Kasam Shayari In Hindi : कसम से बहुत सताते हो तुम,अक्सर बिना आवाज, बिना दस्तक, दबे पाँव,मेरे ख्यालों में चले आते हो तुम… हम तुम्हे कभी खोना नहीं चाहते,कसम खुदा की तुम्हारे सिवा,हम किसी और के होना नहीं चाहते…
मुझे🤨 मेरी औकात🤟 बताने का 🙏शुक्रिया,तुम्हें 😯तुम्हारी औकात 😱वक़्त बताएगा🕣
एक सो सोलह चाँद की रातें ,एक तुम्हारे कंधे का तिल। गीली मेहँदी की खुश्बू झूठ मूठ के वादे,सब याद करादो, सब भिजवा दो, मेरा वो सामान लौटा दो।।
ना चाहत के अंदाज़ अलग, ना दिल के जज़्बात अलग, थी सारी बात लकीरों की, तेरे हाथ अलग मेरे हाथ अलग
कभी अपनों को भूलाना ना आया;किसी के दिल को दुखाना ना आया;दुसरो की याद में तड़फन्ना तो सिख लिया;अपनी यादो में किसी को तड़फ़ाना ना आया.
खून में उबाल आज भी खानदानी है ….दुनियाहमारे शौक की नहीं Attitude की दीवानी है..!
उनसे कह दो कि मेरी सजा कुछ कम कर दें ~ हम पेशे से मुजरिम नही है ~ बस गलती से ईश्क हुआ था
कभी ख़ुशी से ख़ुशी की तरफ नही देखा,तेरे जाने के बाद किसी और को नही देखा,तेरा इंतज़ार करना तो है लाज़िम,इसलिए कभी हमने घड़ी की तरफ नही देखा.
“क्यों लेती है जिंदगी ऐसी करवट, कि कोई चाह कर भी प्यार जाता नहीं पाता।”Kyon Leti Hai Jindagi Aisi Karavat, Ki Koi Chah Kar Bhi Pyar Jata Nahin Pata.
औलाद जब खुद माँ बनती है,तब उसे पता चलता हैकि माँ क्या होती है।
ना सीख लेना तुम बेरुख़ी भी ज़ालिम ज़माने से ~ कि तुम जो सीख लेते हो हम पर आज़माते हो..
उम्र का लंबा सफरतय करने के बाद पता चलाकी माँ जो कहती थींसही कहती थीं
😇मंजर धुंधला 😯हो सकता है 😇मंजिल नही❌,दौर ✊बुरा हो 😏सकता है 😇जिंदगी नही🤨
समन्दर की ग़लतफ़हमी से कोई पूछ तो लेता ज़मीं का हौसला क्या ऐसे तूफ़ानों से कम होगा
अगर😏 फितरत हमारी 😇सेहने की ना❌ होतीतो 👍हिम्मत तुम्हारी🤨 कुछ कहने ✊की ना होती❌
ज़िन्दगी इतने धोखे दे चुकी है केअब कोई दिल निकाल केहथेली पे भी रख दे तो कसम सेधूक के चला जाऊं उसपे भी😝😝
चाहने🤟 वाले हज़ार ♥️हैं मेरे,😀ये 😣दो चार दुश्मनों😈 से फर्क नहीं 🤩पड़ता मुझे..😏😅😅
वैसे तो कहा जाता है,कि किसी के चले जाने सेजिंदगी रुक नहीं जाती,लेकिन अगर जिंदगी में “माँ” ना होतो जिंदगी चल भी नहीं पाती।
ऊँचा 😲 उड़कर इतना 😡 ना इतराओ 👿 परिंदो, अगर में औकात ☹ पर आ गया तो आसमान खरीद 💰 लूंगा
जिस माँ का ख्यालउस की औलाद रखती होउस माँ से ज्यादा खुश किस्मत तोकोई राजमाता भी नहीं होगी।
“जिनके इरादे मजबूत होते हैं, वो सिर्फ अपने कामयाबी के लिए काम करते हैं।”
बदल जाओ वक़्त के साथ या वक़्त बदलना सीखो,मजबूरियों को मत कोसो, हर हाल में चलना सीखो!
