Garmi Shayari In Hindi : गर्मी से कोई इतना परेशान है यार,सिर पर बर्फ की सिल्ली भी रखने को है तैयार. गर्मियों का मौसम जब आता हैं,कपड़े पहनों तो मूड खराब हो जाता हैं.
कल उसकी भीशादी हो गईजो कभी कहती थी कीपति है आप हमारे
गर्मी का पारा चढ़ा भयंकरनिकालो भैय्या जी छाताकहीं कर ना दे गर्मी आपकाज़िन्दगी से बाय बाय टाटा
आँखों से आँखे मिला मदहोश हो गये,हम हमारे न रह कर उसी के हो गये.
भीगे मौसम की भीगी सी सूरत; भीगी सी याद भूली हुई बात; वो भीगी सी आँखें; वो भीगा हुआ साथ; मुबारक हो आपको आज की खूबसूरत बरसात!
किसी ने सही ही कहा हैइंसान तीन ही अच्छे होते हैंएक जो मर गया हो, दूसरा वो जोपैदा नहीं हुआ और तीसरा वो जिसेहम जानते नहीं
तेरी यादो में खोते ऐसे है की सारी कायनात हमसे खफा हो जाती है,इतनी मोहब्बत ना जाने… कब शाम से सुबह हो जाती है.
ये जो लड़कियों के बाल होते हैंलड़कों को फ़साने का जाल होते हैं,खून चूस लेती हैं लड़कों का सारातभी तो इनके होंठ लाल होते हैं।।
सर्द रातों को सताती है जुदाई तेरी,आग बुझती नहीं सीने में लगाई तेरी,जब भी चलती हैं हवाऐंदिल को आ जीती है फिर से याद तेरी।
लगता सूर्य देवता की बीवी भी मई मे मायकेजाती है..तभी तेवर बदल जाते है इनके !!
भरे उजाले में रात हो गई!!मेरी कहानी में मेरे ही किरदार की मात हो गई!!उसने मुझे देख के बदल दिया रस्ता!!गर्मी की दोपहरी थी और आँखों से बरसात हो गई!!
अर्ज़ किया है…बेज्जती और बीवी अजीब चीज़ होती है…गौर फरमाइए..बेज्जती और बीवी अजीब चीज़ होती है…अच्छी तभी लगती है जब दूसरे की होती हैं।।
तुम्हारे शहर का मौसम बड़ा सुहाना लगे मैं एक शाम चुरा लूं अगर बुरा न लगे क़ैसर-उल जाफ़री
🌅 गर्मी के दो फायदे . . 1- 👩 बीबी का 👉 मायके जाना . और मोहल्ले में 😍 पटाई पुरानी 👩 माल का 👉 “ससुराल” से आना ..
अगर भीगने का इतना ही शौक है बारिश में तो देखो ना मेरी आँखों में; बारिश तो हर एक के लिए होती है; लेकिन ये आँखें सिर्फ तुम्हारे लिए बरसती हैं।
अपना तो भाई अंदाज़ ही यही है!!हम आते हैं और गर्मी बढ़ जाती है!!
इश्क़ की तासीर न पूछो हमसे हमें सर्दी में भी गर्मी हुआ करती है। Ishq ki tasir na pucho humse humein sardi mein bhi garmi hua karti hai..
हम उसके इश्क में इस कदर चोट खाए हुए हैंकल उसके बाप ने मारा था आज भाई आये हुए हैं।।
पहली ☝️ नजर में लगा वो मेरी है, आँखें 👀उसकी झील सी गहरी हैं, प्रोपोज 🥀कर कर के थक गए हम, अब पता चला वो तो 👂बहरी है।🤪🤪
समझने में ज़माने लग गए,दोस्त का साथ छूट गया जब कमाने लग गए।
पंजाबी में खुद को कहते हैं अस्सीगर्मी बहुत है आज क्या चलोगीमेरे साथ पीने एक गिलास लस्सी..!!
तुम क्या जानो हाल हमारा..!एक तो शहर बंद, उपर से खयाल तुम्हारा..!!
सुनो जान मुझे अपने दिल में थोड़ी जगह दे दो बहार बहुत सर्दी है। Suno jaan mujhe apne dil mein thodi jagah de do bahar bahut sardi hai.
