1327+ Intezaar Urdu Shayari In Hindi | Intezar Shayari

Intezaar Urdu Shayari In Hindi , Intezar Shayari
Author: Quotes And Status Post Published at: September 5, 2023 Post Updated at: September 17, 2023

Intezaar Urdu Shayari In Hindi : हम चाँद की तरह तन्हा सफ़र करते रहे, तुम तारों की तरह रात भर चमकते रहे। मेरे दिल में फिर कोई दूसरा कभी नहीं आया, मुझे भरोसा ही कुछ ऐसा था तुम्हारे लौट आने का।

इंतजार कुछ इस हद तक करूंगा मैं तेरा कि मरने के बाद भी मेरी आंखें खुली रहेगी जब तुम मुझे देखोगी तो मुझे इंतजार करता हुआ ही पाओगी।

न जाने उसने ये क्या खेल दिखाया,उसकी याद में पूरा साल तनहा बिताया,कह कर गया था आएगा अगली सुबहपर बीत गया साल वो अभी तक न आया⌛⌛⌛⌛

वो इंतज़ार भी क्या जिसमें कोई बेसब्री ना हो, वो प्यार भी क्या जिसमें कोई दिलचस्पी ना हो।

लगे जैसे लगी है मेरी ही नज़र मेरे इश्क़ मेरे इस प्यार को,बे-हद किया था जिक्र गुमान भी हमने इसपे बेशुमार किया।

इंतज़ार करते करते एक रात और बीत जायेगी ,,पता है तुम नहीं आओगे ये तन्हाई जीत जायेगी ..!!⌛⌛⌛⌛

दिन भर भटकते रहते हैं अरमान तुझसे मिलने के न ये दिल ठहरता है न तेरा इंतज़ार थमता है

फर्क नहीं पड़ता कि कौन आपको पाने के लिए मरता है मानो तो ये रखता है कि आपको खोने से कौन डरता है

इंतजार बहुत लंबा है, आपको पाने का मेरा सपना कभी ख़तम नहीं होता। Nuala O’फायलें

मैंने जिंदगी में दोस्त नहीं ढूँढे, मैंने एक दोस्त में जिंदगी ढूँढी है.

उस वेबफा को अपना समझा,जिसे हमने इतना प्यार किया,उसने किया हमसे सिर्फ धोखा,हमने फिर भी एतवार किया।

हालात कह रहे है की अब मुलाक़ात नहीं होगी, उम्मीद कह रही है जरा इन्तेज़ार कर ले.

तेरी आहट से बदल जाता है मेरा मौसम,रूक जाती है दुनिया तेरे इंतज़ार में।

मैंने मौत को देखा तो नहीं, पर शायद वो बहुत खूबसूरत होगी। कमबख्त जो भी उससे मिलता हैं,जीना ही छोड़ देता हैं।।

यादों को तेरी हम प्यार करते हैं, तेरी दोस्ती पर सौ जन्म भी निशार करते हैं, फुरसत मिले तो पास मेरे आ जाना, हम सिर्फ आपके आने का ही इंतजार करते हैं…

अपना बनके जो आया उसको अपना माना था वो तो जाने वाले थे मेरा रूठना तो बहाना था

यहां अपने ही लूट कर जा रहे हैं अब किस पर भरोसा करें हम

अक्सर ख़ुशी से तेरी तरफ देखा,तेरे बाद किसी की तरफ नहीं देखा,सोच कर कि तुम्हारा इंतजार लाजमी है,तमाम उम्र घड़ी की तरफ नहीं देखा।

ज़मीन पर बैठे हैं इंतज़ार के लम्हे,दिल की आस बढ़ाने के चर्चे,मुश्किल है रहना बेख़बर और ख़ुश,जब तक आपकी मुस्कान यहां हो।

तूफ़ान आया था कश्तियाँ डूब रही थी !!मैने कहा घमंड छोड़ दे वरना तेरा भी यही हश्र होगा !!

