Khet Ki Shayari In Hindi : खेतों में जो पसीना बहाता है, उसका दर्द कोई और कहाँ समझ पाता है. जिनके माँ-बाप खेतों में काम करते है, उनके बच्चे जीवन में बड़ा नाम करते है।
“ गाँव का संस्कार है,कितना भी तेज चलूँपर पाँव रूक जाता है,जब मंदिर, मस्जिद, चर्चऔर गुरूद्वारा देखूतो सिर झुक जाता है….!!
ना कभी इम्तेहान लेती है और ना कभी इम्तेहान देती है,दोस्ती तो वो होती है जो बारिश में भीगे चेहरे पर भी आँसूं पहेचान लेती है !!Romantic Barish Shayari
बिना मेहनत की कमाई को उड़ाते देखा हैमेने चंद रुपयों के लिए किसान को बेल कीजगह हल चलाते देखा है मेने
पंछियों का बसेरा, दुपहरी का सुकून, बात पीपल की छांव की है।
देखो बारिश भी लौट आई है,तुम्हें भी लौट आना चाहिये !!
“प्रकृति हममें जो सबसे अच्छी है उससे प्यार करती है।”
शराफत तो आज नीलाम हो गईजमाने ने ऐसी आग लगाई मैं कंगाल हो गईइस युग में हमारी किसानी बर्बाद हो गई#Kisan
जाट भाई के जलवे और मूंग के हलवे का सवादही बहुत शानदार होता है
राम सीता कृष्ण राधा सच यहीप्रेम बाक़ी जो सुना था झूठ है
गाँव के खेतों का पानी अब इनके आखों में आ गया हैं, किसान अपने हक़ के लिए अब शहरों में आ गया हैं।
जाट दुश्मनो को सुधरने के लिए, सिर्फ एक मौका देता है,दूसरी बार तो जाट खुद ही सुधार देता है..!!
ना तो हम कभी गिरे ना हमारे कभी हत्यार गिरे।लेकिन हम को गिराने में लोग कई बार गिरे।
तेरे साथ बारिश में भीगने का ख्वाब आज भी अधूरा है,जब भी बारिश होती है तो बाहें फैला के तुझे महसूस कर लेते है !!
“ शहर से तो अच्छा मेरा गांव हे साहब जहाँ मकान को नंबर से नहीं बल्कि पिता के नाम से पहचाना जाता हे…!!
काश आज ऐसी बारिश बरसे,जो तेरी यादों को भी बहा ले जाये !!
जब जाट नाम की राग लागे,तो पानी में भी आग लागे हैं..!!
ना तो हम फिल्मी सितारे है।और ना ही कोई सुपर स्टार, हम तो जाट से ,जो जीतें है शान से और मरतें हैं अपने देश पे
गाँव में पला थासहरों से बस सपने में मिला था !तरक्की मिलीपैसे भी बहोत मिले…पर आज तक कोई अपना ना मिला !!
किसान खुश है, बारिश खूब हुई है अबकी बरस,खेत सींच दी है पर मकान का छत तोड़ दी है,
“ कितना भी बड़ा जख्म या घाव हो,अकेलापन महसूसनही होता अगर गाँव हो….!!
अक़्ल को तन्क़ीद से फ़ुर्सत नहीं इश्क़ पर आमाल की बुनियाद रख
किसीने मुझसे कहा की आपकी आँखे बहोत खुबसूरत है,मैंने कहा की बारिश के बाद अक्सर मौसम सुहाना हो जाता है !!
कोई रंग नहीं होता बारिश के पानी में,फिर भी फिजा को रंगीन बना देता है !!
पीठ पीछे बुराई करने वालों को बस यही कहेना हैंलगे रहो तुम्हें और कोई काम धाम तो है नही।
चीर देता है धरती का सीना, अपना पसीना बहा के, वो इंसान नहीं, देश का किसान है
#समंदर की लहरें मेरे क़दमों में यूं दम तोड़ देती हैं जैसे #मर जाता है किसी के क़दमों में अपने घर को बचाने की #गुहार लगाता किसान –
गुज़रना पड़ता है जिंदगी को कई मानसूनों से,फ़क्त एक ही बारिश से ज़मी की तपिश नहीं जाती !!?fb status barish
लोग कहते हैं बेटी को मार डालोगे,तो बहू कहाँ से पाओगे? जरा सोचोकिसान को मार डालोगे, तो रोटीकहाँ से लाओगे?
प्रकृति की खोज करके, आप खुद को खोजते हैं। —मैक्सिमे लगैसे
मैं तेरे नसीब की बारिश नहीं जो तुज पे बरस जाऊ, तुझे तक़दीर बदलनी होगी मुझे पाने के लिए !!
अगर हंगामा-हा-ए-शौक़ से है ला-मकाँ ख़ाली ख़ता किस की है या रब ला-मकाँ तेरा है या मेरा
बढ़ जाती है कीमत है हर सालएक बेटी का बाप सोचता ही रह जाताबेटी की शादी के बारे में.#Kisan
लाल सरसों का बीज अन्य सरसों से कुछ हल्का छोटा होता है । इसलिये 6-8 किलो प्रति हैक्टर बीज की आवश्यकता होती है ।
देवताओं से भी हल नहीं हुई,जिन्दगी कही सरल नही हुई,कि अबके साल फिर यही हुआअबके साल फिर फसल नही हुई.
