Karma Shayari In Hindi : माना कि कर्मों की चक्की धीरे चलती है, पर पीसती भी बहुत बारीक है। अगर आप हर किसी के प्रति सकारात्मक सोच रखते हैं, तो वापिस आपको भी ऐसा ही मिलने वाला है।”
कर्म जो किसी के भलाई के लिए किये जा रहे हो!!उनका परिणाम कभी भी बुरा नहीं हो सकता!!
दान धर्म करना इस पूरी दुनिया का सबसे बड़ा कर्म है।
कर्म अपना समय काटता है। आपको हमेशा बाहर देखना होगा।
बुरे कर्म करने नही पड़ते है हो जाते हैऔर अच्छे कर्म होते नही करने पड़ते है !
फिक्र मत करना,तुम्हारे गुनाह को तुम्हारे कर्म ढूंढ ही लेंगे।
अगर आप किसी और का गलत करने जा रहे हैं तो आपको भी अपनी बारी का इंतजार करना चाहिए।
जब व्यक्ति की निराधार आवश्यकताएँ व्यक्ति पर आवश्यकता से अधिक हावी हो जाती हैं तब वह कुकर्मों की राह पर चलने लगता है।
आपकी हाथों की रेखाएं आपको वहां तक भेजेगी जहाँ तक उसे जाना है, परन्तु आपके कर्म आपको वहां तक ले जाएंगे जहाँ आपको जाना है।
अच्छे कर्म कर के आपको ज्यादा कुछ मिले ना मिले, लेकिन रात की नींद सुकून भरी होगी II
अच्छे कर्मों का पालन सख्ती से कीजिए, और अपना स्वभाव हमेशा नरम रखिए।
हाथों की लकीरों पर ज़्यादा विश्वास नहीं किया करो,क्यूंकि नसीब उनका भी होता है जिनके हाथ नहीं होते।
जब गलत पासवर्ड से एक छोटा सा मोबाइल नहींखुलता !!तो गलत कर्मो से भाग्य के दरवाजे कैसे खुलेंगे !!इसलिए हमें सदैव अच्छे कर्म ही करने चाहिए !!
“ किया हुआ पुरूषार्थ भाग्य का निर्माण करता हैसाक्षात ईश्वर भी पुरूषार्थहीन व्यक्ति कोकुछ देने के अधिकारी नही होते…!!!
वे नीच लोग जो दूसरों के गुप्त दोषों की बात करते हैं, वे स्वयं को वैसे ही नष्ट कर देते हैं जैसे साँप चींटियों के टीलों पर भटक जाते हैं।
भाग्य आपको मुसीबत से नहीं निकलता ऐसा करने का साहस केवल आपके कर्मों के पास है।
कर्म करो फल की चिंता मत करो ,मगर कर्म वही करो जिसका सम्भावित फल तुम्हारी चिंता का कारण ना बने
ज़िंदगी एक बूमरैंग की तरह हैजो आप करते है आपको वही मिलता है
अच्छे लोगों की इज्जत कभी कम नहीं होतीसोने के सौ टुकड़े करो फिर भी कीमत कम नहीं होती
कर्म का एक बहुत ही सुन्दर नियम है, जो लोग दूसरों को आहत करते हैं वे अंततः टूट जाते हैं और अकेले पड़ जाते हैं।
आचार्य चाणक्य के प्रेरक विचारों को Chanakya quotes in Hindi के माध्यम से पढ़ा जा सकता है, जो कि कुछ इस प्रकार हैं-
सच्चा पुत्र आज्ञाकारी होता है, सच्चा पिता प्रेम करने वाला होता है, और सच्चा मित्र ईमानदार होता है।
कर्म के आइने में व्यक्ति का व्यक्तित्व झलकता है।
गजब की एकता देखी लोगों की ज़माने में,ज़िन्दों को गिराने में और मुर्दों को उठाने में।
हमेशा याद रखिये आप आपने बुरे कर्मों के फल से नहीं भाग पाएंगे I
जो व्यक्ति अच्छे कर्म करने में सक्षम है, वह हर विकट परिस्तिथि को पार कर जाएगा।
भाग्य से जीतनी ज्यादा उम्मीद करोगे,वो उतना ही ज्यादा निराश करेगा,और कर्म पे जितना जोर दोगे,वो हमेशा उम्मीद से भी ज्यादा मिलेगा।
परमात्मा की प्राप्ति हेतु कर्म भी अपनी पवित्र आत्मा के अंतर्गत करने आवश्यक है।
वक्त अगर हालातों केभंवर में फंसाता है तो,वक्त ही हालातों केभंवर से निकालता भी है…
सफलता हमारा परिचय दुनियां कोकरवाती है और असफलता हमेंदुनियां का परिचय करवाती है।
प्रिय कर्म, मुझे अपने दुश्मन के भाग्य पर भरोसा है। मैं बस इंतजार करूंगा और उसका पतन देखूंगा।
उच्च #कर्म महान मस्तिष्क# को सूचित करते हैं ।
“पृथ्वी पर जीवन के रूप अलग – अलग है, एक लक्ष्य सब का कर्म करना ही है।”
आपने कहा था कि कल जो भी लाएगाउससे आप डरते नहीं हैं, तो कम से कम अपने कर्म से डरें।
आप सभी से छुपा सकते हैं। लेकिन फिर भी, कर्म आपको देख रहा है।
किसी और के कर्म के साथ खुद को शामिल करते समय आपको बहुत सावधान रहना होगा।
भगवान इंसान को उसके कर्मो का फल धीरे जरूर देते हैं, परन्तु जब देते हैं, तो अच्छा को अच्छा, और बुरो को चक्की में पीस देते हैं|
नसीब से मिली कामयाबी सिर्फ़ तब तक रहती है!!जब तक नसीब अच्छा रहता है लेकिन करमसे मिली कामयाबी हमेशा रहती है!!
