Kafan Shayari In Hindi : कफ़न बांध कर रोज चलता हूँ मैं अपनी मौत को ढूंढने, पर जिंदगी हर रोज कहती हैं की अभी तो तुझे और तड़पना हैं इस जालिम दुनिया के आगे। यहाँ गरीब को मरने की इसलिए भी जल्दी है साहब कहीं जिन्दगी की कशमकश में कफ़न महँगा ना हो जाए।
इंसान सच में हार जाता है खामोश रहते रहते सब्र करते करते रिश्ते निभाते निभाते सफाइयां देते देते अपनों को मनाते मनाते
थोड़ा ही फर्क है जीने और मरने में, इसमें किस बात का डरना है. साँसों का चलना है जीवन. और इनका बंद होना मरना है.!!
तुम मुझे रोज–ए–कयामत मिलना,तुमसे मेरा हिसाब बाकी है।– @nadaan_writesTum mujhe roz-e-qayamat milna,Tumse mera hisab baaki hai.
सिर्फ धोखा देना ही धोखा नहीं होता बल्कि किसी के साथ अपनेपन का नाटक करना उससे भी बड़ा धोखा होता है !!
Har Ghar Tiranga Status 2023मेरे देश तुझको नमन है मेराजीऊं तो जुबां पर नाम हो तेरामरूं तो तिरंगा कफन हो मेरा
जब मैं खुद से ज्यादा उसको चाहने लगी हूँ,तो वो मुझे छोड़ कर जाना चाहता है,मेरी ज़िंदगी हसीन बनाने के सपने दिखाकर,अब मुझे जीते जी मार जाना चाहता है।
एक फूल बहुत अजीब था वो कभी मेरे दिल के करीब था जब चाहने लगे उसे हद से भी ज्यादा तो पता चला वो हमसे भी ज्यादा किसी और के करीब था….
न उढाओ ठोकरों में मेरी खाके-कब्र ज़ालिम, येही एक रह गयी है मेरे प्यार की निशानी.
तुम थी तो जिंदगी करीब थी मेरेअब जब तुम दूर हो तो,मौत बहुत पास लगती हैं।
कितना और दर्द देगा बस इतना बता दे, ऐसा कर ये खुदा मेरी हस्ती मिटा दे, यु घुट घुट के जिने से तो मौत बेहतर है, मैं कभी ना जागू मुझे ऐसी नींद सुला दो,
तुम्हारे जाने के बादबहुतों से दोस्ती हो गई है मेरी,दुख ,दर्द, मौत सब यार हैं मेरे।
इस मरहले को भी मौत ही कहते हैं,जहाँ एक पल में टूट जाये उम्र भर का साथ।
मोहब्बत और मौत दोनों बिन बुलाये मेहमान होते हैं, कब आ जाए कोई नहीं जानता लेकिन दोनों का, एक ही काम हैं एक को दिल चाहिए दूसरी को धड़कन.
जिंदा रहना है तो खुद पे भरोसा रखिए,उधर की सास से धड़कन नही चला करती।
यूँ दिल से दिल को जुदा न कीजियेगा ज़रा सोच समझ कर फैसला कीजियेगा अगर जी सकते हो आप मेरे बिना तो बेशक मेरी मौत की दुआ कीजियेगा.
तू बदनाम न हो जाए इस लिए जी रहा हूँ मैं,वरना मरने का इरादा तो रोज ही होता है।
प्यार में दुनिया भुलाए बैठे हैयादों के दिये जलाए बैठे है,कोई पूछता है तो कहते है ठीक है हमकिस किस को बताए ,दर्द दिल में छुपाए बैठे है।
कितना और दर्द देगा बस इतना बता दे,ऐसा कर ऐ खुदा मेरी हस्ती मिटा दे,यूँ घुट-घुट के जीने से मौत बेहतर है,मैं कभी न जागूं मुझे ऐसी नींद सुला दे।
मार डालेगी मुझे ये खुशबयानी आपकी,मौत भी आएगी मुझको तो जबानी आपकी।
मौत की कितनी अच्छी आदत है, एक झटके में गिले-शिकवे भुला देती है. किसी को नींद आये या ना आये, उसे भी गहरी नींद सुला देती है.
जीते थे हम भी कभी शान से महक उठी थी जिंदगी किसी के नाम से मगर फिर गुजरे ऐसे मकाम से कि नफरत सी हो गई. मोहब्बत के नाम से…!
