Khamoshi Shayari In Hindi : अग़र मोहब्बत नही थी तो फक़त एक बार बताया तो होता,ये कम्बख़त दिल तुम्हारी ख़ामोशी को इश्क़ समझ बैठा…!!😔😔 अच्छा करते है वो लोग जो मोहब्बत का इज़हार नहीं करतेख़ामोशी से मर जाते है मगर किसी को बदनाम नहीं करते !😔😔
खामोशियां तेरी मुझसे बातें करती है,मेरा हर दर्द और हर आह समझती है।
जब खामोशी कमजोरी बन जाती है,तो खूबसूरत रिश्तों में दरारे आ जाती है
इन ख़ामोश हवाओं में थोड़ी आहट तो हो !!उस बिखरी रूह को हमसे थोड़ी चाहत तो हो !!
खामोशी एक आत्मीय अनुभव होती है, जो हमें अपने अंदर के बहुत कुछ जानने की क्षमता देती है।
मेरे साथ तेरी #मौजूदगी का एहसास, #मुझे आज भी है हर घड़ी मेरे# जहान में तेरा ख्याल।
आखिर क्या वजह थी की ज़िन्दगी बेवफा हो गई, इसी खामोशी में ये ज़िन्दगी रफा-दफा हो गई।
खामोशी को चुना है !!अब बाकी के सफर के लिए !!अब अल्फाजो को जाया करना !!हमे अच्छा नहीं लगता !!
रुतबा तो खामोशीयों का होता है !!अल्फाज का क्या !!वो तो बदल जाते है अक्सर !!हालात देखकर !!
दिल की #खामोशी पर मत जाओ, #राखी नीचे आग दबी होती है।
वो मुकम्मल था मेरीचाहत ने कही मैं अधूरी थीउसकी ख़ामोशी में कही..!
इस ख़ामोशी🤫 को मेरी कमजोरी 😔 मत समझना कलम झटकता हु तो स्याही अब ही बहत दूर तक जाती हैं
साँसों को चलनी जिगर को पार करती है,ख़ामोशी भी बड़े सलीके से वार करती है…!!!
इस दुनिया में कौन किसी याद करता है इस दुनिया में कौन किससे मोहब्बत करता है यहां पर कोई किसी का नहीं होता देखो यहां कौन किसे चाहत रखता है
मोहब्बतें मे नुमाइश की जरूरत नहीं होतीये तो वो जज्बा है जिसमे खामोशी भी गुनगुनाती है !
ख़ुद को इतना भी न बचाया करबारिश हुआ करे तो भीग जाया कर
बड़ी ख़ामोशी से गुज़र जाते हैं !!हम एक दूसरे के करीब से !!फिर भी दिलों का शोर सुनाई दे ही जाता है !!
मेरी जिंदगी में मेरे दोस्तों ने मुझको खूब हँसाया, घर की जरूरतों ने मेरे चेहरे पर सिर्फ खामोशी ही लाया।।
ख़ामोशी का राज़ खोलना भी सीखो !!आँखों की ज़बाँ से बोलना भी सीखो !!
खामोश है ये जुबां सुनी सी है राते,न दिल का ठिकाना है न दिल का बसेरा!!
एक उम्र ग़ुज़ारी हैं हमने तुम्हारी ख़ामोशी पढते हुए,एक उम्र गुज़ार देंगे तुम्हें महसूस करते हुए..!!
सुना है तुम ले लेते हो हर बात का बदला !!आजमाएंगे कभी तुम्हारे लबो को चूम कर !!
ऐसे तो कोई कमी नहीं है तेरी तस्वीर में,बस तेरी खामोशी इस दिल को चीर देती है !!
लफ़्ज़ों की ज़रुरत किसे है मेरी तो खामोशी ही सब कुछ बयां कर देती है।
जब इंसान अंदर से टूट जाता हैं,तो अक्सर बाहर से खामोश हो जाता हैं.
दोस्त की ख़ामोशी को मैं समझ नहीं पाया,चेहरे पर मुस्कान रखी और अकेले में आंसू बहाया।
उसकी लम्बी ख़ामोशी बस इतना बताती है प्यार में किसी ने उसे भी छला है.
खामोशी मेरा सबसे बड़ा सहारा होती है, जब मैं अकेला होता हूँ तो वो मुझे समझती है।
उसने कुछ कहा भी नहीं और मेरी बात हो गई, बड़ी अच्छी तरह से उसकी खामोशी से मुलाक़ात हो गई.
जब से वो गया है मुझसे दूर,अब कोई मेरी ख़ामोशी नहीं पढ़ता..!!
बातों को कोई न समझे,बेहतर है खामोश हो जाना..!!
इंसान की अच्छाई पर सब खामोश रहते हैं,चर्चा अगर उसकी बुराई पर हो तो गूँगे भी बोल पड़ते हैं.
जब कोई ख्याल दिल से टकराता है, दिल न चाह कर भी खामोश रह जाता है, कोई सब कुछ कह कर प्यार जताता है, कोई कुछ न कहकर भी सब बोल जाता है।
हर ख़ामोशी का मतलब इन्कार नही होता,हर नाकामी का मतलब हार नही होता,तो क्या हुआ अगर हम तुम्हें पा न सकेसिर्फ पाने का मतलब प्यार नहीं होता.
हर ख़ामोशी का मतलब इन्कार नही होता !!हर नाकामी का मतलब हार नही होता !!तो क्या हुआ अगर हम तुम्हें पा न सके !!सिर्फ पाने का मतलब प्यार नहीं होता !!
मोहब्बत तो वो बारिश है जिससे छूने की चाहत मैं ! हथेलियां तो गीली हो जाती है पर हाथ खाली ही रह जाते है !!
