Intezaar Love Shayari In Hindi : इंतज़ार उनके आने का खत्म न हुआ, हम हर एक आहत में उनको ही ढूंढते हैं ! एक मुलाकात की आस में मैं ज़िंदगी गुजार लूंगा, तुम हां तो कहो तुम्हारे लिए उम्र भर इंतज़ार करूंगा !
इक पल गुज़रता नहीं था तेरे बिना,इक उम्र कट रही है तेरे इंतज़ार में।
लगता है हमारे इम्तिहान की घड़ी आ गई है, शायद इसलिए इंतज़ार करने को कहा है उन्होंने।
“ हर आहट पर सांसे तेज़ हो,ए ख़ुदा इंतज़ार ऐसा ना हो…!!
“तुम्हारी यादों पर इख़्तियार हो नही सकता, लौट आओ के अब इंतज़ार हो नही सकता।
तुम्हे भुलाए ज़माने गुजर गए,ज़हर खाए ज़माने गुजर गए,वापस आजा तेरे इंतजार में,अरमान बनाए ज़माने गुजर गए।
मेरी नज़रो ने उनकी राह देखना नहीं छोड़ा,और दिल ने भी अभी तक उन्हें चाहना नहीं छोड़ा।
अब ये दिन मुझे पहाड़ जैसे लगते है !!उसके बिना अब ये कटते ही नहीं है !!
देखा है तुम्हें रातों की तन्हाई में,चाहत का एहसास हो गया इंतज़ार में।मोहब्बत की हवा चली है सरहद से,तेरे आने की ख़बर हो गई संसार में।
तुम देखना यह इंतज़ार रंग लायेगा ज़रूर !!एक रोज़ आँगन में मौसम-ए-बहार आएगी ज़रूर !!
भूल गए हैं गर ! वो जरूर याद करेंगे कभीजो बदल गए हैं उनका इंतजार नही करना।
इन्साफ मुझ आशिक़ को तभी मिलेगा,जब मेरा इंतज़ार ख़त्म और इश्क़ मुकम्मल होगा।
यूँ पलके बिछा कर तेरा इंतज़ार करते है !!यह वो गुनाह है जो हम बार बार करते है !!
मेरी चाहतें तुम्हें देखती हैं !!अपनी चाहतों में तुम मुझे शामिल कब करोगी !!जब मोहब्बत मुझसे रूठ जाएगी !!तुम मोहब्बत की शुरुआत क्या तब करोगी !!
“हालात कह रहे है, के अब मुलाक़ात नहीं होगी…..उम्मीद कह रही हैं… ज़रा इन्तेज़ार कर।”
“इंतज़ार की आरज़ू अब खो गयी है, खामोशियों की अब आदत हो गयी है।”
टूट गया दिल पर अरमान वही है, दूर रहते हैं फिर भी प्यार वही है, जानते हैं कि मिल नहीं पायेंगे, फिर भी आँखों में इंतज़ार वही है। 💔
“ख़्वाब सजाकर उसका इंतज़ार करता रहा मैं… इसी तरह एक बेवफ़ा से प्यार करता रहा मैं।”
किसी लड़की को इतना भी कॉल मत करना, कि उसके कॉल का इंतज़ार तुम्हे बेक़रार कर दे।
“ तड़प के देखो किसी की चाहत में,तो पता चलेगा कि इंतजार क्या होता है,यूं ही मिल जाए, कोई बिना चाहे,तो कैसे पता चलेगा, कि प्यार क्या होता है…!!
तुम्हे क्या पता कैसा है हाल हमारा !!एक तो ये टूटा दिल !!ऊपर से यादो का बवंडर तुम्हारा !!
कभी तो चौंक के देखे कोई हमारी तरफ़ किसी की आँख में हमको भी इंतज़ार दिखे
वो न आएगा हमें मालूम था इस शाम भी, इंतज़ार उस का मगर कुछ सोच कर करते रहे.
आखिर मैं एक मामूली इंसान ही हूँ जिसे प्यार का खेल अभी समझ ही नहीं आया इसलिए मैं अभी भी उसका Intezaar ही कर रहा हूं।
एहसास तेरा कुछ यूं होता है,दूर होकर भी हर पल तू मेरेपास होता है,इश्क की ये कैसे शरारतें है, किइन आंखों में सिर्फ तेरा ही इंतजार होता है..!!
