2150+ Kasam Shayari In Hindi | कसम पर शायरी

Kasam Shayari In Hindi , कसम पर शायरी
Author: Quotes And Status Post Published at: October 2, 2023 Post Updated at: July 26, 2024

Kasam Shayari In Hindi : कसम से बहुत सताते हो तुम,अक्सर बिना आवाज, बिना दस्तक, दबे पाँव,मेरे ख्यालों में चले आते हो तुम… हम तुम्हे कभी खोना नहीं चाहते,कसम खुदा की तुम्हारे सिवा,हम किसी और के होना नहीं चाहते…

बहुत अंदर तक जला देती हैं,वो शिकायते जो बया नहीं होतीBahut andar Tak Jala Deti Hai vo Shikayate Jo byaa Nahin Hoti

ना चाहकर भी मेरे लब पर ये फ़रियाद आ जाती है । ऐ चाँद सामने न आ किसी की याद आ जाती है ।

हमारे जीने का तरीका थोड़ा अलग है,हम उम्मीदों पर नहीं अपनी जिंद परजीते है.. ।

मुझसे नफरत करनी है, तो बेशक कर…! पर कमबख्त उतनी तो कर, जितनी मैंने मुहब्बत की थी…!

तेरी बातों में लाख मिठास सही, पर जहर सा लगता है, तेरा किसी और से बात करना..

बिकने 😯वाले और भी🙄 हैं जाओ😨 जाकर खरीद💸 लो, हम कीमत😯 से नहीं किस्मत 💫से मिला 🤟 करते हैं 🔥🔥🔥

जिंदगी की बड़ी से बड़ी तरक्कीकिसी काम की नहींअगर वो माँ का सहारा न बन सके

और रात होते ही, तेरे ख़यालों की सुबह हो जाती है

तू है सूरज तुझे मालूम कहाँ रात का दुःख ~ तू किसी रोज़ मेरे घर में उतर शाम के बाद…

उतनी देर तक ही खामोश रहो जबतक लोग तुम्हें कमजोर न समझें…!

किसी की चाहत पर हमे अब एतवार न रहा,अब किसी भी ख़ुशी का हमे एहसास न रहा,इन आँखों ने सपनो को टूटते देखा है,इसलिए अब जिंदगी में किसी का इंतज़ार न रहा.

ये और बात कि आँधी हमारे बस में नहीं मगर चराग़ जलाना तो इख़्तियार में है

मेरी मुहब्बत का जुनून, तुम क्या जानो… यहा मेरी पलकें छलकी, वहां तेरा शहर भीग गया..

ज़िंदगी ‘किस्मत’ से चलती है यारों, ~ ‘दिमाग’ से चलती तो अकबर की जगह बीरबल ‘बादशाह’ होता… *************************************

बात🤨 से जात😯 और हरकतों 😅से औकात नाप लेते है हम🔥🔥🔥

दूसरो के दम पर उछलने वाले सिक्के नहीं हमखुद के दम पर चलने वाले इक्के है..!!

हम तो आँखों में संवरते हैं वहीं संवरेंगे हम नहीं जानते आईने कहाँ रखें हैं!!

“यदि आप विफलता पर ध्यान नहीं देंगे, तो आपको सफलता कभी नहीं मिलेगी”

दिल की लगी में वक़्त-ए -तन्हाई ऐसा भी आता है ~ कि रात चली जाती है मगर अँधेरे नहीं जाते!

नोट 💵इकट्ठे करने की😏 बजाएदोस्त🤟 इकट्ठे किये मैंने,😇इसीलिए😏आज भी 😜पुराने चल रहे है🔥🔥🔥

मैं खुश हूँ कि उसकी नफ़रत का अकेला वारिस हूँ ~ वरना मोहब्बत तो उसे कई लोगो से है!

इश्क़ की मेरे जो शोहरत हो गई ~ यार से मुझ को नदामत हो गई!!!

