Kashti Shayari In Hindi : लाये हैं तूफ़ान से कश्ती निकाल के,रखना मेरे बच्चों इस देख को संभाल के। तू मुसीबत में अकेला है तो हैरत कैसी,हर कोई डूबती कश्ती से उतर जाता है।
कश्ती लहेरों से टकराएगी, तो ही किनारे नसीब होंगे !!
जहां मधुर प्रेम की बहती सरिता रसधार। जीवन नैया पार कर नर संभालो पतवार।
लहरों ने मोहोब्बत की उलझा दिया हमे, वर्ण हम बभी आज किनारे पर होते।
आप नजरों से दूर हैं आँखों से नही आप ख्वाबों से दूर हैं ख्यालों से नही…!!!
फ़िक्र तो तेरी आज भी है बस जिक्र का हक नही रहा…!!!
यूँ हम भी तुम से हाँ तुम भी हम सेदबे ज़ुबाँ कुछ तो कह रहे हैं हम एक कश्ती के हैं सवारीहम एक धारा मे बह रहे हैं
वो राधा की तरह है साथ मेरेख़यालों में वो मेरी रुक्मणी है
अकेला होकर भी अकेला नहीं हूँ मैं,कुछ यूँ सहारा दिया है तेरी यादो ने मुझे.
अफ़सोस तो हैं तेरे बदल जाने कामगर तेरी कुछ बातों ने मुझे जीना सीखा दिया.
ग़लतफ़हमी दूर न की जाए तो वोनफरत में बदल जाती हैं.
मैंने आज़ाद कर दिया !हर वो रिश्ता हर वो इंसानजो सिर्फ अपने मतलब के लिएमेरे साथ था.
ये न कह मोहब्बत मिलना किस्मत की बात है,क्योंकि मेरी बर्बादी में तेरा भी हाथ है.
राधा के हृदय में श्याम,राधा की साँसों में श्याम,राधा में ही हैं श्याम,इसीलिए दुनिया कहती हैं,बोलो श्याम श्याम श्याम।
कश्ती गैरज़रूरी लगती है तब जब मुसीबत की लहरों में तैरना आता हो।
अक्सर उन लोगों केदिल टूटे होते है,जो सबका दिल,रखने की कोशिश करते है.
चुपके-चुपके ,छुप-छुपा कर लड्डू उड़ाना याद है. हमकोअब तक बचपने का वो जमाना याद है..!!
मैं तो कश्ती हूँ पहले से पानी में, तुम मुझे तैरना ना ही सिखाओ तो बेहतर होगा।
“राधा” के सच्चे प्रेम का यह ईनाम हैं,कान्हा से पहले लोग “राधा” का लेते नाम हैं।
किसी का हाथ तभी पकड़ना,जब आप उसका साथ अच्छे सेनिभा सकते हो.
मैं कैसे आ पाटा नज़दीक साहिल के, मेरा मांझी ही मुझे डुबाना चाहता था।
खुद से मिलने की भी फुरसत नहीं है अब मुझे,और वो औरो से मिलने का इलज़ाम लगा रहे है.
डूबने का डर अक्सर उसे ही होता है जिसके पास कश्ती होती है।
राधा राधा जपने से हो जायेगा तेरा उद्धार, क्योंकि यह वही नाम है जिससे श्री कृष्ण को है प्यार।
जो हमे डूबने के कजवाब रखते थे हम उन्ही की नाव में जाकर बैठ गए।
पतवार बिन ना नाव चले सागर के उस पार। राही उसको याद कर लो जो जग का करतार।
वो मिला था मुझे ऐसे जैसे कश्ती मिलती है डूबते इंसान को।
जिनकी मोहब्बत सच्ची होती है,उनके नसीब में दर्द ही लिखा होता है.
वक़्त और अपने जब दोनोंएक साथ चोट पोहचाएँ,तो इंसान बाहर से ही नहींअंदर से भी टूट जाता हैं.
अब हम 👦 फिर ना मिलेंगे, ढूंढते रहना, तेरे दर्द 💔 का अब ये असर आखिरी है !!!
लोगों की बातें सुनकर छोड़ जाने वाले,हम कितने बुरे थे तुम पता तो कर लेते.
प्यार दो आत्माओं का मिलन होता हैं,ठीक वैसे हीं जैसे प्यार में कृष्ण का नामराधा और राधा का नाम कृष्ण होता हैं।
नसीब में कुछ रिश्ते अधूरे ही लिखे होते हैंलेकिन उनकी यादें बहुत खूबसूरत होती है।
रूठूँगा तुझसे तो इस क़दर रूठूँगातेरी आँखे तरस जाएगी मेरी एक झलक को.
कहाँ तलाश करोगी तुम मुझ जैसा शक्स ?जो तुम्हारे सितम भी सहे और तुम से मोहब्बत भी करे.
धोखा देने के लिए शुक्रिया तेरा !तुम न मिलती तो दुनिया की समझ न आती.
खामोशी को चुना हैक्योंकि बहुत कुछ सुना है मैंने.
