Insan Ki Pehchan Shayari In Hindi : आशिक इश्क में सब कुर्बान कर देते है, आँखों से आँसू ने निकले तो भी दर्द को पहचान लेते है. पहचान पाने के खातिर पूरा जीवन लगा दिया, चंद रूपयों के लालच में ईमान को दांव पर लगा दिया.
सारे जख्म मेरे नाम ही कर दो मुझ पर एक एहसान ही कर दो मेरे तो तुम हो नहीं सकते ऐसा करो मुझे बदनाम ही कर दो
मतलबी लोगो की मीठी बातें ओहये तो सिर्फ एक दिखावा है।चाहे आप भी उन्हें आजमालोआपको भी धोखा मिलेगा ये मेरा दावा है।
पहले पंडित को अपनी राशि दिखाना,बाद में हमे अपनी बदमाशी दिखाना…Pehle pandit ko apni rashi dikhana,Baad mein hame apni badmashi dikhana…
अहंकार पालकर आप कभी भी इज्जत नहीं पा सकते है।
मैं अकेला जरूर हू पर अपनेदिल का बादशाह हू!💯🔥🤞🏻
लोकतंत्र में जनता नेता को जूते मार सकती है, परन्तु लूटने और भ्रष्टाचार का अधिकार नेता को ही है.
मैं हमदर्दी की ख़ैरातों के सिक्के मोड़ देता हूँ, जिस पर बोझ बन जाऊं उसे मैं खुद ही छोड़ देता हूँ
आज खुद को मैं देख कर हैरान हो गया मैं रिश्ते बचाकर भी बदनाम हो गया मेरे अपने छीन लिए अब खुश होगा खुदा मैं खुद ज़ख्म औरों का इलाज हो गया
धूल हालात को हर बार चटाई मैंने, मैं मुक़द्दर तो नहीं रखता पर जिंगर रखता हूं !
“ दुसरो के चक्कर में पड़करक्यों होता है परेशान,खुद को समय देकर क्योंनहीं बनता है महान…!!
जिन्होंने दी कसमें उम्र भर,यारों हमारे साथ कब थे..
“ मैं सुकून की तलाश मेंभटकता रहा सारे जहान में,थक के घर पहुंचा तोमिला सुकून अपने ही मकान में….!!
दर्द मुझे ढूंढ लेता है हर रोज नए बहाने से वो शक्स वाकिफ हैं मेरे हर ठिकाने से
पगली तू क्या तेरी सहेली भी,हमारी फोटो देखकर कंफ्यूज हो जाती है की,पहले लाइक करू या सेव.
उन दुश्मनों से डरने की कोई जरूरत नहीं जो सामने से वार करते हैं,बचना है तो उन मतलबी लोगों से बचो जो आपको गले लगाते हैं।
“ मेरा पसंदीदा एक शख्स है,जिससे मैं हर दिन आईनेके सामने मिलता हूँ…!!
रंगीन ख्वाब ऊंचे शौकआगे जिंदगी पीछे मौत !
"रात भर गहरी नींद आना इतना आसान नहीं,उसके लिए दिनभर ईमानदारी से जीना पड़ता है !!"apni galti quotes
वक्त आने दो साजिश नही,शिकार करेंगे.
शामिल नहीं मेरी फितरत में मेरे सर को झुकना और मुझसे रूठा है इसी बात पर सारा जमाना।
विरासत में दौलत और शोहरत तो मिल जाया करती है, पर पहचान तो इंसान को खुद ही बनानी पड़ती है.,
अगर लंका चाहिएतो रावण तो बनना पडेगा ना.!
कुछ घटिया लोगो ने प्यार को बदनाम कर रखा है ,पवित्रता के बंधनो को तोड़ उसे नीलम कर रखा है ,,खुद के मतलब के लिए उसे सरेआम कर रखा है।
वक़्त और मदद देने का दौर तो गया अब तो लोग बस बद्दुआ और गाली ही दिया करते हैं।
याद रखना मिलने कोतरसा दूंगा.
थोड़ी थोड़ी “गुफ्तगू” करते रहिये सभी दोस्तों से “जाले” लग जाते हैं अक्सर बंद मकानों में।
वो कुछ अपना सा लगा तभी नजदीक आए थे हम वरना आदत नही हमें गैरों से नज़रे मिलाने की
चंद सिक्कों में बिकता है यहाँ इंसान का ज़मीर, कौन कहता है मेरे मुल्क में महंगाई बहुत है.,
किसी के आगे भीख मांगने से अच्छा हैं की आप अपनी मेहनत का खाये और एक इज़्ज़तदार जिंदगी जिए।
शायद इन लोगो की परवरिश ही ऐसी हुई है, तो यदि कोई इंसान आपको गाली देता है तो आप उस इंसान से बात ही मत करो आपको मु भी ख़राब नहीं होगा.
बुरे लोगों के साथ रहकर मेरा भी नाम होने लगा,बहुत शरीफ था पहले अब बदनाम होने लगा।
“ ये मेरा पहला इश्क हैवो भी खुद से…!!!
इन्सान घटिया या चरित्रवान,अपने कपड़ों से नहीं अपने कर्मों से बनता है।
“ ख्वाहिशें कुछ बाकि न बची,इस महफील मेंखुद को तलाशना है…!!
