Insan Ki Pehchan Shayari In Hindi : आशिक इश्क में सब कुर्बान कर देते है, आँखों से आँसू ने निकले तो भी दर्द को पहचान लेते है. पहचान पाने के खातिर पूरा जीवन लगा दिया, चंद रूपयों के लालच में ईमान को दांव पर लगा दिया.
बहुत मुस्कुराते हैं वो लोग साहेब जो अंदर से टूटे होते हैं
ज़रा जाने से पहले ये तो बताते जाओमोहब्बत करने से पहले मैं कैसा था?
माना कि तेरी नजर में कुछ नहीं हूं मैं मेरी कदर उनसे पूछ जिनको पलट कर नहीं देखा मैंने सिर्फ तेरे लिए.
हसरतें कुछ और है,वक्त की इल्तिजा कुछ और है,कौन जी सका है जिंदगी अपने मुताबिक?दिल चाहता कुछ और है, होता कुछ और है.
“ जो खुद को समय देना भुल जाते है,वही अक्सर ओंधे मुंह गिर जाते है…!!
जीत हासिल करनी हो तो काबिलियतबढाओ किस्मत की रोटी तो कुत्तों को भीनसीब हो जाती है.. ।।
सिर्फ लिबाज़ ही महँगा हुआ है,जनाब, आदमी आज भी दो कौड़ी का है।
बदलते है रिश्ते हर रोज यहाँ सरेआम, यहाँ हर रोज बदल जाती है इंसान की पहचान.
मतलबी लडकी से अच्छी तो मेरी सिगरेट हे यारो,जो मेरे होठ से अपनी जिंदगी शुरू करती हे,,ओर मेरे कदमो के नीचे अपना दम तोड देती हे !
सुन बेटा जितना उड़ना है उड़,पर अपनी औकात मत भूल.
“ खुद की अच्छाई के पीछेमुसीबतों से घिर जाता हूँइन अच्छी आदतों सेकभी-कभी ठगा भी जाता हूँ…!!
बहुत से आए थे हमें गिराने,कुछ ना कर पाए बीत गए ज़माने.
“फ़िक्र करता है क्यों, से होता है क्या, रख भगवान पे भरोसा देख फिर होता है क्या। ”
"बुराई इसलिए नहीं पनपती की बुराई करने वाले लोग बढ़ गए है,बल्कि इसलिए बढती है क्यूंकि गलत सहन करने वाले लोग बढ़ गए है !!"me galat hu shayari
कभी गुस्सा, तो कभी प्यार, यही है पापा के प्यार की पहचान।
तुम्हारे अपनो में हमारेचाहने वाले बहुत हैं.
“ अब ज्यादा तुझमे नहीं रहता,मैं खुद को हि खुद मेंशामिल रखता हूँ अब…!!
इंसान की फितरत है वो किसी भी चीज़ की कदर सिर्फ दो बार करता है एक मिलने से पहले और दूसरी खो देने के बढ़।
तेरे होने ना होने का ग़म तो नहीं,पर तेरी हरकतें आज भी effect कर जाती हैं:!?
कैसे हो पाएगी अच्छे इंसान की पहचान, जब दोनों ही नकली हो गये है आँसू और मुस्कान.,
मै किसी को समझ में आ जाऊंइतनी अभी समझ किसी में नही.
हर बार गिरने से पहले जो मुझे थाम लेते हैं, वो हैं मेरे पापा।
बदले नही हैं बस संभल गए हैंसोच वही है बस वसूल नए हैं.
फिरसे आयेंगे मैफिल मे वही अंदाजहोगा और वही दौर होगा.!!
बेटियां सबके नसीब में कहां होती हैं,वह वहीं होती हैं, जहा खुदा का घर होता है।
न जाने बेटी की खुशी के लिए कितने सामानों को जोड़ते हैं पिता,बेटी को सुखी करने के लिए न जाने कितने चक्रव्यूहों को तोड़ने हैं पिता।
आप बस इंसानियत के नाते सभी का भला कीजिए, भगवान् आपके साथ कभी बुरा नहीं होने देगा।
वो पसंद ही क्या जिसको पसंद आने के लिए, खुद को बदलना पड़े।
“ प्यार करना सीखिए फिर वो,खुद से ही क्यों न हो आजकल,नफरत तो हर कोई करता है…!!
“कुछ लोगों की हरकतें उनकी असलियत दिखाती है, उन हरकतों को नजरंदाज मत करना नहीं तो पछताओगे।”
जो होते हैं अच्छे इंसानवो अपनों के लिएकुर्बान कर देते हैं अपनी जानजो सबकुछ जानकर भी अंजान है,उसे सच्चे प्यार की नही पहचान है.
“जो मुस्कुरा रहा है, उसे दर्द ने पाला होगा, जो चल रहा है उसके पाँव में ज़रूर छाला होगा,
“अब हवाएँ ही करेंगी रौशनी का फ़ैसला, जिस दिए में जान होगी वो दिया रह जाएगा।”
काम करो ऐसा कि पहचान बन जाए, हर कदम ऐसा चलो कि निशान बन जाए, यहाँ जिन्दगी तो सभी काट लेते है जिन्दगी जियो ऐसे कि मिसाल बन जाए.
कामयाबी का इंतजार है जनाब, जवाब भी देंगे और हिसाब भी करेंगे !
