2258+ Girlfriend Ki Tareef Wali Shayari In Hindi | Girlfriend ki Tarif Status

Girlfriend Ki Tareef Wali Shayari In Hindi , Girlfriend ki Tarif Status
Author: Quotes And Status Post Published at: August 2, 2023 Post Updated at: September 21, 2024

Girlfriend Ki Tareef Wali Shayari In Hindi : तुम हक़ीकत नहीं हो हसरत हो, जो मिले ख़्वाब में वही दौलत हो, किस लिए देखती हो आईना,तुम तो खुदा से भी ज्यादा खूबसूरत हो। ये आईने ना दे सकेंगे तुझे तेरे हुस्न की खबर,कभी मेरी आँखों से आकर पूछो के कितनी हसीन हों तुम.

मन में आप के हर बात रहेगी,बस्ती छोटी है मगर आबाद रहीगी।चाहे हम भूले ज़माने को,मगर आपकी ये प्यारी सी हांसी हमेश याद रहेगी।

वो मुझसे रोज़ कहती थी मुझे तुम चाँद ला कर दो,उसे एक आईना दे कर अकेला छोड़ आया हूँ।

चेहरे से पर्दा हटा तो,खूबसूरती बेनकाब हो गई,उनसे मिली नजर तो,दिल बेकरार हो गया।

इस डर से कभी गौर से देखा नहीं तुझको​,​ ​​कहते हैं कि लग जाती है अपनों की नज़र भी​।

हुस्न दिखकर कर भला कब हुई मोहब्बत,वो तो काजल लगाकर हमारी जान ले गई।

ऐसा ना हो तुझको भी दीवाना बना डाले,तन्हाई में खुद अपनी तस्वीर न देखा कर।

उनकी तारीफें सुनकर ये सितारे भी जलने लगे, जब नहीं कर पाए उनके हुस्न का मुकाबला तो टूटकर बिखरने लगे।

कैसा संगदिल है सनम मेरा,#प्यार सीखा कर वो जुदाई मांगते है।

तेरे हुस्न का दीवाना तो हर कोई होगा, लेकिन मेरे जैसी दीवानगी हर किसी में नहीं होगी !

उन्हें हर कोई देख रहा था महफिल मे सरेआम…! उनकी एक नज़र हम पर क्या पड़ी हम तो मशहूर हो गए…!!

हुस्न यूँ इश्क़ से नाराज़ है अब। फूल ख़ुश्बू से ख़फ़ा हो जैसे।।

आरजू नहीं के ग़म का तूफान टल जाये,#फ़िक्र तो ये है तेरा दिल न बदल जाये,#भुलाना हो अगर मुझको तो एक एहसान करना,#दर्द इतना देना कि मेरी जान निकल जाये।

हम दोनों की दोस्ती चलेगी सालों साल, एक दिन हमारी दोस्ती सबके सामने बनेगी मिसाल।

बहुत तमन्ना थी, प्यार में आशियाना बनाने की,बना चुके तो लग गयी नज़र ज़म्माने की।

मेरे कलम शब्दों में कहां बांध पाएंगे उसकी खूबसूरती को, जब भी पन्नों पर स्याही बिखरती है उसका नाम ही लिख पाते हैं।

तुम्हारी तारीफ किये बिना मै रुक नहीं पता. तुम्हारे हुस्न के चर्चे महफ़िल में करता जाता.

मासूम सी सूरत तेरी दिल में उतर जाती है, भूल जाऊं कैसे मैं तुझे, तू मुझे हर जगह नजर आती है.

फूलों ने अमृत का जाम भेजा है, सूरज ने गगन से सलाम भेजा है, मुबारक हो आपको नया जन्मदिन, तहे-दिल  से हमने ये पैगाम भेजा है…

इस सादगी पे कौन न मर जाए ऐ ख़ुदा,लड़ते हैं और हाथ में तलवार भी नहीं..!!

शोख़ी से ठहरती नहीं क़ातिल की नज़र आज,ये बर्क़-ए-बला देखिए गिरती है किधर आज।

ये बेपनाह हुस्न यूँ सादगी से शरमायें, चिराग बुझा दो कही आन न लग जायें.