अगर आप अपना वक्तबीते कल पर अफसोस करने मेंबिता रहे हैं तोउस वक्त भी आप अपनेवक्त को बर्बाद ही कर रहे हैं…
कर्म से कष्ट होगा परन्तु केवल इसी से आपकी सफलता का मार्ग स्पष्ट होगा।
आपको डुबाने के लिए दुनिया में ऐसे लोग भी बैठे होंगे,जिनको तैरना ख़ुद आपने ही सिखाया होगा।
वक्त के हाथों में तेज तलवार होती हैंजो वक्त को तो काट लेती है…लेकिन उस वक्त में हुई घटनाएंवैसी की वैसी रह जाती है…
कर्म आपको याद दिलाता है कि आप जो कुछ भी करना चाहते हैं!!विशेष रूप से अगर वह दूसरों के लिए अच्छा और प्रसन्न नहीं है!!तो आपको करना उचित नहीं है!!
वक्त से हारा या जीता नही जाता,केवल सीखा जाता हैं।
“ अगर मनचाही बात हो जाए तो अच्छा हैना हो तो और अच्छा है, ईश्वर वहीकाम पूरा करता है जो हमारे लिए सही है …!!!
जब हम अपने विचारों, शब्दों या कार्य में एक नकारात्मक शक्ति प्रदर्शित करते हैं, तो वह नकारात्मक ऊर्जा हमारे पास वापस आ जाएगी।
कार्य #आरम्भ न करने से उद्देश्य सिद्ध# नहीं होता, परन्तु पुरूषार्थ करने से भी जिनके कार्य सिद्ध न हो, वे #भाग्य के मारे होते हैं.
भाग्य हमारे कर्म पर निर्भर करता हैहर कोई अपने भाग्य के लिए जिम्मेदार है.
आप जो भी क्रिया करोगे उसकी प्रतिक्रिया जरूर होगी। यही ब्रह्मांड का नियम है और यही कर्मा है। इस से किसी को नहीं बख्शा जाता।
अगर आप जरूरतमंद लोगों की मदद करते हैं, तो भगवान भी आपकी मदद करता है।
अगर किसी ने आपको चोट पहुंचाई है तो रोना मत। इंतजार करो और देखो कि कर्म कैसे आपका बदला लेता है।
सोचते बहुत हो तुम !!करते बहुत कम हो तुम !!क्या हो अगर ऐसा हो !!सोचो कम ओर करो ज़्यादा !!डरो कम ओर निर्भय बनो ज़्यादा !!
जिंदगी जीने का असली सलीकातो वक्त ही सिखा सकता है..ना किताबे, न तकदीर, और ना हीकिसी की कहीं बातें सिखा सकती हैं..
बुरा वक़्त भी गुज़र ही जाता है,बस रब को हमारा,,सबर आज़माना होता हैं।
“ अटल सत्य है की जैसे बछड़ासौ गायो में अपनी माँ को ढूंढ लेता हैउसी प्रकार कर्म अपने करताको ढूंढ ही लेता है आज नहीं तो कल…!!!
“ कर्म करो काण्ड नहींआपका प्रेम अपनेआप चलकर आयेगा…!!!
काम करने से पहले सोचना #बुद्धिमानी, काम करते हुए सोचना सतर्कता# और काम करने के बाद सोचना #मूर्खता है.
सफलता हमारा परिचय दुनियां को करवाती है और असफलता हमें दुनियां का परिचय करवाती है ।
जिस दिन आप अपने लिए बोलना सुरु करेंगेदुनिया आपके पीछे से हटकर आपके सामनेखड़ी हो जाएगी।
हर इंसान अपना कर्मा, अपने किये गए कर्मो से खुद चुनता है|
“ कार्य आरम्भ न करने सेउद्देश्य सिद्ध नहीं होतापरन्तु पुरूषार्थ करने से भीजिनके कार्य सिद्ध न होवे भाग्य के मारे होते हैं….!!
“💐💐 कर्म ऐसा करो कि किसी को भी पता ना चले… पर कांड ऐसा करो कि सारे जहां मैं नाम हो… 💐💐 ”
“💐💐 जब कर्म हो काला, तो क्या करेगी रुद्राक्ष की माला! 💐💐 ”
यदि आप अपने समय को यूं ही फालतू की चैटिंग में व्यर्थ कर देते हो,तो यकीन मानिए आपका जन्म कुछ बड़ा करने के लिए नहीं हुआ है।
जीवन ख़त्म होने के पश्चात आपका धर्म क्या है ईश्वर नहीं देखेगा, ईश्वर बस आपके कर्म देखेगा।
कार्रवाई और प्रतिक्रिया: जैसा कि आप बोते हैं, वैसा ही आप काटेंगे।।
अयोग्य रूप से आप अपने पिता के पापों का प्रायश्चित करेंगे।।
उम्मीदों की शमा को कभी बुझने ना देना,एक जुगनू ही काफी है उजाले के लिए।
“💐💐 कर्म करे किस्मत बने, जीवन का यही मर्म… प्राणी तेरे हाथ में, तेरा अपना कर्म.. 💐💐 ”
जब तक हम किसी भी काम को करने की कोशिश नही करते हैं,जब तक हमे वो काम नामुमकिन ही लगता है।
सोच-समझ कर ही कर्म करें क्योंकिकर्म अच्छा हो या बुरा कभी खाली नहीं जाता
हर किसी के साथ अच्छा व्यवहार करें और हर अच्छी चीजों की उम्मीद करें।
जिंदगी में रिस्क लेने से कभी मत डरो,या तो जीत मिलेगी और हार भी गए तो सीख मिलेगी।