कितना और दर्द देगा बस इतना बता दे, ऐसा कर ऐ खुदा मेरी हस्ती मिटा दे, यूं घुट घुट के जीने से तो मौत बेहतर है, मैं कभी न जागूं मुझे ऐसी नींद सुला दे।
बाद मेरे मरने के खबर कर देना उसे,सुना है बहुत नाज हैं उसे अपने आशिकों पे।
किससे महरूम_ए_किस्मत की शिकायत कीजे, हमने चाहा था कि मर_जायें सो वो भी नहीं हुआ.!!
दर्द की सारी सिलबटों पर कफन डाल आयी हूँहाँ तन्ह़ा ही किस्ती को दरिया से निकाल लाई हूँ
आओ चलो अपना अपना कफन खरीदकर रख लिया जाएवक़्त कह रहा है अपनो पर भरोसा अब और कम किया जाए
साँसों के सिलसिले को न दो जिंदगी का नाम, जीने के बावजूद भी मर जाते हैं कुछ लोग !
बहुत इग्नोर करते हो ना देखना एक दिन तुम्हारे पास सब होंगे पर मैं नहीं तब तुम सोचौंगे कि कोई था मेरी लाइफ में जो पागलों की तरह walit किया करती थी..!
दीदार ए हुस्न हो जाएंफिर चाहे मौत आ जाएं हमें,जो हमें वो न मिली जिंदगी मेंफिर जी के क्या करना हैं हमें।
कोई ऐसा वजीफा ढूंढ के दो, जो खुद पे ढूंढ के मर जाऊँ।
हर काम किया मैंने उसकी ख़ुशी के लिए,जाने तब भी क्यूँ बेवफा कहलाता हूँ,मौत से पहले उसकी दीदार की ख्वाहिश है मेरी,बस इसलिए ज़िन्दगी का साथ निभाता हूँ।
छोड़ दिया मुझको आज मेरी मौत ने ये कह कर, हो जाओ जब जिन्दा तो खबर कर देना !
जन्नत किसी कहते है पता नहीं एक तुम्हारा मिल जाना ही काफी था मौत कैसे है पता नहीं, एक तुमसे बिचड़ जाना ही काफी था।
जलोगे तुम भी तड़प में किसी से जब तुम्हे सच्चा प्यार होगा,मेरे चिता की आग जब देखोगे तुम्हे प्यार का मेरे एहसास होगा।
वादे तो हजारों किये थे उसने मुझसे, काश एक वादा ही उसने निभाया होता, मौत का किसको पता कि कब आएगी, पर काश उसने ज़िन्दा जलाया न होता।
दर्द से अब हम खेलना सीख गए हम बेवफाई के साथ जीना सीख गए क्या बताएं किस कदर दिल टूटा है मेरा मौत से पहले, कफ़न ओढ़ कर सोना सीख गए।
मौत जिस्म की रिवायत है, रूह को बस लिबास बदलना है !
मौत जाने चुपके से क्या कह देती है जाने वालो ने पलट कर कभी देखा ही नहीं.
हमारे स्टेटस सिर्फ पढ़ने के लिए नही है, समझने की कोशिश करोगे तो, बहुत कुछ समझ जाओगे..!!
मर मर के मुसाफिर ने बसाया है तुझे रुख सबसे फिराके मुँह दिखाया है तुझे क्यों अब न लिपट कर सोउ तुझसे ए कब्र अपनी जिंदगी देकर मैंने पाया है तुझे…
पैसे की दुनिया है ये पैसे पे मरती है,और भूल जाती है कभी कभी की,कफन की कोई कीमत नहीं हुआ करती हैं।
कुछ सुकून तो है मेरी ज़िन्दगी में की मौत ने तो ज़रूर आना है इंसान तोह पहले ही मारा हुआ है अंदर से मौत तोह बस एक बहाना है।
अब मौत से कह दो कि नाराज़गी खत्म कर ले, वो बदल गया है जिसके लिए हम ज़िंदा थे।
जब हुआ मेरे इश्क का एहसास उन्हेंआकार वो पास सारा दिन रोते रहेहम भी निकले खुद-गरज इतने यारोकफ़न में आँख बंद किये सोते रहे
तू बदनाम ना हो इसलिए जी रहा हूँ मैं, वरना मरने का इरादा तो रोज होता है।
तू बदनाम न हो जाए इस लिए जी रहा हूँ मैं, वरना मरने का इरादा तो रोज ही होता है।
मौत से डरने की फितरत में नही हम,इश्क में हमने कई झोकिम उठाए हैं।
ज़िन्दगी तो बेवफा है एक दिन ठुकराएगी, मौत तो मेहबूबा है एक दिन अपने साथ लेकर जायगी।
“जिंदगी” नहीं “रुलाती” है, रुलाते तो वह लोग हैं, जिन्हें हम अपनी जिंदगी समझ बैठते हैं..!!!
