Gali Shayari In Hindi : जाने वो कब हमारी तक़दीर हो गए,उनकी याद में हमने इतनी पी ली कि हम फ़क़ीर हो गए। तेरे बड़े बड़े मेरी नज़रों कोतेरी तरफ खींच ले जाते हैंजब भी चलती हवा मेंतेरे काले बाल लहराते हैं।।
दिल में मोहब्बत दस्तक दे रही है….!ज़ुबां से बोलना है या तुम शायरी समझ जाओगी…!!
तोहमतें लगी है हम पर तेरी गली से गुजरने की, रास्ता बाज़ार जाने का तेरा भी बताया जाए तो अच्छा रहेगा।
किस कदर चुदाई काजूनून इस दीवाने में है...कल ही जमानत हुई थीआज फिर रंडीखाने में है।
इश्क़ किया था हमने भी,हम भी रातों को जागे थे,जब OYO रूम में पड़ा छापातो बिना कपड़ो के सड़क पर भागे थे।
तेरी गली तक पहुँचने का रास्ता तो ढूंढ लेंगे हम, तू तेरे दिल तक पहुँचने का जरिया बता सनम।
जो हमारे लिए हमारी गली से गुज़रा करते थे, आज हमे देखते भी नहीं ये बात गले से नहीं उतरती।
बहक जाती है शराब भी,जब महकता है तेरा “शबाब”,उफ्फ़ …..तेरे गुलाबी होंठ हैं या तेरे होंठों जैसा गुलाब……!!!
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इश्क़ में उसके मैं खोता गयावो कपड़े उतारती गई औरमेरा खड़ा होता गया।।
तुम्हें देख कर उसकी याद आती हैवाह वाहके तुम्हें देख कर उसकी याद आती हैतेरी शक्ल बिल्कुल मेरे लोडे से मेल खाती है।।
लड़का लड़की से –जुबा पे जब भी तेरा नाम आता हैये हाथ नीचे चला जाता हैतुझे पाने के लिए कुछ भी कर जाऊंगाएक बार देदे वरना “हिला हिला” के मर जाऊंगा
हम तुझे रात को जन्नत की सैर कराएंगेलेकर तझे बाहों में झूला झुलायेंगे।।
गुज़रती आज भी है गन गलियों से बस साथ में कोई और होता है, ये देख मुस्कुराते भले हैं हम मगर हम जानते है ये दिल बहुत रोता है।
दोस्तों के साथ दिन अच्छे से बीत जाते हैंदेकर दोस्तों को गाली ऐसा लगता हैजैसे ज़िंदगी में हम जीत जाते हैं।।
कबिरा कबहु न लीजिये...हवा मे उड़ता तीर।कुछ चूतन के फेर मे......गाँड फटे गंभीर ।।
तेरी महफ़िल में क्या सनम अब हम तेरी गली में भी क़दम ना रखेंगे।
फिलहाल हालत ऐसी नहीं की अपने हालात बता सके हम, उसके घर के पास रहते हुए भी उसके दिल के पास ना जा सके हम।
इज्ज़त और लट्ठ दोनो तैयार रखोजो जिसके लायक हो दे दिया करो।।
हम क्या हैं वो सिर्फ हम जानते हैंलोग बस अंदाजा लगा सकते हैं।।
मार मार मुठ उनकी याद मेंहम तीले हो गएऔर उनके छेद चुद चुद केपतीले हो गए।
बाजार हुई जब तेरी गलो सनम, हीर हमने भी टहलना छोड़ दिया।
देख कर तेरी शक्ल मुझे हँसना आता हैतेरा चेहरा बिल्कुल मेरे छोटू पर जाता है।।
यार अजब तेरे नखरेगज़ब तेरा स्टाइल हैंGa#D धोने की तमीज नहींहाथ में मोबाइल है।।
जैसे भरे हुए गिलास हो आम के जूस केमजे आ गए मुझे होंठ उसके चूस के।।