जिंदगी में आये हो तो हर चीज करना, पर भूलकर भी कभी अपनी इज़्ज़त मत गवाना।
हर इंसान को महँ बनना है मगर कोई इंसान नज़र नहीं आता जिसे इंसान बनना है।
लफ़्ज मेरी पहचान बने तो बेहतर है, चेहरे का क्या वो तो साथ चला जाएगा.
पहचान तब तक नहीं होती,जब तक कोई नुकसान नहीं होता।घटिया इन्सान का अपना,कोई दीन-ओ-ईमान नहीं होता।
मतलबी दोस्तों की यहीं कहानी है,चापलूसी करना उनकी निशानी है।
उस मुकाम में मेरा चिराग जलता है जहां पहुंचने में हवाओ का भी दम निकलता है ।
“ लोग अक्सर पूछते हैंमेरी खुशियों का राज,अब इनको अपना हीनाम कैसे बताऊं…!!
दुसरों की शर्तों पर सुल्तान बनने से, कई गुणा ज्यादा बेहतर है, अपनी ही मौज का फकीर बने रहना।
मिल जाए फिर कोई बहाना मुश्किल है मेरा उसकी गली में आना मुश्किल है भूला हूँ कुछ इस क़दर मैं उसको अब तो उसकी याद भी आना मुश्किल है
अपने गम भूलकर जो दूसरों को हंसा सके उससे अच्छा इंसान भला और कौन होगा।
लक तो हर किसी का है, लेकिन हमेपाने के लिए, गुड लक चाहिए.
दूसरो को प्रोत्साहन देकर आप इज्जत के हक़दार जरूर बन सकते हैं।
मरने की बात पे जो हाथ रखते थे होंठों पर वो अब बद्दुआ देते हैं के खुश ना रहोगे तुम
बुरा वक़्त इंसान की अच्छे का इम्तेहान होता है।
जिस शख्स ने मेरी जिंदगी में रंग भरने के लिए अपने जिंदगी को बेरंग किया है, वह है मेरे पापाजी।
“ किसी ने कहाँ मुझे हिन्दू, किसी ने कहा मैं मुसलमान हूँमैं कहा मत बाँट मुझे मैं तेरा हिन्दुस्तान हूँ….!!
मोहब्बत थी मगर एक तरफ़ा थी अब ना एक भी आस बची है मर गए सारे जज़्बात दिल के दिल में अब बस सीने में राख बची है
अच्छों के लिए अच्छा बुरों के लिए ढीट भी हूँ मैं,इन मतलबी घटिया लोगों से तो ठीक ही हूँ मैं।
“जिसे सच बोलने की आदत नहीं, उसे जीवन की सच्चाई समझाने की कोशिश करते हुए अपना समय न गंवाएं ।”
ठहराव न हो जिस रिश्ते में, वहां आपका ठहरना ही सही होगा।
दूसरो के साथ बुरा व्यव्हार कर के आप कभी भी इज्जत पाने के हक़दार नहीं बन सकते हैं।
मुझे मेरे पर ऊँगली उठाने वाले लोग अच्छे लगते है,क्यूँ की वो खुद का कम और मेरा ज्यादा सोचते है !
कुछ यूँ हुआ कि जब भी जरुरत पड़ी,हर शख्स इतेफाक से मजबूर हो गया,
जिंदगी जिन्हें खुशी नहीं देती,उन्हें तजुर्बा जरूर दे देती है.
गुज़रे हैं ऐसे हालात से,जहाँ आकर सभी गुज़र जाते हैं,जो अपने दर्द को ही दवा बना ले,उसपर किया गया हर वार बेअसर जाते हैं।
पापा आप मेरा वो गुरुर है, जो कोई भी कभी भी नहीं तोड़ सकता
मनुष्य के अनेकों महत्वकांक्षाएं होती हैंपर त्याग और बलिदान ही व्यक्ति को श्रेष्ठ बनाती है
यदि आप अपने व्यक्तित्व का निर्माण करना चाहते हो तो कुछ भी अलग ना करो। बस एक इंसान की तरह व्यवहार करो। – मोहम्मद ऋषद सखी (Mohammad Rishad Sakhi)
“जिन्दगी की राहों में अंधेरा बहुत है,ये कभी मत कहना राहों को रौशन करना है अगर, तो दिल में सदा उम्मीद की लौ जलाये रखना।”
“खुद को चमकाने की जरूरत नहीं पड़ती, जो सच है वह स्वयं ही चमकता है।”
हक़ से अगर दो तो नफ़रत भी क़ुबूल है हमें,ख़ैरात में तो हम तेरी मोहब्बत भी न लें।
“तुम्हारे दिखावे का नाटक कितना भी दमदार क्यों ना हो तुम्हारी सोच की बदबू असलियत बता देती है।”
"कभी सोचा है आपनेदिल अगर बेनकाब होतेतो न जाने कितने फसाद होते !!sath dena shayari"
जब काटने वाले भी चाटने लगेंतो समझो वक्त तुम्हारा है.
मेरा भारत महान।कुछ हाथ से मेरे निकल गया,वो पलक झपक के छिप गया,फिर लाश बिछ गयी लाखों की,सब पलक झपक के बदल गया।जब रिश्ते राख में बदल गए,
झुकने का हुनर भी बहुत है मुझमें, पर हर चौखट पर सजदा करूं ये गवारा नहीं।
बाजार में सब कुछ मिलता है,बस माँ बाप का प्यार नहीं मिलता..!!