607+ Jhumka Shayari In Hindi | झुमके पर शायरी

Jhumka Shayari In Hindi , झुमके पर शायरी
Author: Quotes And Status Post Published at: September 19, 2023 Post Updated at: March 9, 2024

Jhumka Shayari In Hindi : तुम्हे हथियार रखनेकी जरुरत नहीं हैंतुम झुमके सेअपने कत्लेआम कर देती हो। आपका झुमका गालों में झूम रहा हैहमारे दिल की धड़कनों को बढ़ा रहा है

अब 🤗तो🤔 रंजिश उनके 💁झुमको ❤️❤️से भी है🤗 हमें, देखो 😍ना, कैसे🤔 इन जुल्फों😉🧏🏻‍♀️ से उलझ 🤗🤗उलझ चिढ़ा 😏रहे है🤗 हमें

मेरे शरारती झुमके जैसे हो गए हो तुम भी हर वक्त बस मुझसे उलझते ही रहते हो

तेरे हुस्न को देख दिल हिल जाता हैयह झुमका बीच में आकर हमें संभाल जाता है

लाइसेंस बनवा लो अपनी इन कातिल निगाहों की सुना है कत्ल खाने बन्द हो रहे हैं

फूल तब खफा हुए मुझसे,तेरे जिस्म की खुशबू लिए मैं बगीचे में गया

उसको सज़ने संवरने की ज़रूरत ही नही ! उसपे सज़ती है हया भी किसी ज़ेवर की तरह !!

नींद सी रहती है, हल्का सा नशा रहता है, रात दिन आंखों में एक चेहरा बसा रहता है..!!

गुरूर हुस्न पर इतना ही कर कि बुरा न लगे,,,, तू सिर्फ़ खुबसूरत लगे … ख़ुदा न लगे..

रोज इक ताज़ा शेर कहाँ तक लिखूं तेरे लिए,तुझमें तो रोज ही एक नई बात हुआ करती है

कुछ सवाल, सवाल ही रहे तो अच्छा है, जवाब ढूंढने पे उनके, अक्सर रिश्ते खो जाते है !!

मुहब्बत लिबास नहीं जो हर रोज बदल जाएमोहब्बत कफन है जो पहन कर उतारा नहीं जाता।।

दिल तो तुम्हारा चुरा ना पाए,चुराए हुए झुमके से ही ज़िंदगी काट लेंगे,अगर मोहब्बत तुमको हो जाए कभी हमसे,तो इन्ही झुमकों का तुम्हे उपहार देंगे।

तुम्हें  साड़ी बाद में दिलाऊंगा, अभी मैं ग्रामसेवक के_syllabus_मे उलझा हूँ !!

माना कि सब कुछ पा लूँगा मैं अपनी जिन्दगी में, मगर वो तेरे मेहँदी लगे हाथ मेरे ना हो सकेंगे!

जो चाहे हो जाए वह दर्द कैसा औरजो दर्द को महसूस ना कर सके वो हमदर्द कैसा

नमामीशमीशान निर्वाणरूपं। विभुं व्यापकं ब्रह्मवेदस्वरूपं। निजं निर्गुणं निर्विकल्पं निरीहं। चिदाकाशमाकाशवासं भजे हं॥1॥

उसे💁 मेरे 🤗झुमके🌼🌼 से ज्यादा, 🤗मेरे 😊माथे 🙄🤦‍♀️कि बिंदी♦️ से 🤗😘प्यार❤️ हैं !!!

किसी के आने या जाने से जिन्दगी रुकती नहीं… बस जीने का अँदाज बदल जाता है…!!

कुछ अधूरी चीज़े भी बेहद खूबसूरत होती हैंजैसे होंठो पे रुकी आधी बात कोईघूंघट से आधा दीदार किसी काअधूरा प्यार किसी का

सुनो…मुझे देखकर तेरा यूं मुस्कुराना बेहद पसंद है…!!एक तुझ से ही मेरे जीवन मे सदा बसन्त है…!!!