तुझे पलकों पर बिठाने को जी चाहता है, तेरी बाहों से लिपटने को जी चाहता है, खूबसूरती की इंतेहा है तू तुझे ज़िन्दगी में बसाने को जी चाहता है

लगता है कि खुदा ने तुम्हें बड़ी खूबसूरती से बनाया है,फूल, खुशबू, झील ये चांद इन सब का अक्स तुझमें समाया है।

तू भी मेरे दिल के Library की वो डायरी है, जिसे हम पढ़ना कम और देखना, ज्यादा पसंद करता है ।

यूं तो दुनिया में देखने लायक बहुत कुछ है,पर पता नहीं क्योंये आंखे सिर्फ तुम्हारी आंखों पर आकर ही रुक जाती है।

मैं इतनी अच्छी भी नहीं जितनी तुम तारीफकर जाते हो, कही किसी और के हिस्से कीतारीफ चुरा के तो नहीं लाते हो.

न देखना कभी आईना भूल कर देखोतुम्हारे हुस्न का पैदा जवाब कर देगा।

क्या हुस्न था कि आँख से देखा हजार बार,फिर भी नजर को हसरत-ए-दीदार रह गयी।

हुस्न वालों को संवरने की क्या जरूरत है,वो तो सादगी में भी क़यामत की अदा रखते हैं।

सौ बार जिस को देख के हैरान हो चुकेजी चाहता है फिर उसे इक बार देखना

मुलकत तो आज भी हो जाती है तुमसेमेरे सपने किसी के मोहताज नहीं हैMulakaat To Aaj Bhi Ho Jaati Hai TumseMere Sapne Kisi Ke Mohtaaj Nahi Hai

ढाया है खुदा ने ज़ुल्म हम दोनों पर,तुम्हें हुस्न देकर मुझे इश्क़ देकर।

आएंगे हम याद तुम्हें उस पल फिर से , जब तुम्हारी अपने फैसले तुम्हें सताने लगेंगे ।

तेरे हुस्न पर तारीफ भरी किताब लिख देता,काश के तेरी वफ़ा तेरे हुस्न के बराबर होती।

कुछ अपना अंदाज हैं कुछ मौसम रंगीन हैं,तारीफ करूँ या चुप रहूँ जुर्म दोनो ही संगीन हैं।

हमे तुमसे लव 💓 है ,please रिफ्यूज 😜 ना करना ….ये zero वॉट का बल्ब 💡 हैइसे फ्यूज ना करना … ।। 😂😂

वो जब भी लब खोलते हैं लफ्ज फूल बन बरसते हैं।

ये आईने क्या दे सकेंगे तुम्हें,तुम्हारी शख्सियत की खबर,कभी हमारी आँखो से आकर पूछोकितने लाजवाब हो तुम..!!

खुदा दिल भी सबको देता है, प्यार भी सबको देता है दिल में बसने वाला भी सबको देता है मगर दिल को समझने वाला सिर्फ नसीब वालों को ही मिलता है ।

क्युकी में तुम्हे वैसे ही पसंद किया है जैसे तुम होकल तुम्हारा तारीफ करना अच्छा लगता था तोहआज दूर रहना,रुक जाना यह भी सही है।

सौ बार जिस को देख के हैरान हो चुकेजी चाहता है फिर उसे इक बार देखना

कितनी खूबसूरत हैं आँखें तुम्हारी,बना दीजिये इनको किस्मत हमारी,ज़िंदगी में हमें और क्या चाहिए,अगर मिल जाए मोहब्बत तुम्हारी..!!

वो शमा की महफ़िल ही क्या,जिसमे दिल खाक ना हो…..! मज़ा तो तब है,चाहत का जब दिल तो जले,पर राख ना हो….!!

अल्फाज खुशी दे रहे थे मुझे औरवो मेरे इश्क की तारीफ कर रही थी..!

मेरे लफ़्ज़ों में क्या है!! तरह-तरह से एक बस तुम्हारा ज़िक़्र!!!

बेहतर हैं उन रिश्तों का टूट जाना,जिस रिश्ते की वजह से आप टूट रहे हैं..Behtar hain un rishto ka tut jana,Jis rishte ki wajah se aap tut rahe hain..