उल्फ़त के मारों से ना पूछो आलम इंतज़ार का,पतझड़ सी है ज़िन्दगी और ख्याल है बहार का।

न जाने उसने ये क्या खेल दिखाया,उसकी याद में पूरा साल तनहा बिताया,कह कर गया था आएगा अगली सुबहपर बीत गया साल वो अभी तक न आया⌛⌛⌛⌛

तेरी मोहब्बत पर मेरा हक तो नहींपर आखिरी साँस तक तेरा इंतजार रहेगा !

अब तक तेरे इंतज़ार में ज़िंदगी गुज़र गई,एक मुलाकात का वादा तेरे नाम से लिया था।आज फिर वो चाँदनी रात आई है,जो तेरे इंतज़ार में हर पल बिताई थी।

इंतज़ार उनके आने का खत्म न हुआ, हम हर एक आहत में उनको ही ढूंढते हैं.

जहाँ जाओगे तुम सताए जाओगे अब तुम कही नहीं आराम पाओगे तोड़ा है तुम्हारा भी टूटेगा दिल जो दिया है वही वापिस पाओगे

इंतज़ार में हर रोज़ रातों की तन्हाई,दिल में ज़िंदगी की हर उम्मीद सहाई।

पलकें बिछाओ या दिल जलाओ किसी के इंतज़ार में, वक़्त से पहले कभी नहीं आते वापस आने वाले।

अब मोहब्बत नही रही इस जमाने में,क्योंकि लोग अब मोहब्बत नही,मज़ाक किया करते है इस जमाने में।

इस हवा में कर रहे हैं हम तिरा ही इंतिज़ार आ कहीं जल्दी से साक़ी शीशा ओ साग़र समेत

सलीका अदब का तो बरकरार रखिए जनाब, रंजिशे अपनी जगह है सलाम अपनी जगह।।

ये दोस्ती का गणित है साहब यहां दो में से एक गया तो कुछ नहीं बचता..

वक्त का एहसास होता है इंतज़ार मेरा,तुम्हारी हर सांस पे हो तेरा इज़हार मेरा।

कब ठहरेगा दर्द ऐ दिल कब रात बसर होगी सुनते थे वो आएँगे सुनते थे सहर होगी

बहुत देखे रास्ते सब में इंतज़ार करना पड़ा !!पर तेरे इंतज़ार का मजा ही कुछ और था।

ऐसी ही इंतिज़ार में लज़्ज़त अगर न हो तो दो घड़ी फ़िराक़ में अपनी बसर न हो

हमने तो उस शहर में भी किया.इंतज़ार तेरा जहाँ मोहब्बत का .कोई रिवाज़ न था.

दूर जाना है तुम्हें जा कर दिखाओ, मेरे जैसा मेहबूब पा कर दिखाओ, बुरी है नज़र इस दुनियां की, सुनो… खुद को वैसी नज़रों से बचा कर दिखाओ

कोई मिला ही नही हमे कभी हमारा बन कर,वो मिला भी तो हमे सिर्फ किनारा बनकर,हर ख्वाब बन कर टुटा है यहां,अब बस इंतज़ार ही मिला है एक सहारा बन कर।

जब वो सादगी से बैठती होगी रु-वा -रु आईने केसोच के जलता हूँ देखता होगा जाने किस नज़र से

बे-ख़ुदी ले गई कहाँ हम को देर से इंतिज़ार है अपना

इस दिल चाहता है उसे बेशुमार प्यार करना !!उसके साथ कुछ प्यार के बाते करना !!नसीब में लिखा है सिर्फ उसकी इंतजार करना !!

तुम्हे दिल में बसा रखा था,तुम ज़रा सा दिल ही रख लेते..Tumhe dil mein rakha tha,Tum zara sa dil hi rakh lete..

मतलब से मिलने वाले मिलने का मतलब क्या जाने

परायों से जीतने में इतनी ख़ुशी नहीं मिलती जितनी कभी-कभी अपनों से हार कर मिल जाती है।

वो न आएगा हमें मालूम था, कुछ सोच कर इंतजार करते रहे !

दिल के सागर में लहरें उठाया ना करो,ख्वाब बनकर नींद चुराया न करो,बहुत चोट लगती है मेरे दिल को,तुम ख़्वाबों में आ कर यूँ तड़पाया न करो!!