आँखें भी मेरी पलकों से सवाल करती है,हर वक़्त आपको ही तो याद करती है,जब तक देख न लें चेहरा आपका,तब तक हर घडी आपका इंतज़ार करती है।
इक रात वो गया था जहाँ बात रोक के,अब तक रुका हुआ हूँ वही रात रोक के,एक उम्र कट गई हैं तेरे इंतजार में,ऐसे भी है कि कट ना सकी जिन से एक रात,
वफ़ा में अब ये हुनर इख्तियार करना है वो सच कहें या न कहें बस ऐतबार करना है ये तुझको जागते रहने का शौक कब से हुआ मुझे तो खैर तेरा इंतजार करना है।
कल की रात उनका एक भी संदेशा ना आया लगा वह सपने सजा के सो गए
उसकी दर्द भरी आँखों ने जहाँ कहा था अलविदा मुझे,वहीं खड़ा है दिल आज भी उसके आने के इंतजार में।
“ यूँ पलके बिछा कर तेरा इंतज़ार करते है,यह वो गुनाह है जो हम बार बार करते है…!!
कभी तो चौंक के देखे कोई हमारी तरफ़,किसी की आँख में हमको भी इंतज़ार दिखे।
खुद हैरान हूँ मैंअपने सब्र का पैमाना देख कर,तूने याद भी ना कियाऔर मैंने इंतज़ार नहीं छोड़ा।
कभी खुशी से खुशी के तरफ नहीं देखा।तेरे जाने के बाद किसी और को नहीं देखा।तेरा इंतजार करना तो है लिजिम।इसलिए कभी हमने घड़ी की तरफ नहीं देखा।
इंतज़ार में गुज़री रातें कैसे भुलाएं,वो लम्हें जब तू आए और सब भूल जाएं।
उदास सी उन आँखों में करार आज देखा हैं आज पहली बार उनको उदास आज देखा हैं. मेरे आने की जिसको खबर ना थी आज उन आँखों में इंतज़ार आज देखा हैं.
पलको से ये आंखे सवाल करती हैं,वक़्त बे वक़्त तुम्हे याद करती हैं.. देख न ले ये आंखे तुम्हे तबतक, ये हर घडी तुम्हारा इंतज़ार करती हैं..
इंतजार कुछ इस हद तक करूंगा मैं तेरा…कि मरने के बाद भी मेरी आंखेंखुली रहेगी… जब तुम मुझे देखोगीतो मुझे इंतजार करता हुआ ही पाओगी!!
कोशिस बहोत कि भूलने की और बदल जाने की मैंनेपर आखिर इंतज़ार कर रहा हूँ कि मेरी मौत आजाये।
तेरे हिज्र के गम में हम यूँ ज़ार ज़ार होते जा रहे हैं,इंतज़ार करते करते ख़ुद इंतज़ार होते जा रहे हैं।
तड़प के देखिये किसी की चाहत में,पता चले थोड़ा इंतज़ार क्या होता है,यूँ मिल जाए अगर कोई बिना तड़पेतो कहाँ पता चलता प्यार क्या होता है?
ज़ख़्म इतने गहरे हैं इज़हार क्या करें,हम खुद निशाना बन गए वार क्या करें,मर गए हम मगर खुली रही ये आँखें,इससे ज्यादा उनका इंतज़ार क्या करें
तेरे इंतजार में जिया, आँखों की नींद सोई,ज़िंदगी के बाज़ार में, खो गया था सब कुछ परोय।
कभी मिलो तो ऐसे ना मिलना कि, तू सामने हो और तेरा इंतज़ार हो।
यह आंखें देख कर हम सारी दुनिया भूल चुके हैं!!बस अब इन्हें पाने की तमन्ना औरइंतजार मैं हर बात भूल चुके हैं!!
फरियाद कर रही है यह तरसी हुई निगाह,देखे हुए किसी को ज़माना गुजर गया।
इंतज़ार के इन लम्हों में, ज़माना ना जीत जाए, इंतज़ार करते-करते कहीं, ज़िन्दगी ना बीत जाए।
“ तेरा दीदार करने की प्यास मेंये आंखें हमेशा नम रहती हैधड़कने भी कहती है यह बार-बार कितेरा इंतजार करते-करतेकहीं हम थम न जाए….!!