खफा नहीं किसी से बस्अब अंदाज़ बदल लिया है.कुछ लोग जो अब तुक खास थे,उन्हें आम कर दिया है.
किसी को चाह कर न पाना दर्द देता है,लेकिन पा कर खो देना जिंदगी तबाह कर देता है.
जुल्म के सारे हुनर हम पर यूँ आजमाये गये जुल्म भी सहा हमने, और जालिम भी कहलाये गये…!!!
प्रेम प्यार सद्भाव भर कर लो जीवन पार। हम सबकी नैया का प्रभु ही खेवनहार।
मेरे दिल को बना कर ” Teddy ”अपने दिल से लगा लो ना तुममेरे श्यामरख लो महफूज यादो की माफिकदिल से मुझे अपना लो ना तुम
ये चाँद चमकना छोड़ भी दे, तेरी चांदनी मुझे सताती है तेरे जैसा ही था उसका चेहरा, तुझे देख के वो याद आती है…!!!
मुझे मौत देकर नयी बात कर दी,मेरी कश्ती थी कागज की तूने बरसात कर दी.
जीवन भावनाओं से चलता है,पर हम भावनाओं में भीकारणों को ढूंढने की कोशिश करते हैं…!!
अगर बेवफा होते तो भीड़ में होते,वफादार हैं इसलिए अकेले हैं.
मुमकिन है हमें गाँव भी पहचान न पाए,बचपन में ही हम घर से कमाने निकल आए ।
श्याम तेरे मिलने का सत्संग ही बहाना है,दुनिया वाले क्या जाने ये रिश्ता पुराना है।
अकेले ही गुज़रती है ज़िन्दगी !लोग तसल्लियाँ तो देते है पर साथ नहीं.
ऐसा नही है मेरे दिल में तेरी तस्वीर नही है,पर शायद मेरे हाथो में ही तेरे नाम की लकीर नही है.
रहें दुरियाँ… तो क्या हुआ, याद नज़रों से नहीं दिल से किया जाता है…!!!
अपनो ने अकेला इतना कर दिया,कि अब अकेलापन ही अपना लगता है.
तेरे सीने से लग कर तेरी धङकन बन जाऊँतेरी साँसो मेँ घुल कर खुशबू बन जाऊँहो न फासला कोई हम दोनो के दरम्याँमैँ …मैँ न रहुँ साँवरे.. बस तुँ ही तुँ बन जाऊँ
दिल का दर्द किसे दिखाएं,मरहम लगाने वाले ही जख्म दे जाते हैं.
वो हमारे जहाज़ में कमी निकाल रहे है जिनकी खुद की नाव में छेद है।
वो बारिशों में भी कागज़ की कश्तियाँपानी में तैराते रहे जब तलक साथ रहे मेरी दुनिया
मेरी हर आह ! के बदले वाह ! मिली है मुझकोकौन कहता है कि दर्द बिकता नहीं.
दूध मांगोगे तो खीर देंगे,और दूध का फट गया तो पनीर देंगे..Dudh mangoge toh kheer denge,Aur dudh fat gya toh paneer denge..
एक उम्र बीत गयी तुझे चाहते हुए !तू आज भी बेखबर है कल की तरह.
कुछ अजीब सा रिश्ता हैउसके और मेरे दरमियांना नफरत की वजह मिल रही हैना मोहब्बत का सिला.
एक बार अगर किसी इंसान पर सेभरोसा उठ जाए,तो फिर वो जहर खाये या कसमकोई फर्क नहीं पड़ता.
छिपा कर दर्द अपनी हंसी में,मै अंदर से खोखला हो रहा हूं,क्या सुन सकता है तू मेरी आवाज़,मै आज भी सिर्फ तेरे लिए रो रहा हूँ.
बड़ा अजीब सा सफर है,जिसके लिए लिखू,वही बेखबर है.
जो लोग दिल के सच्चे होते हैं,वो हमेशा अकेले होते हैं.
क्या फर्क पड़ता हूँ अब कोई साथ हो या ना होक्योंकि की जीन्दगी तो अब अकेले में जीनी हैं.
कभी-कभी हाथ छुड़ाने की ज़रूरत नहीं होती,कुछ लोग तो साथ रह कर भी बिछड़ जाते हैं.
पल एक नहीं लगता है गगरी को आधा होने मेंकि बिगड़ जाती हैं बातें भी अक्सर ज़्यादा होने में
वक्त लगेगा लेकिन संभल जाऊँगा,ठोकर से गिरा हूँ अपनी नज़रों से नहीं.
ये कसमें ये रस्में ये ज़माने का डर, रुलाएगी मुझे बहुत तेरी याद उमर भर।
कसूर 👈 तो बहुत किये 👨 हमने, पर सजा 😒 वहाँ मिली जहाँ हम 💔 बेकसूर थे !!!
हम ना रहें भी तो हमारी यादें वफा करेंगी तुम से, ये ना समझना की तुम्हें चाहा था बस दो दिन के लिए !!
जो लोग अंदर से मर जाते हैं,वो लोग दूसरों को जीना सिखाते हैं.
इस बार एक और भी दीवार गिर गयीबारिश ने मेरे घर को हवादार कर दिया