2591+ Insan Ki Pehchan Shayari In Hindi | इंसान की पहचान शायरी

Insan Ki Pehchan Shayari In Hindi , इंसान की पहचान शायरी
Author: Quotes And Status Post Published at: August 9, 2023 Post Updated at: March 24, 2025

Insan Ki Pehchan Shayari In Hindi : आशिक इश्क में सब कुर्बान कर देते है, आँखों से आँसू ने निकले तो भी दर्द को पहचान लेते है. पहचान पाने के खातिर पूरा जीवन लगा दिया, चंद रूपयों के लालच में ईमान को दांव पर लगा दिया.

जूता कितना भी महँगा हो लेकिन वो हमेशा पैरों में ही होता है.

“हौसलें बुलन्द कर के रास्तों पर चल दे।तुझे तेरा मुकाम मिल जयेगा, अकेला तू पहल कर देख तो काफिला खुद ब खुद बन जायेगा।”

उसे मैं सारी उम्र कोसता रहा वो जो मुझे मिलकर भी मिला नहीं

ये बात सच है की हारता वही इंसान हैजो जीवन में कुछ करता नहीं है।

शरीफ तो हम बचपन से थे पर क्या करें,दिल तोड़ना लड़कियों ने सिखायातो हड्डिया तोड़ना यारों ने सिखाया.

“ कोई दूसरा आपकेसाथ हो या ना हो,आप खुद हमेशा अपने साथ रहेंगे…!!

ये सर्द तन्हां रातें याद आये मुलाक़ातें आँखें फिर नम हो जाती होने लगती बरसातें

तेरी मोहब्बत को कभी खेल नहीं समझा हमने,वरना खेल तो इतने खेले कि कभी हारे नहीं।

नसीब वाले है जिनके सर पर पिता का हाथ होता है,ज़िद पूरी हो जाती है सब, अगर पिता का साथ है

सबसे घटिया आदमी वो है जो पहले दोस्त बन के,सारे दिल के भेद जान ले और फिर दुश्मन,,बन कर लोगो मे मजाक बनाता रहे।

अगर फितरत हमारी सहने की नहीं होती तो हिम्मत तुम्हारी कुछ कहने की नहीं होती

क्यूँ गुज़रे वक़्त को , आगे से , जोड़ते हैं हम , सदियों का यहाँ बिखरा , हर पल में , सामान है !

“ खुद को महत्व दीजिएतभी ये दुनिया आपको महत्व देगी…!!

सुबह तारे दिखे मुझको रात में धुप लगती थी वो कैसा इश्क़ था तेरा वो कैसा हाल था मेरा

अच्छा इम्तिहान लेता है ये खुदा दिल भी देता है तो टूटने के लिए

पिता हारकर बाजी हमेशा मुस्कुराया, शतरंज की उस जित को मैं अब समझ पाया

“ खुद को खुद ही जीनासिखाया है मैंने,क्या कहूँ कि कैसे गमोंको गले लगाया है मैंने…!!

“आप जीवन में जितने अच्छे होंगे आपका पाला उतने घटिया लोगो से ज्यादा पड़ेगा।

कोई भी इंसान हो वो हर काम को संभव बना सकता हैबस वह अपने जिद्द पर अड़ा हो।

“ खुद को वक्त दोगे तो खुदसे प्यार हो जायेगा,ख़ुशी का एहसास ही तोजीने का असली मजा लायेगा….!!

जो मजा पापा के कंधों पर झूलने में आता था, वो मजा पार्क के झूलों में कहां है।

हर किसी की नज़र में आपबेदागी नहीं हो सकते,कोशिश कीजिये कि बस खुदकी नज़रों में आप पर दाग ना हो।

फितरत, सोच और हालात का फर्क है वरना, इन्सान कैसा भी हो दिल का बुरा नहीं होता.,

कह दो के तुम मुझसे प्यार नहीं करते वैसे भी तुम कभी इज़हार नहीं करते दिल के बदले तुम हमारी जान मांगते हो इस तरह मोहब्बत में कारोबार नहीं करते

आप का गुस्सा देखा मैंने काश मै समझ जाता,वो गुस्सा नहीं आपका अपनापन है।I Miss U Papa

वापस आ गए है हम, अब भोकाल मचाएंगे,बेटा जितना तूने सोच रखा है ना, उससे भी तबाही मचाएंगे ।

“ मैं हर मुसीबत से लड़ जाता हूँ,इसलिए जीवन मेंआगे बढ़ जाता हूँ….!!

कभी सच्चे इंसान कीबात नहीं मानी जाती..जमाने में हमेशा दोगलेलोगों की ही पूजा होती..|

करीब रहने से नाम बदनाम हैइसलिए अब सबको दूर से ही सलाम है!

जब तक शांत हू शोर कर लो,क्यू की, जब मेरी बारी आयेगीआवाज़ भी नही निकाल पाओगे.

बुरा नहीं था मै साहब बस मेरीअच्छाई किसी को रास नही आयी.

आपके दर्द में सबसे पहले जिसकी आंखों में आंसू बहाते हैं, वह है पिता।

सच बोलने से कुछ हासिल हो या न हो लेकिन झूट बोलने से बहुत कुछ नुक्सान होता है।

जैसे जैसे आप पर बुरा वक्त आने लगेगा,घटिया लोगों का चेहरा आपके सामने आने लगेगा।

अगर कोई आपकी कीमत ना समझे तो निराश मत होना क्योंकि कबाड़ के व्यापारी को कभी भी हीरे की परख नहीं होती ।

जिस दिन लोग कहे बेटा बाप जैसा है, वो मेरी जिंदगी की सबसे बड़ी उपलब्धि होगी। ..!!