तक़दीर से तब हमे हिस्सा मिलता है !!प्यार भरा कोई जब रिश्ता मिलता है !!रोशन हो जाती है सारी दुनिआ !!जब रिश्तों में आप जैसा फ़रिश्ता मिलता है !!

मुस्कुराना हर किसी के बस का नहींमुस्कुरा वही सकता है जो दिल का अमीर हो

तारीफ़ अपने आप की करना फ़िज़ूल हैखुशबू बता देती है कि कौन सा फूल है

तेरी जुल्फों की घाटों का मुंतजिर हुआ जाता हूं,अब ये आलम है की,,बारिश भी सुखी सी लगती है।

आंखें रो परी उनका न पैगाम आया,चले गए हम अकेले चोरकर ये कैसा मुकाम आया।मेरी तन्हाई हस्ती है मुजपर या कहती है,मेरे सिवा तेरे काम को आया।

एक तो ये हुस्न ऊपर से आपकी अदाएं, कत्ले आम हो गया जो वो देख कर मुस्कुराए।

मेरी आँखों में थी हादसे ज्यादा बेशुमार हैतेरा ही इश्क़ तेरा ही दर्द तेरा ही इंतज़ार है

इस प्यार का अंदाज़ कुछ ऐसा है,क्या बताये ये राज़ कैसा है।कौन कहता है कि आप चाँद जैसे हो,सच तो ये है कि खुद चाँद आप जैसा है।

रोज एक तजा शेर कहाँ तक लिखूंतुझमे तो रोज एक नई बात हुआ करती है

खूबसूरती तो समय के साथ खत्म हो जाती हैं,पर सच्चा प्यार ज़िन्दगी भर साथ रहता हैं।

क्या हुस्न था कि आँख से देखा हजार बार,फिर भी नजर को हसरत-ए-दीदार रह गयी।

जो कागज पर लिख दू तारीफ तुम्हारी तो श्याही भी तेरे हुस्न की गुलाम हो जाये

हुस्न वालों को संवरने की क्या जरूरत है, वो तो सादगी में भी क़यामत की अदा रखते हैं।

ख्व़ाब बनकर तेरी आँखों में समाना है, दवा बनकर तेरे हर दर्द को मिटाना है, हासिल है मुझे जमाने भर की खुशियाँ मेरी हर ख़ुशी को बस तुझ पर लूटाना है.

तू जहा है वही सवेरा है तू जहा नहीं वहा अंधेरा हैतू मान या ना मान  सबसे खूबसूरत चेहरा तेरा है।

जानते है सब फिर भी अंजान बनते है, इस तरह वो हमें परेशान करते है, पूछते है हमसे की तुम्हे क्या पसंद है, खुद जवाब होकर ये सवाल करते है

जंगली जड़ी बूटी सी मैं दोस्तोंकिसी को जहर, किसी को दवा सी लगती हूं

क्या कशिश हुस्न-ए-बे-पनाह में है जो क़दम है उसी की राह में है

हर बार हम पर इल्जाम लगा देते हो मुहब्बत का, कभी खुद से भी पूंछा है इतनी खूबसूरत क्यों हो!

बहुत सादे से थे हम अब तलक,तुमने छूकर खूबसूरत कर दिया।

सूरत की नहीं सीरत की बात करते है, इश्क़ करने वाले सिर्फ बिछड़ने से डरते है.

इज़्ज़त और तारीफ मांगी नहीं जाती कमाई जाती है..!!

ये इश्क़ बनाने वाले की मैं तारीफ करता हूं,मौत भी हो जाती है और क़ातिल भी पकड़ा नही जाता।

तारीफ करूं तो किसकी करूं उनके सुर्ख लबों की करूं या फिर नशीली आंखों कि सब एक से बढ़ के एक हैं !

तुम्हारे गालों पर एक तिल का पहरा भी जरूरी है, डर है की इस चहरे को किसी की नजर न लग जाए !!

ये आईने क्या देंगे तुझे तेरे हुस्न की खबर,मेरी आँखों से तो पूछ कर देख कितनी हसीन है तू..

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