हर बार हम पर इल्जाम लगा देते हो मुहब्बत का,कभी खुद से भी पूंछा है इतनी खूबसूरत क्यों हो।

सामने से मेरे बचता हुआ जाये कोईहाय इस झुमके नेमेरी आँखों में झाक लिया।

ऐ खुदा  रास्ते थोड़े आसान कर देना मेरे लिए.. सफर में साथ देने वालों ने रास्ता बदल लिया है…!!

ढाया है खुदा ने हम दोनों पर जुल्म तुम्हें हुस्न देकर और मुझे इश्क देकर

राख हो जाता है पूरा जंगल, जब एक चिंगारी सूखे पत्ते से इश्क कर बैठती है .

बाल भी खुले थे,उसने काजल भी लगा रखा था,उसके झुमके ने तो अलग हीउधम मचा रखा था।

उड़ते आँचल में दिखती कमर को मैं छुपाना चाहता हूँइज़ाज़त हो तो में तुम्हारे पल्लू में आलपिन लगाना चाहता हूँ

अपने कानों में पहले ले मेरे दिल की धड़कन,मैं तिरे वास्ते लें आया हूँ झुमका दिल का…!

तेरे झुमके की क्या तरीफ करूँयह तो बहुत आम हैलेकिन जब तुम इसे पहन लेती होइसकी कीमत लाखों में हो जाती है

चंद लम्हों को सदियों में जीना है !मुझे तुम्हारे होंठो से लगी चाय पीना है !!

कितनी मासूमियत है उनके चेहरे पर,सामने से ज्यादा उन्हें छुपकर देखना अच्छा लगता है।

मुझसे अच्छी उसझुमके की किस्मत हैजो हर वक़्त तुझेदेखता भी है औरसुनता भी है.

कुछ फिजाएं रंगीन कुछ आप हसींतारीफ करूँ या चुप रहूं दोनों जुर्म संगीन

नाम सुनके हमारा तुम मुस्कुराया ना करो,राज की बातें हैं ये, सबको बताया ना करो…!!

उन्होनें कहा तुम्हारी आंखें बहुत खूबसूरत हैं,हमने भी कह दिया तुम्हारे ख़्वाब जो देखती हैं

बहक न जाए कहीं कमबख्त इस चाय की नीयत तुम बार-बार यूँ देर तक कुल्हड़ को होंठो से न लगाया करो !!

चूम कर लब आपके मैं दिल में समां जाऊ अब आओ पास मेरे ये दुरिया मिटाऊ

मेरी माँ की मुस्कान के बिनामेरी जिंदगी ही अधूरी हैमाना कभी-कभी डाँट लगाती रहती हैमगर उसकी डाँट में भी मेरी फ़िक्र रहती पूरी है

ये बात, ये तबस्सुम, ये नाज, ये निगाहें ! आखिर तुम्हीं बताओ क्यों कर न तुमको चाहें!!

मदहोश करती हैं बाते तेरी… गर कहतें हैं नशा इसको तो तलब मंजूर हैं हमे…

संजीदा नहीं, तू मुझे बावली ही अच्छी लगती है.. गोरी नहीं, तू मुझे सांवली ही अच्छी लगती है..

मेरे लफ़्ज़ों में क्या है!! तरह-तरह से एक बस तुम्हारा ज़िक़्र!!!

कितनी मतलबी हो गई है ऐ मेरी आँखे तेरे दीदार के बिना इनको दुनिया अच्छी नही लगती…

मोटर ना बंगला मांगू, झुमका ना हार मांगूसईयां बेदर्दी मेरे थोड़ा सा मैं प्यार मांगू।

मेरी आँखों में छुपी उदासी को महसूस तो कर..हम वह हैं जो सब को हंसा कर रात भर रोते हैं…

आँखों पर तुमने कुछ ऐसे जुल्फ गिरा दीबेचारे से कुछ ख्वाबों की नींद उड़ा दी

आँखों में काजल, जुल्फें खुली औरकान में झुमका पहन कर आती है,इस फ़िल्टर के जमाने में मुझेउसकी यहीं सादगी भाती है.