खुद भी रोता है मुझे भी रुला देता हैये बारिश का मौसम उसकी याद दिला देता है
खामोश होंठ अक्सरकुछ बयान करते हैआंखों से आंसू गुमनाम बह जाते हैलव चाहते है कुछ बोलना परउन्हे देखकर खामोश हो जाते है..!
सारी दुनिया के रूठ जाने से मुझे कोई फर्क नहींबस एक तेरा खामोश रहना मुझे तकलीफ देता है !
इश्क़ के चर्चे भले ही सारी दुनिया में !!होते होंगे पर दिल तो ख़ामोशी से ही टूटते हैं !!
जब इंसान अंदर से टूट जाता हैं,तो अक्सर बाहर से खामोश हो जाता हैं
बोलने से जब अपने रूठ जाए !!तब खामोशी को अपनी ताकत बनाएं !!
गिला शिकवा ही कर डालो के कुछ वक़्त कट जाए,लबो पे आपके यह खामोशी अच्छी नहीं लगती..!!
लोग तो सो लेते हैं जमाने कि चाहेल पहेल में,मुझे तो तेरी खामोशी सोने नहीं देती..!!
प्यार कोई बोल नहीं प्यार आवाज नहींइक ख़ामोशी है सुनती है कहा करती है!
ख़ामोशी जो ख़ुशी देती है उसका आनंद अलग ही होता है..!!
खामोशी एक राज होती है, जो केवल दिल से निकलते हैं, न कि मुँह से।
ख़ामोश फ़िजा थी कोई साया न था,इस शहर में मुझसा कोई आया न था,किसी जुल्म ने छीन ली हमसे हमारी मोहब्बतहमने तो किसी का दिल दुखाया न था.
खामोशियां तेरी मुझसे बातें करती है !!मेरा हर दर्द और हर आह समाजति है !!पता है मजबूर है तू और में भी !!फ़िर भी आंखें तेरे दीदार को तरस्ती है !!
# ना तेरा नाम मालूम फिर भी मेरी धडकनों में तेरा चेहरा आज भी मिस करता है ~, क्योंकि तूम कम वक्त में मुझ पे जादू करके चली गई. |
खामोशियां तेरी मुझसे बातें करती है,# मेरी हर आह दर्द समझती हैं,# पता है मजबूरी है# तू भी और मैं भी, #फिर भी आंखें तेरे दीदार को तरसती है।
खामोशी और उदासी भरीएक शाम आएगी…मेरी एक तस्वीर सम्भाल कर रखनातुम्हारे काम आएगी…
बेहतर है की खामोशी से काट लूँ ये सजा-ऐ-जुदाई, की ज्यादा चीखकर भी मुझे ना वो मिलेगा और ना ही इन्साफ।
लोग तो सो लेते हैं जमाने कि चाहेल पहेल में,मुझे तो तेरी खामोशी सोने नहीं देती।
मै कुछ लिखूँ और तेरा जिक्र ना हो वो तो मुकुल की शायरी की तौहीन होगी.
मुझे खामोश देखकर तुम इतने हैरान क्यों हो?कुछ हुआ नहीं है, सिर्फ भरोसा करके धोखा दिया है!
मेरी खामोशियां मेरी ताकत है मैं फालतू बोला नहीं करता हूं कितना भी मुझसे कोई पूछ ले अपने दिल के राज के उनके सामने खोला नहीं करता
उनके पास झूठ कहने का हुनर ऐसा था की हम उसे ही सच समझ कर खामोश रहते थे।
चलो अब जाने भी दो,क्या करोगे दास्ताँ सुनकर,ख़ामोशी तुम समझोगे नहीं,और बयाँ हम से होगा नहीं.
कुछ कह दूंगा तो तकलीफ होगी उसे ये सोच कर मैं अक्सर खामोश हो जाता हूँ।
खामोश खामखा नहीं हूँ मैं, किसी ने सुना ही नहीं मुझे जब कुछ कहना था।
मेरी जिंदगी में मेरे दोस्तों ने मुझको खूब हँसाया,घर की जरूरतों ने मेरे चेहरे पर सिर्फ खामोशी ही लाया।
चुभता तो बहुत कुछ हैं मुझे भी तीर की तरहलेकिन खामोश रहता हूँ तेरी तस्वीर की तरह !
कभी कभी अलफ़ाज़ से भी ज्यादा दुसरे की खामोशी तकलीफ देती है।
मैं ख़ामोशी तेरे मन की, तू अनकहा अलफ़ाज़ मेरा…मैं एक उलझा लम्हा, तू रूठा हुआ हालात मेरा…
वो अब हर एक बात का मतलब पूछता है मुझसे फ़राज़ !!कभी जो मेरी ख़ामोशी की तफ्सील लिखा करता था !!
मेरी खामोशी #से किसी को कोई फर्क नहीं पड़ता, #और शिकायत में दो लफ्ज़ कर दूं #तो वह चुभ जाते हैं।
जब इंसान अंदर से टूट जाता हैं !!तो अक्सर बाहर से खामोश हो जाता हैं !!
जब कोई बाहर से खामोश होता है,तो उसके अंदर बहुत ज्यादा शोर होता हैं.
सुना है मतलब बहुत वजनदार होता है निकल जाने के बाद हर रिश्ते हल्का कर देता है
तेरी खामोशी जला देती है इस दिल की तमन्नाओ को,बाकी सारी बातें अच्छी हैं तेरी तश्वीर में..!!
बहुत अलग सा है मेरे इश्क़ का हाल, तेरी एक ख़ामोशी और मेरे लाखों सवाल।।
हसने हँसाने वाले अचानक खामोश हो जाएँ तो उनकी खामोशी से सुकून नहीं खौफ आता है।