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मोहब्बत में अंधी एक मादा की शायरी-मोहब्बत का फ़र्ज़ कुछ इस तरह निभाया है,खुद तो चुदी ही हूँ, सहेली को भी चुदवाया है।
जो करोगे ज्यादा तीन पाँच कान के नीचे छोड़ देंगेपंगा न लेना हमसे बेटा यही पटक के चोD देंगे।।
आज देखा उसे फिर से हमारी गली से गुज़रते, बस रोक लिया खुद को उसकी और जाने से किसी तरह कर के।
यारा तेरी दोस्ती पर मुझे शक नहींमगर सबने तेरी मारीक्या मेरा इतना भी हक़ नहीं।।
गली में अफवाह है की तू मरती है मुझ पर, वो जानते ही नहीं मैं मरता हूँ तुझाएर।
जो गाली सुनकर भी गुस्सा नहीं दिखाता हैआज के वक़्त में वही सच्चा दोस्त कहलाता है।।
तू कितनी भी खूबसूरत क्यूँ न हो ऐ ज़िंदगी,खुशमिजाज़ दोस्तों के वगैर तू अच्छी नहीं लगती।
आसमान पे फिर से काली घटा छाई है !आज फिर घरवाली ने दो बात सुनाई है !दिल तो बहुत करता है कि सुधर जाऊँ, मगर !कमबख़्त बाजूवाली आज फिर से भीग कर आई है !!
सूना सा है मेरे दिल का शहर और मैंने सुना है तेरी गलियों में चाहने वालों की भीड़ काफी है।
जिस दिल की गली में धूमधाम थी नाम तेरे नाम की, आज सुनशान है मानों मातम हो कोई।
बाप से पंगा लेने से पहले सोच लेनामुझसे पंगा लिया तो तेरे पास कुछ नहीं रहनाहम झुका कर गांड भी मार देते हैंज़िंदगी भर फिर दर्द पड़ेगा सहना।।
लागर चक्कर जो तेरी गली के मैंने, तो जाना तेरा तो पूरा मोहल्ला दीवाना है।
कुछ तो था उनके लबों पर जो वो हमें देखकर बड़बड़ाती थी,फिर पता चला एक दिन कि वो तो गुटखा चबाती थी
गुज़रते नहीं तेरी गली से अब इस डर से की तुझे और के साथ देख लेंगे तो गुज़र जाएगी।
गुलाबी - गुलाबी ना कर पगलेगुलाबी दुखो का सारबिन गुलाबी जो रहेउतरे सागर पार...
पोर्न देखो और उसी में खो जाओ,वो नहीं देगी हिला कर सो जाओ।
पलट क देख ज़ालिम, तमन्ना हम भी रखते हैंहुस्न तुम रखती हो तो, जवानी हम भी रखते हैंगहराई तुम रखती हो तो, लम्बाई हम भी रखते हैं।।
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आज उसे मैंने अपनी गली से फिर निकलता देखा, उसने मेरी आँखों में देख तो मेरी आँखों से आंसूं निकलता देखा।
क्या करेगा " साम दाम दंड भेद "जब किस्मत के मटके में हो बड़े-बड़े छेद ...!
ना तीर ना तलवारअगर मुझसे है प्यार तो खोल अपनी सलवारमेरा शस्त्र है तैयारहोऊंगा तुझपे सवारजल्दी से अपनी चढ़ी उतारतेरी भरनी है दरार
चीख उठे, चिल्ला उठेकहने लगे मत लो मेरीएक ही जोड़ी चप्पल है औरऊपर से दिन भी हैं त्यौहार के।।
गली से जब उनकी गुज़रे तो, उनका चोबारा नज़र आयावाह वाहगली से जब उनकी गुज़रे तो, उनका चोबारा नज़र आयाउसकी माँ खड़ी थी वहा पे और देख के मुझको बोली
इतना मत पियो मयखाने में कि…गां.ड फट जाये वापस घर जाने में !!
