Insan Ki Pehchan Shayari In Hindi : आशिक इश्क में सब कुर्बान कर देते है, आँखों से आँसू ने निकले तो भी दर्द को पहचान लेते है. पहचान पाने के खातिर पूरा जीवन लगा दिया, चंद रूपयों के लालच में ईमान को दांव पर लगा दिया.
बदल जाते हैं वो शख्स जिन्हें दुनिया सताती है,कुछ लोग घटिया होते नहीं ये दुनिया उन्हें बनाती है।
“ मुझे मालूम था कि वो रास्तेकभी मेरी मंजिल तक नहीं जाते थे,फिर भी मैं चलता रहा क्यूँ किउस राह में कुछ अपनों के घर भी आते थे….!!
तेरी ईगो तो 2 दिन की कहानी है,लेकिन मेरी अक्कड़ तो खानदानी है.
कमियाँ तो बहुत हैं मुझमेंसाला कोई निकाल के तो देखे.
वो खुद पर इतना गुरूर करते है तो इसमें कोई हैरत की बात नहीं,जिन्हे हम चाहते है वो आम हो भी नहीं सकते.
मिजाज़ में थोड़ी सख़्ती भी होनी चाहिये साहब,लोग पी जाते अगर समन्दर खारा न होता।
चाहे आप गिर जाओ या असफल हो जाओ, चाहे आप हस्ते हो या रोते हो, आप हमेशा पाओगे के आपके पिता ने आप पर विश्वास किया।
बादशाह बनने के लिए लोगोपर राज नहीं दिलों पर राजकरना पड़ता है।
“परिंदो को मिलेगी मंज़िल एक दिन ये फैले हुए उनके पंख बोलते है और वही लोग रहते है खामोश अक्सर ज़माने में जिनके हुनर बोलते है। ”
“इंसान का लिबाज ही महंगा हो गया है आदमी आज भी दो कौड़ी का है।
बुरे वक़्त की ये भी एक निशानी है हर अच्छा इंसान बुरा हो जाता है
घटिया लोगों की गाड़ी घटियापन के पहियों पर ही चलती है,नीयत एक बार को बदल भी जाए पर उनकी फितरत नहीं बदलती है।
बुरे वक़्त में जो लोग अपना हाथ खींच लेते हैं,वही घटिया लोग हमें जीने की सीख देते हैं।
खुद को जान पाना और दुसरो को पहचान पाना बहोत मुश्किल काम है।
सिर्फ जंगल छोड़ा हैशेर तो हम आज भी हैं.
मुझे शौहरत कितनी भी मिले मैं हसरते नहीं रखता, सब भूल जाता हूँ पर दिल में कभी नफरतें नहीं रखता !
इतनी सी बात हवाओं को बताये रखनारौशनी होगी चिरागों को जलाये रखनालहू देकर की है जिसकी हिफाजत हमनेऐसे तिरंगे को हमेशा दिल में बसाये रखना
मेरी छोटी-सी खुशी के लिए जो सबकुछ सह जाते हैं, वह हैं मेरे पापा।
मतलबी लोग सामने तारीफ़,और पीठ पीछे बुराई करते है।
दिल तोड़ के वो चला गया खुद को उसने रोका ही नहीं उसके बाद मेरा होगा क्या उस बेगैरत ने ये सोचा ही नहीं
दिल के हर कोने में है आपके होने का आभास,गालों पर आपके हाथों की वह थपकी,दूर रहकर भी कराती है आपके पास होने का एहसास।
हम ज़िन्दगी में सोचते बहुत है.पर महसूस बहुत कम करते हैं
वो खुश हैं मुझे दर्द में देखकर इसलिए मैं मरहम से दूरी बना रहा हूँ
“लोगों की हरकतों पे नज़र रखना सीखो, शब्दों को शक्कर में घोला जा सकता है कर्मों को नहीं।”
लालच, मतलबी दिमाग़, ओछी सोच इंसान को ,संवेदनहीन बनाने में अपनी सक्रिय भूमिका निभा जाते हैं।
गुजारिश हमारी वह मान न सके,मजबूरी हमारी वह जान न सके,कहते हैं मरने के बाद भी याद रखेंगे,जीते जी जो हमें पहचान न सके.
कितना भी मजबूत हो दिल तोड़ ही देते हैं मन भर जाने पर सब छोड़ ही देते हैं
जैसे जैसे ज़िंदगी में बढ़ते गए,तुझसे भी घटिया लोग मिलते गए।
शरीफ इंसान शराफत की वजह से चुप रह गया,बदमाश ने समझा की उसे जवाब देना नही आता ।
इस गम का कही और बसेरा नहीं था वो मेरा था पर सिर्फ मेरा नहीं था
मुझे मरे हुए लोगों से डर लगता है,इसलिए तुम्हें ज़िंदा छोड़ दिया मैंने।
” कई अच्छी आदतें हैमेरी, जिनकी वजह से मेंअकसर ही मुसीबत में पड़ जाता हूँ…!!
क्या कोई बता सकता है ये इश्क़ में क्यों होता है दिल जिसको अपना कहता है वही बेवफ़ा होता है
"बात अच्छी है तो उसकी हर जगह चर्चा करो,है बुरी तो दिल में रखो फिर उसेअच्छा करो !!"sath dena shayari
दिल-ए-मासुम ऐतबार कर लेता है थोडा प्यार पा कर,तोड देती है दिल मेरा दुनिया मतलब निकाल कर।
बुरा हम किसी को नही कहते लेकिनऔकात हमे सबकी पता है.
