ इंसान आपस में युद्ध जरूर करेंगे एक दिन ख्वाहिशो के चक्कर में।
सूखे होठो से ही होती हैं प्यारी बातें … प्यास बुज़ जाये तो इंसान और अल्फाज़ दोनो बदल जाते हैं ..!!
लैला नहीं थामती अब किसी बेरोजगार का हाथ,मजनू को गर इश्क़ हो तो कमाने लग जाए।
जरूरी तो नही के इंसान प्यार की मुरत हो,जरूरी तो नही की इंसान अच्छा और खुबसूरत हो,पर सब से सुंदर वह इंसान हैं,जो आपके साथ हो जब आपको उसकी ज़रूरत हो…
जादु है तेरी हर एक बात मे,याद बहुत आते हो दिन और रात मे,कल जब देखा था मैने सपना रात मे,तब भी आपका ही हाथ था मेरे हाथ मे…
ख़्वाब और ख्वाहिश दोनों तुम हो, मेरी ज़िन्दगी और जान दोनों तुम हो।
तुमसे भी तो गलतियां हो सकती है ना हर बार मुझपे इलज़ाम ज़रूरी है क्या
उल्टी सीढ़ियां होती है ये मोहब्बत की गिरकर लगना तो लाजमी है
सारी उम्र हमने गुजार दी इस ख्वाहिश मैं की एक दिन उनसे मोहब्बत हो जाएगी ।।
उन्हें जन्नत में भी सुकून नहीं मिलता जो किसी के इश्क़ में मारे जाते हैं
ख्वाहिशों में अब और इज़ाफ़ा नहीं होने देता, कहीं एक और ख़्वाब ना आ जाए तेरा, बस इसी खातिर मैं खुद को सोने नहीं देता।
भूल गए हो तो बता दो मुझ कोमुझ में मरने की हिम्मत आ गयी ह..!!
मोहब्बत के कुछ किस्से कहे ना गए कुछ मैं तुमको बता नही पाया कुछ तुम खुद भी समझ नही पाये
दूरिया बस एक शख्स से हुई थी अकेला मेरा पूरा जहांन हो गया रास्ता बस एक बंद हुआ था तबाह मेरा पूरा कारवां हो गया
ख्वाहिश तो थी इश्क़ के दरिया में उतरने की,पर हिम्मत न जुटा सका खुद को बर्बाद करने की..!!
मेरा सफ़र अच्छा है लेकिन मेरा, हमसफर उससे भी अच्छा है !
तोड़ कर पलकों की हद.. दामन पे आ गिरा..! सिर्फ़ एक आँसु मेरे सब्र की तौहीन कर गया….🔥🔥🔥
ख्वाहिशों के शहर इतने वीरान क्यों है, टूटी हुई साड़ी ख़्वाबों की दूकान क्यों है।
आप जैसा हँसी हमसफर हो अगर, जा रहे हैं कहाँ सोचता कौन हैं !!
ख्वाहिश की कश्मकश में कभी फंसता नहीं मैं, अगर तेरे मुँह कभी लगता नहीं मैं।
बड़े दिल से बनाया था आशियाना दिल का एक शख्स ने आकर सब तबाह कर दिया
मंज़िल बदल गयी, ना सफर रहा वैसा मोहब्बत का अब ना असर रहा वैसा ना पानी की तलब ना खुशबु की कमी ये दिल बदल गया ना दिल रहा वैसा
पहला प्यार अधूरा होता है,क्योंकि उसे पूरा करना कोई नहीं सिखाता।वो तो सिर्फ खुशी देता है,मगर फिर भी अधूरा ही रह जाता है।
बड़े दिल से बद्दुआ है मेरी तुझे भी मोहब्बत कभी नसीब ना हो तेरे भी चेहरे का नूर जाएगा तेरी भी आँखों में पानी आएगा
दिन ख्वाहिशों में गुजरता है रात खयालों में कटती हैशाम का आलम ना पूछो मयकदे जाओगे तो समझोगे..!!
