Insan Ki Pehchan Shayari In Hindi : आशिक इश्क में सब कुर्बान कर देते है, आँखों से आँसू ने निकले तो भी दर्द को पहचान लेते है. पहचान पाने के खातिर पूरा जीवन लगा दिया, चंद रूपयों के लालच में ईमान को दांव पर लगा दिया.
“ चेहरे पर हँसी और दिल में गम,अब कुछ इस तरह से जी रहे है हम….!!
काश चाहने वाले हमेशा चाहने वाले ही रहते पर लोग अक्सर बदल जाते है मोहब्बत हो जाने के बाद
सिर्फ तेरे दीदार के लिये आते हैं तेरी गलियों में,वरना आवारगी के लिये तो पूरा शहर पड़ा है।
“ खुद की पहचान, खुद कोपहचान लेने के बाद ही बनती है…!!
दुनिया बहुत मतलबी है साथ कोई क्यों देगा, मुफ्त का यहा कफन नहीं मिलता, तो बिना गम के प्यार कोन देगा.,
“ गैरों से मोहब्बत करके हैवो परेशान,खुद से इतनी करता तोबन जाता महान इंसान….!!
“इन निगाहों में मन्ज़िले हैं, सामने कठिन रास्ते हैं बहुत, लेकिन मैं हर मुश्किल से उलझ गया, और मैं सबसे आगे निकल गया। ”
"दूसरों की गलतियों से सीखो,अपने ही ऊपर प्रयोग करके सिखने कोतुम्हारी आयु कम पड़ेगी !!burai karne walo ke liye status"
कुछ अलग करना हो तो भीड़ से हट के चलिए, भीड़ साहस तो देती है मगर पहचान छीन लेती है.,
अकसर वही लोग हम पर उँगलीया उठाते हैं, जिनकी मुझसे बात करने की औकात न हैं.,
मंजिल को पाने के लिए अगर कोई भीअपना तन मन धन सब लगा देता हैसच कहता हूं दोस्त कुंडली के सितारे भी अपनी जगह बदल देते हैं |
“ खुद से प्यार करना खुशीका पहला रहस्य है…!!
मतलब नहीं है अब मुझे इस जमाने से,गम भी नहीं किसी अपने के चले जाने से।क्यूंकि,भरोसा नहीं रहा अपनों के प्यार पर,क्यूंकि हस्ते है अपने अपनों की हार पर।
सोच समझकर ऐतबार किया करोहमदर्द को हरामी बनते देर नहीं लगती.
उधर से इधर तक अधर तक हो तुम मगर हिज्र के अब सफर पर हो तुम
बहुत कम मिलते हैं आजकल अच्छे इंसानइनको पाने के बाद कभी ना खोना मेरी जान
“दो मिनट का मौन उन दोस्तों के लिए जिन्हें लगता है उनके धोखे से अनजान हैं हम।”
माफी पर अपनाना सीखो, गलती पर ठुकराना सीखो, जहां पर न हो तुम्हारी जरूरत, वहा से उठकर जाना सीखो !
घटिया लोगों से किसी अच्छे काम की उम्मीद लगाना,अमावस्या के दिन चाँद ढूँढने के बराबर है।
हर वो आवाज दबा दो अपनी मेहनत सेजिसने कहा तुमसे नहीं होगा !
सवाल घमंड़ का नहीं इज्जत का है, कोई लहजा अगर बदले तो हम रास्ता बदल लेते है ।।
हम नही पहचानते उनको,दौलत का घमंड होता जिनको…Hum nhi pahchante unkoDoulat ka ghamand hota jinko…
मैं क्या छिपाऊ उनसे, मेरी हंसी खुशी वो सब जानते है,वो है पापा मेरे जो मुझसे बेहतर मुझे जानते है।
सुन पगलीतू मोहब्बत है मेरी इसलिए दूर है मुझसे,अगर जिद होती तो मेरी बाहों में होती.
मतलबी लोग आपके साथ नहीं,बल्कि आपकी हेसियत के साथ होते हैं।
जब किसी का दिल घर बन जाता है, तो इंसान की कीमत बहुत ज्यादा बढ़ जाता है.,
अच्छा इंसान कभी किसी कोगलत रास्ता नहीं दिखाताएक अच्छे इंसान से बेहतरकोई और बन नहीं पाता
हाथों में कुछ नहीं छाले ही छाले थे और फिर उसने हवा में कांटें उछाले थे वो तो चला गया अपने रंग दिखाकर मेरे दिल के तुकड़े भी उसके हवाले थे
ज़िन्दगी हो या व्हाट्सप्प, देखने वाले तो सिर्फ और सिर्फ स्टेटस देखते है।
विश्वास का गला घोट आज…….में भी मतलबी बनके जी रहा हुइस तुच्छ से स्वार्थ के लिएमतलबी लोगो को अपना अपना कह रहा हूँ।
मेरी जबान के मौसम बदलते रहते हैं, मैं तो आदमी हूँ मेरा ऐतबार मत करना.,
मेरी छोटी सी ख़ुशी के लिए,सब कुछ सहन कर जाते है मेरे पापा..!!
बुरे नहीं हैं हम बस किसीको अच्छे नहीं लगते !
खूबसूरत बहुत है तू लेकिनदिल लगाने के काबिल नही.
