Kabhi Alvida Na Kehna Shayari In Hindi : अब हर लम्हा तुम्हारे बिना सूना सा लगेगा, अलविदा कहकर तुम्हारी यादों में जीना पड़ेगा। साथ रहकर तूने संभाला है इतना, अब अलविदा कह फिर कमजोर न बना देना।
X’cuse Me, अगर आप अभी सोये नही हो, और SMS पढ रहे हो, तो गुड नाईट… और अगर आप सो गए हो, और SMS सुबह पढोगे, तो फिर गुड मॉर्निंग…
ना तुम दूर जाना ना हम दूर जायेंगे,अपने-अपने हिस्से की दोस्ती निभाएंगे.
दोस्ती का शुक्रिया कुछ इस तरह अदा करूँ,आप भूल भी जाओ तो मैं हर पल याद करूँ,खुदा ने बस इतना सिखाया हैं मुझे,कि खुद से पहले आपके लिए दुआ करूँ.
वक्त नूर को बेनूर कर देता है, मामूली जख्म को भी नासूर कर देता है, कौन चाहता है, तुम्हें अलविदा कहना ये वक्त है, जो इंसान को मजबूर कर देता है.
दर्द बताऊँ कब ज़्यादाहोता है दोस्तोंजब आपसे कोई झूट बोल रहा होऔर आपको सच पता हो ।
चाँद ने बंद की Lighting, सूरज ने शुरुआत की Shining, मुर्गे ने दी है एक Warning, कि अब हो गयी है Morning!! Good Morning Have A Great Day Friends
वो हंसती है तो बड़ा अच्छा लगता है, क्योंकि उसकी मुस्कुराहट में मेरी जान बसती है। गुड मॉर्निंग लव!
कोयल ने खूबसूरत एक नगमा सुनाया, फिर हमारे लबों पे ये पैगाम आया, बहारों की महफ़िल में परिंदों का डेरा, मुबारक हो आपको ये खुबसूरत सवेरा. Good Morning
दूरियों का गम नहीं,अगर फासले दिल में न हो,नजदिकियां बेकार है,अगर जगह दिल में न हो।
नई सुबह का नया नया नजारा, ठंडी हवा लेकर आयी पैगाम हमारा, जागो, उठो, तैयार हो जाओ यारो, खुशियों से भरा रहे आज का दिन तुम्हारा…
एक माँ वो भी समझती है जो बच्चा कहता नहीं है। -Jewish proverb
आपकी हमारी दोस्ती सुरों का साज है,आप जैसे दोस्त पर हमें नाज़ है,अब चाहे कुछ भी हो जाये जिंदगी में,दोस्ती वैसे ही रहेगी जैसे आज है.
प्यार की कमी को पहचानते हैं हम,दुनिया के गमों को भी जानते हैं हम,आप जैसे दोस्त का सहारा है,तभी तो आज भी हंसकर जीना जानते हैं हम.
दुआ करनादम भी इस तरह निकलेजिस तरहतेरे दिल से हम निकले ।
वो अलविदा की रस्म भी अजीब थी, उसका पत्थर सा चेहरा कभी भूलता नहीं।
मुस्कराने को मन तो बहुत करता है, लेकिन बीता हुआ कल फिर से रुला देता है।
आदतें अलग हैं मेरी दुनिया वालों से,दोस्त कम रखता हूँ पर लाजवाब रखता हूँ.
मोहब्बत ना मिली लेकिन नफरत बहुत मिली,ज़िन्दगी मिली लेकिन राहत ना मिली।महफ़िल में तेरी हर एक को हंसता देखा मैंने,बस हमे ही हंसने की इजाज़त ना मिली।
कोइ इस दर्द-ए-दिल की दवा ला दो मुझे,किसी पे ऐतबार न करूँ वो हुनर सिखा दो मुझे।वैसे मैं हर एक खेल का शौक रखता हूँ,दिलों से खेलना भी कोई सिखा दो मुझे।
हँसते हुए ज़ख्मों को भुलाने लगे हैं हम,हर दर्द के निशान मिटाने लगे हैं हम।अब और कोई ज़ुल्म सताएगा क्या भला,ज़ुल्मों सितम को अब तो सताने लगे हैं हम।
बरबाद कर देती है मोहब्बत हरमोहब्बत करने वाले कोक्युकि इश्क हार नहीं मानता और दिलबात नहीं मानता ।
जीवन में जब कुछ बड़ा मिल जाए तो छोटे को कभी मत भूलना क्योंकि जहां सुई का काम हो वहां तलवार काम नहीं करती सुप्रभात.
