Grandfather Shayari In Hindi : दादा-दादी का तजुर्बा बच्चों को बचपन में मासूम भी बनाए रखता है, और समझदार भी बना देता है। थोड़ा वक़्त बचा लिया कीजिए अपने दादा-दादी के लिए, क्यूंकि उनके पास अब ज्यादा वक़्त बचा नहीं है।
आपके बिना यह जिंदगी अधुरी सी लगती है,चलती फिरती जिंदगी मानों थम सी गई है,पुण्यतिथि पर आपको भावपूर्ण श्रद्धांजलि।
अगर एक माँ-बाप अपने माँ-बाप की फ़िक्र करना नहीं जानते तो उनका बच्चा भी आगे चलकर अपने माँ-बाप की कदर करना भूल जाएगा।
दादा जी की आस्तीन में छिपी हुई मस्ती एक अद्वितीय खामियों से भरी होती है। GANGA QUOTES
दादा-दादी का तजुर्बा,बच्चों को बचपन में मासूम भी बनाए रखता है,और समझदार भी बना देता है !!
दादाजी कमी आपकी खलती है मुझे, आपकी याद में दिल तड़पता है बस यूँ ही दिल में आपकी यादें समेटे, मेरा वक्त गुजरता है
दादा-दादी का तजुर्बा बच्चों को बचपन में मासूम भी बनाए रखता है, और समझदार भी बना देता है।
बचपन में सपने बुनना दादी माँ ही सिखाती है !!गुड़िया को परी और गुड्डा को राजकुमार बताती है !!
दादा और दादी से जिद करके !!कोई बात मनवाने का मजा ही कुछ और है !!
माँ-बाप का तो सर पर बस हाथ काफी होता है पर दादा-दादी की तो सिर्फ दुआ ही काफी होती है।
काश ये जिंदगी मुझे कुछ पलो के लिए पीछे लौटा दे, मुझे मेरी दादी माँ के करीब पंहुचा दे।
आपके चले जाने से कुछ भी अच्छा नहीं लगता, हमारा घर आपके बिना अधूरा सा लगता है, हम सभी आपको बहुत याद करते है दादा जी।
आम्हा मित्रांना सोडून गेलास, पण तू कायमचा आमच्या स्मृतित राहिलास आठवण येती तुझी आजपण, राहवत नाही तुझ्याशिवाय. 💐भावपूर्ण श्रद्धांजली मित्रा.💐
आपने मुझे अपने कंधों पर खिलाया है, आज आपके जन्मदिन का अवसर आया है, खुशनसीब हूं मैं जो इस दुनिया का सबसे अच्छा दादाजी पाया है। Happy Birthday Grandpa!
मायाळू, प्रेमळ नसलात तरी कधीही आम्हाला वाईट मार्गावर जाऊ दिले नाही… आता अचानक सोडून गेल्यावर मला अजिबात करमत नाही.
असा जन्म लाभावा देहाचा चंदन व्हावा । गंध संपला तरी सुगंध दरवळत राहावा । 💐|| भावपूर्ण श्रद्धांजली ||💐
दादाजी कितना प्यार करते,ये हमसे बयां नहीं होता, बचपन में साया हो इनका,वो बचपन तनहा नहीं रोता।
नाना-नानी को खुश देखकरमैं बड़ा ही खुश हो जाता हूँ,क्या-क्या शैतानियाँ की मैंनेनाना को अकेले में बताता हूँ.