पानी से प्यास नहीं बुझी तो मैखाने की तरफ चल निकला,सोचा शिकायत करूँ तेरी खुदा से पर खुदा भी तेरा आशिक़ निकला।
सिर्फ चेहरे पर मरते हो तुम क्या ख़ाक मोहब्बत करते हो
मैं दिल हूँ और तुम साँसे हो मेरी,मैं जिस्म हूँ और तुम जान हो मेरी,मैं चाहत हूँ तुम इबादत हो मेरी,मैं नशा हूँ और तुम आदत हो मेरी।
गुलों में रंग भरे बाद-ए-नौ-बहार चले चले भी आओ कि गुलशन का कारोबार चले
मेरी तस्वीर देखकर लोगों ने कहा इसे ज़बरदस्ती हसाया गया है
ख्वाहिशों के बाजार इतने भी महंगे नही है की गरीब मुस्कुराहट भी नही खरीद सके ।।
दिल तोड़ के जाने वाले ना लौट के आने वाले जा तेरे बिना जीना सीख लिया औरों से यारी निभाने वाले
जिसमे दोनों तरफ हार होती है ये दिल उस जंग में हारा है किसी को उसकी बेवफाई ले डूबी किसी जो उसके प्यार ने मारा है
लेकर गई मोहब्बत को एक ऐसे मोड़ पर जिंदगी ना लौटना मुमकिन था ना बिछड़ना
वो हमसे पूछते रहते थेछोड़ कर तो नहीं जाओंगे नाकाश मैं भी उनसेएक बार पूछ लेता।
बराबरी का सिलसिला जारी है, वो बहुत रुला चुकें, अब हमारी बारी है
ये पागल पागल फिरता है इसको तू समझा दे अब या तो अपना बना ले इसे या फिर दिल जला दे अब
काश तुम पूछो के तुम मेरे क्या लगते हो,मै गले लगाऊँ और कहू सब कुछ।
दिल में इश्क़ की छुपी ख्वाहिशें जुबाँ पर आती नहीं, उन्हें मेरे दिल का हाल पता है पर वो अपने दिल का हाल बताती नहीं.
मरने की बात पे जो हाथ रखते थे होंठों पर वो अब बद्दुआ देते हैं के खुश ना रहोगे तुम
हजारों ताले लगा दिए दिल पर अब बचा कोई अरमान नहीं, बंद होकर फिर खुल जाए ये कोई दुकान नहीं,
मोहब्बत की कहूँ देवी या तुमको बंदगी कह दूँ, बुरा मानो न गर हमदम तो तुमको ज़िन्दगी कह दूँ।
पढ़े लिखे नहीं थे वो शायद गलतियों को हुनाह का नाम देते रहे मुझे बदनाम करना पसंद था उन्हें और हम उन्हें ये काम देते रहे
कोशिशों के बाद भी जो मुकम्मल ना हो सकेतेरा नाम भी उन्हीं ख्वाहिशों में शामिल है..!!
चहरे पर कभी उदासी ना रहे तुम्हारी इसलये कुछ ख्वाहिशें मैंने अपने दिल मे दफना दिए ।।
सब कुछ है नसीब में तेरा नाम नहीं है, दिन रात कि तन्हाई में अरमान नहीं हैं, मेरी खताओ कि सजा अब मैत हि सही, इसके सिवा कोई भी अरमान नहीं हैं,
ज़िन्दगी प्यारी और बहुत प्यारी है,पर सिर्फ तब तक जब तक मैं तेरा और तूँ सिर्फ मेरी है।
“सफल होना आसान है अगर आप फैल होने के बाद पूरे जोश से पुनः प्रयास करने के लिये तैयार हैं.”
दिल से अच्छे लोगों की, अकसर किस्मत खराब रहती है
इक सवाल पर ही रुके हुए हैं अब इश्क़ खुदा ने बनाया ही क्यों अगर उसे दूर जाना ही था वो मेरे इतने करीब आये ही क्यों
ख्वाहिशें और गलतियां जितनी कम की जाए उतना बेहतर होता है।
ये दुरी हमसे अब और सहा नहीं जाती, बस तेरे पास आने को मेरा जी चाहता है, तोड़ कर सारि दुनिया की रस्मो-रिबाजो को, तुझे अपना बनाने को जी चाहता है।
मैं वादा करता हूँ अपनी अधूरी ख्वाहिशों से मिलूंगा तुम्हें किसी जनम में मैं
मेरी रब से एक गुजारिश है, छोटी सी लगानी एक सिफारिश है, रहे जीवन में हमेशा खुश मेरा महबूब बस इतनी सी मेरी ख्वाहिश है.
अरमान ही बरसों तक जला करते हैं, इंसान तो एक पल में खा़क हो जाता हैं,
बातें तो हर कोई समझ लेता है, हमसफर ऐसा हो जो खामोशी भी समझे !
ख्वाहिशें और सांप पालने का अंजाम कभी भी अच्छा नहीं होता।
मेरे अपनों के चेहरे पर उदासी न आ जाएँ, मैंने कुछ ख्वाहिशों को दिल में दफन कर दिया.
उसकी चौखट पर मेरी ख्वाहिशें मर गयी और वो पूछ रहे हैं तुम रो क्यों रहे हो
ख्वाहिश हर किसी की पूरी नहीं होती, जिनकी होती है ख्वाहिश पूरी वो उस ख्वाहिश की कदर ही नहीं करते।
ख्वाहिशों के बाजार सस्ते होते है, गरीब मुस्कुराहट यूँ ही खरीद लेते है.
मोहब्बत की उम्र भी बड़ी लंबी होती है ज़माना बीत जाता है किसी की ख्वाहिश मैं ।