जब तुम जाते हो, तो गुलिस्तां के सभी फूल झड़ जाते हैं, संभलकर कहो अलविदा जाते-जाते पेड़ों से क्यों टकरा जाते हो।
वो शाम सुहानी थी जो गुजरी तेरे साथ, बिन तेरे अब कैसे कटेगी सारी रात, समझ लो तुम भी यह मजबूरी है दिल की, नहीं गए, तो कैसे कल फिर होगी मुलाकात।
इतनी रात को जागते हुएअहसास हुआअगर मोहब्बत ना होती तो हम भीसौ जाते ।
दिल तोड़कर ये मत सोचना कीतुमको भूल जायेंगे,मोहब्बत की थी हमने तुम्हारी तरहटाइमपास नही…।
दोस्ती ज़िन्दगी में रौशनी कर देती हैं,हर ख़ुशी को दोगुनी कर देती हैं,कभी झूम के बरसती हैं बंज़र दिल पे,कभी अमावस को चांदनी कर देती हैं.
दर्द क्या होता है कोई उस शक्स से पूछोजो अपनी मोहब्बत को किसी और कीबाहों में देखे ।
जिसको जो कहना हैकह दो अपना क्या जाता हैये तो वक़्त-वक़्त की बात है
मैने दिल से कहा थोड़ा कम याद किया कर उसे !!दिल ने मुझसे कहा याद मैं कर रहा हु उसे !!फिर तकलीफ क्या है तुझे।
”कभी-कभी मातृत्व की ताकत प्राकृतिक कानूनों से अधिक होती है।” – बारबरा किंग्सलेवर
अजीब है ये मोहब्बत कादर्द… हँसता खेलता इंसानदुआओ में मौत मांगनेलगता है…।
बे सबब आ .जाती है यादें अपनों की .इस दुनिया में. यादें ही हैं .जो इंसान से कभी खोया नहीं .करती..
इरादा तो मुस्कुरा केअलविदा कहने का था,पर जब जज्बातों नेदिल छुआ तो आँख भर आई.
पलके झुका कर सलाम करते हैं, हम तह दिल से आपके लिए दुआ करते हैं, कुबूल हो तो बस मुस्कुरा देना, हम ये प्यारा सा दिन आपके नाम करते हैं।
कोई ठुकरा दे तो हंसकर जी लेनाक्योंकिमोहब्बत की दुनिया में जबरदस्तीनहीं होती ।
क्या पता अब तुमसे मिलना हो न हो,चाह के फूलों का खिलना हो न हो,बिन मिले ही या कहोगे अलविदा.
रुक सी गयी है ज़िन्दगी आज भी वही, जिस मोड़ पर तु ने अलविदा कहा था.
वक्त से बड़ा कोई मरहम नहीं !!वक्त से बड़ा कोई दर्द भी नहीं !!न चाहते हुए भी दूर कर देता है ये !!वरना !! कौन कमबख्त अलविदा कहता !!
आखिरी बार तेरे प्यार को सजदा कर लूँ,लौट के फिर तेरे महफ़िल में नहीं आऊंगा,अपनी बर्बाद मोहब्बत का जनाजा लेकरतेरी दुनिया से बहुत दूर चला जाऊँगा।
गुजर गई वो चांद-सितारों वाली रात, सबसे पहले किया है आपको मैंने याद, क्योंकि बिना आपके होती नहीं है मेरे दिल की शुरुआत। गुड मॉर्निंग!
ना किसी के अभाव में जियो, ना किसी के प्रभाव में जियो, यह जिंदगी है आपकी आप अपने स्वभाव में जियो सुप्रभात
रूठा जमाना जिंदगी भी रूठी, तभी तो तेरे-मेरे बीच ये दूरी छूटी, समझ लेना तुम है ये मेरी मजबूरी, वरना न आने देता तेरे-मेरे बीच यह दूरी।
वो बात और है .की जुदा .होना कभी असान. नहीं.. किसी की .यादें गुजरते .वक्त से समझौता नहीं करती..
