1403+ Khet Ki Shayari In Hindi | Kheti Shayari Status Quotes in Hindi

Khet Ki Shayari In Hindi , Kheti Shayari Status Quotes in Hindi
Author: Quotes And Status Post Published at: August 31, 2023 Post Updated at: February 8, 2025

Khet Ki Shayari In Hindi : खेतों में जो पसीना बहाता है, उसका दर्द कोई और कहाँ समझ पाता है. जिनके माँ-बाप खेतों में काम करते है, उनके बच्चे जीवन में बड़ा नाम करते है।

हम जाट स रोला-राला नही करते, करना हो जब सीधा नाश करा करे !

तुम हो तभी तो हम है #जिस्म बिना जान कहां #किसानों बिना अनाज कहां हर दर्द इनके #दफन हो जाते हैं जब अनाज बनकर #खेतों में लहलहाते हैं

हमेशा मुस्कुराते रहिए कभी अपने लिए तो कभीअपनों के लिए।🌹🌹Good Morning

मैं किसान हूँ मुझे भरोसा हैं अपने जूनून परनिगाहे लगी हुई है आकाश के मानसून परहैप्पी फार्मर डे

एक बेटे ने अपने नाम के आगे “डाक्टर” जोड़ दियाउस बेटे के बाप ने उसकी राह देखते देखतेखेत में दम तोड़ दिया.#Kisan

क्या तुम्हें पता है किसान कैसे जीता हैं, दुःख दर्द के आँसू वो हँसकर पीता हैं.

राजनीति के खेत में तरक्की की फसल हम भी काट लेते, अगर अपने जमीर को गिराकर किसी के तलवे चाट लेते.

“ शहर की बारिशकिसे रास आती है,गाँव की बारिश मेंमिट्टी से महक आती है….!!

जिगरे की बात ना कर पगली,हम तो सेल्फी में भी शेर ही दिखते हैं।

लोहा टाटा का जूता बाटा का, छोरा जाटों का दुनिया में मशहूर है !

तेरे ऊपर आग्या दिल भोले भाले जाट कातेरी हां की बाट मैं बेठ्या छोरा जाट का!!

हम प्यार भी शिद्दत से करते हैं औरनफरत भी अगर गलती से भीधोखा दिया तो तुम्हें घर में घुस कर मारुंगी।

कोई परेशान है कुर्सी के लिए.कोई ख्वाहिशो के लिए.और एक किसान परेशान है,उधार के किश्तों और रोटी के लिए

“ मां ने अपने दर्दभरे खत में लिखासड़कें पक्की हैंअब तो गांव आया कर…!!

ये पानी में मिला हुआ करंट नहीं हैजिसे फिल्टर करके निकालोगेहमारा एटीट्यूड तो हमारे खून में मिला हुआ हैउसे कैसे निकाल लोगे।

पत्थर को पीस करकभी मैदा नही हुआजाट को झुका दे।ऐसा कोई माई का लालपैदा नही हुआ ..।।

रूप रंग ही अगर प्रेम का आधार होता तोजिसे कभी देखा ही नहीं उससे कैसे प्रेम होता।

“और फिर, मेरे पास प्रकृति और कला और कविता है, और अगर यह पर्याप्त नहीं है, तो क्या पर्याप्त है?”

जंगल म छाती चौड़ी करकै शेर चाल्या करैअर हरियाणा में छाती चौड़ी करकै जाट चाल्या करै।

“अगर मैं जीवन के तीन सबसे अनमोल संसाधनों का नाम लेता, तो मुझे किताबें, दोस्त और प्रकृति कहना चाहिए।”

चारों तरफ फैल रही हैं,इनके प्यार की खुशबू थोड़ी-थोड़ीकितनी प्यारी लग रही हैं,साँवरे-गोरी की यह जोड़ी।।

रेगिस्तान भी हरा होता है…!जब अपने साथ अपना भाई खड़ा होता है!!

उदास रहता है मोहल्ले में बारिशों का पानी आजकल, सुना है कागज के नाव बनाने वाले बच्चे बङे हो गए है !!

“एक फूल जो आप लगाते हैं वह जरूरी नहीं खिलता है; लेकिन आपके द्वारा गिराए जाने वाले पेड़ का बीज जंगल में विकसित हो सकता है।”

बंजर जमीन को उपजाऊ बना देता हूं, मैं एक किसान हूं, चैन से कहां सो पाता हूं।।

कहाँ ले जाओगे किसानके हक का दाना,इस दुनिया को एकदिन तुमको भी है छोड़ जाना

जिन्हें मैं ढूँढता था आसमानों में ज़मीनों में वो निकले मेरे ज़ुल्मत-ख़ाना-ए-दिल के मकीनों में

“ शहर में छाले पड़ जाते हैजिन्दगी के पाँव में,सुकून का जीवन बिताना हैतो आ जाओ गाँव में….!!

एक तो हम बचपन से ही एटीट्यूड है ऊपरसे स्मार्ट भी हैं और जाटों वाला एटीट्यूड भी है

पूछते थे ना की कितना प्यार है तुमसे,लो अब गिन लो ये बारिश की बुँदे !!

ज़माना अक़्ल को समझा हुआ है मिशअल-ए-राह किसे ख़बर कि जुनूँ भी है साहिब-ए-इदराक

बेशक इंसान अब चाँद-सितारें छूने लगा है, परन्तु फसल आज भी जमीन पर ही उगती है.

हे कान्हा, तुम संग बीते वक़्त कामैं कोई हिसाब नहीं रखतीमैं बस लम्हे जीती हूँ,इसके आगे कोई ख्वाब नहीं रखती।

हमें अपने पूरे जीवन में कभी-कभी डॉक्टर, वकील, इंजिनियर की जरूरत पड़ती हैं परन्तु हर दिन तीन टाइम हमें किसान की जरूरत पड़ती हैं.