यूँ ही नहीं गली में तेरी खड़े रहते है हम प्यार से, की दिल धड़कने लगता है एक तेरे दीदार से।
हमसे लड़ते हुए कामतेरे आएंगे ना हथियारहम झुका कर तेरी गांडदेंगे कुछ ऐसे मार।।
चूत,चूची और चिलम ,,चाहे कितनी भी पीयों,कभी झुठी नही होती..!!
मन्नत के धागे बांधो या बांधो मुरादों की पर्ची,वो देगी तभी जब होगी उसकी मर्जी।
तेरी दिल की गलियों से निकलने की वजह यही थी की वहां जगह कम थी और भीड़ काफी थी।
मेरे हैं सिर्फ दो ही टट्टे !वाह वाह…भोस.ड़ी के पहले सुन तो !मेरे हैं सिर्फ दो ही टट्टे !यार एक बार चूस के तो बता…मीठे हैं की खट्टे है !!
मैं चाहता हूँ तुझे अपने आगे झुकानाफिर चाहता हूं तुझे अच्छे से दबानामेरी चाहत की हद्दे तो देखोमैं चाहता हूं तुझे हर हाल में पाना।।
जिस्म का दिल से अगर वास्ता नहीं होता !क़सम खुदा की कोई हादसा नहीं होता !वे लोग जायें कहाँ बोलिये खड़े हैं जो ,उस हद के बाद जहाँ रास्ता नहीं होता !
जो हमारा नाम सुनकर हीपेंट गीली कर जाते हैंवो भोसडीवाले हमसेलड़ना चाहते हैं।।
जागते हैं रात भर हम सो नहीं पातेतुझे याद कर रातों को हम हैं हिलाते।।
ना तीर ना तलवार,अगर मुझसे है प्यार तो खोल अपनी सलवार,मेरा शस्त्र है तैयार,होऊंगा तुझपे सवार,जल्दी से अपनी चड्डी उतारतेरी भरनी है दरार।
देखा जब से हुस्न उसकामेरा खड़ा है उसके ख्याल में दिलरातों की नींद भी चुरा कर ले गयाउसकी गाल का वो काला तिल।।
जाने वो कब हमारी तक़दीर हो गए,उनकी याद में हमने इतनी पी ली कि हम फ़क़ीर हो गए।
लड़का - चाँद तारों को नींद आ रही हैं, तेरी मा की चूत तू अब आ रही है..लड़की - मा की चूत का मत दे वास्ता, खोलती हूँ ब्रा चल कर ले नास्ता।
आती नहीं रात को नींदतेरा ख्याल बस आता हैदेख कर तेरी तस्वीररोज़ खड़ा हो जाता है।।
किस बात की फिक्र जबसाथ में हो ऐसे यारजो गर्लफ्रैंड ना बनने परगांD देने को हो जाएं तैयार।।
गलियों में तेरी फिर क़दम ना रखेंगे, पहले ही काफी दर्द है अब और ज्यादा जख्म ना करेंगे।
इश्क़ किया था हमने भी,हम भी रातों को जागे थे,जब OYO रूम में पड़ा छापा तो बिना कपड़ो के सड़क पर भागे थे।
होंटों को दबा कर अपने होंटों मेंतुझको बाहों में लपेट लूंगाफिर उठा कर तेरी टांगों कोतेरे जिस्म की आग सेक लूंगा।।
दूर हो जाएँ तो जरा इंतज़ार कर लेना,अपने दिल में इतना तो ऐतबार कर लेना,लौट के आयेंगे हम अगर कहीं चले भी गए,आप बस हमसे दोस्ती बरकरार कर लेना।
कड़वे हैं बोल और तीखी हैं बातें हमारीऔर हमारे आगे ज्यादा बोलोगे तोगांड मार देंगे तुम्हारी।।
ताज महल ही तो बनाया, कौन सा चाँद ले आया, आखिर शाह जहां बड़ी हस्ती थी !हम भी बनवा देते ताज महल उनकी याद में, लेकिन हमारी मुमताज ही गश्ती थी !!
मेरे यार मेरे सुकून कीतू वजह बन पाता हैतुझे गाली देकर मेरे दिल कोसुकून मिल जाता है।।