प्रेम रतन धन पायो, सर्दी का मौसमआयो, स्वेटर पेहेन कर घर के बहारजायो, रज़ाई के बहार न आयो, भूल नजाना जो बी मई समझायो वर्ण सर्दीलग जाएगी भाइयो।
हर बार हम पर इल्जाम लगा देते हो मुहब्बत का,कभी खुद से भी पूंछा है इतनी खूबसूरत क्यों हो!
तेरे हर सवाल पर यू ही नही में खामोश हो जाता हूँ,हुस्न -ऐ -अदा तेरी देख में हर लफ्ज़ भूल जाता हूँ
अपना तो भाई अंदाज़ ही यही है, हम आते हैं और गर्मी बढ़ जाती है
इस गर्मी की छांव बन जाओ,मैं तेरा शहर तुम मेरी गांव बन जाओ।
अपनी सूरत का कभी तो दीदार दे,तड़प रहा हूं अब और ना इंतजार दे,अपनी आवाज नही सुनानी तो मत सुना,कम से कम एक मिस कॉल ही मार दे।😝😝😂😂🤣🤣
कोई दौलत पर नाज करते हैं,कोई शोहरत पर नाज करते हैं,जिसके साथ आप जैसा दोस्त हो,वो अपनी किस्मत पर नाज करते हैं.
दूर होकर भी जो शख्स समाया है मेरी रूह में,पास वालों पर वो कितना असर रखता होगा।
आँखों में उसके था नशा इतना की हर दारु चढ़ने से इंकार कर बैठी,मै उस पगली से करता था प्यार वो किसी और से इज़हार कर बैठी.
भारी गर्मी पड़ने शुरू हो गई है!!और लड़कियां सुल्ताना डाकू बने घूमने लगी है!!कभी-कभी तो पता नहीं चलता है कि!!यह अपना इलाका है या चंबल के डाकू का!!
गर्मी दे तो बिजली भी दे ऐसा कर भगवानछांव मिले हर प्राणी को हंसता रहे किसान..!!
👉 लाश खुद उठ कर बोली 😳 कमीनी तू ही पहले मर जा
👉तुम जिन्दगी😍 में आ तो गये 🧡हो मगर 😡ख्याल रखना,😎 हम जान💪 तो दे देते हैं, 😉मगर जाने🔥नहीं देते।
कोइ😎 गेंग 💂नही❌ हे हमारी,पर😎 पहेचान इेसी हे👑 की, हर💂 गेंग का आदमी🤨 इस चेहरेको😎 देखके सलाम🫡 ठोकता है।
चिलगोज़ी की खुश्बू, मूंगफली की बहार; सर्दी का मौसम आने को बेक़रार; थोड़ी सी मस्ती थोडा सा प्यार; मफलर, स्वेटर रखो तैयार; हैप्पी विंटर सीजन मेरे यार।
गर्मियों में तो मेरे जैसे बेरोज़गारों को भी काम मिल जाता है.. फ्रिज में पानी रखना.. कूलर को भरना..
ये जो मेरे अलावा तुम पर मरते हैवो मर क्यों नहीं जाते !
इस ठण्ड में ग़ालिब का नया शेर: खुद को कर बुलंद इतना कि, हर सुबह घूमने निकले; वहाँ खुदा खुद आकर पूछे, बता तेरी रजाई कहाँ है?
कतरा कतरा गुलाब होता है,कतरा कतरा गुलाब होता है,,अगर वो अपने हाथों से पिला दें तोमिनरल वाटर भी शराब होता है।😝😝🤣🤣😂
सामने बैठे रहो दिल को करार आएगा ,जितना देखेंगे तुम्हे उतना ही प्यार आएगा ..
शायरी सर्दी की ठिठुरती रात मेंफुटपाथ पर अरमान है,दिलबर मुझे छोड़के किसी और पे मेहरबान है….
कागज़ के नोट की चाहत में बहुत कुछ छूट जाता हैं,न जाने सब्र का धागा कहाँ पर टूट जाता हैं…!!