किसानों का जीवन सबसे मुश्किल जीवन होता है, पर वे हमेशा अपने काम में लगे रहते हैं। 💪👨‍🌾

होगी तुम्हारी बात लाख कीमेरा तो एटीट्यूड हीसवा लाख का है

ना तुम दूर जाना ना हम दूर जाएंगे , अपने-अपने हिस्से की दोस्ती हम निभाएंगे।

आवाज को नहीं अपने अलफ़ाज़ को ले जाओ बुलंदी पर,बादलों की गरज नहीं बारिश की बौछार फूल खिलाती है !!

दौलत में आग लगाकर हमने ये शौक पाले हैंकोई पूछे तुमसे तो कह देनाहम जाट हरियाणे वाले हैं

गला तो घोंट दिया अहल-ए-मदरसा ने तिरा कहाँ से आए सदा ला इलाह इल-लल्लाह

बारिश के बाद तार पर टंगी आख़री बूंद से पूछना, क्या होता है अकेलापन !!

वा बोली मने जब मेरी याद आवे तो तू क करा करे,मै बोला हुक्का भर लिया करू। हुक्का जाट का..!!

हर दुःख एक सबक देता है,और हर सबक इंसान को बदल देता है।

कामयाबी हाथों की लकीरों में नहींमाथे के पसीने में हैं, वो मजा आमजिंदगी में कहाँ जो बिंदास जीने में है.किसान दिवस की हार्दिक शुभकामनाये

जिंदगी म कईं ब इसा होज्या सै,बिन चाहया मिलज्या सै अर चाहया होया खो ज्या सै।

“ शहर की नौकरी जगाता है भगाता है,अंत में गाँव में आकर हीहर कोई सुकून पाता है….!!!

तनै फुक भरकेलिफ़ाफ़े पाड़े सकालजा कुकर पाड़यां करेहाम बतावांगे ..।।

“जो संघर्ष की राह पर चलता है वही इंसान संसार को बदलता है,जिसने रातों से अपनी जंग जीती हो सूरज बनकर वही चमकता है”

जीवन का लक्ष्य प्रकृति के साथ समझौता करते हुए जीना है। – ज़ेनो

चीर देता है #धरती सूखता नहीं उसका पसीना, आराम के लिए किसान# को मिलता नहीं महीना।

राधा राधा जपने से हो जायेगा तेरा उद्धार, क्योंकि यह वही नाम है जिससे श्री कृष्ण को है प्यार।

कीट प्रबंधन: कीटों और कीटाणुओं के साथ संघर्ष करना और उनका प्रबंधन खेती में जरूरी होता है।

“ शहरों में कहां मिलता हैवो सुकून जो गांव में था,जो मां की गोदी औरनीम पीपल की छांव में था…!!

किसान हमारी जान हैं, हमें उनकी हर समस्या को हल करने की जिम्मेदारी है। 💪👨‍🌾

बच्चे वसीयत पूछते है ,रिश्ते हैशियत पूछते है, वो दोस्त ही है जो मेरी खैरियत पूछते है।

छोटी सी जिंदगी में कुछ दोस्त हमे ऐसे मिल गए, कुछ दिल में उतर गए तो कुछ दिल से उतर गए।

“स्वादिष्ट शरद ऋतु! मेरी बहुत आत्मा को यह विश्वास है, और अगर मैं एक पक्षी होता तो मैं लगातार शरद ऋतु की तलाश में पृथ्वी के बारे में उड़ता।”

मौसम बारिश का है,और भीग हमारी आँखें रही है !!

देश की प्रगति है तब तक अधूरी, किसान के #विकास के बिना न होगी पूरी

“ पूरी दुनिया सेथक हार के एक गाँव हीतो था जाह मेंचैन से मर सकता था…!!

मुझे रोकेगा तू ऐ नाख़ुदा क्या ग़र्क़ होने से कि जिन को डूबना है डूब जाते हैं सफ़ीनों में

दिल उदास रहता है,बारिशों के मौसम में !!

बनारस के घाट,हरियाणा के जाटदुनिया में मशहूर है!!

तू बड़े बाप की बेटी, हम पापी दरिंदे है । तू डीयू की कबूतरी, हम जाट कॉलेज के परिंदे हैं ।

खींच कर उतार देते है उम्र की चादर, कम्बख्त ये दोस्त कभी बूढ़ा नहीं होने देते।

“ शहर के साहब कभी गाँव घूम के आना,गाँव तुझे अपना ना लगे तो बताना…!!

“ यूं खुद की लाश अपनेकांधे पर उठाये हैंऐ शहर के वाशिंदोंहम गाँव से आये हैं…!!

अरे बेरा नी भाई छोरी किनके कुनबे में ते थी,ठाडी राजनीती खेलगी।

कौन कहता है दोस्ती बर्बाद करती हैं, निभाने वाले मिल जाए तो दुनिया याद रखती हैं।

उन घरो में जहाँ, मिट्टी के घड़े रहते हैं, कद में छोटे हो, मगर लोग बड़े रहते हैं।

#जलोस में,मदहोश है ये लोग, खलोस में, ये लोग हर रोज इंसान #इंसाफ को याद करे bahut, लेकिन किसान कि मौत पे नहीं होता #soog?

तुम्हारी किस्मत अच्छी है जो हम तुमको चाहते हैं।नहीं तो हमारे सपनों में आने के लिए भी लोगहमसे दो बार इजाजत लेकर आते हैं।

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