पलभर में टूट जाये वो कसम नहीं, तुम्हे भूल जाये वो हम नहीं, तुम रूठी रहो हमसे इस बात में दम नहीं।

डिग्री कूड़े के भाव बिक जाती हैं,जब ज़िंदगी इम्तिहान लेना शुरू करती हैं..Degree kude ke bhav bik jati hain,Jab zindagi imtehan lena shuru karti hain…

हम 😅कभी अपनी 👍तारीफ के मोहताज 🤟हुआनही ❌करते, अगर 🤨कोई कर दे 👍अपनी तारीफतो 😯उसे हम 😣इनकार भी नही करते😨😨😨

यहाँ किसी को भी कुछ हस्ब-ऐ-आरजू ना मिला किसी को हम ना मिले और हमको तू ना मिला!!!

मिल सके आसानी से, उसकी ख्वाहिश किसे है? ज़िद तो उसकी है… जो मुकद्दर में लिखा ही नहीं!!! ****************************************

बचपन चवन्नी से हरे नोट में बदल गया… ~ मगर…बाज़ार बंद हो गया खुशियों का….

शहर तलब करे अगर तुम से इलाज-ए-तीरगी साहिब-ए-इख़्तियार हो आग लगा दिया करो

मोहब्बत ♥️करना है तो💔 दर्द भी सहना 👍सीखोवर्ना 🤨ऐसा करो 😥औकात मे रहना ✊सीखो🔥🔥🔥

जो 9 महीने तक पेट में रखती है,3 साल तक हाथों में रखती है,और उम्र भर दिल में रखती है,वह एक माँ ही तो होती है।

आँधियों ने लाख बढ़ाया हौसला धूल का, दो बूँद बारिश ने औकात बता दी

रक़ीबों* के लिए अच्छा ठिकाना हो गया पैदा ख़ुदा आबाद रखे मैं तो कहता हूँ जहन्नम को

हाथ में तलवार है जुबां तेज़ धार है,फिर भी चुप हूँ क्यूंकि ये मेरे पापा के दिए संस्कार हैं।

तपिश से बच के घटाओं में बैठ जाते हैै हम इर्द गिर्द के मौसम से जब भी घबराएं तेरे ख्याल की छाओं में बैठ जाते है!!!

रेगिस्तान 😯भी हरे😒 हो जाते है,जब 😜अपने साथ🤟अपने भाई🙎‍♂️खड़े हो जाते है…🔥🔥🔥

मेरी ज़िंदगी तो है, पर उसका मतलब कुछ नही पूरा हो कर भी अधूरा है सब, संग मेरे तू जो नही…!!!

हमने तो खुद से इंतकाम लिया ~ तुमने क्या सोचकर मुहब्बत की ?

इश्क़ ने एक नाम को पहचान बना दिया, ~ सुल्तान को एक शख़्स से सुल्तान बना दिया

हम ✊तो एक समंदर🌊 है, हमे खामोश 🤫रहने दे,जरा 😒जो लहर गये,😏 तो शहर डुबो देंगे🔥🔥🔥

तेरी❤️ मोहब्बत को😯 कभी खेल😏 नही समजा❌ ,वरना 🎮खेल तो इतने😯 खेले है कि 😯कभी हारे नही ❌❌❌

पहले🤟 रिश्ते निभाना♥️ सिखों,👍प्यार♥️ तो कोई😟 भी कर लेगा.😣😣😣

माँ चारों तरफ से मुसीबतों से घिरी होलेकिन फिर भी बिना हिम्मत हारेअकेली लड़ती रहती है

हमने तुफानो से घबरानानहीं टकराना सीखा है !