रात भर जगे, सितारे गिनते रहे,तेरी आँखों की ख्वाहिश चिनते रहे।चाँद उठा, सूरज आया, फिर भी न आया तेरा इंतजार,ये दिल हर रात में तुझे ही पुकारते रहे।

दिन हुआ है, तो रात भी होगी, मत हो उदास, उससे बात भी होगी वो प्यार है ही इतना प्यारा, ज़िन्दगी रही तो उससे मुलाकात भी होगी

कुछ रोज ये भी रंग रहा इंतजार का आँख उठ गयी जिधर बस उधर देखते रहे

झुकी हुई पलकों से उनका दीदार किया, सब कुछ भुला के उनका इंतजार किया वो जान ही न पाए जज्बात मेरे, मैंने सबसे ज्यादा जिन्हें प्यार किया.

किसी के इंतज़ार में वक्त ज़ाया ना करें, या तो इश्क़ करें, या तो अपने काम से इश्क़ करें।

कह दो के तुम मुझसे प्यार नहीं करते वैसे भी तुम कभी इज़हार नहीं करते दिल के बदले तुम हमारी जान मांगते हो इस तरह मोहब्बत में कारोबार नहीं करते

तुम मेरे बीते वक़्त थे तुम्हें आना ही नहीं था, हम तो यूँ ही सारी रात करबटें बदलते रहे।

कटते किसी तरह से नहीं हाए क्या करूँ दिन हो गए पहाड़ मुझे इंतिज़ार के

माना तेरी नज़रों में तेरे काबिल नहीं हूँ मैं मैं क्या हूँ उनसे पूछ जिन्हें हासिल नहीं हूँ मैं

यूँ भी इक बार तो होता कि समुंदर बहताकोई एहसास तो दरिया की अना का होताYun bhi Ek Bar Hota  ki Samundar BehtaKoi Ehsas to Dariya bhi aane ka hota

मेरी तस्वीर देखकर लोगों ने कहा इसे ज़बरदस्ती हसाया गया है

अब इन हुदूद में लाया है इंतिज़ार मुझे वो आ भी जाएँ तो आए न ऐतबार मुझे

दिल से अच्छे लोगों की, अकसर किस्मत खराब रहती है

कभी किसी का जो होता था इंतजार हमें !!बड़ा ही शाम -ओ -शहर का हिसाब रखते थे !!

खुद को टीना बेचारा बनाया ना कर हर कहीं आंसू बहाया ना कर सारी मेरी गलती हो कैसे मुमकिन है झूठे किस्से लोगों को बताया ना कर

एक तेरे गम को जगह दी दिल में जो मैंने गम गम नहीं रहा ज़हर हो गया

इश्क़ भी अब एक सजा हो गया है किसी को “ना” कहना भी गुनाह हो गया है

कदम कदम पे तेरी यादों का आशियाना है अबबड़ी यायावरी थी बगैर तेरे सफर ए जिंदगी मे !

कभी कभी इंतजार के पल काटना इतना मुश्किल हो जाता हैं कि लगता है कि वक्त रुक सा गया है।

नहीं करता मैं तेरी ज़िक्र किसी तीसरे से तेरे बारे में बात सिर्फ़ ख़ुदा से होती है ।।

फिर से ना लौटा वो शख़्स !!एक बार चले जाने के बाद !!शायद मेरे इंतज़ार की कसक !!भूल गया वो अपनी मंज़िल की चाह में !!

बहुत दर्द होता है जब आपको वह इंसान नजरअंदाज करें,जिसके Attention के लिए आप हमेशा उसका Wait करते हो..!

हम जिसके रिप्लाइ आने का इंतज़ार कर रहे है !!वह Busy है किसी और के साथ !!

आँखें रहेंगीं शामों शहर इंतजार में तेरे,आज उनको सौंप देंगे तेरा इंतज़ार हम ।

इन्साफ मुझ आशिक़ को तभी मिलेगा,जब मेरा इंतज़ार ख़त्म और इश्क़ मुकम्मल होगा।

वक्त ने किया है इंतजार, अब बस आ जा तू,मुझे बस एक नज़र, तेरी आँखों की ज़रूरत है मेरी रूह को।

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