"दुर्जनों के साथ भलाई करना,सज्जनों के साथ बुराई करने के समान है !!"burai par shayari
कामयाबी पाना कोई बड़ी बात नहीं है खुद पर अगर विश्वास हो तो हर मुश्किल आसान है।
शौंक तो पिता की कमाई से पूरे होते हैं,अपनी कमाई से तो बस गुज़ारे होते है..!!
अपनों से होती है नाराजगी साहेब गैरों से क्या गिले-शिकवे
उस पर भरोसा करना हमारी भूल थी,वो तो धोखेबाज और घटिया लोगों में मशहूर थी।
ग़म देकर तुमने खता की,ऐ सनम तुम ये न समझना, तेरा दिया हुआ ग़म भी,हमें दवा ही लगता है।
मतलब से है मित्रता, मतलब से है प्यार,सभी दोगले कर रहे, मतलब का व्यवहार।
हम दुनिया से अलग नहीं, हमारी दुनिया ही अलग है !
“मिले ना मिले यह तो किस्मत की बात है, हम कोशिश ही ना करें ये तो गलत बात है।”
“ तलाश मेरी खत्म होती नहीं,मैं हर रोज खुदमें खुद को ढूंढता हूँ…!!
बड़ी अजीब सी है शहरों की रौशनी, उजालों के बावजूद चेहरे पहचानना मुश्किल है.,
बुरे वक्त के साथ-साथ इंसान सब कुछ भूल जाता है, उसको किसी का ख्याल नही आता है।
जो मांगता हूँ चुपचाप दे दिया कर,ऐ ज़िंदगी तू कभी तो मेरे पिता जैसी बन।
” आदतें कुछ बुरी भी हैमेरी, पर मैं उन बुरी आदतोंका गुलाम नहीं हूँ…!!
“किसी के सामने दिल खोलने से पहले उसकी नब्ज़ चेक कर लेना, आजकल दोस्ती की आड़ में दुश्मनी ज्यादा निभाई जाती है।”
बुरे है हम तभी तो जी रहे हैअच्छे होते दुनिया जीने नहीं देती !
दोगले लोग मतलबी यार मुंह पे आप पीठ पीछे सांप!
खामोशी से खेला गया खेलसबसे ख़तरनाक होता है.
एक बेटा जानता है कि वो बड़ा हो रहा है, क्योंकि अब वो पापा की तरह दिखने लगा है।
छुड़ा के उंगली पापा ने ये सलाह दी, अकेले चला कर बेटे सहारे ठीक नहीं होते
यही एक हुनर उसमे बेशुमार है दिल के बदले दिल लेना तो कारोबार है
तेरे प्यार में दो पल की ज़िन्दगी बहोत है,एक पल की हसी और एक पल की ख़ुशी बहोत है,यह दुनिया मुझे जाने या ना जाने,तेरी आँखे मुझे पहचाने यही बहोत है।
गुलाम बने इस देश को आजाद तुमने कराया हैसुरक्षित जीवन देकर तुमने कर्ज अपना चुकाया हैदिल से तुमको नमन हैं करतेये आजाद वतन जो दिलाया है
याकीन करो या ना करोमगर बात याकीन की हैमेरी जिस्म में मिट्टी सिर्फऔर सिर्फ इस जमीन की है।
हर इंसान को कामयाब होने के लिए,एक जूनून की जरुरत होती है।
बड़ी अजीब मुसीबत हैं जनाब, किसी बात का मतलब कोई नहीं समझता और मतलब की बात सब समझ जाते हैं।
मैं वो खेल नहीं खेलता जिसमे जीतना फिक्स हो,क्युकी जीतने का मज़ा तभी है जब हारने का रिस्क हो.
बस दीवानगी की खातिर तेरी गली मे आते हैं,वरना आवारगी के लिए तो सारा शहर पड़ा है.
“ये कह के दिल ने मेरे हौसले बढाये हैं गमों की धूप के आगे ख़ुशी के सायें हैं।”
उस शख्स का ग़म भी कोई सोचे, जिसे रोता हुआ ना देखा हो किसी ने। Uss Shakhs Ka Gham Bhi Koyi Soche,Jise Rota Hua Na Dekha Ho Kisi Ne.
जिनकी नज़रों में हम अच्छे नही,वो अपनी आँखो का इलाज करवाये.
मिट जाए तो फिर मिटने दे सब ज़ख्म मेरे दिखने दे मैं एक टूटा शायर हूँ मुझे गम मेरे लिखने दे
उन्हें मुझसे शिकायत है मुझे उनसे शिकायत है शिकायत ही शिकायत में के हम बर्बाद बैठे हैं
पिता वह इंसान होता है, जो बच्चे को गिरकर उठना सिखाता है।
मुश्किल ही नहीं नामुमकिन सी बात है जो मेरा था किसी और के साथ है चेहरे ही नहीं ये दिल भी उदास है बेवफाई का ये पहला एहसास है
जिसकी इज़्ज़त समाज में सबसे ज्यादा होती हैं, लोग उसी की बात को ज्यादा मानते हैं।
इंसान को सच सुनने से ज्यादा झूट पर यकीन हो जाता है।
“ कुछ यूँ बीती सन्नाटों में रात मेरी,मैं ही बैठ कर सुनता रहा बात मेरी….!!