दुश्मनी ऐसी करो कि दुनिया देखतीरह जाये, और प्यार ऐसे करो कि दुनियाजलती रह जाये..।।

हम उनकी ही मोहब्बत का इंतज़ार करते है,उनको क्या पता हम उनसे कितना प्यार करते है,

आसमान पे बैठ कर सब देखता है खेल नसीबों का कैसे खेलता है तू भी कर तब पता चलेगा तुझे मोहब्बत के ख़ंजर दिल कैसे झेलता है

हर दर्द की एक पहचान होती है, ख़ुशी चंद लम्हों की मेहमान होती है, वही बदलते है रूख हवाओं का जिनके इरादों में जान होती है.

“एक से बढ़कर एक इम्तेहान बाकी है, जिंदगी की जंग में है ‘हौसला‘ जरुरी, जीतने के लिए सारा जहान बाकी है।”

इज्जत पाने के लिएइज्जत करना पड़ता है.

मैं टूट गया हूँ अपनी क़िस्मत से लड़ते हुए अब जो खुदा की मर्ज़ी वही ठीक है

“ मौत से पहले भीएक और मौत होती है,देखो जरा अपनी मोहब्बत से दूर होकर….!!

हम तो चाहते है लोग हमसे नफरतकरे, वैसे भी मोहब्बत कौन सीसच्ची करते है…!!

अच्छा इंसान कभी भी दूसरों से अपना ताल्लुक अपने स्वार्थ और मतलब के लिए नहीं बनाता

कुछ लोग ऐसे होते हैं की उनको कितनी भी इज़्ज़त दो पर उन्हें वो इज़्ज़त हज़म नहीं होती।

कब तुमको उससे मोहब्बत हुयी कब उसने मुझसे चुराया तुम्हें कब उसने तुमपे ये जादू किया कब उसने अपना बनाया तुम्हें

“एक महान सकारात्मक व्यक्तित्व से ज्यादा आकर्षक कुछ भी नहीं है। इसकी सुंदरता समय के साथ कभी फीकी नहीं पड़ती।” – एडमंड मिबका (Edmond Mbiaka)

“ मैं लोगों से मुलाकातोंके लम्हें याद रखता हूँ,बातें भूल भी जाऊं परलहजे याद रखता हूँ….!!

बोझ कितना भी भारी हो, कभी उफ नहीं करता है पिता, बच्चों की ख्वाहिशों के बोझ से कभी उसका कंधा नहीं झुकता है।

अपनी आज़ादी को हम हरगिज़ मिटा सकते नहींसर कटा सकते हैं लेकिन सर झुका सकते नहीं

बड़ी अजीब सी है शहरों की रौशनी, उजालों के बावजूद चेहरे पहचानना मुश्किल है.

मतलबी लोगों को पहले जो चाँद नजर आता है,मतलब के बाद चाँद मे भी दाग नजर आता है।

अपने आप को आगे रखना मतलबी नहीं है,लेकिन हर समय अपने बारे में ही सोचना मतलबी होना ही है।दोनों के फर्क को समझिए।

वक़्त मौसम और लोग सबकी एक सी फितरत होती है कब कोन कहाँ बदल जाये पता ही नहीं चलता।

पहचान बताना हमारी आदत नहींलोग चेहरा देखकर ही पहचान जाते हैं!

“ खुद के लिए कुछ करनेकी फुर्सत नही मिली,इतने बिजी थे कि पता नहीकब जिंदगी हाथ से निकल गई…!!

हमारी दोस्ती का यही सिला दिया, बुरे वक्त ने दोस्तों से मिला दिया।

मेरी जिंदगी का पहला औरआखिरी सच्चा दोस्त हैं मेरे पापा।

“ अँधेरी रातों में जलता हुआ मशाल हूँ,जो कभी न समझोगे तुम,मैं वो सवाल हूँ….!!

गुजारिश हमारी वह मान न सके, मजबूरी हमारी वह जान न सके, कहते हैं मरने के बाद भी याद रखेंगे, जीते जी जो हमें पहचान न सके.,

जो मेरे में कोई कमी हो तो बता दे, तेरी सोच बदलवा देंगे !!

हर किसी को में खुश रख सकूँ वो सलीका मुझे नही आता जो में नही हूं, वो दिखने का तरीका मुझे नही आता ।

ना ज्यादा ना कम,जैसे आपकी सोच वैसे है हम!

मुझे ख़ास ना बनाओ मुझे आम ही रहने दो, मैं इंसान ही अच्छा हूँ मुझे इंसान ही रहने दो.,

“कभी हमारी नजरो से भी देखो कितने घटिया हो तुम।

दोगलों की बस्ती में अलग अलग डेरे हैं, तेरे मुंह पर तेरे और मेरे मुंह पर मेरे हैं।

मुझे आग भी अपनी लगती है मुझे धुप से भी अब प्यार है मुझे दर्द भी मीठा लगता है अब गम ही मेरा यार है

“बदल जाओ वक्त के साथ, या फिर वक्त बदलना सीखो, मजबूरियों को मत कोसो, हर हाल में चलना सीखो।”

काश पापा मैं कभी बड़ी नहीं होती,तो आज आपकी परी रानी कभी पराई नहीं होती।

फायदा उठाने के लिए इतने भी मतलबी मत बनो,की लोग तुम्हें मतलबी कहने लगें।

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