“राह संघर्ष की जो चलता है वहीं संसार को बदलता है जिसने रातों में जंग जीती है सूर्य बनकर वही निकलता है।”
हम जो है, खुद हैओर वो भी खुद के दम पर।।Hum jo hain khud hain,Aur wo bhi khud ke dum par….
तुम खुश किस्मत हो जो हम तुमको चाहते हैंवरना हम तो वो है जिनके ख्वाबो में भीलोग इजाजत लेकर आते हैं.
रिश्ते जोड़ते हैं, पैसे टूटाते हैं,इसलिए रिश्तों का हमेशा सम्मान करते रहें।
किसी के पैरों में गिरकर कामयाबी पानेसे बेहतर है अपने पैरों पर चलकरकुछ बनने की ठान लो.
अगर प्यार से कोई फूंक मारे बुझ जायेगे,नफरत से तो बड़े बड़े तूफ़ान बुझ गए मुझे बुझाने में !
वक्त के हाथों हम मजबूर हो गए, पता नही कब अपनों से दूर हो गए।
जो हमारा साथ छोड़ गएवो सब दोगले लोग थे |
ज़िन्दगी जिने का कुछ ऐसा अंदाज रखो, मतलबी दोस्तों को नजर अंदाज़ रखो.,
मैं अपनी एटीट्यूड उसे ही दिखाती हूं जिसे मेरी तमीज समझ नहीं आती ।
पिता ही तो हैं, जिसने उंगली पकड़कर चलना सिखाया और जिंदगी से लड़ना भी सिखाया।
वक्त और हालात इंसान को कुछ भी करने पर मजबूर कर देते है, इसलिए अगर कोई इंसान बदल जाए तो ज्यादा दिल पर मत लेना।
“अपने अंदर से अहंकार को निकाल कर स्वयं को हल्का करें, क्योंकि ऊँचा वही उठता है जो हल्का होता है। ”
जिसको जितना जाना उसको इतना जाना है आना एक मजबूरी थी जाना एक बहाना है
तुझसे मोहब्बत तेरी औकात से ज़्यादा की थी,अब बात नफरत की है तो सोच तेरा क्या होगा।
हमने ज़िन्दगी को बस इतना ही जाना है तकलीफ में अकेले हैं, खुशियों में सारा जमाना है
घटिया सोच वाले पैसे से कितने भी आमिर हो जाये,लेकिन दिल से और दिमाख से हमेशा गरीब ही रहते है।
सिखा दिया है दुनिया ने ये अपनो पर भी शक करना, वरना मेरी फ़ितरत में तो गौरो पर भी भरोसा करना था.,
पैसों को छोड़ रिश्ते बनाते जाओजो मिले उसे अपना बनाते जाओखुशियों से संसार भर जाएगाजो तुम सब खुशियां फैलाते जाओ
जिसने हर दुआ में मेरी कामयाबी मांगी, वह है मेरे पिताजी।
स्कूल का वो बस्ता फिर से थमा दे माँ ये ज़िन्दगी का बोझ अब उठाया नहीं जा रहा
बस हौसला होना चाहिए,जिन्दगी तो कहीं से भी शुरू हो सकतीहै !!
मोहब्ब्त हो या नफरतपूरी शिद्दत से करते हैं!
जूतों की क़ीमत है इंसान से ज्यादा, पैसे की क़ीमत हो गई है भगवान् से ज्यादा।
जंग लगी तलवारो पर अब धार लगानी होगी,कुछ लोग औकात भूल गए अपनीशायद उन्हें याद दिलानी होगी.
हम Attitude उन्हें दिखात हैंजिन्हें तमीज समझ नही आती.
मिल कर सब से रहियेपर दबकर किसी से नहीं !
जिसकी जितनी औकात होती है वोउतने ही बड़े फैसले लेता है,कांग्रेस ने चवन्नी बन्द की थी।
मुझे चाहने वालों कीतादात बढती जा रही है,मुझसे नफरत करने वालों, अपनी दुआओं मे थोड़ा असर लाओ.
छोइए शिकायत शुक्रिया अदा कीजिए, जितना है पास पहले उसका मज़ा लीजिए।
गलत काम का गलत नतीजा शायरी करना है, गलत को गलत कहना है, खुद को साबित करना है।
आग लगा देंगे उस महफिल मेंजहां बगावत हमारे खिलाफ होगी.
अपनी शख्शियत की क्या मिसाल दूँ यारोंना जाने कितने मशहूर हो गयेमुझे बदनाम करते करते.
उसकी चौखट पर मेरी ख्वाहिशें मर गयी और वो पूछ रहे हैं तुम रो क्यों रहे हो
जिनको मेरि कदर नहीं,अब मुझे उनकी फिकर नहीं ।
तेरी रुसवाई से मुझे एक सबक मिला है,दुश्मन भी इतना नहीं करता,तूने दोस्त बनके किया है,
जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, बेटी को समझ में आता है पिता का प्यार,इसलिए समय के साथ पिता के लिए बेटी के दिल में बढ़ता है अनुराग।
तो ऐसे इंसान को भूलकर भी कोई भी पर्सनल बात कभी शेयर ना करे. वरना आपकी बात पुरे सोसाइटी में कब सबको पता चल जायेगा आपको ही पता नहीं चलेगा.