तेरे इश्क़ में मर भी जाऊ अगर, दिल से पुकार लेना हम कफ़न छोड़ देंगे
मेरे चहरे से कफन को हटा कर ! जरा दीदार तो कर लो ! ऐ बेवफा बंद हो गई है वो आंखे ! जिन्हे तुम रुलाया करते थे !
जलोगे तुम भी तड़प में किसी से जब तुम्हे सच्चा प्यार होगा, मेरे चिता की आग जब देखोगे तुम्हे प्यार का मेरे एहसास होगा।
कुछ रियायतें अता कर दो, मेरे अपने हो गैर नहीं, सजा टूट कर जीने की है, मौत की नहीं.
तुम्हे क्या लगता है तुम्हारे सिवा कोई नहीं मेरा…? छोड़ कर देखो साथ मेरा, मौत कड़ी है गले लगाने।
क्या कहूँ तुझे ख्वाब कहूँ तो टूट जायेगा,दिल कहूँ, तो बिखर जायेगा,आ तेरा नाम ज़िन्दगी रख दूँ,मौत से पहले तो तेरा साथ छूट न पायेगा।
जो लोग मौत को जालिम करार देते हैं,खुदा मिलाये उन्हें ज़िन्दगी के मारों से।
मोहब्बत से मौत भी मंजूर हैं,पर धोखे से कि गई दोस्ती भी नागवार हैं मुझे।
मंज़िल तोह तेरी यही थी बस ज़िन्दगी गुजर गयी तेरी यहाँ आते आते क्या मिला तुझे इन् दुनिया वालो से अपनों ने ही जला दिए तुझे जाते जाते।
मौत एक जीवन को समाप्त करता है, एक रिश्ते को नहीं.
दिल रोज़ मुझसे कहता है की सो जा किसी क़ब्र में कफ़न ओढ़ केऔर मैं कहता हूँ की ज़िंदा लाश को कोई कब्रिस्तान में नहीं रखता
यहाँ गरीब को मरने की इसलिए भी जल्दी है साहबकहीं जिन्दगी की कशमकश में कफ़न महँगा ना हो जाए
जब मेरा जनाज़ा इस ज़माने से निकला,मेरे जनाज़े को देखने सारा ज़माना निकला,मगर मेरे जनाज़े में वो न निकले,जिस के लिए मेरा जनाज़ा में निकला।
उसकी यादों ने मुझे पागल बना रखा है, कहीं मर ना जाऊं कफ़न सिला रखा है, मेरा दिल निकाल लेना दफ़नाने से पहले, वो ना दब जाए जिसे दिल मे बसा रखा है।
ज़िन्दगी ज़ख्मो से भरी है वक्त को मरहम बनाना सीख लो,हारना तो मौत के सामने है फ़िलहाल ज़िन्दगी से जीना सीख लो।
प्यार में सब कुछ भुलाये बैठे हैं,चिराग यादों के जलाये बैठे हैं,हम तो मरेंगे उनकी ही यादों में,यह मौत से शर्त लगाये बैठे हैं।
मौत से पहले भी एक मौत होती है,देखो तुम किसी अपने से जुदा होकर
चूम कर कफन में लपटे मेरे चेहरे को ! उसने तड़प के कहा ! नए कपड़े क्या पहन लिए ! तो हमें देखते भी नहीं !
खबर सुनकर मरने की वो बोले रक़ीबों से,खुदा बख्शे बहुत-सी खूबियां थीं मरने वाले में।
बैठे हैं दिल में ये अरमां जगाये; कि वो आज नजरों से अपनी पिलायें; मजा तो तब है पीने का यारो; इधर हम पियें और नशा उनको आये।
कितना और दर्द देगा बस इतना बता दे, ऐसा कर ऐ खुदा मेरी हस्ती मिटा दे, यूं घुट घुट के जीने से तो मौत बेहतर है, मैं कभी न जागूं मुझे ऐसी नींद सुला दे।
तू बदनाम ना हो इसलिए जी रहा हूँ मैं वरना मरने का इरादा तो रोज होता है !😭
जिंदगी बहुत कुछ सिखाती है, थोड़ा रुलाती है थोड़ा हसाती है, खुद से ज्यादा किसी पे भरोसा मत करना तो परछाईं भी साथ छोड़ जाती है! क्योंकि अँधेरे में