खुशियों की लहर वो मेरे घर लाता है, हर गम में वो साथ निभाने के लिए आता है, मुसीबत आने पर वो ढाल बन जाता है, दादा जी होने का फर्ज बखूबी निभाता है।
बहुत दिल दुखता होगा ज़रूर उस बुजुर्ग का जिसने पूरी दुनिया देख ली पर फिर भी उसका पोता कहता है आपको कुछ नहीं पता।
मेरे गिरने पर जो मुझे हर बार संभाल लेते हैं, वो सिर्फ मेरे दादू हैं।
सभी में अव्वल दादा जी का रिश्ता होता है, क्योंकि यही सभी रिश्तों की जड़ होता है।
मुझे घर से जोड़े रखने वाली डोर दादा जी हैं।
हमें सुबह-सुबह उठाकर जिसने सूरज को उगता देखना हमारी भी पसंद बना दिया, वो मेरे दादा जी हैं।
मेरे जीवन में कोई सबसे मजबूत इंसान है, तो वो आप हो, मेरे बाप के भी आप बाप हो।
दादा हमेशा प्यार करने वाले और घाव को भरने व मरहम लगाने वाले होते हैं।
खुद को बहुत खुशनसीब समझना, क्योंकि हर किसी को दादा जी नसीब नहीं होते।
कुछ रिश्ते अनमोल होते हैं और उनमें सबसे पहले आपके रिश्ते का नाम आता है, मेरे प्रिय दादा जी।
हर बेटा अपने बाप से एक समय आने पर दुश्मनी कर लेता है, लेकिन हमेशा अपने दादाजी का दोस्त बनकर रहता है।
दादा जी की मोहब्बत और आशीर्वाद से भरी झोली कभी खत्म नहीं होती।
“दुनिया में ऐसे कोई दादा नहीं हैं, जो अपने पोते-पोती को प्यार-दुलार न करे।” – विक्टर हुगो
कभी न छोड़े जो मेरा हाथ, बस चलता रहे मेरे साथ। ज्ञान का दीपक जलाए, हर रोज नया पाठ पढ़ाए। वो हैं मेरे दादू साहब!
निस्वार्थ प्यार से भरा रिश्ता मां और दादा का ही होता है।
जब भी जीवन में मिले आशीर्वाद के बारे में सोचा, सबसे पहला नाम जुबां पर आपका ही दादू है आया।
चांदी जैसे बाल और सोने जैसे दिल वाले इंसान को ही दादा जी कहते हैं।
मेरे बचपन को किसी ने सबसे ज्यादा यादगार बनाया है, तो वो मेरे प्यारे दादा हैं।
भले ही कामयाबी की सीढ़ी कितनी ही दूर क्यों न हो, लेकिन दादा जी का प्यार हमेशा साथ होता है।
हर परेशानी में राह दिखाने वाले और मकान को घर बनाने वाले को ही दादा कहते हैं।
भले ही दुनियाभर के रिश्तों में उलझकर रहो, लेकिन दादा जी का हाल जानना मत भूलो।
चाहें जीवन में सफलता मिले या विफलता, दादा का प्यार कभी कम नहीं होता।
मन में मायूसी होने पर भी, जो हंसते हुए दिल से दुआ दे, वो शख्स बूढ़ा दादा होता है।
कभी जिसने रुकना, झुकना, मुड़ना, टूटना और रोना नहीं सिखाया, वो ही हर बच्चे का दादा है कहलाया।
खुशी कुछ है, तो वो है दादी जी की प्यार की झप्पी।
सबसे ज्यादा प्रेरणा और हिम्मत देने वाले इंसान को दादा जी कहते हैं।
मेरे दुखों को जादूगर की तरह दूर करने वाले सिर्फ मेरे दादा हैं।
हर मुसीबत में जो साथ निभाए, वही फरिश्ता दादा कहलाए।
घर में दादजी का होना किसी वरदान से कम नहीं है।
दादा जी ने जीवन में कई महान काम किए हैं, लेकिन उन्हें अपने परिवार पर सबसे ज्यादा गर्व है।
“मेरे दादा जी ने हमेशा बताया है कि जिंदगी जीना, झाड़ियों से शहद को निकालकर खाने जैसा है।” – लुइस एडमिक
दादा सिर्फ घर के बड़े नहीं, बल्कि बच्चों के दोस्त भी होते हैं।