Jhooth Shayari In Hindi : सच के बुनियाद पर अपने सपनो का महल खड़ा करना,सच कहता हूँ, झूठ की नींव बड़ी खोखली होती है। छोटी चीज को झूठ बोलकर बड़ा नही करते है,झूठ के दम पर सपनो का महल खड़ा नही करते है।
“झूठ और ग़लती का सम्बन्ध हमेशा निभाता है; जो झूठ दूध पीता है, उसे जब खुशी महसूस होती है तब पेट में दर्द होता है।”
हर बात में आँसू बहाया नही करते,हर बात दिल की हर किसी से कहा नही करते,ये नमक का शहर है,इसलिए ज़ख्म यहाँ हर किसी को दिखाया नही करते।
अब तो उनकी याद भी आती नहीं ~ कितनी तन्हा हो गयीं तन्हाईयाँ
झूठ की तारीफ़ सच का मजाक,कुछ ऐसा है आजकल दुनिया का मिजाज..!!
दुश्मनी लाख सही ख़त्म न कीजे रिश्ता ~ दिल मिले या न मिले हाथ मिलाते रहिए
छोटी सी एक ज़िंदगी थी, ~ वो भी किसी की नफ़रत में गुज़र गई…
उनके ही साथ चल रही क़ायनात ये सारी और किसी में भी मौजूद ये अंदाज़ नहीं हैं
कहीं मिल ना जाऊँ रस्ते में यह सोचकर वो बहुत घबराई होगी, हमेशा तुमसे प्यार करुँगी और हमेशा तुम्हारे साथ रहूंगी, वो यह बात आज कहीं और बोल के आई होगी ।।
हु नहीं इतना खाश जितना तुमने समझ रखा हैमैंने भी बोले हैं बहुत से झूठ जिन्हे तुमने सच्च समझ रखा है।
ख़ुश होना है तो बेवजह हो जाइए जनाब ~ वजहें आजकल महँगी हो गई हैं
“झूठ खुद को छिपाने का एक तरीका है, जो सत्य कभी नहीं कर सकता।”
बहुत रोया हूँ मैं जब से ये मैं ने ख़्वाब देखा है कि आप आँसू बहाते सामने दुश्मन के बैठे हैं
नमक भर कर मिरे ज़ख़्मों में तुम क्या मुस्कुराते हो मेरे ज़ख़्मों को देखो मुस्कुराना इस को कहते हैं
लोगों पर भरोसा करते वक्त ज़रा सावधान रहिये,क्युकि फिटकरी और मिश्री एक जैसे ही नजर आते है।।
रिश्ते दिल टूटने पर नहींभरोसा टूटने पर बिखरते है।rishte dil tootane par nahinbhaarosa tootane par bikharate hai.
ला-हासिल ही सही मगर ~ मोहब्बत तुझ से ही है
ब्लेड की तेज धार से भी, पेड़ एकदम गिर नहीं सकता, दुश्मन लाख होशियार सही, लेकिन मुझे नहीं हरा सकता।
सुना था बेवफा है ज़िंदगी भी ~ मगर ये तो निभाती जा रही है….
दोस्ती का दुश्मनी से कोई वास्ता नहीं होता, दुश्मन भी डरकर भागते हैं वहां, जहां कोई रास्ता नहीं होता।
एक उमर गुज़ार आये तो महसूस हुआ ~ इस तरह तो जीने का इरादा ही नहीं था
जैसी भी हूँ खुद के लिए बेमिसाल हूँ में किसी को हक नहीं कि मेरी परख करें ।
आँखों में देखा तो जाहिर हुआ की अभी बहुत नादानियाँ है…. ~ ये तुम्हारा चेहरा ये जूल्फ़े ये तो बस क़यामत की निशानियाँ है..
करीब आने की उन्हें फुरसत नहीं, ~ और मुझपे इलज़ाम लगा है दूरियाँ बनाने का !!
दुनियादारी की चादर ओढ़ रखी है हमने , वरना जिस दिन दिमाग सटका ना, इतिहास तो इतिहास # भूगोल भी बदल देंगे ।
सादिक़ हूं अपने क़ौल का ‘ग़ालिब’ ख़ुदा गवाह कहता हूं सच कि झूट की आदत नहीं मुझे मिर्ज़ा ग़ालिब
कौन कहता है कि वक्त बहुत तेज है,कभी किसी का इंतजार तो करके देखो।।
जो थोड़ी फुरसत मिले दिल की बात कह दीजिये,बहुत खामोश रिश्ते ज्यादा दिनों तक ज़िंदा नहीं रहते।
अपना कह के अपनों को, बदलने की बात करते हैं, बच के रहना दोस्तों यहां धोकेबाज, साथ चलने की बात करते हैं !
काश इस गुमराह दिल को ये मालूम होता कि,मोहब्बत उस वक्त तक ही दिलचस्प होती हैजब तक नहीं होती है।।
जो फना हो जाऊँ तेरी चाहत मे तो गुरूर ना करना…… ये असर नही तेरे इश्क का मेरी दिवानगी का हुनर है…..
वक़्त तो वार करता है,अपने भी वार करते हैं,पर दर्द तब ज्यादा होता है,जब दोनों इकट्ठे वार करते हैं।
मुझे दिल से यूँ पुकारा न करो,यूँ आँखों से हमे इशारा न करो,दूर हूँ तुझसे मजबूरी है मेरी,यूँ तन्हाइयों में मुझे तड़पाया न करो।
मैं जिसके झूठ का मान रख लेता हुँ,वही मुझे बेवकूफ समझने लगता है।
जब आपकी इच्छा की पूर्ति नहीं होपाती, तो आपका विश्वास टूट जाता है.Jab apki ikcha ki purti nahi hopati to apka vishwas tut jata hai..