रात देर 🌃तक तेरी दहलीज़😊 पर बैठी रहीं 👀आँखें,😁खुद 😌न आना था🤪 तो कोई ख्वाब🤔 ही भेज दिया होता🔥🔥🔥
डर लगता है ये सोचकर कि कहीं वे मिले तो क्या होगा जिनकी इंतज़ार में मैं जिंदा हूं।
तकदीर से यूं ना चले जाए अब तो आ जाइए आपकी जुदाई भी हमें प्यार करती है आपकी यादें भी हमें बेकरार करती है,shayari on intezaar
उस दिन के इंतजार में कभी परेशान मत होइए !!कि आपका प्यार आपको वापस मिलेगा !!मैं आपको बता रहा हूं वह कभी नहीं हो सकता !!
वक़्त की बेबसी में भी ज़िन्दगी ख़ूबसूरत है,इंतज़ार में उनकी मुस्कान बेमिसाल है।
क्यों किसी से इतना प्यार हो जाता है,एक पल का इंतज़ार भी दुश्वार हो जाता है,लगने लगते हैं अपने भी पराये,और एक अजनबी पर ऐतबार हो जाता है..
गैरों से ना कह के सब मुझसे कहती हो !!मुझे अच्छा लगता है जब तुम मेरे साथ रहती हो !!
“ तेरी जुदाई के गम में हमजार जार रोते रहते हैंकि तेरा इंतजार करतेकरते कहीं हम मर ना जाए…!!
मुझे प्यार का Intezar नहीं करना चाहिए था, इसने मुझे केवल दुखी किया, उस प्यार को पाने की लालसा जो मुझे कभी नहीं मिली।
“ सही समय के इंतज़ार में रहती है,फिर भी जाने क्यों येकिसी और को ढूंढती रहती है…!!!
तूने मुझे छोड़ा सच्चे प्यार की तलाश में मैं आज भी वही खड़ा हूँ तुझसे मिलने की आस में।
मुझे इंतज़ार था तेरे हर इकरार का !!पर वो इंतज़ार इंतज़ार रह गया !!
तुम🧐 देखना यह ⏳इंतज़ार रंग लायेगा🔥 ज़रूर,एक 👍रोज़ आँगन में 😁मौसम-ए-बहार🤔 आएगी ज़रूर💯💯💯
वो न आयेगा हमें मालूम था, मगर कुछ सोच कर करते रहे इंतज़ार उसका !
किन लफ्जों में लिखूँ मैं अपने इंतज़ार को तुम्हें, बेजुबां है इश्क़ मेरा ढूंढ़ता है खामोशी से तुझे।
चले भी आओ तुम खुशनुमा मौसम बनाकर आज इंतज़ार तेरा इन आँखों को हद से ज्यादा हैं..
इंतज़ार से बढ़ती जाती है लज्जत ए इश्क़ चाहत जितनी तडपेगी मिलने का मजा उतना आता है
ये ज़ख़्म इतने गहरे हैं कि इज़हार क्या करें,जो खुद निशाना बन गए वो वार क्या करें,हम मर गए मगर खुली रही मेरी आँखें,अब इससे ज्यादा उनका इंतज़ार क्या करें।
तुम एतबार की बात करते हो, हमे तुम्हारे इंतज़ार से भी प्यार है।
भरोसा है तेरे वादे पर की,तू हर हाल में आएगा…चाहे तेरे इंतजार में,यह जिंदगी खत्म क्यों ना हो जाए…लेकिन मुझे है एतबार कि,तू जरूर आएगा..
बात करने के लिए तो बहुत से लोग है हमारे जीवन में !!लेकिन मुझे हर पल तेरे ही मैसेज का इंतज़ार रहता है !!
मैं तेरा इंतज़ार तमाम उम्र तो कर लूँ बस डर है कि, ये उम्र कम न पड़ जाए
एक बार मुड़कर तो देखा होता,आंखें आज भी तेरा इंतज़ार करती है,सुबह शाम हर पहर,खुदा से ये तेरे लिए ही फरियाद करती है।
किन 😏लफ्जों में लिखूँ 😲मैं अपने इन्तजार ⏳को तुम्हें,बेजुबां😏 है इश्क़ मेरा😇 ढूँढता है खामोशी से तुझे🤫🤩🤩
मत इंतजार करवाओ हमसे इतना कि वक़्त के, फैसलो पे तुम्हें भी अफसोस हो जाए, क्या पता तुम बात करने आओ और तब तक, हमारी रुह ही खामोश हो जाए,