किसी को घर मिला हिस्से में या कोई दुकान आईमैं घर में सबसे छोटा था मेरे हिस्से में माँ आई।
दस्तक सुना मैंने, और पहचान भी गये पर दरवाज़ा खोलूँ तो कैसे खोलूँ तूँ तो अलविदा कहने आया है
इतनी हिम्मत तो नहीं मुझमे,की दुनिया से छीन लू तुझे।लेकिन तुझे मेरे दिल से कोई निकाले,इतना हक़ तो मैने खुद को भी नहीं दिया।
हसरत थी सच्चा प्यार पाने की,मगर चल पडी आँधियां जमाने की।मेरा गम कोई ना समझ पाया,क्युँकी मेरी आदत थी सबको हसाने की।
मुहब्बत जिंदगी बदल देती है मिल जाए जबभी और ना मिले तब भी ना मिले तब भी
दिए तो आंधी में भी जला करते हैं,गुलाब तो काँटों में ही खिला करते हैं,खुशनसीब बहुत होती है वो शाम,जिसमे दोस्त आप जैसे मिला करते हैं.
ज़िन्दगी के कुछ दिन दुख भरे थे,कुछ उससे भरे थे कुछ मुझसे भरे थे।कुछ अजीब सा एहसास था वो भी,जब पहली बार किसी को खोने से डरे थे।
न लग जाए नजर, इसलिए मेरे गालों पर काजल लगाती हो, फिक्र इतनी, तो अलविदा के लिए नींबू-मिर्च का हार क्यों नहीं ले आती हों।
मौत के बाद याद आ रहा है कोई,मिट्ठी मेरी कबर से उठा रहा है कोई।या खुदा दो पल की मोहल्लत और दे दे,उदास मेरी कबर से जा रहा है कोई।
अपनो की पाने की चाह में,हमने खुद को इस कदर खो दिया।ज़िन्दगी बची है अब चंद पलो की,ये दिल भी मेरा खून के आंसू रो लिया।
पानी की बूंदे फूलों को भीगा रही है ठंडी लहरें एक ताज़गी जग रही है हो जाइये आप भी इनमे शामिल एक प्यारी सी सुबह आपको जग रही है …
जो दर्द समझता थावही इंसानजब दर्द देता है तो बहुत दर्द होता है…।
मतलब की दुनिया थी इसलिए छोड़ दिया सबसे मिलना,वरना ये छोटी सी उम्र तन्हाई के काबिल नही थी।
हमसे दूर नहीं जा रहे हैं,आप हमारेदिल के पास आ रहे हैं आप जहाँ मेंजहाँ भी रहे,मुस्कुराते और खिलखिलाते रहे।
अलविदा कहने को दिल नही चाहता,दिमाग की बातें मैंदिल को कैसे समझाऊ।
“माँ घर में दिल की धड़कन है; और उसके बिना, कोई दिल की धड़कन नहीं लगती। ” -लेरॉय ब्राउनलो
हर तरफ कोई कीनारा न होगा,गैरों का क्या अपनों का भी सहारा न होगा,कर लो आजमाइश तुम सारी दुनियाँ की,मेरे जैसा कोई और दोस्त तुम्हारा न होगा.
ना पीछे मुड़ के देखो, ना आवाज दो मुझको, बड़ी मुश्किल से सीखा है मैंने अलविदा कहना…
सच्चे दोस्त हमें कभी गिरने नहीं देते,न किसी कि नजरों मे न किसी के कदमों में.
जिनके दिल परचोट लगती है ना…वो लोग आँखों से कम और दिल सेज्यादा रोते है…।
तुमसे दूरी का एहसास सताने लगा हैतेरे साथ गुजरा हर लम्हा याद आने लगा हैजब भी भूलने की कोशिश की ऐ दोस्ततू दिल के और भी करीब नज़र आने लगा है।
वो शख्स भी ढलती शाम की तरह निकला, सुबह होते ही अलविदा कह चला।
जिन लोगों को तन्हाई पसंद होती है,उन्हें समझना बहुत मुश्किल होता है ।।
जो था तुझ पर, तेरी बातों पर,अब किसी और पर नहीं होता, इस कदर टूटा हूँ तेरे इश्क में, की अब तो यकीन पर भी यकीन नहीं होता।
कुछ यादें तुम मेरीसंभाल रखना..!!!खुश रहना और अपनाख्याल रखना…!!”
जिंदगी में तन्हा रहना तो मुमकिन नहीं,तेरे साथ चलना दुनिया को गवारा भी नहीं,इसलिए, तेरा-मेरा दूर जाना ही बेहतर है।
अलविदा ए गम ए यार तेरी जान छोड़ दी हमने, लिख कर आज खुद को बेवफा कलम तोड़ दी हमने !
आज कुछ घबराये से लगते हो, ठंड मे कपकपाये से लगते हो, निखार कर आई है सुरत आपकी, बहुत दिनों बाद नहाये से लगते हो…