जाल बुनने लगे हैं दुश्मन आसमान में, दोस्त भी नहीं रहे अब इस जहां में, मैं भी तो ठहर कर देखूं जोर कितना है, सपने ऊंचे देखे हैं इस नन्ही सी जान ने।
चाहत में झूठ बोलकर आज मेरा दिल तोड़ दिया,झूठी कसम खाकर उसने अपना ईमान भी बेच दिया..!!
जबतक चुप था लोग बेवकूफ समझते रहे जब जवाब देने लगा तो लोग बुरा मानने लगे !
तु जो कहे ये ,के फ़क़त तेरे हैं, ~ कितना सच सा लगता है…
तुम्हारा साथ तसल्ली से चाहिए मुझे.. ~ मुद्दतों की थकान लम्हों में कहाँ उतरती है !
कितना गुस्सा आता है ना उस वक्त जब कोई,आपसे झूठ बोले और आपको सच पता हो.
दिखावे की इस दुनिया में अच्छे बनकर जीना है,तो अकेले जीना सीख लो, वरना लुट जाओगे।
पक्के रिश्ते तो बचपन में बनते थे,अब तो लोग बात भी मतलब से करते है।
रोके से कहीं हादसा-ए-वक़्त रुका है,शोलों से बचा शहर तो शबनम से जला है।।
जब झूठ अपने अपनो से कहने लगते है,तब वो अपनो के दिल से उतरने लगते है।
प्यार और भरोसा दो ऐसे पंछी हैं, अगर इनमें से एक उड़ जाए तो, दूसरा अपने आप उड़ जाता है।
***** वो अच्छे हैं तो बेहतर बुरे हैं तो भी कबूल मिजाज़-ए-इश्क में ऐब-ओ-हुनर देखे नहीं जाते!!!
ये जिंदगी है जनाब यहां अगर निखरना है तो बिखरना तो पड़ेगा ।
बुत भी रक्खे हैं नमाज़ें भी अदा होती हैं, ~ दिल मेरा दिल नहीं अल्लाह का घर लगता है
कितना मुश्किल है मनाना उस शख्स को, जो रुठा भी ना हो और बात भी ना करे
सच्चे लोगों का सामना ही क्यूँ होता है झूठे लोगों से,ये सवाल खुद से पूछूं या फिर पूछूं लोगों से।
पछताये बहुत उसके दरवाजे पर दस्तक दे कर दर्द की इन्तहा हों गई जब उसने पूछा कौन हों तुम!!
हम अपनी नजर में अच्छे हैं यही बहुत है हमारे लिए, सबकी नजर का ठेका नहीं ले रखा है हमने ।
हर मर्ज़ का इलाज नहीं ,दवाख़ाने में… ~ कुछ दर्द चले जाते हैं ,सिर्फ़ आपके मुस्कुराने में
आज ही हमने मांगी हैं,दुआ तुझे भूल जाने की।
रोक लो नैनों को लकीरें भी बह जाएंगीं वरना, आज रोक लो हमेंकल का भरोसा मत करना।
झूठी मोहब्बत, वफा के वादे, साथ निभाने की कसमें;* ~ कितना कुछ करते हैं लोग, सिर्फ वक्त गुजारने के लिए
वक़्त लगता है खुद को बनाने मे,इसलिए वक़्त बर्बाद मत करो किसी को मानाने में।
तेरे लिए लड़ लिए सबसे,लेकिन हम हार गये अपने नसीब से।
वो मासूम चेहरा मेरे जेहन से निकलता ही नहीं, दिल को कैसे समझाऊँ कि धोके-बाज था वो !
क्यो भरोसा करू किसी और पर, जब खुद की आखे खुद को धोखा दे।
जैसे दो मुल्कों को इक सरहद अलग करती हुई,वक़्त ने ख़त ऐसा खींचा मेरे उस के दरमियाँ।।
ये झूठ बड़ा ही खतरनाक है यारो,सामने आते ही रिश्ते खत्म कर देती है।
मेरे ख्यालो में सिर्फ तुम हो तुम्हे कैसे भुला दूँ,इस दिल की धड़कन हो सिर्फ तुम,तुम्हे कैसे निकाल दूँ।
निगाहों में ले कर घूमा हूं तो सिर्फ तरक्की की चमक, दुश्मनों की निगाहों में अब वो खटकने लगी है।
अगर तुम्हे यकीन है तुम्हारे शक पर,तो हमें शक है तुम्हारे यकीन पर.Agar tumhe yakin hai tumhare shakpar to hamesa shak hai tumhare yakin par..
काश नासमझी में ही बीत जाए… ये ज़िन्दगी… समझदारी ने तो बहुत कुछ छीन लिया..
तेरी मस्जिद में वाइज़ ख़ास हैं औक़ात रहमत के ~ हमारे मय-कदे में रात दिन रहमत बरसती है
दिखा दी है शीशे ने असलियत झूठे लोगों की,बनावटी चेहरे पहन कर अक्सर जो झूठी दुनिया में घूमते हैं।
कल तक था जो भी अपना,आज वो अफसाना बन गया,कदम क्या चूमे तरक्की ने मेरे,दुश्मन सारा जमाना बन गया।
भरोसा जितना कीमती होता है,धोखा उतना ही महँगा हो जाता है.Bharosa Jitna Kimatio Hota Hai,Dhokha Utana Hi Mahanga Ho Jata Hai.
मुहब्बत वो भी करते हैं, जो इजहार तक नहीं करते…!!
हमने किया था भरोसा उनके इश्क़ पे सोचा था उनका इश्क़ सच्चा होगाहमे कहा मालूम था उनका हमसे इश्क़ एक झूठ है