दिल के धड़कनों की तबाही के लिए मेरे झूमके की खन-खन ही काफी है

उसी जगह से ही अक्सर मैं तेज गुज़रा हूँ किसी का रुक के जहाँ इंतिजार करना था

सुना है तुम गणित में बहुत तेज हो. आओ ना जरा मेरे इंतजार का हिसाब कर दो.

मुझे तुम्हारे झुमके भी,अपनी तरफ आकर्षित करते हैं,हम उन लोगों में से नहीं,जो सिर्फ जिस्म पर मरते हैं।

मुसीबत हैं जो तेरा ये झुमका गालों पे झूल गयाकहने आया था मैं दिल की बात और भूल गया.

कुछ भी लिखूँ कुछ भी कहूँ, बिन तुम्हारे सब अधूरा है !! ❤️

तुम मिल गई तो मुझ से नाराज है खुदा,कहता है कि तू अब कुछ माँगता नहीं है।

आज भी जब तक माँ को बता ना दूपहुंचकर कही भी पहुँचता नहीं हु मै..!!

मांगने पर जहाँ हर मन्नत पूरी होती है,माँ के पैरो में ही तो जन्नत होती है !!

उसकी गालो कोचूम कर हंसता है।यह झुमका तो मेरा रकीब हैं।

तुम नजरें मिलाकर जब शर्माती हो,हाथों से बालों को हटाकर झुमका दिखाती हो,आशिको के मासूम दिल परएक साथ सौ-सौ बिजलियाँ गिराती हो।

आँखों में काजल, जुल्फें खुली और कान में झुमका पहन कर आती है, इस फ़िल्टर के जमाने में मुझे उसकी यहीं सादगी भाती है.

हुस्न उसका मुझ से पूछते हो तो सुनो,एक झुमका उसका पूरा ताजमहल समेट लेता है.

माथे पर एक बिन्दी और उस पर तोड़ा कुमकुमइस सुन्दरता के आगे.सारे जवाहरात है गुमसुमGood Morning Dear

जो लोग गणित में कमजोर है उन्हें भी पता होगा, कि चार दिन से ज्यादा का इंतजार लम्बा ही होता है !!

तुम ही तुम दिखते हो हमेकुछ तो हुआ ज़रूर है!ये आईने की भूल है यामेरी निगाहों का कसूर है!!

नहीं पसंद मोहब्बत में ज़रा सी भी मिलावट हमको,अग़र वो ख़्वाब भी देखे तो हमारे देखे

इस कद्र कशिश है तुम्हारी इन अदा में हम अगर तुम होते तो खुद से इश्क कर लेते

पहली मोहब्बत,मुकदमे की तरह होती हे,ना खतम होती हे,ना इंसान को,बाइज्जत बरी करती हे.

पूरा दिन तेरी ही सूरतआँखों के सामने आती हैजिस दिन तुम पहन करझुमका मेरे सामने आती है

दवा की जरूरत ना पड़े कुछ ऐसा असर माँ की दुआ करेलग जाये मेरी भी उम्र मेरी माँ के नाम काश ऐसा कोईकरिश्मा खुदा करे !!

बहक जाती है शराब भी, जब महकता है तेरा “शबाब”, उफ्फ़…! तेरे गुलाबी होंठ हैं या तेरे होंठों जैसा गुलाब…!!

उसके मीठे होठ और मुझे शुगर का रोगहकीम साहब तुम रहने दो हमसे नहीं होता परहेज

शादी की अंगूठी न सही,मेरी दी हुई बाली आज भीतुम्हारे कानों में सजी तो है।

चाय ☕अदरक 🥜वाली और मोहब्बत👩‍❤️‍💋‍👨 झुमके ⚡⚡वाली मिल🤗 जाये तो मजा 😉🤩ही अलग😅 आता हैं !!!

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