दिल चाहे आइस आइसबॉडी रहना चाहे कूलसो गर्मी के इस मौसम मेंकरना ना कोई जी भूल
एक बार एक 😍😋💘बॉयफ्रेंड ने अपनी गर्लफ्रेंड की आगे से लीफिर पीछे से ली उठा के ली बैठा के लीबताओ क्या ली गलत मत सोचना ……फोटो😍😋💘
मुझे गर्मियों छुट्टियों से ज्यादा दुनिया की किसी भी चीज़ से इतना प्यार नहीं है।
इंसान की अकड़ तो वाजिब हैं जनाब…..पैसा आने पर तो बटुआ भी फूल जाता हैं
मत ढूढ़ना मुझे इस जहाँ की तन्हाई में,ठण्ड बहुत हैं मैं हूँ अपनी रजाई में.
मुस्कुराती हुई रेत मेंतपती धूप की छांव मेंमैंने देखा किया तुम्हेंअपनी सोच के हर गांव में..
तुम्हारी फिक्र है मुझे इसमे कोई शक नही,तुम्हे कोई और देखे किसी को ये हक नही।
जिसे सोच कर ही चहरे पर ख़ुशी आ जाये वो खूबसूरत एहसास हो तुम!!💖
तू निकले तो ठीक लगे,तेरा बाप निकले तो मुझे बीक लगे,और जब आए पोलिसवाले की जीप,मेरे स्कूटर की किक लगे!
गर्मी और प्यार में एक ही समानता है.. जब दोनों ज्यादा बढ़ जाते हैं तो कपड़े उतरते हैं
आते ही जो तुम मेरे गले लग गए वल्लाहउस वक़्त तो इस गर्मी ने सब मात की गर्मी…
😰तन्हाई मैं 😁मुस्कुराना भी❤️ इश्क़ है, इस बात 💕को सब से🫣 छुपाना 💝भी इश्क़ है।
ना मुस्कुराने को दिल चाहता है!!न मौज मनाना को जी चाहता है!!ये गर्मी अब हद से पार हो गई है!!सब छोड़ कर कुल्लू मनाली जाने को जी चाहता है!!
जैसे तैसे रात कटी है दिन कैसे ये गुजरेगा,लगता है ये जलता सूरज आज जमीन पर उतरेगा.
अच्छा लगता है हर रात तेरे ख्यालो में खो जाना,जैसे दूर हो कर भी तेरी बाँहों में सो जाना..
गर्मी जो आई घर का हवा-दान खुल गया साहिल पे जब गया तो हर इंसान खुल गया – खालिद इरफ़ान
दोस्तों अब गर्मियां शुरू हो गयी हैं, लड़कियां अब सुल्ताना डाकू बनकर घूमेंगी
उनका वादा है कि वो लौट आयेंगे; इसी उम्मीद पर हम जिये जायेंगे; ये इतंजार भी उन्ही की तरह प्यारा है; कर रहे थे कर रहे हैं और किये जायेंगे।
धूप की गरमी से ईंटें पक गईं फल पक गए,इक हमारा जिस्म था अख़्तर जो कच्चा रह गया..
गर्मी के फायदेंसर्दी नहीं लगती,नहाने से डर नहीं लगता.
कोई तीर होता तो, दाग़ देते तेरे दिल पर,कम्भख्त मोहब्बत है, जताई भी नहीं जाती!!
मेरी तो रातो की नींद ले गया,वो तेरा ख़ामोशी से चले जाना ना जाने क्या क्या कहे गया.
आज तो बोहोत खुश हो गए आप? क्योकि, बारिश जो हो रही है, और बारिश मैं तो, सभी मेंडक खुश होते हैं….. हैप्पी मानसून
जैसे तैसे रात कटी है दिन कैसे ये गुजरेगा,लगता है ये जलता सूरज आज जमीन पर उतरेगा.
आ जा अभी सर्दी का मौसम नहीं गुजरा; पहाड़ों पर अभी भी बर्फ़ जमी है; सब कुछ तो है मेरे पास; सिर्फ एक तेरी ही कमी है।
आसमान में काली घटा छायी है, आज फिर गर्लफ्रेंड ने 2 बातें सुनाई है, दिल तो करता है सुधर जाऊं मगर, बाजूवाली आज फिर भीग के आई है.. हैप्पी मानसून…
ठंडा पानी सब पियें, फ्रिज में भरकर रखे ना कोय, बॉटल भरकर रखने को बोलो, गायब हो जाये हर कोय.
गर्मी और प्यार में एक ही समानता है!!जब दोनों ज्यादा बढ़ जाते हैं!!तो कपड़े उतरते हैं!!