यहाँ तो पाले हुए भी, गैरों की छतों पर उतरते हैं!! *************************************
ज़मीं किस की है ? आसमां किस का है? ~ वो न तेरी हुई तो मलाल किस का है?
बदला तो वो लेते है जिनका दिल छोटाहोता है’ हम तो माफ करके दिल सेनिकाल देते है.।।
दुनियादारी में थोड़े कच्चे रहेकमी ये रही कि सब के साथ अच्छे रहे !
दुश्मनी ऐसी करो कि दुनिया देखतीरह जाये, और प्यार ऐसे करो कि दुनियाजलती रह जाये..।।
मैंने सलीका न सीखा बगीचे की बागवानी का ~ फ़ूल हो या कांटे इश्क बराबर करता हूं मैं!!!
क़सम खा कर, क़सम खा कर कहता हूँ
दुनिया के हर रिश्ते कोदेखने के बादअब इतना पता तो चल गया हैकि सच्चा रिश्ताएक माँ का ही होता है
कुछ ना मिले तो कोई गम नहीं।ए माँ बस तेरे आंचल की छांवसर पर रहे तो यह जन्नत से कम नहीं।
हम उनकी तल्ख़ बयानी से नाराज़ नहीं हैं वोह फिर भी अपने ख़ास है नासाज़ नहीं हैं
मैं वहाँ वहाँतू ही मेरा दिलतू जहां जहांमैं वहाँ वहाँमाहिया तेरी कसमहाय जीने नहीं जीनेमुझे तेरे बिना हायतेरे बिना जीने भी है क्या जीने
गिरानी=महंगाई; ख़ून-ए-नाहक़=व्यर्थ की हत्या/खूनखराबा
कोई सिखा दे हमें भी वादों से मुकर जाना, बहोत थक गये हैं, निभाते निभाते… *************************************
जब दर्द खुद को ही सहना हैं,फिर औरों को बताना क्या…Jab dard khud ko hi sahna hain,Toh auro ko bataana kya…
जिन्होन बात हीअधूरी छोड़ दी होवो वादा क्या पूरा करेंगे।
सुना था बेवफा है ज़िंदगी भी ~ मगर ये तो निभाती जा रही है….
इतनी शिकायत , इतनी शर्तें , इतनी पाबन्दी … ~ तुम , मोहब्बत कर रहे हो या एहसान….
“व्यवहार हमारे जीवन का आईना है, हम इसका जितना अच्छे से उपयोग करेंगे, हमारी चमक उतनी ही अच्छे से होगी।”
मैंने खत को देखा और रख दिया बिना पढ़े हुए, मैं जानता हूँ उसमें, भूल जाने का मशवरा होगा..
भर आई मेरी आँखे जब भी उसका नाम आया ~ इश्क़ नाकाम सही फिर भी बहुत काम आया
याद आते हैं तो कुछ भी नहीं करने देते, आप की यही बात बहुत बुरी लगती है
इश्क़ ऐसा था कि उनको बता ना सके,चोट थी दिल पे जो दिखा ना सके,नहीं चाहते थे हम उनसे दूर होना,लेकिन दूरी इतनी थी कि हम मिटा ना सके.
दिल से कब निकलता है दिल में बस जाने के बाद,दर्द कितना होता है बिछड़ जाने के बाद,जो पास होता है उसकी कदर नही होती है,कदर होती है दूर जाने के बाद.