मुझे पागलो से दोस्ती करना पसंद है साहब, क्योंकि मुसीबत में कोई समझदार काम नहीं आता।
लोहा टाटा का जूता बाटा का, छोरा जाटों का दुनिया में मशहूर है ।
यादों की जड़ें फ़ूट ही पड़ती हैं कहीं से दिल खुश्क तो हो जाते हैं,बंजर नहीं होते।
सात में सात से गुणा कर दो तो हो जाता है फोरटीन, दोस्तों, चना खाने से मिलता है बड़ा ज्यादा प्रोटीन ।
सहर जाकर बस गए वो आराम और पैसों की आश मेंख्वाहिशों ने उनकी मेरा पूरा गाँव खाली कर दिया।
वो हर्फ़-ए-राज़ कि मुझ को सिखा गया है जुनूँ ख़ुदा मुझे नफ़स-ए-जिबरईल दे तो कहूँ
मेरे यार तो बहुत अच्छे हैं, दिल के बड़े सच्चे हैं, अकल से थोड़ा कच्चे, मगर दोस्ती निभाने में पक्के हैं।
हमारी खेती हमारी माता की भूमि के लिए जीवनदायी होती है।
खोफ गोली त नी दिमाग त होया करेअर दिमाग तो हाम जाटा का शुरू त ख़राब होया करे
ऐ दोस्त न कभी दूर जाना, न कभी हम दूर जाएंगे, अपने अपने हिस्से की दोस्ती खूब से निभाएंगे।
सुन पगली आज तूने जाट बुरा लगे लेकिन एक बातयाद रखना 1 दिन इस जाट के लिए तू बहुत तरसेगी
“ जो गाँव की मिट्टी में पलते है,वही इतिहास को बदलते है….!!
बारिश की तरह कोई बरसता रहे हम पर, तो मिट्टी की तरह हम भी महकते रहे !!
मैं मर जाऊं तो मेरी एक पहचान लिख देना, मेरे कफन के किसी कोने पर जाट लिख देना ।
शांत हु डरपोक नहींइसलिए जरा तमीज में रह करबात करना वरना तुममुश्किल में पड़ जाओगे
बंजर जमीनों पर भी पेड़ उगेंगे, हौंसला चाहिए बस कलेजे भर का।
यमराज को भी उस दिन और टाइम ड्यूटी करनापड़ेगा जिस दिन जाटों ने हथियार उठा लिया
जहां खेती होती है, वहां देश जीता है। 🌾
दुनिया को क्रम में नहीं रखना है। दुनिया आदेश है। यह हमारे लिए है कि हम इस आदेश के साथ खुद को एकजुट रखें। -हेनरी मिलर
ये सिलसिला क्या यूँही चलता रहेगा, सियासतअपनी चालों से कब तककिसान को छलता रहेगा
“ गाँव में दिखती नहीं हे तरक्की की निशानी मगर यहाँ सुबह होती हे बड़ी सुहानी….!!
👨🌾 NO FARMERS 🌾 NO FOOD 🎯 NO FUTURE💪 जय जवान💪👨🌾 जय किसान 🚜All daily updates =peasant👨🌾 movement( किसान👨🌾आंदोलन)Supporting to BKU,SKMॐ☬☪︎†🙏🙏
हाल पूछ लेने से कौन सा हाल ठीक हो जाता है….बस तसल्ली हो जाती है कि इस भीड़ भरी दुनिया में कोई अपना भी है…Good Morning!
प्यार में ना जाने कितनी बाधा देखी,फिर भी कृष्ण के साथ हरदम राधा देखी।
भिगोकर रख दिया तेरी यादों ने इतना,की अब बारिश में भीगने को मन ही नहीं करता !!
अर जाट का रुक्का स, असली खौफ तो जाट का स,बाक़िया का टोरा सुक्का स..!!
सफलता एक चुनौती है इसे स्वीकार करोक्या कमी रह गई देखो और सुधार करोकुछ किए बिना ही जय जयकार नहीं होतीकोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती
“ की एक तेरा शहर पानी के लिए खून बहा देता हे और एक मेरा गाँव जो पानी न मिले तो प्यार बाँट लेता हे…!!
मत पूछो कितनी मोहब्बत है मुझे उनसे,बारिश की बूँद भी अगर उन्हें छू ले तो दिल में आग लग जाती है !!
बारिश शुरू हुई और हमारा दिल रोने लगा,उसकी याद में फिर से मैं खोने लगा !!
कागजो पर तो अदालते चलती हैजाट तो रॉयल छोरे है
कुछ दोस्त सीधे साधे भी अच्छे नही लगते, और कुछ कमीने जान से भी प्यारे होते है।
तिरे आज़ाद बंदों की न ये दुनिया न वो दुनिया यहाँ मरने की पाबंदी वहाँ जीने की पाबंदी
ए खुदा थोड़ी बारिश उन गरीब किसानों के खेत में भी कर दे,जो हर साल सुखा पड़ने की वजह से मर जाते है !!
जिंदगी मेरी है उसे मैं अपने हिसाब से ही जिऊंगीयह जिंदगी किसी के बाप की नहीं है किजो वह कहेगा उसके हिसाब से जिऊंगी।
यदि गरीब किसान खेत बेचने को मजबूर है, तो यह समझ लो कि देश तरक्की से बहुत दूर है.
तेरे बगैर इस मौसम में वो मजा कहाँ,कांटो की तरह चुभती है दिल में बारिश की बूंदे !!
“ मैं गाँव का ग्वाला,तुम शहर की रानी प्रिये,मैं तेरे प्यार में बावला,बोलो कैसे बने अपनीकहानी प्रिये….!!!