🕴️बादशाह की गली मैं आके उसका पता नहीपूछते गुलामो के जुके हुए सिर खुद ब खुद रास्ताबता देते हैं… 🔫

हम 🤨आपको सिर्फ😏 एक बात समझाना✊ चाहते हैं,🤟मतलबी😞 लोगो से 😉तो अपनी तन्हाई😒 सौ गुना बहतर है🔥🔥🔥

पैसों से सब कुछ खरीद सकते हो,लेकिन माँ की ममताकिसी कीमत पर नहीं मिल सकती।

तुझ को मस्जिद है मुझ को मय-ख़ाना ~ वाइज़ा अपनी अपनी क़िस्मत है

कभी दूर तो कभी पास थे वो,न जाने किस किस के करीब थे वो,हमे तो उन पर खुद से भी ज्यादा भरोसा था,लेकिन ठीक ही कहता था ये जमाना, वेबफा थे वो.

“उम्मीदे” फिर ये कहकर जगी…… “मै हूँ”…..तो ज़िन्दगी हैं….

वो क्या समझेगा मेरी आँखों का बरसना, ~ जो बादल के बरसने पर बहुत खुश होता है..

उसने कागज की कई कश्तिया पानी उतारी और, ये कह के बहा दी कि समन्दर में मिलेंगे।

दिल तोड़ने बाले का कुछ नही जाता है, लेकिनजिसका दिल टूटता है उसका सब कुछ चला जाता है.

वो ज़हर देता तो दुनिया की नज़रों में आ जाता सो उसने यूँ किया के वक़्त पे दवा न दी!!!

सुलझा रहा हूँ एक एक करके सारी उलझनें, ~ जाने क्या होगा जब इश्क से सामना होगा ..!!!

रह कर खामोश वो मेरी बात सुनता गया ~ कभी-कभी ऐसे भी मेरी हार हुई है…

इतना क्यों सिखाए जा रही हो जिंदगीहमें कौन से सदिया गुजारनी है यहांItna Kyon Sikhaye ja rahi  ho Jindagi Hamen kaun se Sadiya Gujarni Hai Yahan

“सफल व्यक्ति कभी निराश नहीं होता, बल्कि हमेशा आगे की सोचता है।”

फिर वहीं लौट के जाना होगा यार ने कैसी रिहाई दी है

कुछ दिनों तक बड़े मज़े से कटी, ~ और फिर इश्क़ हो गया मुझको…

नज़रों में गिरना नहीं कभी किसी की … यार … ~ दौलत से , इज्जत बड़ी ….. मिले कहाँ हर बार .

सुबह घर में जब तक माँ नहीं जगती,ऐसा लगता है जैसे सुबह ही नहीं होती।

मैं क्या करूँ कि ज़ब्त-ए-तमन्ना के बावजूद बे-इख़्तियार लब पे तिरा नाम आ गया

ऊँगली 🤟लोग दूसरों 🤨पर उठाते हैं🤟हमसे🙏 भिड़ने का दम 🙏खुद में नही❌और 👍इल्जाम हमारे एटिट्यूड 😎 पर लगाते.🔥🔥🔥

कलम से लिख नहीं सकते अपने उदास दिल के अफसाने

“हम योग्यताओ को नही बल्कि इंसानों को प्यार करते है।”Ham Yogyatao Ko Nahi Balki Insanon Ko Pyar Karate Hai.

मुफ्त में नही आता ये शायरी का हुनर, इसके बदले ज़िन्दगी हमसे खुशियों का सौदा करती है

बर्बाद कर देती है मोहब्बत हर मोहब्बत करने वालो को ~ क्योंकि इश्क हार नहीं मानता दिल बात नहीं मानता

कभी कभी इतनी शिद्दत से उसकी याद आती है, जो मैं पलकों को मिलाता हूँ तो आँखें भीग जाती हैं।

अब तेरा नाम ही काफी है,मेरा दिल दुखाने के लिए.

जिसके लबों पर हमेशादुआओं का भंडार रहता हैवो एक माँ ही हैजहां से हम कभी खाली नहीं लौटते

“समय के साथ चलो वरना समय आगे निकल जाएगा और तुम पीछे रह जाओगे।”

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