“जिंदगी, खुशियां बटोरते बटोरते कब निकल गई पता ही नहीं चला और जब पता चला तो मालूम हुआ कि खुश तो वे थे जो खुशियां बांट रहे थे।”
खौफ😟 तो आवारा 😬कुत्ते भी😁 मचाते है ,पर😣 दहशत हमेशा👍 शेर की🦁 ही रहती है 🔥🔥🔥
हम ✊बाजीराव नही जो 😨मस्तानी के लिये✊ दोस्ती छोड दे😣अरे 🤨पगली हम तो✊ दोस्ती के लिऐ ✊हजारो मस्तानी😨 छोड देंगे💥💥💥
बेख़बर हो गये हैं कुछ लोग, जो हमारी ज़रूरत तक महसूस नही करते, कभी बहुत बातें किया करते थे हमसे, अब ख़ैरियत तक पूछा नही करते…
दो हिस्सों में बंट गये मेरे दिल के तमाम अरमान…..
हम उसके चेहरे को कभी कभी रुख से उतार देते है,कभी कभी तो हम खुद को ही मार देते है.
माँ अपनी पसंद को नापसंद करकेहमारी पसंद को अपना लेती है
हर🤨 किसी के😅 हाथ में बिक😒 जाने को तैयार👍 नहीं है,❌ ये मेरा दिल है❤️ तेरे शहर का🌃 अखबार नहीं 😅😅😅
मैं नींद का शौक़ीन ज्यादा तो नही.. ~ लेकिन तेरे ख्वाब ना देखूँ तो.. गुज़ारा नही होता..!!
कहाँ पर बोलना है और कहाँ पर बोल जाते हैं। जहाँ खामोश रहना है वहाँ मुँह खोल जाते हैं।।
उसने एक ही बार कहा दोस्त हूं फिर मैंने कभी नहीं कहा व्यस्त हूं।।
“अच्छी कल्पनाओ से हम चमत्कार भी कर सकते हैं, बस हमारे पास बेहतर कल्पना करने की शक्ति होनी चाहिए।”
Look🤓 ही Attitude 😎वाली है,दिल ♥️में कोई❌ घमंड नहीं हमारे.😣😣😣
रै 🌨️माणस की 🤟नीयत✊साफ होणी चाहिए, 🤨थौबड़े तो दुनिया 🌍सुथरे लिए 😬हांडै सै.🔥🔥🔥
दोस्ती भी सोच समझ कर करनाक्योंकि संगत तुम्हारी खराब होगीऔर नाम माँ के संस्कारों का
काम 👍ऐसा करों😬 की नाम ✊हो जाए, वरना नाम😎 ऐसा करो कि 😁नाम लेते ही 👍काम हो जाए🔥🔥🔥
कभी गम तो कभी वेबफाई मार गई,कभी उनकी याद आई तो जुदाई मार गई,जिसको हमने बेइन्तहा मोहब्बत की,आखिर में हमे उसी की वेबफाई मार गई.
नहीं छोड़ सकते हम दूसरों के हाथ में तुमको ~ लौट आओ ना…हम अब तक तुम्हारे है **************************************
इसके अलावा कर्म सबसे बड़ा होता है यदि आपके झूठ बोलने से किसी का नुकसान होता है तो आपको पाप लगता है और इसी जीवन में आपको उसकी सजा अवश्य मिलती है.
आपके तर्के-ताल्लुक के बावजूद, ~ आप ही हो मेरे ख्यालो-ख्वाब में.. ****************************************
देखते है अब किस की जान जाएगी……. ~ उसने मेरी और मैंने उसकी कसम खाईं है.
दिल में इज्जत सबके लिए रखता हू लेकिन डर किसी के बाप का भी नही
तुम्हारा दबदबा ख़ाली तुम्हारी ज़िंदगी तक है; ~ किसी की क़ब्र के अन्दर ज़मींदारी नही चलती!
एक दीवाने को जो आए हैं समझाने कई पहले मैं दीवाना था और अब हैं दीवाने कई
किस कदर एहतमाम करते हो ~ दिल दुखाना सवाब हो जैसे!!!
वो भी जिन्दा है,मैं भी जिन्दा हूँ क़त्ल सिर्फ इश्क़ का हुआ है!!!
यही रिश्ता हमें जोड़े हुए है, ~ कि हमारा कोई अपना नहीं है…
गुलामी नहीं होगी मेरे भाईकोई चाहे कितना भी खास हो !