गायब हो गया है जो दिखता ही नहीं, ऐसा लगता है जैसे इंसानियत का तो कोई रिश्ता ही नहीं।
इंसान भले ही कोई भी भाषा बोले मगर बस इतना ध्यान रखे की मीठा बोले।
बैठे हो अब किसी और की मोहब्बत बन के अब और किसी का दिल तुमपे आया होगा उससे भी तुमने सारे वादे किये होंगे उसको भी इशारों पे नचाया होगा
आँखों ने आसुओं की बारिश नहीं की दिल से प्यार किया कोई साज़िश नहीं की खतावार नहीं फिर भी माफ़ी मांगते रहा तुमने मुझे समझने की कोशिश नहीं की
प्यार से अपना कह कर मतलब के लिए आती हैअपनों के लिबाज़ में ये दुनिया जख्म दे जाती है।
मेरी जबान के मौसम बदलते रहते हैं, मैं तो आदमी हूँ मेरा ऐतबार मत करना.,
क्या करोगे अब मेरे पास आकर खो दियातुमने मुझे बार बार आजमा कर.
माफ तो कर देता हूं परदोबारा दिल में जगह नहीं देता.
जो लोग अच्छे काम करते हैं वो एक दिन अपनी मंजिल तक पहुंच जाते हैं
आप खुद में एक आग भरोचलो अब जिंदगी की उड़ान भरो !
जेब खाली हो फिर मना करते नहीं देखा, मैंने अपने पिता से अमीर इंसान नहीं देखा
“अपने दोस्ती में दायरा इसलिए बनाया है हमने, ताकि उनके नकली होने का सबूत मिलने पर कोई तकलीफ़ ना हो।”
अब न रिप्लाई चाहिए न ही तेरा साथतू प्लीज अपना ध्यान रख,मुझे नही करनी तुझसे बात।
सच कहा था किसी ने तन्हाई मेंजीना सीख लोमोहब्बत कितनी भी सच्ची होसाथ छोड़ ही जाती है।
अगर तुम्हे सपने सच करने है तो पहलेजागते हुए सपने पे काम करो।
मुझे भी सिखा दो, भूल जाने की फितरत, मैं थक गयी हूँ, तुझे याद करते करते। Mujhe bhi sikha do bhul jane ki fitrat me thak gayi hun tujhe yad karte karte.
जिन दोस्तों के इरादे मतलब भरे होते हैउनकी हर मुलाकातों में मकसद भरे होते है
भले क़दम लड़खड़ा रहे हों पर किसी को गिराता नहीं हूँ,भले ऊंचाई पर नहीं पर नीच नहीं हूँ।
पीठ पीछे कोन क्या बोलताकोई फरक नहीं पड़तासामने किसी का मुंह नहींखुलता बस इतना काफी है।
"हम समझौता चाहते है जब हम गलत होते है,परन्तु हम न्याय चाहते है,जबदुसरे गलत कर रहे होते है !!galti shayari"
लोग भी बडे मतलबी होते है,जब हो जरूरतें तो पास आते है,वर्ना जरूरतें ख़त्म होने पर,आपको छोड़ जाते हैं।
चलो आओ मिल कर सरकार चलाते है,तुम मुझे बुरा कहो में तुम्हे बुरा कहूं।बस ऐसे ही मिलजुल कर मुख्य ,मुद्दों से सबका ध्यान भटकाते है।
“नकली लोगों से बेहतर वो अजनबी होते हैं को थोड़ी देर के लिए ही सही असली मुस्कान छोड़ जाते हैं।”
जब भी किसी की सहायता करो तो उस पर कभी भी अपना अहसान मत जताना, सच कह रहा हूँ इज्जत गिरते ज्यादा वक्त नहीं लगेगा।
” मेरी लड़ाई सिर्फ मुझसे है,अपने आप को हर बेहतर बनाने की…!!
जो पागल हुए थे तेरी सूरत देख कर तेरी नीयत देख कर सब ठीक हो गए
जूता कितना भी ब्रांडेड हो, पहनना तो उसे पैरों में ही पड़ेगा।
घटिया लोग हर किसी जिंदगी में आते है,पर हमेशा अच्छा सबक सिखाके जाते है।
ढूॅढना ही है तो परवाह करने वालों को ढॅूढ़ीये साहेब,इस्तेमाल करने वाले तो ख़द ही आपको ढॅूढ़ लेंगे।
मुझे परवाह नही कल की,में हर दिन को,आखरी समझ के जीता हूँ…Mujhe parwah nahi kal ki,Main har din ko akhirisamajh ke jeeta hoon…
अगर चाहते हो अपनेजीवन में सफलता पाना,दोगले लोगों पर यार तुम,कभी ना विश्वास करना |
तुम सिखाओ अपने दोस्तों को हथियार चलाना,हमारे दोस्त तो पहले से ही बारूद है!
“घटिया झूठ को भी इतनी सचाई के साथ बोलता है जिसे पकड़ पाना हम जैसे भोले लोगों के बस की बात नहीं।
“खुद पर भरोसा करने का हुनर सीख लो, सहारे कितने भी सच्चे हो एक दिन साथ छोड़ ही जाते है।”
ज़िन्दगी एक ऐसी किताब है !जिसके हज़ारो पन्ने अभी तक आपने नहीं पढ़ेहैं
खुद को जीने की तसल्ली, मैं बहाने नहीं देता अब तेरी याद भी आये तो मैं आने नहीं देता